मेरा मतलब एकदम मस्त बेटी है आपकी – 4

” राज की इतने दिनो की बातो से उसे यकीन हुआ था कि राज सच बोल रहा है. उसे पता था कि भले राज उसको मा बेहन की गालियाँ देता है लेकिन वो उतना प्यार भी करता है. जवाब मे शन्नो बोली, “राज मे जानती हूँ कि तू मुझे सच मे चाहता है. तेरे उप्पर पूरा भरोसा है मुझे इस लिए मे भी सिर्फ़ तुझसे ही चुदवाति हूँ. वैसे तो राजा मेरी 1-2 सहेलिया है लेकिन सबसे खास दिखने मे है मेरी चचेरी ननंद सीमा. मेरे पति की कज़िन है वो. शादी के बाद यही रहती है वो मेरे घर के पास. उसकी शादी को 4 साल हो गये है, अभी 26 साल की है वो. तू आएगा तब देखती हूँ कोई चक्केर चलता है क्या तेरा ओके? और राजा इस बात की भनक डॉली को ना लगे इसका ख़याल रखना, वो छोटी बच्ची अगर कही कुछ बोल गयी तो सब गड़बड़ होगी. ” शन्नो की इस बात पे राज खुश होते बोला, “वाह मेरी रानी यह अच्छी बात

की तूने. तू एक बार उसे मुझसे मिलवा दे, बाद मे सब मेरा काम होगा उसे पटाना. बस उससे मेरी तारीफ करना अच्छी अच्छी. रही बात डॉली को ना बताने की तो वो मे ध्यान मे रखूँगा. अब जल्दी से जल्दी मे वहाँ आता हूँ और तू तब तक सीमा को मेरे बारे मे जो बताना है बता. ” यह प्रोग्राम बनाने के बाद भी राज को जाने के लिए 2-3 महीने लगे. उसने शन्नो से बात करके भूसावल ऐसा टाइम चुना कि जब उसका पति टूर पे हो. सब प्रोग्राम फिक्स करके राज भूसावल आया. काम ख़तम करके वो सीधे शन्नो के घर पहुचा. राज अब 3-4 दिन शन्नो के ही घर मे रुकने वाला था. वो मा बेटी उसका इंतज़ार कर रही थी. दोनो को प्यार से बाँहो मे लेके चूमते यहाँ वहाँ की बाते हुई. राज अपने साथ उन मा बेटी के लिए अपनी कंपनी की नये डिज़ाइन के अंडरगार्मेंट्स लाया था. शन्नो और डॉली के लिए उसने 3 ब्रा पैंटी सेट, सेक्सी नाइटी और रेवेलिंग नाइट गाउन लाया था. खाना खाने के बाद उन तीनो ने पूरी रात मस्ती मे गुज़ारी. राज ने महसूस किया कि डॉली

अब उसे पहले जैसा साथ नही दे रही थी. वो समझा कि डॉली को अब उस लड़के से प्यार हुआहै और उसे वो चाहने लगी थी इसलिए वो दिल खोलके उसका साथ नही दे रही. दूसरे दिन सुबह डॉली कैसे भी उठके कॉलेज जाने निकली. उसने देखा कि शन्नो और राज चाचा उसके बाप के बिस्तर मे एकदम नंगे सो रहे है. उसे याद आया कि सुबह 3 बजे तक उन तीनो की बड़ी मस्ती चल रही थी. उसकी मा तो पूरे जोश मे थी. वो समझी कि इतना थकने के बाद वो अब गहरी नींद मे होंगे. उसे कुछ ज़रूरी काम था और तो और अपने लवर सूरज से मिलना था इसलिए वो कॉलेज निकल गयी. जबतक डॉली साथ मे थी राज ने शन्नो से उसकी ननंद के बारे मे कोई बात नही की. सुबह 8 बजे उठने के बाद शन्नो ने दोनो के लिए चाइ बनाई. चाइ पीने के बाद दोनो साथ नहाने गये. साथ मे नहाने के बाद दोनो हॉल मे टीवी देख रहे थे. शन्नो ने तब राज ने उसे दी हुई एक ट्रॅन्स्परेंट रेड कलर्ड नी लेँगट की नाइटी पहनी थी. नाइटी ने तो जैसे उसके जिस्म को एक पर्दे मे ढका हुआ था. राज को उसका जिस्म सॉफ नज़र आ रहा था. राज सिर्फ़ शॉर्ट्स मे था. पूरी रात चुद्ने के बाद शन्नो को शांति मिली थी.

अपनी बाँहो पड़ी शन्नो का जिस्म हल्के-हल्के मसल्ते राज ने बोला, “तो मेरी रानी, अब बोल मेरे काम का क्या हुआ? सीमा से क्या बात की तूने? ” राज के नंगे चौड़े सीने पे हाथ घुमाते शन्नो बोली, “राजा, मेने तेरा काम तो किया है सीमा से तेरे बारे मे बात करके लेकिन मुझे डर है कि अगर वो मिली तो तू मुझे भूल जाएगा. ” शन्नो को प्यार से चूमते राज बोला, “शन्नो, भगवान कसम भले सीमा से मेरी बात बने या ना बने मे तुझे कभी भी अपने से दूर नही होने दूँगा. तू भले डॉली के बाप की पत्नी है पर मेरे दिल की रानी है, मेरा तुझपे और तेरा मुझपे जो हक़ आज है वो हक़ हमेशा बरकरार रहेगा. ” यह बात सुनके शन्नो को तसल्ली मिली. राज की बाँहो मे और घुसते वो बोली, “राजा मुझे पता है तू मुझसे कभी दूर नही होगा इसलिए मेने बिंडास्ट होके सीमा से तेरी बात की. सुनो राज राजा तेरे से बात होने के बाद मेने सीमा को घर बुलाया था. मुझे समझ मे नही आ रहा था कि उससे कैसे बात करू तेरे बारे मे. तब सीमा ने मेरे पास तेरे भेजे कपड़े देखे. उन गारमेंट्स की डिज़ाइन और टेक्सचर उसे बहुत पसंद आया. वो ट्रॅन्स्परेंट नाइटी तो उसे बहुत ही अच्छी लगी. सीमा भी वो कपड़े खरीद ना

चाहती थी तो जब उसने मुझे पूछा कि यह कपड़े मेने कहाँ से खरीद लिए है तो मेने बताया कि एक सेल्समन है जिसका नाम राज है जो महीने मे 1-2 बार आता है. मेने सीमा को यह भी बताया कि तुम अच्छी ब्रा पनटी देते हो. तुम्हारे लुक्स के बारे मे भी बताया कि राज एक लंबा चौड़ा और स्मार्ट सेल्समन है. मेने उसे बोला कि अबकी बार जब राज आएगा तो मे उसे तेरे पास भेज दूँगी. सीमा हां बोली तो मेरे राज राजा तू कल सुबह सेल्समन बनके उसके घर जा और तेरी किस्मत आजमा ले. ” शन्नो का प्लान सुनके राज बहुत खुश हुआ और उसने जी भरके शन्नो को चूमते कहा, “क्या बढ़िया प्लान बनाया तूने जान, मान गया तुझे. वैसे रानी, अगर सीमा को सम्झाउ कि मे तुझे चोद्ता हूँ तो क्या तुझे कोई तक़लीफ़ होगी? ” “राज तू खुद उसे मत बता कि मे तुझसे चुदवाति हूँ पर अगर वो तुझसे चुदि तो उसे समझा आ गया तो कोई बात नही. हम दोनो मे यह बात सीक्रेट रहेगी क्योंकि दोनो ने बाहर मूह मारा है. राज अब तूने तो कल सब गारमेंट्स हमे दे दिए है तो

