मा बेटे की शादी और सुहागरात की कहानी
अब मम्मी को मज़ा आने लगा था. उनका मॅन करता था बार-बार गुरगाओं आने का. मगर मैं माना करता रहता. मुझे ये दर्र था की किसी को पता या शक़ ना हो जाए तो मैं माना करता था उनको आने से. उनको कुछ कमी ना हो, इसलिए मैं अब हर वीकेंड घर जाने लगा. मैं …