पियू: अर्रे तुम दोनो ये क्या कर रहे थे?
पियू के ऐसा बोलने के बाद राजू अपने कपड़े पहन कर जाने लगा. तो पियू ने राजू का हाथ पकड़ लिया, और उसे नही जाने दिया.
पियू: राजू तुम रूको. कहा जेया रहे हो? मुझे तुम दोनो से बात करनी है.
और फिर पियू मेरी तरफ आई. वो कुछ बोलती, उससे पहले मैने उसे बोल दिया-
पिंकी: रूको पियू, तुम कुछ बोलने से पहले मेरी बात सुनो. क्या तुमको हम दोनो की चुदाई देख कर मज़ा आया या नही? सच बताना.
पियू: दीदी आप मुझसे ये क्या बोल रही हो?
पिंकी: जो सच है वही बोल रही हू. और राजू जब मुझे छोड़ रहा था, तब मैने देख लिया था तुम दरवाज़े पर खड़ी सब देख रही थी.
पियू: दीदी मुझे पता नही क्या हो गया था जब मैने आपको राजू से चुड़ते हुए देखा. मैं खुद गरम हो गयी थी, और मुझे पता ही नही चला मैं क्यूँ खड़ी थी. दीदी आप परेशन ना हो, मैं ये बात किसी को नही बतौँगी की आप राजू के साथ चुदाई कर रही थी.
पिंकी: ठीक है पियू, मैं भी किसी को नही बतौँगी की तू भी रात को राजू के साथ अपनी छूट चुड़वति है.
पियू: ओह बाप रे, तो आपने भी मुझे देख लिया राजू के साथ चुदाई करते हुए?
पिंकी: हा पियू, जैसे तुम मेरी चुदाई देख कर गरम हो गयी. वैसे ही मैं तेरी चुदाई देख कर गरम हो गयी थी.
और एक बात बता डू, की परसो रात राजू ने तुम्हे समझ कर मुझे छोड़ डाला था.
पियू: सच में राजू तूने दीदी को उसी रात छोड़ डाला था मुझे समझ कर?
राजू: हा पियू, मुझे लगा की तू सोई थी. क्यूंकी तेरी जगह पर पिंकी दीदी सोई हुई थी, इसलिए मैने ग़लती से उनको छोड़ डाला.
पियू: तो राजू अभी तो तुझे पता था ना की ये पिंकी दीदी है, तो अब इनको कैसे छोड़ा?
पिंकी: अर्रे इन सारी बातों में टाइम वेस्ट मत करो. चलो अपने-अपने कपड़े उतरो, हम फिरसे सेक्स करते है.
पियू: दीदी आप ये क्या कह रही है? अभी सेक्स, और वो भी हम तीनो मिल कर? किसी ने अगर देख लिया तो?
पिंकी: इसीलिए तो बोलती हू अभी टाइम है. हम कर लेते है. चलो-चलो अपने कपड़े उतरो.
और फिर राजू और पियू दोनो अपने कपड़े उतार कर नंगे हो गये. मैं तो पहले से नंगी थी, क्यूंकी मैने अभी अपने कपड़े नही पहने थे.
पियू: दीदी आपके बूब्स कितने बड़े है. इन्हे देख कर तो किसी भी लड़के का लंड खड़ा हो जाएगा.
पिंकी: हा, इसीलिए तो राजू का लंड खड़ा हो गया था मुझे छोड़ने के लिए. हैईना राजू?
राजू: हा दीदी, मेरा लंड पहले दिन ही खड़ा हो गया था आपका फिगर देख कर (36-28-36).
अब पियू मेरी बूब्स को दबा रही थी, और मैं उसकी छूट पर अपना हाथ फेर रही थी. राजू अपना लंड हाथ में पकड़ कर मूठ मार रहा था हम दोनो को देखते हुए. मुझे यकीन नही आ रहा था, की ये सब हो रहा था, क्यूंकी मैं पहली बार किसी लड़की की छूट में उंगली कर रही थी.
थोड़ी देर में पियू की छूट ने अपना पानी छ्चोढ़ दिया. मेरी उंगली पूरी भर गयी थी उसकी छूट के रस्स भरे पानी से. वो मेरे निपल को चूज़ जेया रही थी, जैसे एक लड़का चूस्टा है. फिर मैं बेड पर सीधी लेट गयी अपने पावं फैला कर, और पियू मेरी छूट की तरफ आ गयी. वो अपनी जीभ से मेरी छूट को चाटने लगी.
