बेटे ने मा को दूध वाले से चूड़ते देखा
दोस्तों मेरे घर में मा, पापा, मेरा छ्होटा भाई, और मैं हू. ऐसा छ्होटा और सुखी परिवार था हमारा. मेरी मा सुरेखा बहुत ही सुशील और संस्कारी मुझे लगती थी उस दिन तक. हुआ यू, की पापा का बुकस्टोर है. जब स्कूल्स खुलते है, तभी हमारा धंधा होता है, और बाद में ठंडा-ठंडा रहता है. …