सुहाग रात की सेज पर पलंग-तोड़ चुदाई

हम दोनो ने खाना खा लिया. फिर दोनो ने मिल के घर की सॉफ-सफाई की और हॉल में जाके बैठ गाइए. कुछ देर टीवी देखने के बाद रोहित ने मुझसे कहा-

रोहित: तुम्हारे लिए और एक सर्प्राइज़ है बेबी.

मे: ओह मी गोद, और कितने सर्प्राइज़ बाकी है?

रोहित: अभी के लिए बस आखरी सर्प्राइज़ है.

मे: तो क्या है वो सर्प्राइज़?

रोहित: चलो मेरे साथ, तुम्हे दिखता हू.

रोहित मेरी आँखें बंद करके मुझे ले जेया रहा था. हम उसके सर्प्राइज़ तक आ चुके थे.

रोहित ने मुझसे कहा: आँखें मत खोलना.

मैने ओके बोला. उसने दरवाज़ा खोला, और मुझे आँखें खोलने को बोला. मैने देखा हम उसके कमरे में थे, और उसने उसके कमरे को फूलों से सजाया था. और अपने बेड को सुहग्रात की सेज की तरह सजाया था. मैने इस्पे उससे कहा-

मे: वाउ, हाउ ब्यूटिफुल. तो ये भी ख्वाहिश पूरी करना चाहते हो? मुझे लगा नॉर्मल बेड पे नॉर्मल सुहग्रात होगी.

रोहित: जब शादी की है तो सुहग्रात भी सुहग्रात के तरीके से मनाएगे ना, बेड फूलों से सज़ा के.

मे: थॅंक्स बेबी.

रोहित: वेलकम, बुत थॅंक्स किसलिए. इसकी कोई ज़रूरत नही. वाइफ हो तुम मेरी. इन सब पे तुम्हारा हक है बेबी.

मे: ओक मी डियर हज़्बेंड, सॉरी.

रोहित: नो थॅंक्स, नो सॉरी

मे: ओक डियर, आयेज से ख़याल रखूँगा.

रोहित: बेबी मैं फ्रेश होके आता हू. तुम्हे भी फ्रेश होना हो तो फ्रेश होके आओ.

इतना कह के वो फ्रेश होने के लिए चला गया. मैं भी फ्रेश होने चला गया. मैं बातरूम में जाके फ्रेश हो गया, और किचन में जाके दूध गरम किया. दूध में तोड़ा केसर और हल्दी मिलाई, और आचे से गरम करके एक ग्लास में दूध लेके रोहित के कमरे में आ गया. ग्लास टेबल पे रख दिया, और मैं बेड पे जाके रोहित की वेट करने लगा.

करीब 15-20 मिनिट्स बाद रोहित कमरे में आ गया. आते ही मुझे आँख मारी, और मुझे एक फ्लाइयिंग किस दी. मैं शर्मा गया. रोहित बेड पे आके मेरे पास बैठ गया, और मुझे बाहों में लेके मेरे माथे पे किस किया और कहा-

रोहित: जिस चाँद को मैं हर रोज़ सपने में देखता था, यकीन नही होता की आज वो मेरे पास है, मेरे साथ है. मैं भगवान का शुक्रिया अदा करता हू, की मेरा सपना उसने पूरा किया.

मे: जिन खुशियों को मैं हमेशा ढूंढता था, वो खुशिया मुझे तुम्हारी बाहों में मिली. तुम्हारी बाहें ही मेरी मंज़िल है. तुम्हारी बाहों में ही जन्नत है.

रोहित मेरे लिप्स पे किस करने लगा, तो मैने उसके लिप्स पे उंगली रख दी. तो हैरान होके उसने पूछा-

रोहित: क्या हुआ बेबी?

मैने उससे कहा: पहले दूध तो पी लो, जो मैने स्पेशली तुम्हारे लिए बनाया है. जिसे पीने से तुम्हे ताक़त आ जाएगी.

रोहित: ओह, दूध बनाया है मेरी रानी ने मेरे लिए. बहुत होशियार बन गयी है. मैं एक शर्त पे दूध पियुंगा.

