मेरा नाम राहुल है. जब मैं गूव्ट जॉब की तैयारी कर रहा था, तो थोड़ी इनकम के लिए मैने सोचा कुछ टुटीओन वग़ैरा पढ़ा लेता हू. तो मेरे पास में ही एक आंटी थी, उन्होने बोला की मैं उनकी बेटी को टुटीओन पढ़ा डू साइन्स की. मेरी आगे उस वक़्त 23 साल थी, आंड उनकी लड़की शिप्रा की 19. उसकी हाइट थोड़ी कम थी, पर हाइट के अकॉरडिंग बूब्स और गांद बड़ी थी. वो काफ़ी मॉडर्न थी.
वैसे तो उसकी मम्मी भी बहुत सेक्सी लगती थी. मुझे मॅरीड विमन ज़्यादा अची लगती है. उनकी आगे 40 के आस-पास थी. घर पे वो, शिप्रा, आंड उसकी छ्होटी बेहन रहते थे. उनके पापा गाओं में रहते थे. वो वाहा के प्रधान थे. बच्चो को पढ़ने के लिए आंटी यही रहती थी.
मैं उनके घर ही जाता था पढ़ने. वो ज़्यादातर टॉप स्कर्ट ही पहने रहती थी. मैं च्छूप-च्छूप के उसके बूब्स को देखता, पर बात कभी आयेज नही बढ़ पाई. मैं अक्सर शिप्रा और उसकी मा को सोच के हिलता था. उसके 1स्ट्रीट एअर के फाइनल एग्ज़ॅम चल रहे थे. उसका कल साइन्स का पेपर था. मैं जब पढ़ा के आने लगा, तो उसकी मम्मी पूछी-
पूनम ( उसकी मम्मी का नाम वैसे पूनम था): बेटा इसकी सब तैयारी हो गयी है ना? साइन्स में बहुत वीक है, इसलिए तोड़ा दर्र लग रहा है.
मैं: तैयारी तो हो गयी है, बस रिविषन कर ले एक बार तो सही है रात में.
पूनम: अगर तुम्हे आज कोई काम ना हो तो इसको आज रात में आचे से पूरी रिविषन करवा दो.
मैने पहले तो माना किया की औरतें थी, और सब का यहा रुकना सही था या नही. पर वो मेरी फॅमिली को भी आचे से जानती थी, तो वो मेरी मम्मी को फोन करके पर्मिशन ले ली. अब मम्मी बोल दी तो फिर कोई प्राब्लम नही थी. हम लोग खाना-वाना खाए. फिर उसकी मम्मी और छ्होटी बेहन दूसरे रूम में चली गयी.
पूनम: हम लोग जेया रहे सोने. तुम भी पढ़ के आ जाना. और राहुल तुम इस रूम में सो जाना
राहुल: ओक आंटी.
वो लोग चले गये. वैसे तो मैं इन दोनो को हमेशा गंदी नज़र से ही देखता था, पर इनके सामने एक-दूं शरीफ बन के रहता था. वैसे मैं था भी शरीफ, पर अब सेक्स का क्या कर सकते है. खैर हमने 1 बजे तक रिविषन की, और सब ख़तम हो गया.
शिप्रा: थॅंक योउ भैया, आपने इतना किया मेरे लिए. आपकी वजह से ही मेरा पूरा पेपर तैयार हुआ है.
राहुल: कोई बात नही शिप्रा, बस आचे से पेपर देना.
मेरी नज़र उसके बूब्स पे पड़ी. वो टॉप पहने थी वाइट, पर रात के इस टाइम उसे ऐसे देख के मेरे मॅन में अरमान जागने लगे. मैने सोचा कुछ ट्राइ करता हू.
मैं: शिप्रा क्या मैं तुम्हे हग करके ऑल थे बेस्ट बोल सकता हू?
शिप्रा: हा भैया बिल्कुल.
फिर वो चेर से उठी और मैं भी. हम हग किए. उसके बूब्स मेरे सीने से लगे, और मेरा हाथ उसकी पीठ पे लगा. मुझे उसकी ब्रा का हुक फील हुआ. मैं उसको और कस्स के दबाते हुए बोला-
मैं: ऑल थे बेस्ट शिप्रा, आचे से करना.
शिप्रा: हा भैया.
