मेरी टीचर को पसंद आया मेरा लंड
कुछ दीनो बाद मई तूतिओं भी पढ़ने चला गया कुमुदिनी माँ के घर. जहा कुमुदिनी माँ मुझको अवोदे करने की पुर कोशिश कर रही थी. तभी उनके घर मे भी कोई ना था. बस हम कुछ स्टूडेंट ही थी जिनको माँ तूतिओं पढ़ा रही थी. वो सारी मे थी, मेरी नज़र तो उनकी पतली कमर …