यार को बुला कर गांद चुडवाई
स्टोरी कंटिन्यूस. अगले दिन दोपहर 12:30 बजे अभिषेक ने मुझे आवाज़ लगाई. अभिषेक: समीर, समीर, उठो. तुम ठीक तो हो ना? अभिषेक की आवाज़ सुन कर मेरी नींद खुली. मैं उठा तो मैने देखा की मैं अपने मों दाद के बेडरूम में था, और मैं चादर में लिपटा हुआ था. मैं पूरी तरह नंगा था. …