विडो आंटी के स्टोरी राइटर से चूड़ने की कहानी

हेलो दोस्तों, कैसे हो आप सब? ई आम किंजल (बॉय) फ्रॉम आमेडबॅड गुजरात. ई आम एक्सपीरियेन्स्ड पर्सन इन तीस लाइफ स्टाइल. मुझे मेच्यूर ओल्ड आगे लॅडीस ज़्यादा पसंद है, सो ऑल थे हॉट, सेक्सी, आंड फन लविंग लॅडीस, आप मुझे मैल कर सकती हो. ई रेस्पेक्ट एवेरिवन’स प्राइवसी.

जैसे की आप सब को पता है, की मुझे अपना एक्सपीरियेन्स शेर करना अछा लगता है. तो मेरा और एक रियल एक्सपीरियेन्स शेर करना चाहूँगा आप लोगों के साथ, जो अभी उत्तरायण पे हुआ.

मेरी लास्ट स्टोरी “सेक्सी वाइफ को उसके हज़्बेंड के सामने छोड़ा” को आप सब का बहुत प्यार मिला, और मुझे बहुत सारी मेल्स आई आप सब की. दिल से सुक्रिया आप सब का. आप जैसे मेरे फँस की वजह से ही अपना एक्सपीरियेन्स शेर करने का दिल करता है.

तो बात ये हुई की मेरी स्टोरी पब्लिश होने के 3 दिन में ही मुझे एक अननोन ई’द से मैल आई. उसमे सिर्फ़ इतना लिखा था-

मेसेज: आपकी स्टोरी बहुत अची है. मेरी तो पढ़ के ही छूट गीली हो गयी.

इसके अलावा और कुछ नही था, तो मैं इतना तो समझ गया की वो लेडी थी.

मैने उनको रिप्लाइ दिया: थॅंक योउ मेडम मेरी स्टोरी पढ़ने के लिए. क्या मैं आपके बारे में जान सकता हू?

फिर दूसरे दिन उनका रिप्लाइ आया की वो 52 आगे की ओल्ड आगे लेडी थी, और लकिली आमेडबॅड में ही रहती थी. नामे उन्होने नही बताया प्राइवसी के लिए. उनके हज़्बेंड की डेत हो गयी थी, और बच्चे फॉरिन में सेटल्ड थे.

वो कुछ महीने यहा तो कुछ महीना वाहा ऐसे रहती थी. फिर हमने 3 दिन मैल में ही चिट-छत किया. जैसे-जैसे उनको मुझपे ट्रस्ट आता गया, मैं और हॉट सेक्सी बातें करने लगा उनसे. वो मुझे बोल रही थी-

आंटी: तुम्हारी बातों से ही मेरी छूट गीली हो रही है यार.

मे: आपको कितना टाइम हुआ सेक्स किए?

आंटी: मोरे तन 10 यियर्ज़. और हज़्बेंड की डेत को 8 साल हो चुके है. लेकिन वो ठीक से कर नही पाते थे, बीमार थे तो.

मे: श अछा आंटी, तो आपका दिल नही करता कुछ करने का?

आंटी: करता तो बहुत है, लेकिन ये समझ लो दर्र, और अभी किसी पे ट्रस्ट भी तो नही कर सकती ना.

मे: हा आंटी, ई कॅन अंडरस्टॅंड. बुत अगर आप प्राइवसी में लाइफ का बेस्ट एक्सपीरियेन्स लेना चाहती हो तो बताना. आपकी प्राइवसी मेरी ज़िम्मेदारी है.

आंटी: ओक बेटा, अगर तुम सही लगे तो मिलेंगे. वैसे भी पुरानी शराब ज़्यादा मज़ा देती है

मे: अछा जी, तब तो पुरानी शराब का टेस्ट करना पड़ेगा.

आंटी: बातें तो बहुत अची कर लेते हो.

मे: मैं और भी बहुत कुछ आचे से कर लेता हम

ऐसे ही और 2-3 दिन मेल्स में ही बात चली. फिर उन्होने मुझे गूगले छत पे बात करने को बोला. उसमे से हमने वाय्स कॉल में बात करना स्टार्ट किया. हम रोज़ तोड़ा-तोड़ा आयेज बढ़ रहे थे.

