उफ्फ नयी भाभी को दिल खोल के प्यार दिया

जब वो खाना बना कर बाहर आई तो उन्होंने मुझ से से पुछा “क्या तुम फिर से तय्यार हो.” मैं बोला “मैं तो कब से तय्यार हू और आपका इंतेज़ार कर रहा हू.” उन्होंने मेरा लंड मूह मे ले लिया और चूसने लगी. मेरा लंड 2 मिनट मे ही एक दम टाइट हो कर लोहे जैसा हो गया. उन्होंने मुझे लेट जाने को कहा. मैं लेट गया और वो मेरे उपर चढ़ गयी. उन्होंने मेरे लंड का टोपा अपनी चूत के बीच रखा और थोड़ा सा दबाया तो मेरा लंड उनकी चूत मे लगभग 2″ तक घुस गया. उन्हें थोड़ा दर्द हुआ और उनके मूह से एक हल्की सी चीख निकल पड़ी. मैं बोला, “क्या हुआ, भाभी. आप तो पूरा लंड अंदर ले चुकी हैं तो फिर क्यों चीख रही हैं.” उन्होंने कहा “तू नही समझेगा. एक बार चुदवाने से चूत थोड़े ही चौड़ी हो जाती है. जब मैं तुझसे 8-10 बार चुदवा लूँगी तब जा कर तेरा लंड मेरी चूत मे बिना दर्द के जाएगा.” उन्होंने थोड़ा और दबाया तो मेरा लंड उनकी चूत मे 4″ तक घुस गया. उनकी चूत मे फिर से दर्द होने लगा और वो कराह उठी. उन्होंने बिना और ज़ोर लगाए धीरे धीरे धक्का लगाना शुरू कर दिया| थोड़ी देर मे उनका दर्द कुछ कम हुआ तो उन्होंने थोड़ा और ज़ोर लगाया.

इस बार मेरा लंड उनकी चूत मे 6″ तक घुस गया और वो दर्द के मारे तड़पने लगी. मेरे चेहरे पर पसीना आ गया. उन्होंने फिर से धीरे धक्के लगाने शुरू कर दिए. कुछ देर बाद उनका दर्द जब कम हुआ तो उन्होंने इस बार एक गहरी सास लेकर अपने पूरे बदन का वजन डालते हुए मेरे लंड पर बैठ गयी. इस बार वो दर्द से तड़प उठी. उनकी आँखो मे आँसू आ गये. उनका चेहरा पसीने से भीग गया. आप यह कहानी न्यू हिंदी सेक्स कहानी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है मेरा पूरा लंड उनकी चूत मे समा चुका था. वो थोड़ी देर तक मेरा पूरा लंड अपनी चूत मे डाले हुए मेरे लंड पर बैठी रही. 2-3 मीं बाद उन्होंने धीरे धीरे धक्का मारना शुरू किया. दर्द अभी भी हो रहा था लेकिन मज़ा भी आने लगा था. उन्होंने अपनी स्पीड थोड़ा तेज की तो उनका दर्द बढ़ गया लेकिन जो मज़ा मिल रहा था उनके आगे ये दर्द कुछ भी नही था. 25-30 धक्को के बाद उनका दर्द जाता रहा और मुझे खूब मज़ा आने लगा. उन्होंने अपनी स्पीड तेज कर दी. वो मेरे लंड पर हवा मे उछल रही थी. वो जब नीचे आती तो पूरे बदन के वजन के साथ मेरे लंड पर बैठ जाती थी. मुझे को भी खूब मज़ा आ रहा था. जब वो नीचे आती तब वो भी अपने चूतड़ को उठा देता था. 5 मिनट बाद ही उनकी चूत ने पानी छ्चोड़ दिया. पूरा पानी निकल जाने के बाद वो मेरे उपर से हट गयी.
वो बुरी तरह से हाफ़ रही थी. उनका चेहरा पसीने से लथ पथ था.