उधर राजू पियू के पीछे आ गया, और अपना लंड उसकी छूट पर सेट किया घुटनो के बाल बैठ कर. फिर अपने लंड पर तोड़ा सा थूक लगा कर पियू की छूट में लंड घुसा दिया. वो धीरे-धीरे पियू की छूट में धक्के मारने लगा. वैसे पियू की छूट बहुत गीली हो चुकी थी, इसलिए राजू का लंड बड़े आराम से उसकी छूट के अंदर घुस गया था.
लग रहा था पियू को बहुत मज़ा आ रहा था. क्यूंकी वो भी पीछे धक्का मार रही थी, जिससे राजू का लंड पूरा का पूरा पियू की छूट के अंदर घुस जाए. मुझे यकीन नही आ रहा था की पियू मेरे साथ राजू से छुड़वा रही थी. राजू भी बड़े मज़े से पियू को छोड़ रहा था. फिर राजू ने पियू की छूट से अपना लंड बाहर निकाला, और हम दोनो भी उठ गये. फिर राजू पियू की तरफ गया.
राजू: पियू अब तुम मेरा लंड मूह में ले कर चूसो.
पियू: वाउ राजू, आज तो तुम्हारा लंड कुछ ज़्यादा ही जोश में लग रहा है.
पिंकी: पियू जोश में तो आएगा ना राजू का लंड, क्यूंकी आज उसे एक साथ दो-दो छूट मिल रही है छोड़ने के लिए.
राजू: हा दीदी, आपने बिल्कुल सच बोला.
पियू: आज तुम्हारा लंड चूसने में मुझे बहुत मज़ा आएगा.
फिर पियू बड़े मज़े से राजू का लंड चूस रही थी, और राजू अपने मूह से आ आ आ श उफफफ्फ़ निकाल रहा था. करीब 5 से 7 मिनिट तक पियू ने राजू का लंड चूसा, और फिर पोज़िशन चेंज की. अब राजू सीधा बेड पर लेट गया, और पियू उसके मूह पर बैठ गयी. मैं राजू के पावं फैला कर उल्टी लेट गयी. अब राजू पियू की छूट चाट रहा था, और मैं राजू का लंड चूस रही थी.
इस पोज़िशन में हम तीनो को बहुत मज़ा आ रहा था. हम तीनो फुल एंजाय कर रहे थे चुदाई का, और तीनो के मूह से आहें निकल रही थी. अब फिरसे हम दोनो उठ गये, और अब हम दोनो मैं और पियू एक-दूसरे के सामने आ गयी. राजू दोनो के बूब्स के बीच में अपना लंड रगड़ने लगा. ऐसे ही हम दोनो को और उत्तेजना होने लगी. बूब्स के निपल्स बहुत कड़क हो गये थे हमारे.
राजू: तो बताओ तुम दोनो में से पहले कों चूड़ेगा मुझसे?
पिंकी: हम दोनों एक साथ चूड़ेंगे. मतलब हम दोनो एक साथ डॉगी बन जाते है. एक बार तुम मेरी छूट में लंड डालो, और दूसरी बार पियू की छूट में लंड डालो. ऐसे तुम एक साथ दोनो छूट में लंड डालते-डालते छोड़ो हमे.
और बिल्कुल ऐसे ही राजू ने किया. एक बार मेरी छूट में लंड घुसता, फिर निकालता. फिर पियू की छूट में घुसता और निकालता. उसके बाद मेरी छूट में फिरसे घुसता. ऐसे ही उसने हम दोनो को छोड़ा 10 मिनिट तक. फिर हम दोनो के फेस पर अपने लंड का माल छ्चोढ़ दिया. हम दोनो एक-दूसरे के फेस से उसका माल चाटने लगी. फिर राजू सीधे बेड पर लेता. वो अपना लंड हाथ में पकड़ कर अभी भी हिला रहा था.
राजू: अर्रे ये क्या, मेरा लंड तो फिरसे खड़ा हो रहा है.
पियू: दीदी वो देखो राजू का लंड फिरसे खड़ा हो गया है. मुझे यकीन नही हो रहा है, ऐसा कैसे हो सकता है. क्यूंकी मैने देखा है, आज से पहले कभी ऐसा नही हुआ, की राजू का लंड एक बार चुदाई के बाद खड़ा हुआ हो. लेकिन आज तो राजू ने टीन बार अपना पानी निकाला है. फिर भी लंड उसका खड़ा हो रहा है. क्या बात है!
पिंकी: अर्रे पियू, राजू के पास पहले एक छूट थी. अब उसके पास दो-दो सेक्सी चिकनी छूट है. इसलिए उसका लंड बार-बार खड़ा हो रहा है.
राजू: तो अब आप में से पहले कों चढ़ेगी मेरे लंड के उपर?
पिंकी: चलो पियू, तुम राजू के लंड पर बैठ जाओ, और उपर-नीचे उछाल-उछाल कर मज़ा लो.