मैं अपनी बातों से उनकी छूट रोज़ गीली कर देता था. वो फोन सेक्स में इतना खुश थी, की उसकी मोनिंग की आवाज़ें मेरे मोबाइल से बाहर तक सुनाई देती थी. फिर आया वो दिन जब उसको मुझपे आचे से ट्रस्ट हो गया. तो वो बोली-

आंटी: बेटा आज हम वीडियो कॉल में बात करेंगे.

मे: वाह! भगवान ने मेरी सुनी तो. सही है ना?

आंटी: अछा बच्चू, इस बुढही को देख के मूड बदल तो नही जाएगा ना?

मे: नही मेरी सेक्सी आंटी. आप जैसी भी हो, मुझे पसंद हो.

आंटी: ठीक है, तो रात को 11 बजे आ जाना ऑनलाइन.

मे: ओक.

फिर मैं रात का वेट करने लगा. लंड तो था की सोने का नाम ही नही ले रहा था. टाइट का टाइट था पूरी रात. रात को10:50 को उनका सामने से मेसेज आ गया.

आंटी: रेडी हो क्या?

मे: हा मेरी जानू, कब से वेट कर रहा हू.

आंटी: ओक रूको, मैं करती हू वीडियो कॉल.

फिर उन्होने मुझे वीडियो कॉल की, और क्या ग़ज़ब लग रही थी वो. सेक्सी रेड निघट्य पहनी हुई थी उन्होने, जिसमे से उनकी रेड ब्रा क्लियर दिख रही थी. उनके बूब्स 38″ के थे, मस्त गोरी, और हेर तो उसने आयेज किए हुए थे. उसकी गांद से भी नीचे जाए, इतने लंबे थे हेर उसके. उसको देख कर कोई नही कह सकता था, की वो 52 की होंगी.

मे: वाउ मेरी जान, आप तो एक-दूं कड़क माल हो मुआहह.

आंटी: अछा बेटा, और क्या-क्या अछा लगा तुम्हे?

मे: आपका दूध बहुत मस्त है. दिल करता है की…

आंटी: हा बेटा, बोलो क्या करता है दिल तुम्हारा?

मे: दिल करता है की निचोढ़ लू पूरा चूस चूस के मेरी डार्लिंग.

आंटी: आहह बेटा, गरम मत करो मुझे. फिर तुम्हे पता है ना रोक नही पौँगी खुद को.

मे: तो रोका किसने है? अपने बंधन से मुक्त हो जाओ मेरी जान. आज सिर्फ़ हम दोनो ही है. खुल के जो दिल करे सब करो.

ये सुन के आंटी ने सीधा नाइट और ब्रा की दोनो साइड की स्ट्रॅप्स को कंधे से निकाल दिया, और उनके बड़े-बड़े मिल्की बूब्स उछाल के बाहर आ गये. आआहहा! क्या बतौ दोस्तों उनके निपल एक-दूं ब्राउन थे, और टाइट बूब्स थे, जैसे किसी पोर्नस्तर के होते है. मानो मैं तो जन्नत में था. वो बूब्स दबा-दबा के बोल रही थी

आंटी: आहह बेटा, आ जाना ना, मेरा दूध पी ले. आज से सारा दूध तेरा ही है.

मे: हाअ मेरी आंटी, मसल-मसल के पीना है.

उनका डेरिंग देख के मैं भी इधर नंगा हो गया, और मेरा बड़ा हार्ड डिक देख के उनके मूह में पानी आने लगा.

आंटी: आअहह बेटा, तेरा तो मेरी उम्मीद से बड़ा है. अब जल्दी आजा मुझे छोड़ने.

मे: मैं तो आना चाहता हू, आप बुलाओ तब ना.

बातों-बातों में मैने आंटी को इतना गरम किया, की वो बूब्स दबाते हुए मेरे सामने छूट में 2 उंगली कर रही थी, और मेरे सामने उन्होने अपना पानी निकाला. मुझे भी इतनी सेक्सी वाय्स में सिड्यूस किया, की मेरा भी पानी निकल गया. अब वो बहुत खुश लग रही थी. तो उन्होने बोला-

आंटी: एक काम करो, 2 दिन बाद उत्तरायण है. तुम आ जाओ मिलने. हम 2 दिन साथ में रहेंगे.

ये सुन के मैं इतना खुश हो गया, की फ्लाइयिंग किस देने लगा. और मेरा लंड दोबारा खड़ा हो गया. वो बोली-

आंटी: अर्रे इतनी देर में वापस खड़ा भी हो गया?

मे: अब आपको ही संभालना है मेरी जान.

