भाई ने छुआ अपनी बहन को ग़लत तरीके से

हेलो बाय्स आंड गर्ल्स. मेरा नाम अभिषेक है, और मैं मॅढिया प्रदेश के पन्ना शहर में रहने वाला हू. मेरी आगे 19 साल है, और मैं इस साल कॉलेज के सेकेंड एअर में जौंगा.

आपको बता डू, की ये कोई स्टोरी नही है. ये एक सत्या घटना है, जो मेरे और मेरी बड़ी बेहन प्रियानशी के साथ हुई. तो देर ना करते हुए कहानी पे आते है.

मेरी दीदी प्रियानशी का फिगर उसकी बढ़ती जवानी के साथ और निखरता आ रहा था. और उसके इसी निखार का मैं 1 साल पहले ही शिकार हो गया था, जब मैने उसको फर्स्ट टाइम बातरूम में नहाते देखा. उसका फिगर अवनीत कॉयार से पूरा मिलता जुलता है. अब आप अंदाज़ा लगा सकते है, की उसका फिगर कैसा है.

तो दोस्तों बात है कुछ 2022 की. सर्दियों का महीना था डिसेंबर का. मेरे एग्ज़ॅम्स आ रहे थे, और मेरी पढ़ाई कुछ ख़ास नही चल रही थी. इसलिए मेरी मा ने मेरी दीदी को मुझे रात के समय पढ़ने को बोला. मेरी दीदी बहुत स्ट्रिक्ट है, और थोड़ी-थोड़ी बातों पे गुस्सा करती है. इसलिए मैं उससे डरता भी बहुत हू.

तो करीब रात को 9 बजे मेरी दीदी खाना लेके आई, और मेरे खाने के बाद मुझे पढ़ना चालू करती है. उस दिन वो एक शॉर्ट्स पहने हुए थी, जिसमे उसकी गांद बहुत ही उभरी और मादक लग रही थी.

उसकी शॉर्ट्स के पीछे वाला हिस्सा उसकी गांद में घुसा हुआ था, जो की और भी मादक लग रहा था. शायद उसने पनटी नही पहनी हुई थी इसलिए. और उपर से एक त-शर्ट पहने हुई थी.

पर उसके बूब्स का ज़्यादा अंदाज़ा नही लग रहा था. फिर करीब पढ़ते-पढ़ते मुझे 11:45 हो गये. दीदी को नींद आ रही थी, तो दीदी कुछ दिन से मेरे कमरे में ही सोती थी.

पर आज वो मेरे से पहले सो गयी, और मेरे बगल में लेती हुई थी. मैं बेड पे पढ़ रहा था. सोने से पहले दीदी ने बोला-

दीदी: एक्सर्साइज़ 12.1 करके सोना. जिसको मैने आधा करके 12:15 पे कॉपी रख दी. अब जब मैं बेड पे सोने के लिए आया, तो मैने देखा की दीदी की गांद मेरी तरफ थी, जिसको देख के मेरे अंदर का शैतान आक्टीवेट हो चुका था.

अब मैं दीदी के पास जाके लेट गया, पर मैने कोई हरकत नही की. करीब आधे घंटे बाद मुझसे रहा नही गया, और मैं इस बार अपना सर दीदी की गांद की तरफ करके लेट गया चुपके से कंबल के अंदर.

अब मैने अपनी नाक और मूह धीमे-धीमे दीदी की गांद से सटाई. सच काहु दोस्तों, मुझे डर्टी सेक्स वीडियोस देखने की आदत है. इसलिए मैने अपनी नाक दीदी की गांद पे लगाई, और उसको सूंघने लगा.

उसकी महक से मेरा लंड एक दूं मेरी शॉर्ट्स में तंबू बन गया. पर अब दीदी ज़रा सा हिली, जिससे मैं घबरा के सीधा पहले जैसा लेट गया. अब दीदी बिल्कुल सीधी लेट गयी थी, और मैने तोड़ा इंतेज़ार करके धीमे से दीदी के बूब्स पे उंगली घुमाई.

इसका उन्होने कोई रिक्षन नही दिया, जिससे मुझे आयेज बढ़ने की हिम्मत मिली. अब मैने दीदी की चेस्ट को एक बार हथेली से च्छुआ. तब भी कोई रिक्षन नही था. फिर मैने उनकी कमर से उनकी त-शर्ट उपर करना चालू किया, और धीमे-धीमे करके मैं उनकी त-शर्ट उनके बूब्स तक ले आया.