सीमा को क्या देगा? ” “आरे मेरी रानी, मे शाम को जाके मेरे डीलर से 4-5 ब्रा पैंटी सेट और नाइटी लाता हूँ जो कल सीमा को दिखाने ले जाउन्गा. ” ऊस्दिन दोनो घर मे अकले थे. शाम को राज जाके गारमेंट्स के 4-5 सेट लाया. डॉली भी शाम को 8 बजे आई. वो तो अब पूरी बहक गयी थी. आज दिनभर सूरज के साथ बिताया था उसने**** रात को भी राज ने शन्नो और डॉली के साथ लेट तक मस्ती की. दूसरे दिन डॉली 8 बजे चली गयी और नहाने के बाद राज सीमा के घर जाने को निकला. शन्नो ने फोन करके सीमा को बताया था कि वो सेल्समन राज आज उसके घर आएगा सुबह 11 बजे. सीमा एक 26 साल की जवान खूबसूरत औरत थी. 4 साल पहले उसकी शादी रवि से हुई थी. शादी के 5 साल तक बच्चा ना पैदा करने का उसका प्रोग्राम था इसलिए अभी तक उसे कोई बच्चा नही था. वो 58″ लंबी, ज़रा सावली औरत थी. सावली होने के बाद भी उसके फीचर काफ़ी सेक्सी थे. बच्चा ना होने से उसकी फिगर मेंटैनेड थी. आज सीमा ने स्काइ

ब्लू साड़ी पहनी थी, उसके नीचे ब्लॅक ब्लाउज था. वो ब्लाउज का फ्रंट और बॅक का गला काफ़ी बड़ा था**उसने साड़ी काफ़ी टाइट पहनी थी कि जिससे सीमा का चूतर उठा हुआ लग रहा था. गले मे मन्गल्सुत्र, कान मे झुमके, हाथ मे चूड़िया, माँग मे सिंदूर, कमर मे चाबी का गुच्छा था और पैरो मे एक पायल भी पहनी थी उसने. राज एक मीडियम सूटकेस लेके शन्नो के बताए अड्रेस पे गया और उसने डोर बेल बजाई. सीमा ने दरवाज़ा खोला जिससे राज ने उसकी देखी फोटो से पहचाना. उन गेहेनो और साड़ी मे सजी सीमा का जिस्म उप्पर से नीचे देखते राज बोला, “नमस्ते, मे राज हूँ, मुझे वो शन्नो रा. . . . मेरा मतलब शन्नो जी ने भेजा है, आपको कुछ गारमेंट्स चाहिए थे ना? मे

सेल्समन हूँ, आप सीमाजी ही है ना? ” राज अंजाने मे शन्नो रांड़ बोलने वाला था लेकिन झट से अपनी ज़बान संभाली. अपने सामने उस स्मार्ट और हॅंडसम मर्द को अपने जिस्म को उपर से नीचे निहारते देख कर सीमा देखती ही रह गयी और फिर बोली, “हां, शन्नो का फोन आया था, आओ ना अंदर आप. ” राज को अंदर आने के लिएसाइड देती सीमा साइड मे हुई. राज आंदार आया और सोफे पे बैठा. सीमा ने उसे पानी लाके दिया और वो उसके सामने बैठके बोली, “काफ़ी अच्छे डिज़ाइन, टेक्सचर और सॉफ्ट है तुम्हारे प्रॉडक्ट्स. ” सीमा के साइन पे नज़र लगाते उसके ब्लाउज के डीप नेक से दिख रहा क्लीवेज देखते राज बोला, “हां बहनजी, एकदम मस्त प्रॉडक्ट्स है मेरे पास. शन्नोजि तो हर बार कोई ना कोई गारमेंट खरीद ही लेती है मुझसे. आपने तो देखा है मेरा माल कितना मस्त है. अच्छे और सेक्सी ब्रा पैंटी

और नाइटी है मेरे पास, एकदम मस्त माल है. बोलो माल खोलके दिखाऊ क्या? ” आँख मार के राज स्माइल करता है. राज का आँख मारना उसने देखा नही था पर राज जिस हिसाब से माल बोल रहा था वो सुनके सीमा शरमाते हुएअपनी आँख नीचे करते बोली, “बार-बार माल अच्छा है क्यों बोल रहे हो? मुझे पता है माल अच्छा है इस लिए तो तुमको बुलाया मेने. देखाओ क्या प्रॉडक्ट्स लाए हो. ” राज सीमा का नंगा पेट देखते बोला, “आरे बहनजी, वो वर्कर लोग के साथ रहते-रहते मे भी उनके जैसा माल कहता हूँ. वैसे सीमाजी आपका बॉडी स्ट्रक्चर एकदम अच्छा है, बहुत जचेन्गे आप पर मेरे यह गारमेंट्स. ऐसी औरत देखते ही मुझे भी अपना सब माल दिखना अच्छा लगता है क्योंकि ऐसे जिस्मवाली औरत पे हमारे गारमेंट्स जचते है. ” राज ने सोचा कि इस साली को नंगी करके उसका माल देख कर मेरा नंगा माल दिखा के चोदुन्गा. अभी तुझे बेहन बोलता हूँ और बाद मे बेहन्चोद बनूंगा सीमा. राज से तारीफ सुनके सीमा को अच्छा लगा. फिर वो

उसे बेहन भी बोलता है तो वो राज को अच्छा आदमी समझती है पर फिर बार- बार माल सुनके बोली, “मतलूब क्या अच्छा माल का? आप माल मत बोलो प्लीज़. ” बॅग खोलके सब गारमेंट्स फैलाते राज एक हाथ मे एक ब्रा और दूसरे मे पैंटी लेके बोला, “बहनजी मेरा मतलब अच्छी ब्रा पैंटी दिखाता हूँ, मस्त माल है मेरे पास जिसे देख कर आप खुश हो जाओगी. यह ब्रा पैंटी पहनोगी तो सब सहेलिया इसके बारे मे आपसे पूछेंगी. वैसे आपकी ब्रा पनटी की साइज़ क्या है बहनजी? ” राज को ब्रा पनटी मसल्ते देख सीमा ज़रा शरमाती है. वो ब्रा पनटी उसे बड़ी सेक्सी, फॅषियनबल और नये डिज़ाइन की लगती है. वो ज़रा शरमाते बोलती है, “जी 34 की ब्रा का और 65सीयेम की वेस्ट, यह है मेरी ब्रा पनटी की साइज़. ” “अच्छा, 34 की ब्रा और 65 की चड्डी पहनती है आप? मुझे लगता है कि ब्रा साइज़ बड़ी होगी, ज़रा अपनी कोई ब्रा और चड्डी दिखाना बहनजी. ” सीमा राज की बिंडास्ट बातो से शरमाते बेडरूम मे जाके अपनी एक ब्रा पनटी लाके राज को देते बोलती

है, “यह लो भैया. ” वो ब्रा पैंटी देख कर राज समझता है कि यह सीमा की आज नहाने के पहले पहनी हुई ब्रा पैंटी है. पैंटी अपनी जाँघ पे रखते ब्रा के स्ट्रॅप्स को एक्सटेंड करते राज ब्रा को निहारता है. फिर ब्रा के दोनो कप अंजान बनके मसल्ते वो कहता है, “यह 34 तो है लेकिन आपके सीने के हिसाब से यह ब्रा के कप साइज़ ज़रा बड़े बड़े लगते है, आप ऐसा करो यह ब्रा पेहन्के देखो. ” राज सूटकेस से एक 34 डी की डार्क पिंक ब्रा निकालके सीमा को देता है. राज के हाथो से ब्रा कप मसल्ते देख सीमा को ऐसा लगता है जैसे वो सीमा के दूध को मसल रहा है. एक अंजान सी लहर उसके बदन से दौड़ती है. शरमाते हुए राज के हाथ से ब्रा लेके उसके कप देखते वो कहती है, “जी वो मे तो जानबूझके बड़ा कप यूज़ करती हूँ जिससे आराम मिलता है. अब यह जो ब्रा अपनी दी है उसके कप छोटे लगते है, इससे सीने पे टाइटनेस महसूस होता है. यह छोटे कप की ब्रा मुझपे कैसे आएगा भयया? ” अपने गरम हो रहे लंड पे सीमा की चड्डी रखते ब्रा मसल्ते

राज बोला, “आरे वो पुराने टाइप की ब्रा थी बेहन, यह इंपोर्टेड स्टाइल की ब्रा है, छोटे कप मे भी टाइटनेस नही होगी आपको. वैसे आपके वो (राज मम्मो की तरफ उंगली करता है)गोल है या थोड़ा साग है उनमे बहनजी? ” इस सवाल पे बड़ी शरमाते सीमा राज के हाथ से ब्रा लेके बोलती है, “भयया तुम भी ना कुछ भी सवाल करते हो? वैसे एकदम हल्का सा साग है नही तो गोल है. अगर यह ब्रा ठीक नही हो तो दूसरी देना, ठीक है भयया? ” राज पैंटी मसलके कहता है, “हां बहनजी ट्राइ करो और बोलो, मे तब तक यह ब्रा पैंटी ठीक से देखता हूँ. ” ब्रा लेके सीमा बेडरूम मे चली जाती है. तब यहा राज उसकी पैंटी उल्टी करके सूंगता है. ब्रा पनटी अपनी लंड पे रगड़ते वो अगले कदम सोचने लगता है. सीमा आईने के सामने खड़ी होके पल्लू उतार ब्लाउज निकालती है. फिर अपनी ब्रा उतार वो नयी ब्रा पहनती है. नयी ब्रा उसे टाइट लगती है और उसे ब्रा कप अपने मम्मो पे टाइट होने का अहसास भी होता है. वो उसी ब्रा पे ब्लाउज पेहन्के साड़ी ठीक करके दरवाज़ा खोलती है. जैसे वो राज को देखती है उसे एक झटका लगता है.