पियू: ठीक है दीदी, पहले मैं उसकी लंड पर बैठती हू, और फिर आप बैठ कर मज़े लेना.
वाउ, बड़े मज़े से पियू उछाल रही थी राजू के लंड के उपर बैठ कर. राजू का पूरा लंड पियू की छूट के अंदर घुस रहा था, और पियू को राजू के लंड पर उछलते हुए देख कर मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. मैं अपने एक हाथ से अपने बूब्स को दबा रही थी, और दूसरे हाथ से अपनी छूट को रग़ाद रही थी.
राजू: दीदी पियू के बाद आपकी बारी है. आपको भी ऐसे ही मेरे लंड के उपर बैठ कर उछालना पड़ेगा.
फिर पियू राजू के लंड से उतरी, तो मैं उसके लंड पर चढ़ि, और ज़ोर-ज़ोर से उछालने लगी. बहुत मज़ा आ रहा था राजू के लंड के उपर बैठ कर उछालने में. फिर राजू ने पियू को भी पास बुलाया, और अपना हाथ उसकी छूट पर फेरने लगा. देखते-देखते उसने अपनी दो उंगलियाँ पियू की छूट में घुसा दी. मतलब अब वो अपनी उंगलियों से उसकी छूट को छोड़ने लगा.
फिर राजू ने मुझे अपने उपर से हटाया, और मुझे कहा की मैं दीवार की तरफ खड़ी हो कर झुक जौ. उसने खुद मेरे पीछे आ कर अपना लंड मेरी छूट में घुसाया, और अपने दोनो हाथो से मेरी कमर को पकड़ कर मुझे घपा-घाप छोड़ने लगा.
पिंकी: श उफफफफफ्फ़ राजू इतनी ज़ोर से नही करो. धीरे-धीरे करो, मुझे मेरी छूट में दर्द हो रहा है. प्लीज़ आहिस्ते-आहिस्ते करो.
मुझे दर्द इसलिए हो रहा था, की चुदाई कर-कर के मेरी छूट लाल हो गयी थी, और सूजन भी आ गयी थी. इसलिए दर्द हो रहा था.लेकिन राजू कहा सुनने वाला था. वो तो बस अपना लंड मेरी छूट में ज़ोर-ज़ोर से घुसा रहा था. उसका लंड बहुत ख़तरनाक था. हर एक धक्के में मेरी छूट की गहराई तक पहुँच रहा था.
उसका लंड लोहे के सलिए जैसा था. जो आज मेरी छूट की बंद बजा रहा था. क्यूंकी इतनी चुदाई आज से पहले कभी नही की थी. बस एक-दो शॉट. लेकिन ये तो घंटे के घंटे निकल गये थे चुदाई करते-करते. फिर राजू ने अपना लंड मेरी छूट से बाहर निकाला, और मुझे अपनी और करके गोद में उठाया, और सीधा बाल्कनी की तरफ ले गया. वो मेरी टांगे खोल कर बीच में आ गया, और मुझसे बोला-
राजू: पिंकी दीदी मुझे अब किसी की परवाह नही है. मुझे बस आपको छोड़ना है, और मैं आपको छोड़ते ही रहूँगा जब तक मेरा लंड पूरी तरह से शांत नही हो जाता.
पिंकी: ओह अछा.
और फिर राजू मेरी छूट के उपर-उपर अपने लंड को रगड़ने लगा. मुझे मेरी छूट पर गुदगुदी होने लगी, और दर्द भी था. क्यूंकी मेरी छूट पर और ज़्यादा सूजन आ गयी थी,
और लाल भी ज़्यादा हो गयी थी. लेकिन फिर भी राजू ने मेरी छूट में अपना लंड डाला और मुझे फिरसे छोड़ने लगा. वैसे मुझे भी ये सब अछा लग रहा था, क्यूंकी ई लोवे चुदाई. मैं ना चाहती तो राजू मुझे ज़बरदस्ती तो नही छोड़ सकता था.
पर मुझे उसका लंड बहुत पसंद था, इसलिए मैं उसके साथ चुदाई कर रही थी. फिर राजू ने मेरी छूट को अपने लंड के माल से भर दिया, और फिर अपना लंड मेरी छूट से बाहर निकाला. उसका लंड अब पूरी तरह से शांत हो गया था. फिर हम तीनो एक साथ फ्रेश हो गये, और तब तक मामा-मामी भी घर आ गये. हम तीनो उनके सामने नॉर्मल थे, जैसे कुछ नही हुआ हो.
नेक्स्ट पार्ट में आप सब को पता चलेगा की पियू को सबसे पहले किसने और कहा छोड़ा था. तब तक के लिए इतना ही.