मे: कों सी शर्त?

रोहित: इसे पहले तुम्हे पीना होगा, और बाकी बचा हुआ जूता मैं पियुंगा.

मे: नही इसे पहले तुम्हे ही पीना होगा. क्यूंकी पति का जूता दूध पीने से प्यार बढ़ता है.

रोहित: आज मेरी रानी बहुत बड़ी-बड़ी बातें कर रही है.

मेरे फोर्स करने पे उसने आधा ग्लास दूध पिया, और बाकी आधा बचा हुआ मुझे पिलाया.

रोहित: अर्रे मैं तो एक बात भूल ही गया.

मे: कों सी बात?

रोहित ने जेब से कुछ निकाला.

रोहित: ये मेरी वाइफ के लिए छ्होटा सा गिफ्ट.

मैने खोल के देखा तो उसमे एक बहुत ही खूबसूरत वॉच थी.

मे: वाउ, सो नाइस. ई लोवे योउ जान.

रोहित: पसंद आया मेरी जान को?

मे: हा बहुत.

ये कह के मैने वॉच को टेबल पे रख दिया.

रोहित: पता है बेबी, मैं तुम्हे मेरे कमरे में क्यूँ लाया?

मे: क्यूँ बेबी?

रोहित: 1. तुम्हे सर्प्राइज़ देना था की मैने सुहाग की सेज सजाई है, और दूसरा.

मे: दूसरा क्या?

रोहित: दूसरा ये की दुल्हन शादी के बाद अपने घर से दूल्हे के घर जाती है. वैसे ही तुम तुम्हारे कमरे से मेरे कमरे में आओ, इसलिए.

मे: ओह रियली, सो रोमॅंटिक.

रोहित: तुम खुश हो ना?

मे: हा मैं बहुत खुश हू.

रोहित: सच में ना? कोई नाराज़गी या कोई दबाव तो नही ना?

मे: नही बेबी, मुझे पहले कुछ अजीब सा लगा रहा था. बुत अब नही. अब मैं बहुत खुश हू.

रोहित: थॅंक योउ बेबी. चलो अब बातों में ही वक़्त ज़ाया करना है, या कुछ करना भी है? उसने ये कहा तो मैं शर्मा गया. रोहित मेरे सामने आया, और उसने मुझे बाहों में लिया. उसने मेरे होंठो पे किस करना शुरू किया, और मैं भी उसका साथ देने लगा. 15 मिनिट हमने ऐसे ही पॅशनेट किस किया. फिर उसने उसकी जीभ मेरे मूह में घुसाई, और जीभ से ही मेरे मूह को छोड़ने लगा.

मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. उसके बाद वो मेरे पीछे आ गया, और मेरी नेक पे किस करने लगा. उसके दांतो से मेरे कानो को हल्के से काटने लगा. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. मैं आअहह आअहह करने लगा. अब वो मेरे बूब्स को ज़ोर-ज़ोर से दबाने लगा. मुझे दर्द हो रहा था, तो मैने उसे ज़रा धीरे से दबाने को बोला.

तो उसने कहा: आज तोड़ा सहन करो मेरी रानी.

ये कह कर वो फिरसे मेरे बूब्स ज़ोर-ज़ोर से दबाने लगा. मुझे दर्द हो रहा था, बुत मज़ा भी आ रहा था. अब उसने मेरी शर्ट उतरी. मैने अंदर बनियान नही पहनी थी. उसने मेरे सामने आ कर मेरी पंत भी उतार दी. मैने नीचे अंडरवेर नही पहना था. ये देख कर वो मुस्कुराया और बोला-

रोहित: पूरी तायारी में आए हो सुहग्रात के लिए.

मैं भी मुस्कुराया. उसने मुझे बेड पे लिटाया, और अपनी शर्ट निकाल के मेरे उपर आ गया. उसने मुझे सर से चूमना शुरू किया. सर पे, माथे पे, होंठो पे, गालो पे, नेक पे किस करने के बाद वो मेरे निपल्स तक आया, और मेरे निपल्स को चूमने लगा. मेरे मूह से आहह निकल रहा था.