 

राज उसकी तरफ देखते ब्रा सूंघ के चाट रहा था. बेशर्म होके सीमा की तरफ देखते वो बोला, “क्या हुआ बहनजी, ब्रा पसंद आई आपको? सीने पे बराबर फिट तो हो रही है ना? ” राज को ब्रा चाटते देख सीमा चोकते ज़रा उँची आवाज़ मे बोलती है, “यह क्या कर रहे है आप? वो मेरे कपड़े क्यो चाट रहे हो? ” राज इनोसेंट बनके पूछता है, “क्या कर रहा था मे बहनजी? इतना गुस्सा क्या आया आपको? क्या ब्रा मे कोई तक़लीफ़ हुई जिससे आप इतनी नाराज़ हुई हो? ” अब राज को क्या जवाब दे इस सवाल का यह सीमा को समझ मे नही आया था इसलिए वो बोली, “मुझे नही चाहिए यह ब्रा, बहुत छोटा है इसका कप, आप के पास दूसरी हो तो दो नही तो मे फिर बाद मे लूँगी. ” राज सीमा की मजबूरी समझते बोलता है, “आरे ब्रा ठीक है, आपको पहन्नी नही आई होगी. यहाँ आओ मे पहनाता हूँ ब्रा आपको, आप साड़ी और ब्लाओज उतारो, देखो मे पहनाता हूँ ब्रा आपको. ” राज की इस बात पे एकदम गुस्से से सीमा बोली, “यह क्या बोलते हो? देखो ज़्यादा

होसियार मत बनो, जाओ यहाँ से मुझे नही चाहिए तुम्हारी ब्रा या और कोई कपड़े. ” “आरे क्यों गुस्सा आया आपको? मेने क्या ग़लत कहा? क्यों नाराज़ हुई आप बहनजी? ” “नही और कोई बात नही, आपकी ब्रा अच्छी नही है इसलिए मुझे नही चाहिए. ” “आरे शन्नो जी को भी पसंद है मेरी दी हुई ब्रा पनटी. वो तो सबसे उसकी तारीफ करती है तो आपको क्यों पसंद नही आई यह ब्रा बहनजी? ” सीमा राज के हाथ से अपनी पुरानी ब्रा पनटी खिचते बेडरूम की तरफ जाते बोलती है, “बस नही चाहिए, फिटिंग अच्छी नही लगी मुझे ब्रा की. तुम रूको मे आपको वापिस लाके देती हूँ आपकी ब्रा. ” मौका देख कर राज भी सीमा के पीछे बेडरूम मे घुसते डोर लॉक करके कहता है, “बोलो

बेहन जी आपको इस ब्रा मे क्या प्राब्लम है? मे सब परेशानी दूर करता हूँ आपकी. ” सीमा डोर बंद होने से घबरा के कहती है, “यह क्या तुमने डोर क्यो बंद किया है भैया? भयया देखो ज़्यादा नाटक मत करो, तुम जाओ मेरे घर से. ” डोर पे खड़े रहते राज सीमा को उप्पर से नीचे देखते बोला, “आरे बहनजी आपको कुछ बेचके ही जाउन्गा, इतना टाइम वेस्ट किया कुछ तो लेना पड़ेगा आपको. आप घबरा क्यो रही हो? मेने बेहन कहा है आपको ना तो क्यो इतना डरती हो? चलो पल्लू हटाओ मे देखता हूँ क्या प्रॉब्लम है. ” सीमा अपनी माथे का पसीना पोचके बोलती है, “तुम यह क्या बोल रहे हो? देखो मे एक अच्छे घर की औरत हू और ऐसा मैं किसी गैर मर्द के सामने नही करूँगी, तुम जाओ मेरे घर से प्लीज़. ” राज सीमा के पास आके उसकी पुरानी ब्रा उसके हाथ से खिचते वो दोनो हाथो से फैलाते बोलता है,

“आरे बेहन तुम अच्छे घर की हो तो मे क्या खराब घर का हूँ? आपको कौनसी बात पे इतराज़ है बहना? देखो इतनी खराब ब्रा है आपकी? इसमे आपके दूध भी शेप्लेस बनते है. मेरी यह ब्रा पहनो और देखो दूध कैसे गोल बनके रहँगे. ” सीमा अब पूरी डर गयी थी. राज का इतने ओपन्ली उसके मम्मो के बारे मे बात करना उसे कैसा तो लग रहा था. राज उसकी ब्रा ओपन करके उसके सामने दिखा रहा था. अपनी ब्रा राज के हाथो से खिचते वो बोली, “देखो मुझे नही लेना आपकी ब्रा आप जाओ यहा से प्लीज़. ” जवाब मे राज सीमा का पल्लू पकड़के उसे हल्के से खिचते बोला, “अपने आपको देखो बेहन, इस ब्रा मे आपका सीना कैसे खराब दिख रहा है. ” राज एक उंगली से सीमा का 1-1 मम्मा ब्लाउज के उप्पर से पोक करता है. “खुद देखो इसको कोई शेप है? आपकी सहेलिया कितनी हस्ती होगी आपके इस ड्रेसिंग पे है

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ना? ” राज के इस आक्षन पे सीमा अब घबराई. इसे लगता है कि शोर मचाया तो उसकी ही कितनी बदनामी होगी, इसलिए वो समझाने की आवज़ मे बोलती है, “देखो राज तुम मेरे घर से जाओ, मे घर पे अकेली हूँ. ” राज सीमा के पीछे जाके उसका पल्लू सीने से हटा के दोनो हाथ से उसके मम्मे नीचे से उठाके आईने मे उसे यह सब दिखाते बोलता है, “आरे बेहन, यह सब कपड़े तो औरत अकले मे ही ट्राइ करके ख़रीदती है, आपके घरवाले होते तो क्या उनके सामने ब्रा पैंटी ट्राइ करती आप? देखो बेहन इस पूरनी ब्रा मे तुम्हारे मम्मे कैसे लटक रहे थे और अब इस ब्रा मे कैसे शेप मे लग रहे है. क्या तुम्हारे पति को अच्छा लगता है तुम्हे ऐसा देखना? मेरी इस ब्रा मे तुझे देख कर उसे अच्छा नही लगेगा? ” सीमा झटके से राज का हाथ मम्मो से हटाते पल्लू सीने पे लेती है. राज का यह बर्ताव उसे बिल्कुल अच्छा नही लगा. वो गुस्से से बोलती है, “देखो राज जाओ तुम यहाँ से. क्या कोई जबर्जस्ति है यह ब्रा खरीद ने की? मुझे नही लेना ब्रा, प्लीज़ निकल जाओ मेरे घर से

