बेटे और फ्रेंड की चुदाई के प्लान की कहानी

आप सब को स्टोरी बहुत पसंद आ रही है. आपके बहुत सारे मैल आ रहे है. बहुत सारी हाउसवाइफ ने भी अपनी बात मुझ तक लिख कर भेजी है. ऐसे ही एंजाय करते रहिए.

मुझे रोहित से चुड़वते हुए महीना भर हो गया, पर रोहित के प्यार और चुदाई में कोई कमी नही आई. चुदाई के कारण मूड बहुत अछा रहने लगा. बेटा मेरा चुदाई का चारजर बन गया था. मेरा मॅन करता उससे पहले ही बेटा मुझे पेल देता था.

मैं खुश रहने लगी, और घर का सब काम भी जल्दी कर लेती थी. बेटा भी मेरी हेल्प कर देता था ताकि जल्दी फ्री हो कर हम दोनो मस्ती कर सके.

मेरी सहेली अनिता घर आई तो वो मुझे देख काफ़ी शॉक हो गयी. वो करीब 1 मंत बाद घर आई थी. उसका नाम अनिता है मगर मैं उसको नीता या नीतू ही बोलती हू.

नीता मेरी बेस्ट फ्रेंड है, और उससे मैं हर बात शेर करती हू. यहा तक की सेक्स की बात भी. नीता का हब्बी बॅंक मॅनेजर है, तो वो दूसरी सिटी में रहता है. मंत में 1 बार ही घर आता था. नीता ने मुझे बताया की उसके होटेल में गर्ल्स आती थी, तो वो उनको छोड़ता था.

नीता को वो बहुत ही कम छोड़ता था. वो अपने फ्रेंड सर्कल में सब की स्टोरी जानती थी, की कों-कों अपने दूध वाले, शॉपकीपर और मोहल्ले में चुड़वति थी.

नीता भी बोलती थी, की कोई ढंग का ब्फ मिल जाए तो चुदाई करवा सकती थी. उसके मोहल्ले वाले उसको छोड़ने के लिए खूब घास डालते है. लेकिन नीता अपने मोहल्ले में ये सब नही करना चाहती. नीता का बेटा अभिषेक और रोहित भी बेस्ट फ्रेंड्स है.

अभी करीब एक साल तक हमारे ही घर में रहा था, जब उसके मों दाद दूसरे शहर में रहे थे. बहुत ही अछा बॉय है. उस दिन नीता घर आई, तो मुझे देखते ही बहुत खुश हुई.

नीता: वाह यार, बहुत मस्त दिख रही हो. रूप रंग में खूब निखार आ गया. ये सब कैसे हुआ?

मिताली: यार ये सब तो बेटे का कमाल है. मेरा मतलब है बेटा जल्दी उठ कर योगा करता है, तो मैं भी जाय्न कर लेती हू. तोड़ा खाने-,पीने का भी ध्यान रखा. बेटा ही मेरा ट्रेनर है. बेटा बोलता था की ये नही किया तो मोटी हो जाओगी.

नीता: अर्रे यार काफ़ी अची दिख रही हो. एक-दूं मस्त, बोले तो कोई भी लाइन मार सकता है.

मिताली: ह्म क्या लॉगी बोलो?

नीता: मैं तो तेरी ही लूँगी.

ये बोलते ही हम दोनो हस्स पड़ी. नीता बहुत ही हासमुख और हाज़िर-जवाब थी. जब भी बात करती थी, तो सारी टेन्षन डोर कर देती थी.

तभी मेरा बेटा वाहा आ गया, और उसने नीता के पैर छुए. फिर थोड़ी बात की और चला गया.

नीता को देख कर उसने स्माइल दी. मुझे पता चल गया की नीता उसको पसंद आ गयी थी. उसके फिगर को देख कर बेटा खुश दिख रहा था. नीता ने रोहित को देखा तो उसने भी स्माइल दी.

नीता: यार रोहित ने भी अची बॉडी बना रखी है. पहले से लंबा हो गया है. तुम दोनो ने काफ़ी बॉडी मेनटेन कर रखी है. यार मुझे भी कोई टिप्स दो ना.

मैं मॅन ही मॅन सोचने लगी की इसको कैसे बतौ की बेटे ने मेरी रेल बना रखी थी. उसी की वजह से ये सब हुआ था. मैने उसको बोला की ज़रूर हेल्प करूँगी मैं उसकी.

नीता: यार एक ज़रूरी काम से आई हू. आज रात को 8 बजे मेरे साथ एक पार्टी में जाना है तुमको. बेटा तोड़ा बिज़ी है, और फिर लॅडीस की पार्टी है तो सोचा की उसको रात को भी तंग करूँगी. यार मेरी एक फ्रेंड है तो वाहा, तो जाना भी ज़रूरी है.