मैने उसे बोला: चूसो, और चूसो, पियो मेरे दूध को आहह ससस्स.

10 मिनिट्स मेरे निपल्स को चूसने के बाद किस करते-करते वो मेरी नाभि तक आया, और मेरी नाभि को चाटने लगा. मुझे गुदगुदी हो रही थी. मैं आहह उहह करने लगा. बहुत मज़ा आ रहा था. फिर वो किस करते-करते मेरे लंड तक आया, और मेरे लंड को अपने मूह में भर लिया.

अब वो ज़ोर-ज़ोर से मेरे लंड को चूसने लगा, चाटने लगा. मैं सातवे आसमान पे पहुँच गया. मुझे लगा जैसे मैं स्वर्ग में था. मेरी गफ़ श्रेया को मैने कितनी बार लॉडा चूसने को बोला था, बुत उसने हर बार माना ही किया था. रोहित कभी मेरा लॉडा मूह में लेता, कभी मेरे आँड को चाट-ता.

मे: चूसो मेरे राजा, बहुत मज़ा आ रहा है. आह सस्स्सस्स करीब 10 मिनिट मेरा लॉडा सक किया.

अब मैं उसके उपर आ गया, और उसे चूमना शुरू किया. उसके माथे को, होंठो को, नेक को किस करते-करते मैं उसके निपल्स तक आ गया. निपल्स को 10 मिनिट्स सक करने के बाद मैं उसकी नाभि तक गया. नाभि मैने जीभ से सहलाई.

अब मई उसके लॉड तक आ गया था किस करते-करते. मैने उसकी पंत उतरी, और अंडरवेर के उपर से ही उसके लॉड को चाटने और चूसने लगा. मैं पागलों की तरह उसके लंड पे टूट पड़ा. मेरी थूक से उसकी अंडरवेर गीली हो गयी.

मैने उसका अंडरवेर उतरा, तो उसका 8 इंच लंबा और 3 इंच मोटा लॉडा मुझे सलामी दे रहा था. मैं उसे देख कर खुश हो गया.

मे: अब ये लॉडा ज़िंदगी भर के लिए मेरा है. और हा, अब इस्पे सिर्फ़ और सिर्फ़ मेरा अधिकार है.

रोहित: जी रानी साहिबा. अब से ये आपके गांद रूपी छूट की ज़िंदगी भर गुलामी करेगा.

हम दोनो हसने लगे. मैं उसके लॉड को मूह में लेके ज़ोर-ज़ोर से चूसने लगा. मैं पागल हो रहा था. उसके लंड का खारा स्वाद मेरा नशा और बढ़ा रहा था. कभी मैं उसके लॉड को गले तक लेता, तो कभी उसके आँड को चाटने लगता.

रोहित: चूस मेरी रानी आहह, चूस. बहुत इंतेज़ार किया है इस पल का, की तू मेरे लॉड को तेरे मूह में लेगी, और प्यार से इसे चूसेगी. आअहह बहुत मज़ा आ रहा है मेरी रानी. भगवान जब देता है तब चप्पड़ फाड़ के देता है.

करीब 15 मिनिट्स उसके लॉड को चूसा, और बहुत प्यार से उसके साथ खेला. अब उसने मुझे डॉगी स्टाइल में होने को बोला, तो मैं हो गया. उसने पीछे से मेरी गांद को चाटना शुरू किया. उसकी जीभ मेरी गांद के अंदर-बाहर करने लगा. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. मैं इस मोमेंट को एंजाय करने लगा.

अब उसने मुझे पीठ के बाल लिटाया, और मेरी गांद के नीचे एक तकिया लगा दिया. फिर उसने गेल्ली उठाई, और मेरी गांद पे लगाने ही वाला था, की मैने उसे रोक दिया.

तो उसने कहा: क्या हुआ?

मैने कहा: आपकी थूक की काफ़ी है.