तुम. ” जवाब मे राज फिर सीमा को पीछे से पकड़के, उसका पल्लू नीचे डालते अब डाइरेक्ट्ली उसके ब्लाउज का हुक खोलते बोलता है, “आरे बेहन तू तो नाराज़ हुई अपने राज भाई से? देख मे चाहता हूँ कि मेरी बेहन सब औरतो मे मस्त दिखे इसलिए मे तेरे पीछे पड़ा हूँ यह ब्रा बेचने के लिए और तू मुझे जाने को बोल रही है? शन्नो को भी मेने ब्रा पहनाई थी, उसे भी पहले लगा था कि ब्रा अच्छी नही है लेकिन मेरे हाथ से पहनने के बाद उसने 12 सेट खरीदे है. ” सीमा गुस्से से राज का हाथ अपनी ब्लाउज से हटाते हुए. शर्म और गुस्से से उसका चहेरा एकदम लाल हो जाता है. वो टर्न होके गुस्से से बोली, “राज, यह क्या बहूदी हरकत कर रहे हो? मुझे फिर से छूना नही. अभी के अभी यहाँ से निकल जाओ, मुझे कुछ नही खरीदना तुमसे. तूने शन्नो को कुछ भी बेचा होगा और उसने लिया होगा मुझे कुछ नही सुनना. तू जा अभी मेरे घर से. ” सीमा को अपनी तरफ मूह करते खड़ी पाके राज फिर उसका पल्लू गिराते मम्मो पे हाथ घुमा कर ब्लाउज के हुक खोलने लगा. राज के इस आक्षन से सीमा बहुत घबराती है. इससे लगता है यह आदमी कितने डेरिंग वाला है जो बेहन-बेहन बोलके सीधे उसके

मम्मे मसलके ब्लाउज खोल रहा है. उसे यकीन हुआ कि राज उसकी कोई बात नही माननेवाला. अपने मम्मो को मसल्ते ही सीमा के जिस्म मे एक मदहोशी महसूस होती है. ऐसा नही था की सीमा उसके पति से सॅटिस्फाइड नही थी. सीमा रवि की चुदाई से खुश थी. उसे सिर्फ़ इस बात का दुख था कि उसका पति अपने मन की कोई बात नही करता. वो तो सीमा की हर बात को हुकुम मानके उस मुताबिक चलता था, उसकी गुलामी करता था पर राज तो उसे कुछ समझ ही नही रहा था. यह औरत को उसकी औकात मे रखना जानता है. यह हर जवान औरत को सिर्फ़ हवस की नज़र से देखते उसको चोदना चाहता था. राज की बातो से सीमा को शक़ हुआ कि कही शन्नो का कुछ चक्केर तो नही इसके साथ. राज अब ब्लाउज खोलना छोड़ सीमा के मम्मे मसल रहा था. होश मे आते सीमा अब घबराई आवाज़ मे बोली,

“नही राज जी, मुझे छोड़ो, यह क्या कर रहे हो? देखो मे शादी सुदा औरत हूँ, मेरी इज़्ज़त के साथ मत खेलो. ” जवाब मे राज फिर सीमा को आईने की तरफ टर्न करके उसका ब्लाउज खोलके दोनो मम्मे हाथो मे लेके हल्के से मसल्ने लगता है. सीमा की गांद पे अपना गर्म लंड लगाते वो कहता है, “आरे बेहन तुझे क्या लगता है कि मे मेरी सीमा बेहन का घर बर्बाद करूँगा? देख मे तेरा भाई हूँ, और भाई कभी बेहन को तक़लीफ़ देगा क्या? मे सिर्फ़ चाहता हूँ कि तेरे जिस्म के बदन पे एकदम मस्त ब्रा हो जिससे यह दूध (मम्मे हल्केसे दबाते)उभरे- उभरे दिखे और नीचे(गांद पे लंड रगड़ते) मस्त चड्डी हो जिससे तुझे आराम मिले.

मे तेरी बेइज़्ज़ती नही करूँगा. शन्नो भी पहले शरमाई थी लेकिन जब मेने उसे अपने हाथो से ब्रा पैंटी पहनाई तो उसे कोई तक़लीफ़ नही हुई. देख अब तू तेरी ब्रा उतार मे तुझे ब्रा पहनाता हूँ. ” ब्लाउज खोलके एक हाथ से सीमा का सीना मसल्ते राज अब दूसरे हाथ से उसकी साड़ी पेटिकोट से निकालने लगता है. मम्मो पे राज का कड़क हाथ और चूतर पे उसका सख़्त लंड पाके सीमा मचलती है. उसके जिस्म मे बेचैनी बढ़ने लगती है, उसे ऐसा लगता है जैसे कोई मोटा डंडा उसके चुतर पे रगड़ रहा हो. वो सोचती है कि कितना मोटा और लंबा लंड है राज का और कितना कड़क हो रहा है. उसके पति का लंड भी अच्छा था लेकिन उसे कभी वो इतना सख़्त, गर्म और मोटा नही लगा. राज का लंड किसी भी चूत की चटनी बना देगा. अंजाने मे आँखे बंद करके सीमा अपने चूतर राज के लंड पे दबाती है. उसे लगता है कि

जैसे उसकी चूत मे चीटियाँ चल रही हों. अब उसकी चूत धीरे-धीरे रसीली भी हो रही है. वो अपना जिस्म राज के हवाले करना चाहती है लेकिन यह ख़याल मन मे आते ही वो राज का हाथ पकड़के कहती है, “प्लीज़ नही, यह तुम मेरी साड़ी मत उतारो देखो नही मुझे, मुझे डर लग रहा है प्लीज़ छोड़ो ना मुझे. राज देखो ऐसा कोई भाई बेहन को अपनी कपड़े उतारने नही कहता, मुझे प्लीज़ जाने दो. ” अपना हाथ सीमा के हाथो से छुड़ाते राज सीमा की साड़ी खोलके फिर उसका ब्लाउज भी उतारता है. सीमा का पेटिकोट और ब्रा मे दिख रहे जिस्म से वो खेलने लगता है. एक हाथ उसकी कमर मे डालके उसे अपने बदन से सटा कर लंड अब ज़रा ज़ोर्से उसकी गांद पे रगड़ता है. राज समझता है कि यह सीमा चुदवाना चाहती है पर डर रही है. खुद अपनी गांद मेरे लंड पे रगड़ रही है यह. इसको पहले प्यार से नंगी करूँगा और फिर मस्ती से चोदुन्गा. ब्रा पे से सीमा के निपल्स से खेलते राज बोला, “आरे सीमा बेहन मुझसे कैसा डरना? मेरा तो यह हर्दिन का काम है, पहले तो तेरी जैसे शादी शुदा औरत मुझसे डरती शरमाती है लेकिन एक बार मेरे हाथ से ब्रा पैंटी पहनने के बाद बहुत फ्री

होती है जैसे शन्नो हुई है. मुझे पता है कि तुझे एक पराए मर्द के सामने कपड़े उतारने मे शरम आती है पर एक बार तू भी मेरे हाथ से ब्रा पहन फिर देख तुझे कितना अच्छा लगेगा. चल तू अपनी ब्रा खोल बेहन. ” सीमा अब राज से अपने जिस्म को ऐसा मसल्ने और रगड़ने से मचलते बेशर्म होके अपना चूतेर राज के मोटे लंड पर बार-बार रगड़ती है. वो अपना चूतेर ऐसे पोज़िशन मे रखती है कि राज का लंड उसकी गांद पे हो. राज की बातो और खेल से सीमा और ही बैचैन होती है, उसकी चूत और भी तड़पने लगती है और वो चुदाई के लिए बैचिन होने लगती है. उसका पति उसे वो चाहे तब चोद्ता था पर रवि की चुदाई मे वो मर्दानगी नही थी जो अब राज उसे दिखा रहा था. सीमा ऐसी मर्दानी चुदाई के लिए कब्से बहाल थी पर इसके बाद भी उसने अपने कदम कभी ग़लत नही गिरने दिए. लेकिन आज वो राज

के सामने बेबस थी. यह आदमी तो मन मानी कर रहा था उसके साथ. जब राज उसे बेहन बोलता उसके जिस्म से खेलता था तो उसे बहुत अजीब सा लगता है कि एक भाई को आपने जिस्म से ऐसा खेलने दे रही थी. आजतक सीमा ने इस रिस्ते को बड़ा पवित्र माना था पर आज राज के बर्ताव से वो समझी कि ऐसा कोई रिश्ता नही होता. रिश्ता होता है सिर्फ़ जिस्म से जिस्म का. राज की गिरफ़्त से छूटने की कोशिश करते वो बोली, “नही राज देखो तुम मुझे बेहन बोलते हो और मेरे जिस्म के साथ क्या-क्या कर रहे हो? राज कोई भी बेहन अपनी भाई के सामने कपड़े कैसे उतार सकती है? और एक भाई कैसे बेहन को बोल सकता है कि ब्रा चड्डी उतार कर मेरे हाथो से नयी ब्रा पैंटी पहन? राज मुझे जाने दे और कपड़े मत उतार मेरे. ” राज सीमा की पेटिकोट का नाडा लूज करके उसे भी गिराते फिर सीमा को टर्न करके उसका पूरा जिस्म देखते, चूतरो को बारी-बारी मसलके मम्मे दबाता कहता है, “आरे सीमा बेहन, अगर मे तेरा पति होता तो हक़ से तेरे