तभी मुझे महसूस हुआ की दीदी ने ब्रा नही पहनी थी. अब ये मेरे लिए सोने पे सुहागा हो गया था. फिर मैने लास्ट टाइम त-शर्ट उपर की, और उनका एक बूब मेरी आँखों के सामने विज़िबल हो गया.

मेरी दीदी की निपल्स ब्राउन थी, और उनके बूब्स गेहुए रंग के थे, और एक दूं गोल थे. उनको देख के मेरा पानी छूटने लगा. मैने हिम्मत करके एक हाथ उनके बूब पर रखा, और उसको धीरे से दबाया.

तब भी दीदी का कोई रिक्षन नही था. फिर मैने हिम्मत बधाई, और अपनी उंगली पे तोड़ा सा थूक लगा के उनकी निपल्स पर रगड़ने लगा. इससे उन्होने हल्की सी हरकत की, पर मैं उनके बूब्स के नशे में इतना चूर था, की मैं सब भूल गया था.

अब मैं उनकी निपल्स को उंगली से पिंच करने लगा था, और अभी तक दीदी की नींद टूट चुकी थी. दीदी ने मेरा हाथ पकड़ा, और झटके से हटाया और सीधा कमरे से उठ के बाहर चली गयी. अब मेरी गांद फटत चुकी थी. मैं दर्र के मारे काँप रहा था, की ये मम्मी पापा से शिकायत ना कर दे.

पर तभी मेरा डोर ओपन हुआ, और और दीदी फिरसे बेड पे आके मुझसे हल्की दूरी बना के लेट गयी. वो दीवार की तरफ करवट लेके लेती थी. अब मैं दर्रा हुआ था, की कल सुबा क्या होगा.

सुबा 8 बजे मेरी नींद खुली, और मैने देखा की दीदी मेरे कमरे में नही थी. अब मैं बातरूम से ब्रश करके कमरे के बाहर गया, और मम्मी से पूछा-

मैं: दीदी किधर है?

तो उन्होने बताया: वो नाश्ता कर रही है लिविंग रूम में.

अब मेरे दिल को तोड़ा सुकून आया की दीदी ने मम्मी को कुछ नही बताया था. और फिर मैं भी नाश्ता लेके लिविंग रूम में गया. तभी मैं दूसरे सोफे पे बैठा, और मैने दीदी को देखा.

दीदी ने मुझे एक गुस्से वाली नज़र से देख के मुझसे नज़रे चुरा ली, और थोड़ी ही देर में चली गयी कॉलेज. अब मैं पूरी दोपहर घर में बैठ के सोच रहा था, की क्या करेगी दीदी.

दीदी 4 बजे घर आई टुटीओन से होकर. अब मैं अपने कमरे में था. पूरी शाम दीदी मुझे मिली नही, और नज़रे चुराती रही, और इग्नोर कर रही थी.

आज वो 10 बजे मुझे पढ़ने आई. वो मुझे पढ़ा तो रही थी, पर आज उसका गुस्सा पहले से काफ़ी ज़्यादा दिख रहा था, और उसने मुझे आज बहुत दांता. फिर अट थे एंड मैने पढ़ाई करके 12:30 पे बुक्स रख दी.

दीदी अभी भी मेरे बेड पे बैठी थी, और मुझे लगा ये फोन तो चलाने नही देगी, तो मैं लेट गया. वो खुद फोन चला रही थी. करीब 15 मिनिट बाद वो भी सोने आ गयी. अब मैं सो गया, और मेरी रात में करीब 2 बजे नींद खुली.

मैने पाया की दीदी मेरे काफ़ी पास लेती थी दीवार की तरफ फेस करके, और मेरी तरफ गांद करके. उसकी गांद मेरे लंड से केवल थोड़ी ही डोर थी, और आज उसने शॉर्ट्स और त-शर्ट ही पहनी थी. पर आज उसकी त-शर्ट एक-दूं ओवरसाइज़्ड थी.

पार्ट 1 फिनिश्ड. गाइस वेट फॉर नेक्स्ट पार्ट, और आपको ये घटना अची लग रही हो और आपको इसका 2न्ड पार्ट जल्दी चाहिए हो, तो मुझे एमाइल अड्रेस पर बताए.

मेरी ए-मैल:- [email protected]

सी योउ सून.

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