मा की नाराज़गी से लेके दोस्ती तक की कहानी
हेलो रीडर्स कैसे हो? मेरा नाम राहुल है और आपने पिछले पार्ट में देखा होगा की कैसे मा और पड़ोसी की पहचान हो गयी. पिछले पार्ट में आपने पढ़ा होगा की पड़ोसी अब्दुल अंकल और उसकी मा रुक्सर भाभी हमारे घर खाना खाने आते है. और अंकल मेरे पापा के पैरों की मालिश करने को …