कपड़े उतारता, पर मे भाई हूँ इसलिए तुझे कपड़े उतारने को बोल रहा हूँ ना? उफ्फ सीमा बेहन बड़ा मस्त जिस्म है तेरा. तेरे राज भाई को बड़ा अछा लगा तुझे ब्रा पैंटी मे देख कर. अब तू देखती जाना कि मेरे दिए कपड़ो मे तेरा यह जिस्म कैसे खिल उठेगा. तू शर्मा मत मेरी बेहन, अपनी राज भाई पे भरोसा रख, यह तुझसे ग़लत हरकत नही करेगा. चल अब तू तेरी ब्रा उतार ताकि मे ठीक से तेरे दूध देख कर तुझे सही फिटिंग वाली ब्रा दूं. और सीमा बेहन, क्यो नही तू मेरे सामने कपड़े उतार सकती? क्या कभी टेलर के सामने कपड़े नही उतारे? और उस टेलर ने नाप लेने के बहाने तेरे दूध नही मसले या गांद नही दबाई? उस अंजान से जिस्म मसलवा सकती हो पर भाई के सामने नंगी नही हो सकती? चल जल्दी से ब्रा उतार. तुझे ब्रा पैंटी देके मुझे शन्नो के घर भी जाना है, उसकी बेहन की बेटी के लिए भी कपड़े देने,

चल अब तू जल्दी ब्रा पैंटी उतार कर नंगी हो जा. ” राज के मसल्ने से सीमा बहुत ज़्यादा गर्म होने लगती है. उसके दिमाग़ मे राज का मोटा लंड घूमने लगता है और वो चुदाई के ख़याल मे मे खो जाती है. राज का लंड पैंटी के उप्पर से अपनी चूत पे रगड़ते उसे बहुत मज़ा दे रहा था उसे यकीन हुआ कि राज उसे चोदे बिना नही जाने देगा. सीमा बिना रेज़िस्ट किए बोली, “राज पति की बात अलग है, वो जब चाहे तब मेरे कपड़े उतार सकता है पर तुम नही. देखो टेलर से मे जान बूझके जिस्म मसलवा के मज़े नही लेती, वो जानबूझके नाप लेते वक़्त मुझे मसलता है लेकिन तू तो बिना कुछ किए ही मुझे मसल रहा है. देखो राज मेने आजतक आपने पति का अलावा किसी को आपना जिस्म नही दिखाया है, तुम पहले मर्द हो जिसने अब मुझे ब्रा पैंटी मे देखा है. अब बस करो राज, आगे कुछ भी होगा वो ठीक नही होगा. ” राज एक हाथ से सीमा के मम्मे मसल्ते दूसरे हाथ से अपनी पॅंट खोल के नीचे करते बोलता है, “सीमा बेहन, मे क्या तेरा जिस्म देखने आया हूँ

यहाँ? तेरे इस मस्त जिस्म को इसलिए नंगा कर रहा हूँ ताकि मे देख सकु कि इस नंगे जवान जिस्म पे कौनसी ब्रा पैंटी जाचेगी. सीमा मेरा यह काम ही है कि नंगी औरत पे क्या जचे वो बेचना. देख डॉक्टर के पास जाती है तो वो भी पूरा बदन टच करता है ना तेरा तो मेने किया तो क्यो शर्मा रही है. देख अब सिर्फ़ ब्रा पैंटी है तेरे जिस्म पे, जल्दी उतार वो ताकि मे तेरा नंगा जिस्म देख कर महसूस करके तुझे राइट साइज़ की ब्रा पैंटी दे सकु. और सुन मेरी बहना तुझे नंगी होने मे शरम आ रही होगी इसलिए मे भी मेरे कपड़े उतार रहा हूँ ठीक है? ” सीमा को बहुत अच्छा लगता है जब राज जब उसके मम्मे मसलता है. अब उसकी चूत से हल्का पानी निकलते हुए उसकी पैंटी को चूत के उप्पर गीली करने लगती है. राज जब उसकी गीली पैंटी देखता है तो और मस्ती से वो मम्मे मसल्ने लगता है. सीमा राज की पॅंट पकड़ते

बोलती है, “नही प्लीज़ आपने कपड़े मत उतारो राज, रूको प्लीज़ यह क्या कर रहे हो तुम? नही राज, मुझे कपड़े उतारने के लिए मत बोलो देखो मुझे शर्म आराही है, मेने आजतक इतने कपड़े किसी भी गैर मर्द के सामने नही उतारे है, चाहे वो टेलर हो या डॉक्टर. प्लीज़ अब मुझे नंगी मत करो और तुम भी अपनी सब कपड़े पहनो. ” सीमा का हाथ दूर करके राज अपनी पॅंट शर्ट उतारता है. उसके बदन पे भी अब सिर्फ़ एक अंडरवेर है और उसमे उसका खड़ा लंड सीमा को दिखता है. उस छुपे लंड का मोटापा देख उसका दिल ज़ोर्से धड़कने लगता है. राज सीमा की कोई बात सुने बिना उसकी ब्रा का हुक खोलते झट से नीचे होके उसकी पैंटी पूरी नीचे खिचते सीमा का नंगा जिस्म देखने लगता है. सीमा के 34 के मम्मे बड़े शान से निपल तन्के बिना झुकाव के खड़े है. उसका पेट एकदम फ्लॅट है, गोरी टाँगो के बीच गीले काले झांतो वाली चूत चमक रही थी. आईने मे उसे सीमा के कसे-कसे गोल चूतर नज़र आ रहे थे. सीमा की गिल्ली चूत मसल्ते

हल्के से मसल्ते राज कहता है, “वाहह सीमा बेहन क्या मस्त जिस्म है तेरा. तेरे मम्मो मे बिल्कुल साग नही है और चुतर भी कितने कसे हुए दिख रहे है. गोरी-गोरी टाँगो मे गीली चूत तो लाजवाब दिख रही है. तेरा पति तो हर रात बहुत ऐश करता होगा ना तेरे जिस्म से? खूब मज़ा देता होगा ना तुझे बेहन? कस-कस्के पेलता होगा ना तेरी चूत मे उसका लंड सीमा बेहन? ” राज के हाथो नंगी होके, अपने नंगे जिस्म की तारीफ और पति से हुई चुदाई की बाते सुनके सीमा बहुत शरमाती है उसका चेहरा लाल हो जाता है. अब उसे पूरा भरोसा हो गया था कि राज उसे बिना चोदे नही रहनेवाला था. वो भी अब राज से चुदवाने को तय्यार थी पर पूरी बेशरम नही हुई थी. एक हाथ चूत और दूसरा मम्मो पे रखते वो बोली, “उम्म नही राज यह क्या किया तूने? मुझे एकदम पूरी नंगी कर दिया. क्या कोई भाई अपनी बेहन को ऐसे नंगी

करता है? प्लीज़ राज मुझे कपड़े दो मेरे, ऐसे तुम्हारे सामने नंगी रहने मे बड़ी शरम आ रही है मुझे. मेने इतनी ब्रा पैंटी खरीदी है आजतक लेकिन किसी भी सेल्समन ने उसके लिए मुझे नंगी नही किया. ” राज सीमा के हाथ उसके नंगे जिस्म से हटाते उसका जिस्म सहलाते चूत को उंगली से रगड़ते हल्के से उसकी गीली चूत मे उंगली घुसाता है जिससे सीमा उचकति है. हल्के-हल्के चूत मे उंगली करते दूसरे हाथ से मम्मा मसल्ते राज बोला, “आरे अब नंगी हुई हो तो शरमाना कैसा? आरे बेहन को नंगी करनेवाले भाई की हिम्मत की तो दाद दो बेहन, तेरी जैसी बेहन को नंगी करके यह भाई कुछ भी करेगा. सीमा, मे ज़रा अलग टाइप का सेल्समन हूँ, जिस औरत को ब्रा पैंटी बेचता हूँ उसे पूरी नंगी करके, उसकी चुचि और गांद का नाप लेके मेरे हाथो से उसे ब्रा पैंटी पहनाता हूँ. अब मुझे देखने दे तेरी सब साइज़ ताकि तुझे

