उफ्फ नयी भाभी को दिल खोल के प्यार दिया

जब उनका दर्द थोड़ा कम हुआ तो मैंने अपनी कमर को आगे पिछे करना शुरू कर दिया. अब मेरे लंड का टोपा उनकी चूत मे अंदर बाहर होने लगा. उनकी चूत ने मेरे लंड को थोड़ा सा रास्ता दे दिया था. अभी 2 मिनट भी नही हुए थे कि उनकी चूत ने पानी छोड़ दिया. उनकी चूत एक दम गीली हो गयी और मेरा लंड भी एक दम भीग गया. अब किसी आयिल या क्रीम की ज़रूरत नही थी. मैंने थोड़ा सा ज़ोर लगाया तो इस बार वो बहुत ज़ोर से चीख पड़ी. मेरा लंड उनकी चूत मे 2″ तक घुस गया. वो दर्द के मारे रुक गयी और चुप चाप बैठी रही. मैं भी जोश से एक दम बेकाबू हो रहा था. मैंने अचानक उनकी कमर को पकड़ कर अपनी तरफ खीच लिया. उनके मूह से एक जोरदार चीख निकल गयी तो मैंने अपने होठ उनके होंठो पर रख दिए. मेरा लंड उनकी चूत मे 3″ तक घुस गया था. उनकी चूत से थोड़ा खून भी आ गया. में उनकी कमर को पकड़ कर धीरे धीरे आगे पिछे करने लगा. मेरे होठ उनके होंठो पर थे.| 2-3 मिनट बाद उनका दर्द कुछ कम हो गया.भाभी अपना हाथ मेरे पीठ पर लपेट कर मेरे सीने से एक दम चिपक गयी और मेरा साथ देना शुरू कर दिया. मेरे बदन मे आग सी लग चुकी थी. उनकी साँसे बहुत तेज होने लगी और उनकी चूत ने फिर से पानी छ्चोड़ना शुरू कर दिया. आप यह कहानी न्यू हिंदी सेक्स कहानी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है मेरा लंड और उनकी चूत दोनो और ज़्यादा गीले हो चुके थे. मेरा लंड अब 3″ तक आराम से उनकी चूत मे अंदर बाहर होने लगा था. मैं उनकी कमर को पकड़े हुए मेरे लैंड को तेज़ी से आगे पिछे कर रहा था. उन्होंने जोश के मारे अपनी आँखे बंद कर ली थी.

तभी उन्होंने मुझे फिर से अपनी तरफ ज़ोर से खीच लिया. वो फिर से चिल्लाई तो मैंने अपने होंठो से उनके होंठो को सील कर दिया. भाभी बोली की ऐसा लग रहा था कि किसी ने उनकी चूत मे चाकू घुसेड दिया हो. मेरा लंड अब तक उनकी चूत मे 5″ घुस चुका था. मै भी बहुत जोश मे आ गया था. मैंने तेज़ी से आगे पिछे करना शुरू कर दिया. वो भी बहुत ज़्यादा जोश मे आ चुकी थी और मेरा साथ दे रही थी. अभी तक मेरा लंड उनकी चूत मे केवल 5″ ही घुस पाया था. 5 मिनट भी नही बीते थे की मेरे लंड ने अपने जूस से उनकी चूत को भरना शुरू कर दिया. मेरे साथ ही साथ उनकी चूत ने भी अपना जूस छ्चोड़ना शुरू कर दिया. लंड का सारा जूस निकल जाने के बाद भी वो बहुत देर तक मेरा लंड अपनी चुत मे डाले हुए लेटी रही. जब मेरा लंड एक दम ढीला हो गया तब वो मेरे उपर से हट गयी. उन्होंने देखा कि मेरे लंड पर उनकी चूत का जूस और थोड़ा खून लगा हुआ था.मेरा लंड खून और जूस की वजह से एक दम गुलाबी दिख रहा था.

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उन्होंने मेरा हाथ पकड़ा और मुझे बाथरूम ले गयी. उन्होंने मेरा लंड और अपनी चूत को साबुन लगा कर सॉफ किया. उसके बाद हम दोनो नंगे ही बेडरूम मे जाकर बेड पर लेट गये. वो मुझ से चिपकी हुई थी.मैं उनकी पीठ को सहला रहा था और वो मेरे पीठ को सहला रही थी.

उन्होंने कहा “मुझे , तुम्हारे लंड से चुदवा कर बहुत मज़ा आया. जब कि अभी उन्होंने मेरा पूरा लंड अपनी चूत के अंदर नही लिया है. तुमने आज के पहले कभी किसी के साथ किया है.” वो बोली ,

“नही, मैंने आज के पहले किसी के साथ नही किया है ( मैंने इसे झूठ बोला क्योंकि आप तो जानते हो की इनसे पहले मैंने मेरी तीन गर्लफ्रेंड और नीतू भाभी के साथ चुदाई की है). ये मेरा पहली बार था इसी लिए मेरा जूस बहुत जल्दी निकल गया. मुझे भी आज पहली बार ये मज़ा मिला है.”

उन्होंने कहा “मैं भी मुझे चुदवा कर खूब मज़ा लूँगी और तुम्हे भी खूब मज़ा दूँगी.” इतने मे मेरा लंड फिर से खड़ा होने लगा था.