आंटी: हा बेटा, जल्दी आ जाओ. अब तो मेरी छूट भी बहुत तड़प रही है तुम्हारा लंड लेने को.

हमने फिरसे हॉट बातें चालू कर दी. इस बार मैने उनको भी पूरी नंगी करवाया, और हमने 35 मिनिट तक वीडियो सेक्स किया. फिर वो तक गयी तो बोली-

आंटी: अब सो जाते है, परसो मिलते है.

हमने टाइम आंड वेन्यू डिसाइड कर लिए, और वो मुझे लेने आने वाली थी.

उत्तरायण के दिन अर्ली मॉर्निंग ठंड भी थी, और सब जगह काइट्स उड़ने चालू हो गये थे आमेडबॅड में. मैने उनको कॉल की, और वो मुझे रिवेर्फरोंट पे कार में लेने आई. उन्होने मुझे सिड्यूस करने के लिए वन-पीस पहना था इतनी ठंड में भी. इससे उसकी डीप क्लीवेज कमाल की दिख रही थी, और नीचे जाँघ पूरी खुली थी.

रास्ते में मैं उसकी जाँघ को सहला रहा था. मेरे हाथ ठंडे थे, और वो आउच-आउच कर रही थी. फिर चान्स मिलते ही मैं उसके बूब्स पे हाथ घुमा लेता. फिर वो मुझे भोपाल में अपने फ्लॅट पे ले गयी. 3 भक आलीशान फ्लॅट था उनका. हम जैसे ही फ्लॅट में गये, मैने उनको पकड़ के टाइट हग कर लिया. फिर वो बोली-

आंटी: तोड़ा सबर करो बेटा. अब 2 दिन तुम्हारी ही हू, जो चाहे जैसे चाहे कर लेना. पहले जाके फ्रेश तो हो जाओ.

फिर मैं फ्रेश होने गया. तब तक वो छाई नाश्ता ले आई. उन्होने ब्लॅक कलर का वन-पीस पहना था. मैं तो उसकी क्लेवगे को ऐसे ताड़ रहा था, जैसे अभी पूरा खा जौंगा. वो भी मुझे देख के मुस्कुरा रही थी.

आंटी: बोला था ना मैने, की पुरानी शराब हू.

मे: हा मेरी रानी, आज तो पूरा टेस्ट करूँगा पुरानी शराब का.

आंटी: हा, तुमसे पूरा मज़ा लेने के लिए ही तो मैं कल ब्यूटी पार्लर में फुल बॉडी वॅक्स करवा के आई हू. 2 दिन मैं सिर्फ़ तुम्हारी हू मेरे बच्चे.

ये सुन के नास्टा करते-करते मैं उनकी गोद में बैठ गया. अछा वो मिलफ टाइप थी. उनका फिगर 38-36-40 था, तो आप सोच सकते हो कितनी मस्त लग रही होगी.

मैं उनकी गोद में बैठ के उनके गले को किस करने लगा. वो मुझे अपने हाथो से नाश्ता खिलाने लगी. मैने नाश्ता खाते हुए उसकी ब्रा में हाथ डाल दिया, और उसके मम्मो को मसल-मसल के रोमॅन्स करने लगा. फिर उसने भी नाश्ता साइड में रख दिया, क्यूंकी हम दोनो को भूख किसी और चीज़ की थी.

अब मैने आंटी का फेस पकड़ के उसके लिप्स पर अपने लिप्स लॉक कर दिए, और पहले स्लोली-स्लोली किस्सिंग करने लगा उसके जिस्म को सहलाते हुए. फिर वो भी मूड में आने लगी, तो उसने मुझे अपनी बाहों में दबा लिया.

मैं भी अब पॅशनेट किस्सिंग करने लगा. उसके वन-पीस की स्ट्रीप को कंधे से उतार दिया, और नीचे खींच दिया, तो उसकी ब्रा दिखने लगी, और मैं पागलों की तरह सब जगह चाटने लगा.

आंटी: आअहह मेरे बच्चे, बहुत मज़ा आ रहा है ष्ह उंह.

मैं तो अपने काम में मस्त था. हम किस्सिंग करते-करते ही उठे, और हॉल में सोफा था उसपे आ गये. अब हम तोड़ा वाइल्ड हो गये. उन्होने फटाफट मेरे कपड़े निकालना स्टार्ट किया, और विदिन आ मिनिट मुझे पूरा नंगा कर दिया, और नीचे बैठ के सीधा लंड मूह में ले लिया.