एकदम मस्त फिटिंग वाली ब्रा पैंटी दे सकु. वैसे मुझे यह बता बेहन, तेरी यह चूत गीली कैसे हुई? तुझे क्या तुझे तेरे पति की याद आई बेहन? ” राज से चूत मे उंगली करवाने मे सीमा को बड़ा अच्छा लगने लगता है लेकिन फिर भी वो राज को रोकने लिए उसका हाथ पकड़ती है. राज सीमा का वोई हाथ पकड़के अंडरवेर के उप्पर से अपने लंड पे रखता है. लंड पकड़ने से सीमा की चूत और गरम होके गीली होती है. राज का तगड़ा मोटा लंड पकड़ने से उसके जिस्म मे करेंट दौड़ता है. राज फिर सीमा का हाथ पकड़के उसे अपने अंडरवेर मे डालके नंगा लंड उसके हाथ देके बोलता है, “सीमा तू मेरे लंड की साइज़ देख बहना मे तेरी चूत की डेप्त नापता हूँ. मेरे लंड की लंबाई देख कर बता यह तेरी इस मस्त गीली चूत मे फिट बैठेगा या नही. मेरी बेहन की चूत मे मेरा लंड ठीक से बैठना चाहाए ना? सीमा तेरा पति हर रात अपना लंड तेरी चूत मे घुसा के मस्ती करता होगा ना? इतना मस्त जिस्म है तो खूब माज़े करता होगा वो, है ना? ” सीमा अब बिना

शरमाये राज के लंड को फील करने लगती है. उसका लंड फील करके सीमा के दिल की धड़कने और तेज हो जाती है. राज की बाते सुनके वो सोचती है कि इतना मोटा लंड उसकी चूत मे जाएगा तो क्या हाल होगा उसकी चूत का पर कितना मज़ा भी आएगा. राज के उंगली करने से वो मचलते मोन करने लगती है. चूत उंगली से चोद कर निकालके राज वो उंगली चाट कर फिर सीमा की चूत मे डालके उंगली करते बोलता है, “सीमा बेहन अच्छा लगता है ना मेरा लंड पकड़कर तुझे रानी? यह बोल मेरी बहना रानी मेरा लॉडा तेरे पति से छोटा है या बड़ा? बहना दोनो हाथो से मसल मेरा लॉडा और देख कितना मज़ा आएगा. तेरी वो शन्नो को बहुत पसंद है मेरा लंड, जी भरके सहला अपनी भाई का लॉडा मेरी बहना रानी. ” राज को चूत मे डाली उंगली चाटते देख सीमा की आग और भड़की और वो राज से चिपक गये. वो राज का लंड और मस्ती से मसल्ने लगी. राज से शन्नो की बात सुनके उसे ज़रा सा धक्का लगा पर उसने उस बात पे ज़्यादा ध्यान

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नही दिया. राज अब उसे बहना रानी बुला रहा था और उसके पति के बारे मे बात कर रहा था. राज ने उसकी किसी बात को ना मानते उसे नंगी करके अब मज़े लूट रहा था. राज की इस मर्दानगी पे सीमा फिदा हुई पर अभी भी वो राज की कोई भी बात का जवाब नही दे रही थी. अपनी चूत मे राज से उंगली करवाते, उसका लंड मसल्ते वो राज से लिपट गयी थी. सीमा की खामोशी देख कर राज को ज़रा गुस्सा आता है. इतना मसल्ने के बाद भी सीमा ओपन नही हुई यह देख कर उसने अपना असली रूप दिखाना बेहतर समझा. अपनी अंडरवेर निकालके नंगा लंड सीमा के हाथ मे देके सीमा के मम्मे ज़रा ज़ोर्से मसल्ते उसने बोला, “क्यो मेरी रंडी सीमा बहना, पसंद आया अपने राज भाई का लंड? यह लॉडा चुसेगी या उसे चुद्वा के लेगी? बहनचोद तुम तो एकदम मस्त माल हो, शन्नो से भी मस्त है तू रंडी बहना. तुझे तो दिन रात चोदना चाहाए रानी. अब नीचे बैठके लंड मूह मे लेती है या गांद मारू तेरी सीमा छीनाल? ” राज के ज़ोर्से मसल्ने से सीमा को दर्द होता है लेकिन उससे ज़्यादा राज की गालियाँ उसे हैरानी मे डालती है. यह अचानक राज को क्या हुआ जो वो उसे गालियाँ देने लगा यह सीमा नही समझ पे. ज़िंदगी मे पहली बार किसी मर्द से गाली सुनके उसे बुरा भी लगा और गुस्सा भी आया.

 

राज के लंड से हाथ हटाते वो ज़रा गुस्से और दर्द से बोली, “ह उईईइ माआआ आप मुझे गाली क्यो दे रहे हो राज? छोड़ो मुझे और निकल जाओ मेरे घर से. मुझे कुछ नही लेना तेरे से. ” राज इस बात पे ज़रा भी ना डरते और उसे फर्म लो टोन मे सीमा के मम्मे वैसे ही मसल्ते बोलता है, “सुन मेरी प्यारी रंडी बहना मुझे ऑर्डर नही देना कभी. मुझे मेरे सामने की नंगी औरत को गुलाम बना के रखना अच्छा लगता है. तूने ज़्यादा नाटक किया तो तुझे तेरे ही घर से नंगी निकाल दूँगा यह याद रख. मेरी रंडी बहना तेरा ये भाई, जिसने तुझे नंगी किया है वो तुझे चोद कर ही तेरे घर से जाएगा यह याद रख. चल मेरा लंड सहलाती रह सीमा जान. ” राज की आवाज़ से सीमा डरती है. मम्मे दबाने से दर्द हो रहा है लेकिन मस्ती भी छा रही थी उसपे. राज का गुस्से से भरा चहेरा देख कर वो बोली, “राज सॉरी, मे कभी तुझसे ऐसे बात नही करूँगी पर तू मुझे गालियाँ मत दे. राज तुम तो बोल रहे थे कि सिर्फ़ मुझे नंगी करके, मेरे जिस्म का नाप लेके, मुझे ब्रा पैंटी पहनाके

जाओगे. पर अब मुझे नंगी करके तुम मेरे जिस्म से खेल रहे हो और फिर मुझे चोदने की बात भी कर रहे हो, यह सब झूट क्यों बोला तूने? ” सीमा के मम्मे चुस्के अब निपल्स से खेलते राज बोला, “हां बोला था मेरी रंडी बहना पर आगर तू खुद तेरे कपड़े उतारती तो, मुझे तुझे नंगी करना पड़ा इसलिए अब तुझे चोद कर ही जाउन्गा. चल नीचे बैठ सीमा रानी और मेरा लॉडा चूस. खोल अपना गर्म मूह और मेरा मोटा लंड ले मूह मे. ” सीमा नीचे बैठके राज का लंड सहलाने लगती है. उसे अब राज से डर लगता है कि अब आगर उसने राज की बात नही मानी तो राज कुछ भी कर सकता है. वैसे भी वो तो राज से चुदवाना चाहती थी इसलिए सीमा ने राज की बात मान ली. राज सीमा के बाल पकड़के लंड उसके मूह मे घुसाते उसे लो टोन मे कहता है, “चल मूह खोल रंडी बहना और मेरा लॉडा चूस. साली तेरी जैसी गर्म औरत कितनी जल्दी हाथ आती है? 2 झापड़ क्या मारे लाइन पे आ गई हो. अब ठीक से लंड चूस मेरा नही तो जीना हराम कर दूँगा तेरा सीमा

