एहसान के बदले में चरम-सुख देने की कहानी
एक दिन की बात है, जब प्रीतम जी आए हुए थे और मैं साज-सॉवॅर कर दुल्हन की तरह रेड सारी पहन कर गयी हुई थी गेस्ट हाउस में. तभी मुझे प्रीतम जी ने अपने बेडरूम में बुलाया. प्रीतम जी: ओह मी डियर फ्रेंड अंजलि, आओ अंदर आओ, बैठो. वैसे आज तुम बहुत खूबसूरत लग रही …