उसकी आवाज़ में तोड़ा मोन था. शायद उसे भी अछा लग रहा था. वो भी और कस्स के पकड़ ली मुझे. फिर हम अलग हुए, पर अब उसके चेहरे का एक्सप्रेशन चेंज था. मेरा लंड हार्ड हो गया था. उसने भी उसे देखा की टेंट बना हुआ था. मुझे भी उसके निपल्स फील हो रहे थे टॉप में से.
फिर वो बोली: भैया आप पानी पिएँगे? मैं पानी लेके आती हू.
फिर वो गयी पानी लेने. मैं भी लंड को रगड़ने लगा. मुझसे रहा नही गया, तो मैने जल्दी से अंडरवेर निकाल के सिर्फ़ लोवर पहन लिया, क्यूंकी मुझे पता था अब तो वो सोने चली जाएगी, तो मैं अकेले रहूँगा तो आचे से हिला लूँगा. फिर वो पानी लेके आई. मैने पानी पिया.
शिप्रा: भैया आप तो ऑल थे बेस्ट बोल दिए. पर मैं थॅंक योउ नही बोली.
मैं: हा तो बोलो.
शिप्रा: आपने हग करके बोला, तो मैं भी हग करके बोलूँगी.
और वो मेरे गले लग गयी. मेरा हाथ उसकी पीठ पे गया फिरसे. पर अब मुझे ब्रा का हुक फील नही हुआ. यानी वो ब्रा निकाल के आई थी. वाउ, यानी उसे भी मज़ा आ रहा था.
शिप्रा: ओह भैया, थॅंक योउ. आप कितना अछा पढ़ते है.
हम दोनो एक-दूसरे को कस्स के पकड़े थे. मेरा हाथ उसकी गांद पे आ गया.
शिप्रा: ओह भैया, थॅंक योउ.
मैं: ओह शिप्रा, कितने आचे से थॅंक योउ बोलती हो, और बोलो.
मैं उसकी गांद दबाने लगा. अब मैं उसकी जीन्स में हाथ डालने लगा, पर नही गया, क्यूंकी जीन्स टाइट थी. वो अपना हाथ नीचे ले जाके आयेज से बटन खोल दी, और हम अभी भी गले लगे थे. अब मेरा हाथ अंदर चला गया. अंदर उसकी गांद नंगी थी. मेरा हाथ उसकी नंगी गांद पे टच हुआ.
मैं: ओह शिप्रा अयाया.
शिप्रा: अयाया भैया.
मैं: शिप्रा मम्मी ना आ जाएगी तुम्हारी.
शिप्रा: भैया उनको नींद की प्राब्लम है, तो वो डॉवा खा के सोती है.
हम अभी भी गले लगे थे. फिर हम अलग हुए. आयेज से उसका बटन ओपन था जीन्स का, पर छूट नही दिख रही थी. हम एक-दूसरे की आँखों में देखे, और फिर किस करने लगे. हमने 10 मिनिट किस किया.
मैं: ओह शिप्रा, कब से मैं तुम्हे किस करना चाहता था.
शिप्रा: मुझे पता है भैया.
मैं: तुम्हे पता है?
शिप्रा: हा जब आप मेरे बूब्स को घूरते थे पढ़ते वक़्त, तो मुझे पता चलता था.
मैं शर्मा गया.
शिप्रा: मुझे तो पता है आप मम्मी को भी घूरते हो.
मैं तोड़ा दर्र गया.
शिप्रा: अर्रे कोई बात नही, पर सच है ना?
मैं: हा शिप्रा, मैं तो तुम दोनो को अक्सर साथ में इमॅजिन करके हिलता हू.
ये कहते हुए मैने उसके बूब्स को पकड़ लिया दोनो हाथो में और दबाने लगा. 32″ के बूब थे उसके, पर बहुत सॉफ्ट थे. बहुत मज़ा आ रहा था. फिर मैने उसका टॉप उपर करके निकाल दिया.
वाउ क्या बूब्स लग रहे थे. जिसे आज तक बस इमॅजिन किया, आज वो सामने थे. मैं पागलों की तरह निपल्स चूसने लगा, वो भी आँख बंद करके बस. वो ओह भैया ओह भैया किए जेया रही थी. मैने 10 मिनिट तक चूसा. फिर उसकी जीन्स नीचे करने लगा.