रानी. ” सीमा मूह खोलके राज के मोटे लंड को आपने गर्म मूह मे डालते चूसने लगती है. राज की गालियों से उसे बहुत बुरा लगता है पर राज की लगाई आग को मिटाने के लिए वो बेशरम होके उसका लंड चूसने लगती है. सीमा का मूह लंड से हल्के-हल्के चोद्ते राज बोलता है, “आहह अच्छा लग रहा है तेरे मूह मे लंड देना रांड़. अब बोल मेरा लंड चाहिए, चुदेगि मेरे लॉड से या जाउ मे? ” राज लंड सीमा के मूह से निकालता है. ऐसा करने से सीमा बेशरम होके राज की नंगी कमर मे हाथ डालके उसका लंड फिर चूसने लगती है. राज के लंड का साइज़ देख कर उसे अब चुद्ने का बहुत मन करता है. अब पूरा लॉडा अच्छे से चूस्ते वो बोली”प्लीज़, राज अब तेरी सीमा बेहन को ऐसे प्यासी छोड़ के मत जाओ. मुझे अब तेरा लंड चूसना है . ” राज लंड सीमा के मूह से निकालके टर्न होके बोलता है, “आरे तब तो मुझे जाने को बोल रही थी अब क्यों मेरा लंड खुद पकड़के चूस रही हो मेरी रंडी बहना? चूत गर्म हुई तो राज भाई का लंड चाहिए क्या तुझे? सीमा रानी अब मे गया तो अच्छा ही होगा ना? तू सती सावित्री बनके रहेगी रंडी बेहन. चल अब छोड़ मेरा लंड, मुझे अब तुझे नही चोदना छीनाल बेहन. ” सीमा आगे होके फिर से राज का लंड पकड़के चूस्ते बोली, “नही रुक जाओ ना राज, प्लीज़ मेरी प्यास को भी शांत करो जैसे

तुमने शन्नो भाभी की शांत की थी. मुझे तेरे लंड की बड़ी ज़रूरत है अभी राजा, मुझे ऐसे बहाल करके बीच मे मत जाओ. ” इस बात पे राज सीमा के बाल पकड़के अपना लंड उसके मूह मे घुसा कर कहता है, “बहनचोड़ बहना उसके लिए तेरी शन्नो भाभी मेरी छीनाल बनी, मेरी रखैल है वो. बोल मेरी हरामी सीमा बेहन, क्या तू मेरी रंडी बनेगी? भीक माँग मुझसे रंडी नही तो तुझे नही चोदुन्गा. साली तेरी जैसी गर्म औरत की नस-नस जानता हूँ, बहुत नाटक करती हो तुम रंडिया. ” पूरी तरह बेशरम होके अब सीमा बोली, “हां राज, मे कुछ भी करने को तय्यार हूँ. तुम तेरी इस सीमा बेहन को तेरी रंडी या रखैल या छीनाल कुछ भी बना वो उसके लिए तय्यार है. मे तुझे शन्नो भाभी से ज़्यादा मज़ा दूँगी राज भाई, तेरी यह रंडी बहना सब कुछ करेगी तेरे लिए. अब तूने मुझे नंगा देखा, मुझसे आपना लंड भी चुस्वाया, अब

मुझे अधूरा मत छोड़, अपने इस तगड़े, सख़्त, मोटे लंड से अपनी चुदासी बेहन की चूत चोदो राज भाई. मुझे इस आग मे जलती छोड़के मत जाओ. ” सीमा इतना बोलके फिरसे राज का लंड चूसने लगती है. राज खुश होके सीमा से अपना लंड चुसवाने लगता है. झुकके उसके मम्मो को रगड़ते वो अब सीमा का मूह चोद रहा था. वो प्यासी औरत भी बड़े मस्ती से बेशरम होके राज का लंड चूस रही थी. बेहन बोलके राज ने उसे नंगी करके पूरी तरह अपने हाथ मे लिया था. अपना लंड अपनी उस रंडी मूह बोली बेहन से अच्छे से चुस्वाके उसने अपना लंड निकालके सीमा को बेड पे सुलाते हुए कहा, “सुन मेरी बहना, तू मेरी रंडी बनना चाहती है तो जैसे शन्नो ने मेरी गांद चाती थी वैसे तू भी मेरी गांद चाट, तब मे तुझे मेरी रंडी बेहन मान लूँगा. आगर तूने मेरी गांद चाटने से इनकार किया तो तुझे बिना चोदे यहाँ से चला जवँगी. बोल चातेगी ना मेरी गांद सीमा बहना? ” गांद चाटने की बात सुनके सीमा को कैसा तो लगा लेकिन वो इतनी गर्म हुई थी कि वो किसी भी बात

के लिए तय्यार थी. बिना कुछ बोले उसने हां मे अपना सिर हिलाया. सीमा की रज़ामंदी देख कर राज खुश होके दोनो हाथो से अपनी गांद फैलाक़े बेड पे सोई सीमा के मूह पे बैठा. एक बार राज की गांद देख कर सीमा ने अपने हाथ उसकी कमर मे डालके, उसकी गांद को पास लाते जीब बाहर निकाली. पहले तो अजीब सा टेस्ट लगने से उसने जीब हटाई लेकिन फिर दिल पे पत्थर रखके जीब गांद पे लगाई. 2-3 बार हल्के से गांद चाट कर उसने फिर पूरी गंद पे जीब फेरनी शुरू की. सीमा को अपनी गांद फैलाक़े चाटने लगने के बाद राज उसके मम्मो से खेलने लगा. सीमा जैसे-जैसे अच्छे और ज़ोर्से गांद पे जीब घुमाने लगी तो राज ने अपना लंड सीमा के हाथ मे देते झुकके उसकी चूत मे उंगली करते कहा, “ह साअलिइीइ क्या मस्त चाट रही है मेरी गांद. और चाट डाल अपनी ज़बान मेरी गांद मे, अपनी ज़बान से मेरी गांद मार सालीइी उूउउफफफफफ्फ़. मेरे लंड को और ज़ोर्से हिला मेरी रंडी बहना. ” अपनी गंद सीमा से चत्वाके राज झुका और

अपना मूह सीमा की गीली गर्म चुत चाटने लगा उंगली से उसकी गंद रगड़ने लगा. चूत मे राज की जीब और गंद पे उंगली पाके सीमा और सिहर उठी. उसने अपनी कमर उप्पर करते राज के मूह पे अपनी चूत रगड़ते कहा, “अफ फ़िइरररोज़्ज़्ज़्ज़्ज़ और चतत्तत्त मेरी चूत, बहुत दिनो से प्यासी है राजा तेरी सीमा बेहन की चूत, मेरा पति कभी-कभी मेरी चूत चाट लेता है. राज जी भरके चाट मेरी चूत मेरे भाई हाईईईई उूउउइईई माआआआअ. ” सीमा की चूत जीब से चोद्ते, उसकी गांद मे उंगली डालते राज बोला, “सीमा यह चूत मेरी रानी की नही मेरी रंडी बेहन की चूत है. मेरी रंडी बेहन का मस्त कमसिन बदन है . मे तेरा भाई और यार हूँ और तू मेरी रखैल बेहन है समझी मेरी कुतिया रानी? ” राज की गांद चटके गीली करते सीमा पूरा लुफ्ट उठा रही थी. उसे अब गांद चाटने मे ज़रा भी खराब नही लग रहा था. किसी मर्द

से ऐसा मज़ा उसे आज पहली बार मिल रहा था. राज की गांद और गोतिया चाट के, उसके लंड को मसल्ते वो बोली, “हां राज राजा समझी मे लेकिन प्लीज़ अब मुझे चोद डालो मेरे राजा भयया. देख तेरे रंडी बेहन की चूत कैसे तरस गयी है तेरे लंड से चुदवाने को, प्लीज़ राज भाई अब चोद डालो मुझे, अपनी इस छीनाल बेहन को और मत तरसाओ. ” सीमा की चूत मे 2 उंगलिया डालके राज बोला, “हां रंडी सीमा आज तुझे जी भरके चोदुन्गा मे. तेरे पति से भी अच्छा चोदुन्गा, जो मस्ती तेरा पति चोद्ते वक़्त तेरे साथ नही करता वो सब मे करते तुझे चोदुन्गा. शन्नो बता रही थी कि तूने बच्चे की प्लॅनिंग की है ना? आज मेरी रंडी बहना को चोद कर तुझे मेरा बच्चा दूँगा सीमा बेहन. बच्चे को नाम तेरा पति देगा लेकिन वो औलाद तेरे इस राज भाई की होगी जान. ” सीमा ताव मे आके ज़ोरो से राज के लंड को मूठ मारते बोलती है, “ओह्ह राज राअज़ाआा तुझे जो करना है कर लेकिन मुझे जी भरके चोद राजा. मे ज़रूर तेरे बच्चे की मा बनूँगी, मे पहली औरत रहूंगी जो अपने भाई से चुद्वा कर उसके बच्चा को पैदा करूँगी. आओ राजा अब चोद डालो अपनी सीमा बहना को. ” राज उठ के सीमा की टाँगे

