प्यारी भाभी की चुदाई

थोदि देर तक भभि मेरा लुनद सहलति रहि। उसके बाद उनहोने भि अपने कपदे उतर दिये और एक दम ननगि हो गयि। भभि भि बहुत हि खूबसुरत थि। उसके बाद वो बेद पर लेत गयि और बोलि, अब थोदा सा तेल अपने लुनद पर लगा लो और आ जओ। मैने कहा, कया भभि, आप ने तो भैया से बहुत बार चुदवया है, आप मुझसे तेल लगने को कह रहि हैन। बिना तेल के जयदा मज़ा आयेगा। वो बोलि, फिर देर किस बात कि आ जओ। मैन भभि के पैरोन के बीच आ गया। भभि ने कहा, आरम से घुसना, जलदि मत करना। जब मैन रोकुनगि तो रुक जना। मैने कहा, थीक है। वो बोलि, चलो अब धीरे धीरे अनदर घुसओ। मैने अपने लुनद का सुपदा भभि कि चुत के मुह पर रख दिया और धीरे धीरे अपना लुनद भभि कि चुत मेन घुसने लगा। जैसे हि मेरे लुनद का सुपदा भभि कि चुत मेन घुसा तो उनके मुह से आह निकल गयि। उनकि चुत मुझे जयदा तिघत लग रहि थि। मेरा लुनद आसनि से घुस नहिन पा रहा था। मैन जोर लगा कर धीरे धीरे अपना लुनद भभि कि चुत मेन घुसने लगा। भभि आहेन भरति रहि। जब मेरा लुनद 5″ तक घुस गया तो दरद के मरे उनका बुरा हाल होने लगा लेकिन उनहोने मुझे रोका नहिन। उनहोने अपने होथोन को जोर से जकद लिया था।

मैन जोर लगता रहा। जब मेरा लुनद भभि कि चुत मेन 6″ तक घुस गया तो वो बोलि, अब रुक जओ। मैन रुक गया तो वो बोलि, बहुत दरद हो रहा है। अब बरदसत करना मुशकिल है। कितना बकि है अभि। मैने कहा, 3″। वो बोलि, अब और जयदा अनदर मत घुसना। धीरे धीरे चुदयि करना शुरु कर दो। मैने धीरे धीरे भभि कि चुदयि शुरु कर दि। उनकि चुत ने मेरे लुनद को बुरि तरह से जकद रखा था। वो आहेन भरति रहि। मुझे भि खूब मज़ा आ रहा था। आज मैन किसि औरत को पहलि बार चोद रहा था।

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5 मिन कि चुदयि के बाद भभि झद गयि। उनहोने बहुत दिनो से चुदवया नहिन था इसलिये उनकि चुत से धेर सारा जुइसे निकला। उनकि चुत और मेरा लुनद एक दम गीला हो गया तो उनहोने कहा, अब धीरे धीरे बकि का भि घुसा दो। मैने इस बार थोदा जयदा हि जोर लगा दिया तो वो अपने आप को रोक नहिन पयि। उनके मुह चीख निकल हि गयि लेकिन उनहोबने तुरनत हि खुद को समभल लिया। मैने इस बार एक धक्का लगा दिया तो वो दरद के मरे तदपने लगि और बोलि, अब कितना बकि है। मैने कहा, 1″। वो बोलि, अब चोदो मुझे, बकि का चुदयि करते समय घुसा देना।

मैने भभि कि चुदयि शुरु कर दि। मुझे खूब मज़ा आ रहा था। भभि दरद के मरे आहेन भर रहि थि। जैसे जैसे समय गुजरता गया वो शनत होति गयि। अब उनहेन भि मज़ा आने लगा था। तभि मैने एक धक्का लगा कर बकि का लुनद भि उनकि चुत मेन घुसा दिया। वो चीखि उथि और बोलि, पूरा घुस गया। मैने कहा, हान। वो बोलि, अब जोर जोर से चोदो। तुम तो गावँ मेन कुशति लदा करते थे ना। मैने कहा, हान। वो बोलि, अब तुम मेरि चुत के साथ कुशति लदो। मेरि चुत को अपने लुनद का दुशमन समझ लो और मेरि चुत पर अपने लुनद से खूब जोर जोर से वर करो। फद देना आज इसको। मैने कहा, अगर फद दूनगा तो बाद मेन मज़ा कैसे आयेगा। वो बोलि, तुम इसका मतलब नहिन समझे। मैन सच मुश फदने को थोदे हि कह रहि हून।

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