मैं खड़ा-खड़ा उसके हेर संभालते हुए उसके मूह को छोड़ने लगा. वो लंड से होते हुए मेरी गांद तक सब जगह चाट रही थी. आहह, क्या मज़ा आ रहा था. मेरे लिए ये अनएक्सपेक्टेड था.

वो मेरी गोटियों को बहुत मस्त चाट रही थी. इतने आचे से सक कर रही थी, की मानो एक्सपीरियेन्स्ड खिलाड़ी थी. मैने भी उसको खड़ा करके नंगा कर दिया एक ही झटके में. अब हम दोनो सोफे पे एक-दूसरे के जिस्मों से खेल रहे थे.

आहह, कसम से वो इतनी भूखी थी, की कोई कक्चा खिलाड़ी तो उसको संभाल भी ना पाए. वो मुझपे पूरी हावी हो गयी थी. मुझे अपने जिस्म से चिपका कर इतना बेशुमार रोमॅन्स कर रही थी, की जैसे मुझे खा जाएगी.

फिर सोफे पे ही वो लेती, और मेरा मूह अपने बूब्स में डाल के दबाने लगी. मैं दबा-दबा के मसालते हुए उसके बूब्स चूसने लगा. वो इतना ज़ोर से मेरा मूह बूब्स में दबा रही थी, की साँस लेना मुश्किल हो रहा था, और मैने भी उसके बूब्स पे इतना आयार से बीते किया, की मेरे दांतो के उसके बूब्स पे निशान पद गये. ये देख के वो मुझे और प्यार करने लगी

आंटी: आहह बेटा, ई लोवे योउ. मुझे ऐसा ही चाहिए था, की कोई मुझे दर्द देके छोड़े मेरे बच्चे. अब मैं मान गयी तू पक्का खिलाड़ी है.

फिर तो मैने उसके बूब्स पे, गाल पे छमात मारते हुए किस्सिंग करने लगा सब जगह. उसके बाद मैने उसके बूब्स पे बैठ के उसका मूह छोड़ने लगा. मुझे वो बहुत पसंद है. पूरा लंड उसके मूह में नही जेया रहा था, लेकिन फिर भी मैं बूब्स पे गांद हिलाते हुए लंड गले तक धकेलने लगा.

अब उसकी सांसो में तकलीफ़ हो रही थी. मैं मूह छोड़ता गया गले पर छमात मारते हुए. वो मेरी गांद पकड़ के खुद मुझे आयेज-पीछे करने लगी लंड लेने के लिए. उसकी छूट तो पूरी पानी-पानी हो गयी थी.

पानी के फवारे उडद रहे थे वो इतना एग्ज़ाइटेड थी. फिर करीब 45 मिनिट के हमारे इस फोरप्ले के बाद मैने ढेर सारी क्रीम उसके मूह में छ्चोढ़ दी. वो खाँसने लगी उलिटना सारा माल मूह में लेके. उसके मूह पे, बालों में, गले पे, सब जगह मेरी क्रीम ही क्रीम थी.

वो बहुत खुश हुई, और मुझे गले लगा लिया.

फिर वो बोली: बेटा आज तूने मुझे सही में चरमसुख दिया है, बिना छोड़े ही. मैं एग्ज़ाइटेड हू तुम्हारे साथ दो दिन खुल के बिताने को.

फिर 2 दिन हम दोनो पुर नंगे ही रहे एक-दूसरे की बाहों में. हमे जो भी करना होता साथ में करते, और हमने करीब 10 बार चुदाई की पुर घर के कोने-कोने में. जिसमे से 4 बार मैने उसकी गांद मारी, और क्रीम उसकी गांद में ही निकाल दी.

2 बार पानी उसने मूह में लिया, और 4 बार छूट में. उन्होने खुश हो कर मुझे पैसे भी दिए, और बोली-

आंटी: जब भी मैं यहा अवँगी, हम मिलेंगे.

तो दोस्तों कैसी लगी मेरी स्टोरी? मुझे अपना प्यार भेजना, और कोई फन लविंग कपल या मेच्यूर ओल्ड आगे लॅडीस ऑल्वेज़ वेलकम फॉर अड्वेंचर.

यह कहानी भी पड़े  जुहू बीच पर आंटी की मस्त चुदाई की कहानी


error: Content is protected !!