फिर कहा- आओ मेरे ऊपर चढ़ जाओ।
उन्होंने मुझे बांहों में भर लिया.. चिपका लिया अपने सीने से। फिर हम दोनों 69 की पोजीशन में आ गए।
मैं उनकी चूत और गाण्ड चाटने लगा और वो मेरा लंड चूसने में लग गईं।
उन्होंने मुझसे कहा- खुले आसमान के नीचे आज मैं पहली बार चुद रही हूँ। तुम्हारे अंकल तो शरमाते हैं।
फिर उन्होंने टेबल से बटर उठा कर मेरे लौड़े पर लगा दिया और अपनी उंगली से मेरी गाण्ड में बटर ठूंस दिया। उन्होंने मुझे भी बटर दिया.. मैंने भी उनकी चूत और गाण्ड में ढेर सारा बटर ठूंस-ठूंस कर भर दिया।
उन्होंने पूरा बटर चाट-चाट कर ख़त्म कर दिया और गाण्ड का बटर भी चाट गईं।
मैंने भी ऐसा ही किया.. उनकी चूत से निकला हुआ बटर बहुत मस्त था। इतना स्वादिष्ट बटर मैंने आज तक नहीं खाया था।
मैंने कहा- आंटी अब मेरा निकलने वाला है।
उन्होंने एक कप लिया और कहा- इसमें निकाल दो।
उन्होंने मुझे चाय बना कर पिलाई। मेरा निकाला हुआ वीर्य उन्होंने ब्रेड पर लगाकर खाया और थोड़ा सा चाय में डाल कर चाय पी।
आंटी ने आज मुझे बहुत ही सेक्सी एक्सपीरियेन्स दिए।
इस सबके बाद हम दोनों ने साथ में शावर लिया और साथ में खाना खाया लेकिन पूरे दिन कपड़े नहीं पहने।
अब एक बज चुका था.. तीनों आंटियां आ चुकी थीं।
हमने वो सब किया जो कल किया था। आज कुछ नया भी किया.. छत पर चुदाई.. सीढ़ियों पर.. लॉन में.. खूब मजा किया।
अगले दिन अंकल आ गए.. फिर हमको जब भी मौका मिलता.. हम ये सब काम ज़रूर करते।
तीन महीने बाद हमारे ग्रुप में एक नई मेंबर उर्मिला आंटी भी जुड़ गई थीं। उनके साथ चुदाई के किस्से को अगली बार लिखूँगा।
आप के ईमेल के इन्तजार में आपका दोस्त।