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उन्होंने कहा “अब मैं डॉगी स्टाइल मे हो जाती हू. तुम मेरे पिछे से आकर मेरी चुदाई करो.” वो ज़मीन पर डॉगी स्टाइल मे हो गयी. और मैं उनके पिछे आ गया. मैंने उनकी चूत के लिप्स को फैला कर अपने लंड का टोपा बीच मे रख दिया तो वो बोली, “एक झटके से पूरा लंड डाल दो मेरी चूत के अंदर.” मैंने उनकी कमर को ज़ोर से पकड़ा और पूरी ताक़त के साथ एक झटका मारा और मेरा 7 .5 ″ का लंड सनसनाता हुआ उनकी चूत की गहराइयों मे समा गया. डॉगी स्टाइल मे होने की वजह से उनकी चूत एक दम दबी हुई थी इस लिए उन्हें मेरा मोटा और लंबा लंड अपनी चूत के अंदर लेने मे फिर से तकलीफ़ हुई. उनके मूह से एक जोरदार चीख निकल पड़ी.

उन्होंने कहा “रूको मत, ज़ोर ज़ोर से धक्के लगाओ. खूब ज़ोर ज़ोर से चोदो मुझे.” मैंने उनकी कमर को पकड़ कर ज़ोर ज़ोर से धक्के मारने शुरू कर दिए. मैं उन्हें आँधी की तरह चोदने लगा. मेरा हर धक्का उन पर भारी पड़ रहा था. मेरा लंड उनकी बच्चेदानी को ज़ोर ज़ोर से ठोकर मार रहा था जैसे कोई उसकी पिटाई कर रहा हो.| 3-4 मिनट मे ही उनकी चूत रोने लगी और उसके आँसू निकल पड़े. मेरा लंड एक दम भीग गया और उनकी चूत मे आराम से अंदर बाहर होने लगा. मैंने अपनी स्पीड और तेज कर दी. वो हिचकोले खा रही थी. उनकी चूत से फ़च फ़च की आवाज़ निकल रही थी. 10 मिनट भी नही बीते थे कि उनकी चूत ने फिर से पानी छोड़ दिया. मैंने उनकी कमर को छोड़ कर उनके बूब्स को पकड़ लिया. फिर मैंने उनके बूब्स को मसल्ते हुए ज़ोर ज़ोर से धक्के लगा कर उन्हें चोदने लगा. मेरा हर धक्का इतना तेज था कि वो हर धक्के के साथ आगे सरक जाती थी. मैं उन्हें इसी तरह चोदता रहा और वो आगे सरकती रही.

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थोड़ी देर बाद उनका सिर ड्रॉयिंग रूम की दीवार से सट गया तो मैं बोला “भाभी, अब कहाँ भाग कर जाओगी.” और मैंने उन्हें एक दम आँधी की तरह चोदना शुरू कर दिया. अब वो आगे नही सरक पा रही थी इस लिए मेरा हर धक्का बहुत ज़ोर ज़ोर का लग रहा था | 15-20 मीं बाद उनकी चूत ने फिर से पानी छ्चोड़ दिया और इस बार उनके साथ ही साथ मेरे लंड ने भी पानी छ्चोड़ दिया और उनकी चूत भर गयी.

पूरा पानी उनकी चूत मे निकाल देने के बाद मैंने ने अपना लंड बाहर निकाला और जीभ से उनकी चूत को चाटने लगा. मैंने उनकी चूत को चाट चाट कर सॉफ कर दिया और उसके बाद मैंने अपना लंड उनके मूह के पास कर दिया. उन्होंने भी मेरा लंड चाट चाट कर एक दम सॉफ कर दिया. उसके बाद हम दोनो एक दूसरे से लिपट कर वही ज़मीन पर लेट गये. इसी तरह 3 दिनो तक में उन्हें तरह तरह के स्टाइल मे चोदता रहा. उन्हें मुझ से चुदवाने मे बहुत मज़ा आ रहा था और मुझे उनकी कसी हुई चूत को चोदने में . अब उनकी चूत एक दम चौड़ी हो चुकी. मैं अब चाहे जिस स्टाइल मे उनकी चूत मे अपना लंड घुसाता उन्हें थोड़ा भी दर्द नही होता था और मेरा लंड उनकी चूत मे एक दम गहराई तक आराम से घुस जाता था. तो यह थी मेरी एक और सच्चाई …

अभी तक मैंने मेरी बिल्डिंग की 18 औरतो भाभियो और लड़कियों की चुदाई की है…उनकी कहानी भी है आगे,,,,.

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