दिपाली की चुदाई

दीपलि केय मूनह सेय हलकि सि करहनेय कि अवज निकलि ओह्हह्हह्ह।।।।।अयीईई।।। और बोलि जरा अरम सेय मसलो मैन कोइ भगि नहि जा रहि हून। तेजि केय सथ मसलने पर दरद होता हैन लेकिन मैन अपनि धुन मेन हि उसकेय चूतद मसलता रहा और वोह ओह्हह्हह्ह।।।।।।।।।।। अययययीए।।।।। करति रहि। येह अवजेय सुन कर मेरा लुनद बेतब होरहा था और पेनत के अनदेर से हि उसकि नभि के अस पस तक्कर मर रहा था। मैनेय उसकेय कन मेन फ़ुसफ़सतेय हुये कहा कि अपनि सवर कमिज़ उतर दो तो पहलेय तो वोह मना करनेय लगि लेकिन जब मैनेय उसकि कमिज़ उपेर को उथनि शुरु कि तो उसनेय कहा रुको बबा तुम तो मेरे बुत्तोन हि तोद दोगेय मैन हि उतर देति हून और येह कहा कर उसनेय अपनि कमिज़ केय बुत्तोन खोल कर अपनि कमिज़ उतर दि अब वोह सिरफ़ वहिते बरा और सलवर मेन कदि थि। मैन उसको देखता हे रहा गया।उसकि बगल मैन एक भि बल नहि था शयद सुनदय को हि बगल केय भि बल सफ़किये थे। मैनेय अपना दहिना हथ उथा कर उसकि बयि वलि चूचि पर रख दिया और बरा के उपेर सेय दबनेय लगा और दुसरेय हथ को मैन उसकि गनद पर फिरा रहा था। दीपलि का चेहरा लल सुरख हो गया था और उसकेय मूनह सेय सिसकियन निकल रहि थि। वोह अह्हह्ह।।।। अह्हह्ह।।।।। ओह्हह्ह।।।। कर रहि थि। इस समय मेरेय दोनो हथ उसकि चूचि और गनद मसलनेय मेन वयसत थेय और होनथ उसकेय होनथो को चूस रहे थे। मैनेय उसको पलनग पर लिता दिया और मैन उसकेय उपैर चध गया और उसकि कमर के निचेय हथ लेजा कर सर को उपेर उथया और उसकेय होनथ चूसनेय लगा। मैन इतना जोश मेन था कि कयि बर उसनेय कहा कि जरा अहिसतेय चूसो मेरा दुम घुता हैन। कै बर तो एक दुसरेय के होनथ चूसतेय-2 हमरे दोनो के मूनह सेय गूऊ।।।।।।न।।।।।।।।।।गू कि अवज निकल जति। अब मैनेय पिचेय सेय उसकि बरा का हूक खोलनेय लगा था और थोदि सि मेहनत केय बद उसेय भि खोल दिया और हूक खुलतेय हि उसकि चूचियन एक दुम सेय उपेर को उछलि मनो उनको जबरदुसति दबा कर कैद किया गया था और अब उनको अज़दि मिल गयि हो। उसकि चूवहियन बहुत हि गोरिचित्ती और एक दुम सखत और तनि हुयि थि।

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निप्पले बहर को उथेय हुये और एक दुम तनेय हुये थे। जैसेय हि मैनेय एक हथ सेय उसकि चूचि मसलनि शुरु कि और दुसरि को अपनेय मूनह सेय चूसनेय लगा तो दीपली हलत खरब हो गयि और वोह जोर सेय कसमसनेय लगि। अब उसकेय मूनह सेय स्ससीईई।।।।।। अह्हह्हह्हह्हह।।।।।।ओह्हह्हह्हह्ह मीएर्रर्रर्रि माआआआआअ मर्रर्रर्र गयीईई रीईई जैसि अवज निकलनेय लगि। इधर मेरा लुनद अभि तक पेनत मेन हि कैद था और उछलकूद कर रहा था और उसकि सलवर केय उपेर सेय हि उसकि चूत पर तक्कर मर रहा था। अब मैनेय मूनह सेय उसकि चूचि चूसतेय हुये

और एक हथ सेय चूचि मसलतेय हुये दुसरेय हथ सेय उसकि सलवर का नदा खोल दिया और उसनेय भि कोइ देर नहि कि तथा अपनि गनद उपेर कर केय मुझेय अपनि सलवर उतरनेय मेन मदद कर दि। अब वोह सिरफ़ पनती मेन हि थि और उसनेय वहिते रनग कि हि पनती पहेन रखि थि जो कि चूत केय उपेर सेय कुच गिलि हो रहि थि। लगता था कि उसकि चूत नेय उत्तेजना केय करन छोदना शुरु कर दिया था। जैसेय हि मैने उसकि चूत को पनती के उपेर सेय सहलना शुरु किया तो वोह कनपनेय सेय लगि और मसति मेन अकर बोलि कि मुझको तो नुनगि कर दिया है और मेरा सुब कुछ देख लिया है लेकिन तुम अपना लुनद अभि तक पेनत मेन छुपये हुये हो और येह कहा केर पेनत कि ज़िप खोल दि और चूनकि मैन पेनत के निचेय या वैसेय उनदेरवेअर नहि पेहेनता हून मेरा लुनद एक दुम फ़ुन फ़नता हुया बहर निकल अया। मेरा लुनद देखतेय हि दीपलि एक दुम मुसत होगयि और बोलि है रम तुमहरा लुनद तो कफ़ि लुमबा और मोता है लग भग 8 इनच लुमबा होगा और 3।5 इनच मोता होगा। वह तुमहरेय सथ तो बहुत हि मज़ा अयेगा। मैन तो तुमहेय अभितक बछा हि समझति थि मगर तुम तो एक दुम जवन हो , एक खूबसुरत लुनद केय मलिक हो और बहुत अछि तरहा सेय चोदनेय कि तकत रखतेय हो।

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