शिप्रा: भैया प्लीज़ वाहा नही. मैं नही चाहती कुछ प्राब्लम हो आयेज.
मैने भी ज़ोर नही दिया, क्यूंकी वो यंग थी. मुझे भी मज़े से मतलब था, बाकी क्या किसी की लाइफ खराब करनी.
मैं: ओक शिप्रा, पर हाथ से तो टच कर सकता हू ना?
शिप्रा: हा भैया.
मैं उसको उठा के बेड पे बैठाया. वो पैर नीचे लटका के बैठी थी. मैं जीन्स नीचे कर दिया नी तक और उसकी लेग्स को फैला दिया. क्या छूट थी एक-दूं चिकनी. पर च्छेद बहुत छ्होटा था.
मैं: शिप्रा प्लीज़ आइज़ बंद करो.
उसने आँखें बंद की. फिर मैं हाथ की जगह जीभ से टच किया, आंड चाटने लगा छूट को.
शिप्रा: ऑश भैया.
वो मेरा सर पकड़ ली. मैं पागलों की तरह चाटने लगा. उसकी छूट पूरी गीली हो गयी. वो झाड़ चुकी थी, पर मेरा अभी नही निकला था. तब तक दूसरे रूम से कुछ आवाज़ आई, और हम अलग-अलग होके कपड़े सही करके बैठ गये.
पूनम: हो गया बेटा रिविषन?
हम दोनो शॉक्ड हो गये.
शिप्रा: मम्मी आप सोई नही?
पूनम: नही बेटा, सोची तुम लोग पढ़ रहे हो तो कुछ चाहिए होगा तुम्हे. इसलिए जागी थी. बुक बंद है, पढ़ लिए क्या तुम लोग?
शिप्रा: हा मम्मी बस भैया मुझे इन्स्ट्रक्षन दे रहे थे की कल कैसे पेपर करना है.
मेरा तो मूड ऑफ हो गया. सेक्स ना सही, कम से कम हाथ से हिला के निकालती मेरा. लंड तो टच भी नही की.
शिप्रा: मम्मी आप जाओ, मैं 5 मिनिट में आती हू.
पूनम: ओक बेटा, आते वक़्त डॉवा लेते आना.
उनके जाते ही-
शिप्रा: भैया सॉरी, ई नो आपका नही हुआ है. प्लीज़ जल्दी से कर लो. मैं हेल्प करती हुआ आपकी. बस 5 मिनिट है हमारे पास.
फिर वो नीचे बैठ गयी. मैं तो पूरा शॉक्ड उसे ऐसे देख के. वो मेरा लोवर खुद नीचे की, आंड लंड मूह में ले ली. उसके लिप्स के टच की फीलिंग आंड उसे ऐसे देखना मुझे पागल कर रहा था. वो लंड चूज़ जेया रही थी. 3-4 मिनिट हो गये पर मेरा निकला नही.
शिप्रा: भैया निकालने वाला है ना?
मैं: शिप्रा टाइम लगेगा अभी.
शिप्रा: भैया टाइम नही है, प्लीज़ जल्दी करो.
वो चूज़ जेया रही थी.
शिप्रा: भैया मम्मी निघट्य में कैसी लग रही थी,मस्त ना? बूब्स कितने बड़े थे उनके देखे आप?
वो मुझे ऐसी बातों से गरम कर रही थी, ताकि जल्दी निकले.
मैं: हा शिप्रा, बहुत बड़े थे.
शिप्रा: वो ब्रा पनटी नही पहनती, मीन्स अभी सिर्फ़ निघट्य पहनी थी.
मैं: ओह शिप्रा सच?
वो चूज़ जेया रही थी.
शिप्रा: इमॅजिन वो पूरी नंगी है. उनका एक बूब आप चूस रहे हो, आंड एक मैं.
मेरा अब निकालने वाला था
मैं: ओह शिप्रा वाउ. आ आ आ ओह शिप्रा अया आहा हा.
शिप्रा: उम्म्म भैया, आ आ आ.
आंड मेरा उसके मूह में निकल गया. वो मेरा पी गयी पूरा. फिर हम कपड़े सही किए, और वो मुझे किस करके चली गयी. आयेज की कहानी आपके कॉमेंट्स के बाद. योउ कॅन मैल बे आस वेल अट-