खोलके उसमे बैठता है. सीमा की चूत फैला कर वो बोलता है, “चल मेरी बहना अब तुझे चोद डालु. मेरे बदन के नीचे तेरा मस्त बदन मेरा लंड तेरी चूत मे डालके और उसको चोद चोद कर तुझे शांत करू. तेरे जैसी मस्त बेहन आज तक मे नही चोद सका पर आज तुझे जी भरके चोदुन्गा. सीमा बेहन चल अपने भाई का लंड पकड़के अपनी चूत पे रख ताकि मे उसको तेरी चूत मे घुसा के तुझे चोद सकु. ” राज का एक हाथ अपने मम्मो पे रखते सीमा राज का लंड पकड़के अपनी चूत पे रखते बोली, “यह ले राज, तेरी बेहन ने तेरा लंड अपनी चूत पे रखा है, अब तू लंड घुसा और अपनी इस रंडी बेहन को चोद कर बेहन्चोद बन जा. ” राज सीमा की बात सुनके, उसके मम्मे मसल्ते लंड ज़ोर्से चूत मे दबाता है. करीब-करीब आधा लंड चूत मे घुस जाता है. ऐसे मोटे लंड की आदत ना होने से सीमा को हल्का सा दर्द होता है और वो चिल्लाते कहती है, “हाईईईईईईईई राज आरामसे डाल ना मेरी चूत फाड़ डालने का इरादा है क्या तेरा? तूने मेरी चूत फाडी तो मे

अपने पति को बता भी नही सकती कि इस चूत को मेरे भाई ने फाडा है. ” राज सीमा के मम्मे मसल्ते और 2-3 ज़ोर्के धक्के मारता है. जब उसका पूरा लंड आंदार जाता है तो वो सीमा की कमर पकड़के उसे चोद्ते कहता है, “साली रंडी बहना, यह ले अपनी भाई का लंड. आरे अभी तो चूत फटेगी और बाद मे तेरी गांद भी फाड़ुँगा. तेरा पति कुछ बोले तो तू सीधे मेरे घर आ जाना. मेरे घर मे अपनी रंडी बहना को चोदने के लिए बहुत जगह है. मेने तेरी चूत मे इतने ज़ोर्से लंड इसलिए घुसाया क्योंकि तू इतने सालो के बाद मिली. आज तेरे जिस्म की ऐसे की तैसी कर दूँगा. यह ले रंडी बेहन अपनी बेहन्चोद भाई का लंड. ” राज अब ज़ोर्से सीमा को चोद्ते उसके मम्मे बेरहमी से मसल्ने लगता है. सीमा राज को कस्के पकड़ते अपनी चूत नीचे से उठा-उठाके चुद्वाने लगती है. राज का पूरा लंड चूत मे घुसने से उसे बहुत मज़ा आने लगता है. वो राज को पूरा सहयोग देके अपनी चूत चुद्वाते बोलती है, “हाीइ और चोदो राजा, मार मेरी चूत साली बहुत गरम है. काश मे

तेरी सग़ी बेहन होती राज, तो अपने भाई से जब चाहती तब चुद्वा सकती थी. राज ऐसा नही कि रवि की चुदाई से मे खुश नही थी लेकिन जिस हिम्मत से तूने मेरी कोई बात सुने बिना मुझे नंगी करके झुकाया उससे मे तुझपे मर गयी. तेरे जैसे मर्द के सामने झुकके उससे चुद्वाने मे अच्छा लगने लगा मुझे. जी भरके चोद भयया मुझे और ले मेरा दूध पी राजा. आज तू मेरा दूध चूस कल तेरा बेटा यही दूध चुसेगा राज भयया. ” चुदाई की स्पीड और फास्ट करते, सीमा के दूध अच्छे से चुस्के राज बोला, “सीमा तू मेरी सग़ी बेहन नही हुई तो क्या आज से मेरी मूह बोली रंडी बेहन तो है ना? अब जब चाहू तेरे घर मे भाई बनके रहते हुए तुझे जब चाहू तब चोद सकता हूँ. तेरे पति को भी कुछ शक़ नही होगा. बड़ी गर्मी है ना तेरी चूत मे मेरी छीनाल बहना तो यह ले चुदवाले मेरे लंड से अपनी चूत रंडी साली. पहले कितने नाटक किए तूने, बड़ी सीधी साधी बन रही थी और अब देख उछल-उछल के चुद्वा रही है. तेरी जैसी गर्म औरत का यही नाटक मुझे पसंद है

सीमा, उससे तेरेको चोदने मे और मज़ा आता है मुझे. ” फिर राज का मूह अपनी निपल पे दबाते बोली, “अफ मेरे राज राजा, आरे शरमाना, नाटक करना यह तो औरत के गहने है. अगर मे सीधे से तेरे हाथ आती तो इतना मज़ा कहाँ मिलता जो अब मिल रहा है. मेने नखरे किए इसलिए तो तू अब मुझे ऐसे चोद रहा है. राज आजसे मे तेरी बहना बेगम हूँ. जब मौका मिलेगा तब मेरे घर आके रुक और मुझे आपने नीचे सुला के चोद राजा. हाीइ राज राजा बड़ा सकुन मिल रहा है तेरी चुदाई से. देख मेरा पूरा जिस्म कैसे तुझसे चुद्वाते वक़्त उछल रहा है. आज कितने दिन के बाद पहली बार मेरी चूत को मेरे भाई का दामदार लंड मिला है राजा. और ज़ोर्से चोद मेरी चूत. राज आज तेरे

लंड का पानी मेरी चूत मे डाल ताकि मे तेरे बच्चे को जनम दे सकु, अपने भाई की औलाद पैदा कर सकु. ” राज अब और ज़ोर्से बेरहमी से सीमा की चूत चोद्ते मम्मे मसल्ते बोला, “अफ साली पहली बार अपनी बेहन की चूत चोद रहा हूँ. बहुत अच्छा लगा तुझे चोदने मे सीमा, तेरी जैसे बेहन की चूत चोदने को मेरा लंड हमेशा गर्म रहता है रानी. अब मे भी ज़ड़नेवाला हूँ और तेरी इस चूत मे ज़ड़के मेरी औलाद दूँगा बहना. ले रांड़ बेहन साली डालता हूँ तेरी चूत मे मेरे लंड का पानी. तू तो साली एकदम छीनाल है. दिल तो करता है तुझे अब मेरे साथ ही रखू और दिन रात तेरा यह जिस्म ऐसे ही चोद्ता रहू. लीईई मेरााआआअ पाणियीईईईईईई टर्र्र्र्रृिई चहुउऊुउउत्त्तत्त माआआऐययईईईई. ” सीमा भी राज को कासके पकड़ते अपनी चूत उसके लंड पे दबाते बोलती है, “हां भैया डालो अपना पानी मेरी चूत मे और मुझे बच्चा देदो. यह तेरी बेहन तेरी रंडी बेहन इस बच्चे को जनम देके तुझे तेरी मेहनत का फल देगी. ऐसे ही चोद्ते रहो मुझे. ” दोनो शांत होने के बाद राज उठके उन दोनो के बदन सॉफ करता है. फिर चाइ पीने के बाद जवानी का तूफान फिर शुरू होता है और इस बार राज अपनी मूह बोली बेहन की गांद मारता है. शाम तक सीमा को चोदने के बाद राज उसके घर से निकलते वक़्त अपने साथ लाए सब गारमेंट्स गिफ्ट मे सीमा को देता है.

———————-दा एंड—————————————————

 



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