उसने कहा:तुम्हे दर्द होगा.

मैने कहा: से लूँगा. दर्द में ही मज़ा है.

तो वो मुस्कुराया. फिर उसने ढेर सारा थूक मेरी गांद पे, और उसके लंड पे लगाया. फिर मेरे दोनो पैर उठाए, और अपना लंड मेरी गांद में डालने लगा. उसने लंड आधा ही मेरी गांद में घुसाया की मुझे बहुत तेज़ दर्द हुआ. मैं उसे से गया. उसने और एक धक्का दिया, और पूरा लॉडा मेरी गांद में चला गया.

वो मुझे तड़प्ता देख 2 मिनिट्स के लिए रुक गया. उसे रुका हुआ देख मैं बोला-

मे: रुक क्यूँ गये? चलो शुरू हो जाओ. फाड़ दो मेरी गांद, और पूरी तरह से बना दो मुझे आज तुम्हारी तंन-मॅन से.

रोहित ने स्ट्रोक लगाना शुरू कर दिया, और साथ में ही वो मेरे बूब्स दबाने लगा. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. मैं भी नीचे से अपनी गांद हिलने लगा. अब रोहित ज़ोर-ज़ोर से स्ट्रोक लगाने लगा. उसका लॉडा मेरी गांद की गहराई को चीरता हुआ सीधा मेरी आत्मा तक जेया रहा था, और मेरे अंदर की औरत को अपार संतुष्टि मिल रही थी.

15 मिनिट्स तक उस पोज़िशन में छोड़ने के बाद मुझे उसने डॉगी-स्टाइल में होने को बोला. मैं डॉगी स्टाइल में आ गया.

करीब 15 मिनिट्स तक उसने मुझे डॉगी पोज़िशन में छोड़ा. पुर कमरे में गांद चुदाई की फट-फट की आवाज़ गूँज रही थी. और फिर रोहित का लावा फूटने ही वाला था की उसने मुझे बोला-

रोहित: मेरा छ्छूटने वाला है. पानी कहा छ्चोढू?

मैने कहा: मेरे मूह में दे दो.

उसने लॉडा गांद के बाहर निकाला, उसको दो-चार बार हिलाया, और मेरे मूह में ही सारा पानी छ्चोढ़ दिया. मैने उसे पी लिया और बहुत ही प्यार से उसके लॉड को चाट-चाट के सॉफ किया.

उसने उसके हाथ में नेरा लॉडा लिया, और उसे ज़ोर-ज़ोर से हिलने लगा. करीब 5-7 मिनिट्स के बाद मेरा पानी निकल गया, और पूरा पानी मेरे पेट पे गिर गया. रोहित ने बड़े ही प्यार से पूरा पानी चाट लिया और उसे पी गया. फिर मेरे लंड को उसने जीभ से सॉफ किया.

हम दोनो पसीने से पूरी तरह भीग गये थे, और ऐसे ही भीगे बदन से एक-दूसरे से चिपक के लूड़क गये. 15 मिनिट्स तक हम ऐसे ही बेड पे पड़े रहे. फिर बातरूम में जाके दोनो ने साथ में शवर लिया, अपने आप को सॉफ किया, और बेडरूम में आ गये. और ऐसे ही नंगे ही एक-दूसरे की बाहों में लूड़क गये.

उस रात फिर रोहित ने मुझे 3 बार छोड़ा. कुल मिला कर उस रात हमने 4 बार चुदाई की. हम दोनो बहुत खुश थे. हम दोनो एक-दूसरे को पकड़ अपने आप को कंप्लीट महसूस कर रहे थे.

तो ये थी हमारी सुहग्रात की कहानी. आयेज हमने क्या-क्या किया, ये जानने के लिए पढ़ते रहिए ये सीरीस. तब तक लिए मैं आपसे विदा लेता हू. आप सब अपना-अपना ख़याल रखना. लोवे योउ ऑल!

यह कहानी भी पड़े  भतीजे पर चाचा की गंदी नजर पड़ने की सेक्सी कहानी


error: Content is protected !!