मैं बोला “भाभी, मुझे कहते हुए शरम आ रही है. अगर तुम्हे एतराज़ ना हो तो वो फिर से तुमको चोद दूं.”

उन्होंने कहा “मैं तो तुम्हारा लंड अब अपनी चूत मे ले चुकी हू. अब कैसी शरम. तुम जब चाहो मुझे चोद सकते हो. मैं तो अब तुम्हारी हू.”

में बोला “क्या मैं आपकी चूत को चाट सकता हू.”

उन्होंने कहा “तुमको इज़ाज़त लेने की क्या ज़रूरत है. तुम जैसा चाहो करो. अभी तो मुझे तुम्हारा पूरा लंड अपनी चूत के अंदर लेना है.”
मैं उठ कर उनके उपर 69 की पोज़िशन मे लेट गया. मैंने उनकी चूत को चाटना शुरू कर दिया. वो भी जोश मे थी. उन्होंने मेरा लंड अपने मूह मे ले लिया और चूसने लगी. थोड़ी देर बाद मेरा लंड एक दम टाइट हो गया. मैं उनके उपर से हट गया और उनके पैरो के बीच आ कर बैठ गया.

उन्होंने मुझ से कहा,
“मेरी कमर के नीचे तकिया रख दो. इस से मेरी चूत उपर उठ जाएगी और तुमको चोदने मे आसानी हो जाएगी.” मैंने उनकी कमर के नीचे 2 तकिये रख दिए. फिर मैंने उनकी चूत के लिप्स को फैलाया और अपने लंड का टोपा बीच मे टिका दिया. मेरे लंड का टोपा अपनी चूत पर महसूस करते ही उनके सारे बदन मे सुरसुरी सी दौड़ गयी और वो लहलहा उठी.. फिर मैंने उनके पैरो को पंजे के पास से पकड़ कर दूर दूर फैला दिया.

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उन्होंने मुझ से कहा ” मैं उनके पैरो को मेरे कंधे के पास सटा दू . मैंने उनके पैरो को मेरे कंधे के पास सटा दिया तो उनकी चूत और उपर उठ गयी.

मैं बोला, “भाभी, तुम्हारी चूत तो एक दम उपर उठ गयी.”

उन्होंने कहा “इस से तुमको अपना लंड उनकी चूत के अंदर घुसाने मे आसानी हो जाएगी और दूसरे जब तुम अपना पूरा लंड मेरी चूत मे घुसाने लगॉगे तो मुझे बहुत ज़्यादा दर्द होगा तब मैं उस दर्द की वजह से अपनी चूत को इधर उधर नही कर पाउन्गि और तुम आसानी से अपना पूरा लंड मेरी चूत के अंदर डाल कर मुझे चोद सकोगे. मैं तुमसे एक बात और कहना चाहती हू.”

मैंने कहा “वो क्या.”

उन्होंने कहा “जब तुम अपना पूरा लंड मेरी चूत मे घुसाने की कोशिश करोगे तो मुझे बहुत दर्द होगा. मैं बहुत चिल्लाउन्गि और तड़पुँगी लेकिन तुम इसकी परवाह मत करना, अपना पूरा लंड मेरी चूत मे डाल देना और खूब ज़ोर ज़ोर से धक्के लगाना, रुकना मत.”

मैं बोला, “ठीक है, भाभी.”

फिर उन्होंने मेरे सिर को पकड़ कर अपनी तरफ खीचा और मेरे होंठो पर अपने होठ रख दिए और कहा “चलो, अब शुरू हो जाओ.” मेरा लंड 5″ तक तो वो एक बार पहले ही अंदर ले चुकी थी लेकिन उनकी चूत अभी तक टाइट थी. मैंने उनके पैरो को मेरे कंधे पर दबाते हुए जैसे ही एक धक्का मारा तो मेरा लंड उनकी चूत के अंदर 5″ तक आसानी से चला गया. उनके चेहरे से लगा की जैसे उन्हें हल्का सा दर्द हुआ. उन्होंने मेरे सिर को पकड़ लिया और मेरे होंठो को चूमने लगी. मैंने धीरे धीरे धक्के लगाना शुरू कर दिया. मुझे जोश आने लगा और थोड़ी देर मे ही उनकी चूत से पानी निकल गया. आप यह कहानी न्यू हिंदी सेक्स कहानी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है
अब उनकी चूत एक दम गीली हो गयी और मेरा लंड भी भीग गया. अब किसी आयिल या क्रीम की ज़रूरत नही थी.

उन्होंने से कहा “अब पूरे ताक़त के साथ अपना लंड मेरी चूत मे घुसाना शुरू कर दो, अब रुकना मत. पूरा लंड मेरी चूत मे घुसा देना और मेरे बाद बिना रुके ज़ोर ज़ोर से धक्के लगाना.”

मैं बोला, “ठीक है, भाभी.”

मैंने उनकी टाँगो को ज़ोर से दबाते हुए एक जोरदार धक्का मारा तो उनकी चीख निकल गयी “आआहह.. . उईए… माआ..” मेरा लंड उनकी चूत मे और ज़्यादा गहराई तक घुस गया.
उन्होंने पुछा “क्या हुआ. कितना घुसा है.”

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