रोहित का लंड मेरे थूक से सना हुआ चमक रहा था. में फिर से उसके सामने बैठ गयी और इस बार उसका लंड अपने बूब्स में फँसा लिया. रोहित ने मेरे दोनो बूब्स पकड़ लिये और मेरे बूब्स चोदने लगा. अब तक मेरी चूत से रस की धार बहने लगी थी और मेरे लिये बर्दाश्त करना मुश्किल हो रहा था. तो में खड़ी हो गयी और उसका लंड पकड़ कर उसे अपनी चूत पर रख कर उसकी गोद में बैठ गयी. पूरा लंड मेरी चूत मे समता चला गया.
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मेरे मुँह से सिसकारियां निकलने लगी.”आआआआअहह…. म्म्म्ममममममममममाआआआआआआआआआआआअ….. रोहित तेरा लंड बड़ा मस्त है रे…. बड़े दिनो बाद मिला है ऐसा लंड……. मेरी चूत की प्यासस्स्स्स्सस्स… बुझा दे रे मेरे राजा…. एयाया…हह…..”
में उसके लंड पर उछलते हुये चिल्ला रही थी. रोहित भी नीचे से धक्के लगा रहा था. करीब 3-4 मिनिट तक उसी हालत में मुझे चोदने के बाद उसने मुझे अपने ऊपर से उठा दिया. फिर मुझे सोफे पर बिठा कर मेरे सामने बैठ गया और मेरी चूत के होठों को अपनी उंगलियों से फेलाता हुआ बोला, “नैनसी डार्लिंग क्या चूत है तेरी. खा जाने को दिल कर रहा है..”
मैने उसका सर पकड़ कर अपनी चूत की तरफ धकेलते हुये कहा, “तो खा ले ना.. तुझे मना कहा किया है…”
जैसे ही उसकी जीभ ने मेरी चूत को टच किया मेरी चूत ने रस की धार छोड़ दी. मेने उसका सर अपनी जांघो मे फँसा लिया और गांड उछाल उछाल कर अपनी चूत उससे चटवाने लगी. बस 2 ही मिनिट मे में झड़ने लगी.
तब वो मेरे सामने खड़ा हो गया और मेरी चूत पर अपना लंड रख कर एक ही झटके मे अपना लंड मेरी चूत मे डाल दिया.
में चिल्ला पड़ी, ‘क्या कर रहा है मादरचोद.. फाड़ेगा क्या मेरी.. प्यार से मार हरामजादे…. तेरे लिये ही खोल कर पड़ी हूँ अपनी… आआआआअ…..हह……. म्म्म्मममममममम …….. म्म्माआआआआआआआ……… ”
साथ साथ अपनी गांड को नीचे से उछालते हुये उसके हर धक्के का जवाब भी दे रही थी. जब वो लंड अन्दर डालता तो में अपनी चूत को फैला देती और जब वो बाहर निकलता तो में अपनी चूत को कस लेती थी. इस तरह में चुदाई का पूरा मज़ा ले रही थी.
वही दूसरी तरफ मेरी माँ ने मेरे पति की पेन्ट खोल कर उसका लंड निकाल लिया और उसे चूसने लगी. में चिल्लाई, “ओ रांड़. क्या कर रही है…”
“तू चुद रही है और में चुपचाप खड़ी देखती रहूँ क्या.. मुझे भी लंड लेना है. फिर क्यो ना अपने दामाद के लंड को अपनी चूत में ले लू..” मम्मी ने हंस कर जवाब दिया.
तभी रोहित ने मेरी एक टाँग उठा कर अपने कंधे पर रख ली. वो पूरे जोर से मुझे चोद रहा था और मेरे बड़े बड़े बूब्स हर धक्के के साथ हिल रहे थे. मैने अपने बूब्स पकड़ लिये और एक बूब्स का निपल अपनी जीभ से चाटा. फिर निपल्स को उंगलियो से मसलने लगी.
रोहित ने मुझे घोड़ी बना दिया और पीछे से मेरी चूत में अपना लंड डाल दिया. अब वो मुझे किसी कुतिया की तरह चोद रहा था. में पूरी मस्ती मे उसके बड़े लंड का मज़ा अपनी चूत मे ले रही थी. इस बीच में 2 बार झड़ चुकी थी और रोहित भी झड़ने के करीब था. तभी उसने अपना लंड मेरी चूत से निकाला और मेरे सामने आ कर मेरे मुँह मे डाल दिया. मेने उसका लंड पकड़ लिया और ज़ोर से हिलाने लगी. तभी उसके लंड ने वीर्य की धार छोड़ दी और मेरा पूरा मुँह उसके लंड की मलाई से भर गया. मेरे मुँह मे, चेहरे पर और बालो मे भी उसके लंड का माल लगा हुआ था. जिसे मेने बड़े प्यार से अपनी उंगलियो से साफ करके खाया.
वही मेरी माँ अब मेरे पति का लंड चुस कर झड़ चुकी थी और अब हमारे पास आ गयी. रोहित मेरे बगल मे लेटा था. मेरी माँ ने सोफे के किनारे पर बैठते हुये रोहित का लंड पकड़ा तो रोहित ने कहा, “बुआ.. आज नही.. आज तो नैनसी को चोदुंगा सिर्फ़.”
“चोद तो लिया है अब..” मम्मी ने खीचते हुये कहा.
रोहित ने मुझे उल्टा लेटा दिया और मेरे गांड के छेद मे उंगली करते हुये बोला, “बुआ तेरी लड़की का हर छेद मस्त है.. अभी तो इसकी गांड मारनी बाकी है..”
तब में रोहित की तरफ देख कर हँसी. करीब 5 मिनिट के बाद में उसका लंड फिर से पकड़ कर हिलाने लगी. उसका लंड फिर से तैयार था. पर इस बार जब उसने मुझे घोड़ी बनाया, मैने अपने पैरो को फैला कर अपनी गांड खोल दी. उसने मेरी गांड के छेद पर क्रीम लगाई और फिर अपना लंड टीका कर एक ही झटके मे अपना लंड मेरी गांड मे डाल दिया.
अब में अपने यार से गांड मरवा रही थी. में पूरी मस्ती मे चिल्ला रही थी, “रोहित.. एयाया.. हह… गांड कैसी लगी मेरी.. शादी के बाद पहली बार गांड मरवा रही हूँ.. बहुत तड़पती हूँ गांड मे लंड लेने को.. चोद दे मेरी गांड… फाड़ दे इसको.. मार ले मेरी गांड.. आआआ हह…..आआआ…हह…….”
रोहित ने मेरे नाचते हुये दोनो भारी बूब्स पकड़ रखे थे और उनके निपल्स मसलता हुआ मेरी गांड मार रहा था.. वही में अपनी चूत को अपने एक हाथ से खोद रही थी.. थोड़ी देर बाद रोहित ने मेरी कसी हुई गांड मे ही अपना लंड झाड़ दिया और हम दोनो सोफे पर ही लेट गये.
फिर मैने रोहित का लंड चाट कर साफ किया. आधे घंटे बाद रोहित ने एक बार फिर मुझे पकड़ लिया और एक बार फिर मुझे चोदा.. अपने पति के होश में आने तक में करीब 5 बार झड़ चुकी थी और बुरी तरह थक गयी थी. तुम सब के लंड की प्यासी. भारी बूब्स और मस्त गांड वाली तुम्हारी रंडी नैनसी. मुझे आशा हे की तुम्हे मेरी यह कहानी जरुर पसन्द आई होगी