मिताली: वापसी कब है?

नीता: रात को 11 बजे से पहले तो नही होगा. 9 बजे के बाद शुरू होगा तो टाइम तो लगेगा. खाना भी वही है.

मिताली: कोई नही चलेंगे. तुम आ जाना.

नीता: यार तुम को ही आना होगा. चलो आ जौंगी मैं, बुत तेरी स्कूटी से ही चलेंगे. ज़्यादा लाते हुआ तो मैं रात को यही रुक जौंगी.तुम्हे मेरी सास का तो पता ही है.

हम दोनो ने थोड़ी देर वही बातें की और नीता वापस चली गयी. मैने देखा की रोहित भी नीता को खूब नोटीस कर रहा था. उसका लंड खड़ा हो गया था. मुझे पता चल गया था की रोहित नीता के बूब्स और नंगी पीठ देख कर एग्ज़ाइटेड था. वही हुआ, नीता के जाते ही रोहित मेरे पास आ गया.

रोहित: मों ये मेरा लंड खड़ा करने के लिए ही आई थी क्या? बहुत मस्त लग रही थी. बूब्स की दरार ने तो लोड्‍ा खड़ा कर दिया.

मिताली: ह्म यार तेरे लिए एक खुश खबरी है. तेरा काम बन जाएगा. चल अंदर चल कर बताती हू.

हम दोनो रूम में आ गये.

रोहित: कुछ भी कहो माल एक नंबर का है. साली के बूब्स देख कर ही लंड खड़ा हो जाता है. तेरी तो बेस्ट फ्रेंड है. तुझे तो इसकी सब स्टोरी पता होगी.

मिताली: यार इसका हब्बी मॅनेजर है तो होटेल में ही नयी-नयी गर्ल्स छोड़ता है. तो ये प्यासी है. मोहल्ले वाले सब इस पर लाइन मारते है, बुत ये घास नही डालती.

रोहित: इसका कोई लाफद है क्या?

मिताली: अर्रे नही है. इसको ब्फ की ज़रूरत है. ये अक्सर बोलती रहती है बुत शरम की वजह से नही कर पाती.

रोहित: अगर मैं इस पर लाइन मारु तो? यार तू कोई जुगाड़ बना दे यार. साली माल मस्त है, तू सेट्टिंग करवा दे.

मिताली: यार सीधे तो नही बोल सकती. कोई प्लान बना कर कुछ करती हू. बुत इस्पे विश्वास कर सकते है. मैं इसको लंबे टाइम से जानती हू. तू अगर इसको मास्क लगा कर छोड़े तो इसको तेरा पता चलेगा या नही?

रोहित: ह्म, बुत बोलूँगा तो भेद खुल जाएगा. आवाज़ बदलनी मुझे आती नही.

मिताली: नीता भी चेहरा च्छूपा कर चुडवाएगी, वो भी कोई रिस्क नही लेगी. तुम दोनो को ही आइडेंटिटी च्छूपा कर करना होगा.

रोहित: यार हम दोनो अगर अंधेरे में करेंगे तो फेस नही च्छुपाना होगा और साली को आराम से किस और बूब्स भी चूस सकता हू.

मिताली: ह्म ये ठीक है. एक दो बार इसको ऐसे ही छोड़. फिर देखते है की इसको तेरा बोलू या ना बोलू?

रोहित: यार इसको अपने घर में तो छोड़ सकते है. बुत तुमसे च्चिपा कर करे तो चलेगा क्या?

मिताली: चल छ्चोढ़ यार, आज इसको थोड़ी जल्दी बुला कर सेट करती हू. कोई प्लान दिमाग़ में आए तो बताना.

रोहित: चलो ठीक है. अगर फ़ासस गयी तो ठीक है, वरना साली को रात में पकड़ कर छोड़ेंगे.

मैने नीता को करीब 8 बजे ही घर पर बुला लिया. नीता खूब बाब तन कर आई थी. रोहित ने उसको देखा तो खुश हो गया. ब्लू कलर की सारी में मस्त लग रही थी.

मिताली: यार खाना लगा रखा है पहले खाना खा लो. फिर तुम को एक मस्त बात बतौँगी.

नीता: अर्रे पार्टी में खाना भी है.

मिताली: यार आज हम यही पार्टी करेंगे. बहुत दिन बाद एक साथ खाना खाएँगे.

नीता झट से मान गयी. मैं, नीता और रोहित ने एक साथ खाना खाया. रोहित नीता पर ही फोकस कर रहा था. फिर हम दोनो रूम में आ गयी.

