कॉलेज की लड़कियों में हुए लेज़्बीयन सेक्स की स्टोरी

ही फ्रेंड्स, मेरा नाम नीलम है. मैं 22 साल की हू, और कॉलेज में पढ़ती हू. मेरी हाइट 5’6″ है, और रंग गोरा है. मैं राजस्थान के जाईपुर से हू. मेरा फिगर 34-28-36 है, और मैं दिखने में बहुत हॉट लगती हू.

मुझे पर बहुत से लड़के लाइन मारते है. लेकिन मैं आपको बता डू, की मेरा लड़कों में कोई इंटेरेस्ट नही है. जी हा, आपने सही सुना, की मेरा लड़कों में इंटेरेस्ट नही है. क्यूंकी मैं एक लेज़्बीयन हू. मैने बहुत कोशिश की, की लड़के मुझे पसंद आए, लेकिन कहते है ना की आप अपनी शक्सियत नही बदल सकते.

ये कहानी मेरे और दूसरे कॉलेज की लड़की के बीच हुए सेक्स की है. तो चलिए शुरू करते है कहानी को.

हमारे कॉलेज में पिछले साल यूत फेस्टिवल चल रहा था. हमारा कॉलेज होस्ट कॉलेज था, तो बाकी कॉलेजस के स्टूडेंट्स हमारे कॉलेज में आए हुए थे. बहुत सारी आक्टिविटीस होने वाली थी, और बहुत सारे कॉंपिटेशन्स भी थे. मैने भी डॅन्स कॉंपिटेशन में पार्टिसिपेट किया था.

फिर मेरा कॉंपिटेशन शुरू हो गया. मेरे अलावा 3 और लड़कियाँ उस कॉंपिटेशन में थी, जो दूसरे कॉलेज की थी. उनमे से 2 लड़कियाँ तो नकचाढ़ि थी, लेकिन तीसरी लड़की बहुत फ्रेंड्ली थी. उस लकड़ी का नाम रीना था.

थोड़ी देर बातें करके ही मेरी और रीना की दोस्ती हो गयी. रीना बहुत खूबसूरत थी, और मुझसे सीनियर थी. उसकी हाइट 5’5″ थी, और रंग गोरा था. फिगर उसका 36-29-36 था. उसकी आँखें ब्लू थी, जिन पर मेरा दिल आ गया था.

तो हुआ कुछ यू, की हम दोनो डॅन्स कॉंपिटेशन के फाइनल में पहुँच गये थे. अब हम दोनो में से कोई एक विन्नर होने वाला था. लेकिन कॉंपिटेशन शाम को होना था. दोपहर का वक़्त था, और मैं और रीना लंच कर रहे थे. हम दोनो ने नॉर्मल कपड़े पहने हुए थे.

तभी अचानक से कोई लड़की हमारे पास से निकली, और उसका कंधा रीना को लगा. इससे रीना की प्लेट का सारा समान उसके उपर गिर गया, और उसके सारे कपड़े खराब हो गये. फिर मैने रीना को मेरे रूम के बातरूम में आके खुद को सॉफ करने के लिए कहा, और वो भी चल पड़ी.

रूम में जाके मैं बेड पर बैठ गयी, और रीना को बातरूम दिखाया. लेकिन रीना ने मेरे सामने ही कपड़े उतारने शुरू कर दिए. जैसे-जैसे उसके कपड़े उतार रहे थे, मेरी छूट में हुलचल शुरू हो गयी. अब वो पूरी नंगी थी मेरे सामने.

रीना का जिस्म एक-दूं कॅसा हुआ और फिट था. उसके बूब्स काससे हुए थे, और लाइट ब्राउन निपल्स थे. छूट पर उसकी हल्के बाल थे, जिन्हे देख कर मेरा उसकी छूट चाटने को दिल कर रहा था. लेकिन मैने अपने आप को कंट्रोल किया.

फिर रीना मूडी, और बातरूम की तरफ चल पड़ी. उसकी मटकती गांद मुझे मदहोश किए जेया रही थी. वो बातरूम में चली गयी, लेकिन उसने दरवाज़ा अंदर से बंद नही किया. मैं उठी, और बातरूम के दरवाज़ा से उसको नहाते हुए देखने लगी.

