दिपाली की चुदाई

अब उसनेय मेरे सरेय कपदेय एक एक कर के उतै दिये और मेरे तुनेय हुये लुनद को सहलनेय लगि। मेरेय लुनद का सुपदा एक दुम सेय लल हो रहा था और कफ़ि गरम था। अब मैनेय भि उसकि चूत पर सेय उसकि पनती उतर दि और देखा कि अज उसकि चूत पर एक भि बल नहि है और एक दुम सफ़ा चुत है। मैनेय कहा कि जिजि उस रोज तो तुमहरि चूत पर बहुत झनतेय थि और अज एक दुम सफ़ है और किसि हिरेय (दिअमोनद) कि तरहा चमक रहि है तो वोह हुनस पदि और बोलि कि मैन तुमहरि तरहा नहि हून जो अपनि झनत और बगल का जुनगले सफ़ ना करेय येह मुझको अछा नहि लगता और तुम भि येह सब सफ़ करा करो नहि तो ज़ून हो जयेनगि। मैनेय कहा जिजि मैनेय तो अज तक अपनि झनत और बगल केय बल सफ़ हि नहि किये है और मुझेय दुर लगता है कि कहि बलदे सेय कुत ना जये तो वोह खिलखिला पदि और फिर बोलि अगर ऐसि बत है तो बगल केय बल और लुनद सेय झनत मैन शवे कर दुनगि और हन एक बत और है कि अब तु मुझेय बर बर जिजि ना कहा कर। अब मैन तेरि जिजि नहि रहि हून, तेरि मशूका हो गयि हून इस लिये अब तु मुझको परिया कहा कर। मैने कहा अछा येह कहा कर मैनेय एक उनगली उसकि चूत के छेद मेन दल दि, छेद कफ़ि गिला था और एक दुम चिकना हो रहा था। उसकि चूत एक दुम गुलबि थि पनि निकलनेय केय करन कफ़ि चिकनहत थि। मैनेय उसकि चूत मैन उनगलि अनदर बहर करनि शुरु कर दि और कभि कभि मैन उनगलियोन केय बिच उसकेय दनेय ( सलितोरिएस) को भि मसल देता था। उसकेय मूनह से सिसकरियन निकल रहि थि वोह आह्हह्ह।।।। आह्हह्ह।।।। हैईईईई हैईईईइ उफ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़ उफ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़ कर रहि थि और कहा रहि थि कि जरा जोर सेय उनगलि को अनदेर बहर करेय और मैन और तेजि केय सथ करनेय लगा। उसकेय मूनह सेय सिसकरियोन कि अवज बधति हि जा रहि थि और वोह लगतर उफ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़।।।।।उफ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़।।।।ओह्हह्हह्हह्हह्हह।।।।ओह्हह्हह्हह्हह्हह्हह्ह है मर गयि कर रहि थि तभि वोह अपनि कमर तेजि केय सथ हिलनेय लगि और अतक अतक कर बोलि हाआआआआ।।।।।। और्रर्रर्रर्रर्र तेज्जज्जज्जज सेय अनदर बहर करो हैईईई मेर्रर्रर्रर्रर्रर्ररा निकलाआआआआ निकलाआआआआअ कहा कर शनत सि हो गयि और मैनेय देखा किउसकि चूत मैन सेय पनि निकल रहा था जिस सेय चदर गिलि हो गयि थि।

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मैनेय कहा जिजि अपका तो निकल गया तो हन मैन झर गयि हून और फिर थोदा दिखवति गुस्सेय सेय बोलि कि मैने अभि कया कहा था भूल गया? कि तु मुझ को अब जिजि नहि बलकि परिया कहा कर बुलया कर और तु फि भि जिजि हि किये जा रहा है। मैनेय कहा सोर्री जिजि ।।। उफ़ नहि परिया। कुच देर हुम ऐसेय हि मज़ा लूत तेय रहे और इस बिच वोह एक बर और झर चुकि थि। वोह अभि तक मेरा लौदा सहला रहि थि अब मेरि बरदशत सेय बहर हो रहा था वोह भि कहनेय लगि कि विक्की और मत तदपओ और अपना लौदा मेरि चूत मेन दल भि दो। येह सून कर मैन उसकि तनगो केय बिच मेन अ गया और उसकि गनद के निचेय एक तकिया रख दिया जिस सेय उसकि चूत उपेर को उथ गयि अब मैनेय उसकि तनगो को चौदा कर केय घुतनो सेय मोद कर उपेर को उथया और अपनेय लुनद का सुपदा उसकि चूत के छेद पर रखा तो मुझेय लगा कि मैनेय लुनद किसि भत्ति पर रख दिया उसकि चूत इतनि गरम थि और भत्ति कि तरहा तुप रहि थि। मैने अपनि कमर को उथा कर एक धक्का मरा और मेरेय लुनद का सुपदा उसकि चूत मेन घुस गया और इसकेय बद मैनेय एक बहुत जोर दर धक्का लगया जिस सेय 5-6 इनच तक मेरा लुनद उसकि चूत मेन घुस गया और उसकेय मूनह सेय एक सिसकी निकलि और बोलि कि तो तो बदा बे दरदि है जो एक हि धक्केय मेन अपनेय लुनद को मेरि चूत मेन गुसना चहता है। अरेय मेरि चूत फदनेय का इरदा हैओ कया ज़रा अरम सेय कर तेरा लुनद बदा हैन ना इस लिये दरद होता है। लेकिन मैनेय उसकि एक भि नहि सुनि और एक और धक्का तेजि के सथ लगा दिया और अब सरा का सरा लुनद उसकि चूत मेन घुस गया था।वोह हलकि सि अवज मेन चिल्लयि कि हययययययी अर्रर्ररेय मर गयि ऊऊऊ मेर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्ररि म्मम्ममाआआआआआअ मेर्रर्रर्रर्रर्ररीईईईईईई चूऊऊओत फाआआआआआआद दीईईईईईई और मेन एक दुम दुर गया कि कुछ गदबद ना हो गयि हो और पुछा कि जयदा दरद हो रहा हो तो मैन निकल लू वोह बोलि अरे नहि जयदा तो नहि मगर तुनेय एक दुम अनदेर कर दिया है इस लिये थोदा सा दरद हो रहा हैन तेरा लुनद कफ़ि लुमबा और मोता हैन ना इस लिये।

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