मिताली: यार मुझे एक बॉय मिल गया है. जो मेरी बॉडी मेनटेन कर रहा है. अब तुम से क्या च्छुपाना. बहुत एनर्जी से करता है सब. बहुत मज़े देता है.

नीता: ऑश मी गोद. तुम अब बता रही हो मुझे. कों है यार वो, और कब से मज़े ले रही है तू अकेली-अकेली? मेरा भी करवा दे कुछ.

मिताली: यार एक मंत हो गया.

नीता: क्या आगे है? कितनी बार मिली हो?

मिताली: बस रोहित जितनी आगे है. इतनी ही हिगत है. एक बार उसके साथ रात बीता ले तो फिर कोई दूसरा पसंद नही आएगा. खूब मस्त है.

नीता हस्ती मेरे पास आ गयी. मेरे कान के पास आ कर बोली: उसका टूल कैसा है?

मिताली: सब मस्त है. एक बार ट्राइ करेगी तो दोबारा मूड कर नही देखना पड़ेगा. बॉय मस्त है. सोच रही थी की तुझे सब बता डू, बुत रोहित था वाहा पे.

नीता: अपनी प्राइवसी तो रहेगी ना? कोई लाफद ना हो बस.

मिताली: बहुत अछा बॉय है यार. इतना प्यार करेगा की हब्बी को भी भूल जाएगी. मूड फ्रेश हो जाएगा.

नीता: आज रात का प्रोग्राम बना लेना. मेरा तो बहुत मॅन है. तूने पटाया है तो फिर ज़्यादा टेन्षन लेने की ज़रूरत नही. एक बात तो बता. कितने टाइम तक कर लेता है?

मिताली: यार तू 2-3 बार और उसका वन टाइम.

नीता: ऑश यार जवान लड़को की बात ही अलग होती है. बूब बहुत चूस्टे है. उनको भी हाउसवाइफ बहुत अची लगती है.

मिताली: मैने बॉय को बोल दिया है. 10 बजे का टाइम दिया है उसने. बड़ा अछा लड़का है. बहुत रेस्पेक्ट करता है. हा जी हा जी बोल रहा था.

नीता: यार करेंगे कहा?

मिताली: अर्रे इसी रूम में. रात को रोहित उपर सोता है. मेरे रूम में नही आता. उपर वाली सीडीयान लॉक कर दूँगी. रूम में लाइट ऑफ करके सब आराम से हो जाएगा.

नीता: ऑश यार बहुत एग्ज़ाइटेड हू मैं तो. मतलब पहली बार ही करूँगी ये सब.

मिताली: मैने बोल दिया ना की एक बार वो तेरे पर चढ़ गया तो तू उसको नीचे नही उतारने देगी. उपर से नीचे तक सब चीज़ की सर्विस कर देगा. बहुत ही प्यारा लड़का है.

नीता: यार तेरी बात सुन कर गीली हो रही हू. एक बेस्ट फ्रेंड ही काम आती है. मैं तो तेरे लिए सोच रही थी, बुत तूने तो मेरे भी जुगाड़ कर लिया.

मिताली: वो बॉय सब आचे से करेगा. जैसे बोलॉगी वैसे ही. जब मूड हो तब बुला सकती हो.

नीता: ऑश थॅंक्स यार. यार तेरी ये हेल्प तो कभी नही भूलूंगी.

मिताली: चलो अब टाइम हो गया. वाहा बस ज़्यादा टाइम नही लगाना. 10 बजे तक वापस आ जाएँगे.

नीता आज बहुत खुश थी. वो खड़ी हुई तो मैने उसके बूब्स और गांद दबा दी.

मिताली: आज इन दोनो की खैर नही. खूब सर्विस होगी. बाकी तुझे घोड़ी बना कर पीछे से सर्विस देगा तो खुद जान जाओगी की बॉय कैसा है.

नीता हस्स पड़ी. वो फिर धीरे से बोली-

नीता: बस ये सब तेरी मेहरबानी है मेरी जान.

फिर हम दोनो पार्टी में चली गयी. बहुत सारी हाउसवाइफ ने मसाज कर कहा है की स्टोरी पढ़ कर ऐसे लगता है की जैसे खुद का बेटा उनको छोड़ रहा है. काई ने तो अपना एक्सपीरियेन्स भी बताया है की कैसे उनके बेटे उनके बूब्स और गांद को टच करने लगे है.

बहुत सारी मोम्स अपनी बात बता रही है. जिनको हब्बी सुख नही देते वो हाउसवाइफ भी कोई ना कोई तो ढूँढ ही लेती है जो उनको प्यार करे. आप भी अपना एक्सपीरियेन्स बता सकते हो.

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