मेरी छूट में आग लग रही थी, जिसने मेरा कंट्रोल तोड़ दिया. फिर मैने अपने कपड़े उतारे, और पूरी नंगी हो गयी. रीना का पानी में भरा हुआ बदन देख कर मैं पागल हो गयी. मैं जल्दी से अंदर गयी, और शवर के नीचे उसके पीछे जाके खड़ी हो गयी.

फिर जैसे ही रीना मेरी तरफ मूडी, मैने उसको अपनी बाहों में भर लिया, और अपने होंठ उसके होंठो के साथ चिपका दिए. तभी रीना ने मुझे धक्का दिया, और मुझे अजीब तरीके से देखने लगी. मैने उसको बोला-

मैं: सॉरी रीना, तुम बहुत सेक्सी हो, तो मैं खुद को कंट्रोल नही कर पाई.

मेरी बात सुन के रीना ने स्माइल की, और मेरे पास आके मुझे अपनी बाहों में भर लिया. अब रीना का जिस्म मेरे जिस्म से चिपका हुआ था. मेरे बूब्स उसके बूब्स से डब रहे थे, और पेट आपस में जुड़े हुए थे. फिर रीना ने मुझे बाहों में रखते हुए अपना फेस पीछे किया, और अपने होंठ मेरे होंठो से चिपका दिए.

अब हम दोनो पुर मज़े से किस कर रहे थे. वो मेरे होंठ और जीभ चूस रही थी, और मैं उसके. फिर होंठ चूस्टे हुए मैं अपने हाथ उसकी पीठ पर फिरने लगी. और पीठ पर फिरते-फिरते मैं हाथ उसके छूतदों पर ले गयी.

उसने किस करते हुए अपने हाथ मेरे बूब्स पर रखे, और उनको दबाना शुरू कर दिया. अब हम दोनो पुर गरम हो चुके थे. फिर हम रूम में आए, और दोनो ने टवल से एक-दूसरे के बदन को पोंचा.

फिर टवल फेंक कर हम दोनो फिरसे किस करने लगे, और बेड पर आ गये. अब वो मेरे बूब्स चूसने लगी, और मैं उसकी पीठ सहलाती रही. फिर हम 69 पोज़िशन में आ गये. अब उसकी खूबसूरत छूट मेरे सामने थी.

मैने देखते ही उसकी छूट में अपना मूह डाल लिया, और उसको चाटना शुरू कर दिया. मैं छूट में जीभ डाल-डाल कर उसकी छूट का स्वाद ले रही थी. वो भी मेरी छूट पुर ज़ोर से चाट रही थी. मैं उसके उपर थी, और वो मेरे नीचे थी.

फिर मैने उसकी छूट की फांको को खोला, और मुझे उसकी सेक्सी छूट का दाना दिखने लगा. मैने दाने को दो उंगलियों से पकड़ा, और उसको मसालने लग गयी. इससे वो पागल हो गयी, और गांद उठा-उठा कर पताकने लगी. फिर मैने उसकी छूट के दाने को मूह में लेके चूसना शुरू कर दिया.

मैं जैसा उसके साथ कर रही थी, वो भी मेरे साथ वैसा ही कर रही थी. 10 मिनिट मैं उसकी छूट को चूस्टी और चाट-ती रही. फिर उसकी छूट से पानी की पिचकारी निकली, जिसको मैं सारा पी गयी. अब वो ठंडी हो चुकी थी. लेकिन मेरा काम होना अभी बाकी था.

मैने अपनी गांद उसके मूह पर रखी, और ज़ोर-ज़ोर से उसके मूह पर रगड़ने लग गयी. इससे वो चोक हो रही थी, लेकिन उसको मज़ा आ रहा था. वो मेरी छूट में दाँत गाड़ने लगी, और फाइनली मैं भी झाड़ गयी.

अब हम दोनो नंगे बेड पर लेते रहे एक-दूसरे की बाहों में बाहें डाल के. इसके आयेज क्या हुआ, वो आपको अगले पार्ट में पता चलेगा.

दोस्तों अगर आपको कहानी पढ़ कर मज़ा आया हो, तो कॉमेंट करके ज़रूर बताए.

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