ससुर के बाद बेटे के लंड पर चड़ी मा

आप सब सेक्सी मोम्स और भाभियों को स्टोरी बहुत पसंद आ रही है. बहुत सारी मोम्स, सिस्टर्स, भाभियों ने अपना एक्सपीरियेन्स भी शेर किया है. आप भी अपना एक्सपीरियेन्स बता सकती हो.

दादा जी 5-6 दिन बाद घर आए थे. दादा जी ने मों को बुला कर खूब मज़े ले ले कर छोड़ी. मैने और मोनिका दीदी ने चुदाई लिव देखी. दादा जी ने मों के उपर लेट कर छोड़ी, और फिर चुदाई के बाद भी मों के उपर लेते रहे. मुझे और मोनिका को ये अछा नही लग रहा था. मों नीचे दबी हुई थी, और दादा जी ने मों के बूब्स को भी दबा रखा था.

दादा जी ने मों के उपर लेते हुए काफ़ी देर तक मों को चूसा. वो मों मे बुक्बीस के भी मज़े ले रहे थे. फिर मों खड़ी हुई और रूम से बाहर निकल गयी. रूम से बाहर मैं और दीदी तैयार खड़े थे. हम दोनो को देख कर मों चौंक गयी.

मों: यहाँ क्या कर रहे हो तुम?

अमित: हम दोनो की मों चुड रही थी, उसी को देख रहे थे.

मों: ऑश सब देख लिया?

मोनिका: ह्म बहुत मस्त छोड़ी तुमको दादा जी ने? बूब्स भी बहुत दबाए.

मों: अर्रे चलो उपर, कोई आ जाएगा. वो तो तेरे दादा ने काई दिन बाद ली थी ना.

मों स्माइल दे रही थी.

अमित: ह्म. अब पता चला की तुम इतनी अची बहू कैसे बन गयी!

मों ने मेरे गाल पर हाथ मारा, और शरमाते हुए बोली-

मों: हॅट! ऐसे नही बोलते, मों हू तुम्हारी. मेरी भी लाइफ है.

मोनिका: ह्म सही है, दादा जी को भी खुश रखना पड़ता है.

मों: तुम दोनो भी ना. ऐसे च्छूप-च्छूप कर चुदाई नही देखते. बात भी नही सुनते. थोड़ी सी प्राइवसी रखनी चाहिए. वो वैसे ससुर है, बुत शादी के बाद से ही हब्बी जैसे है मेरे.

हम रूम में आ गये.

मोनिका: चलो नहा कर आते है. फिर बात करेंगे. बाहर बहुत गर्मी थी.

मों: ह्म चलो नहा लो.

हम नहाने चले गये. मों को मैने ही नंगी कर दिया. मैने मों को पकड़ा, और किस करने लगा.

मों: अर्रे अभी शुरू हो गया तू!

मोनिका: आज मों बहुत चूड़ी है.

मों: उन्न्म्माहह बहुत मस्त चूस्टा है. जवान बेटा मों को किस करके मज़े देगा ये तो मैने सोचा भी नही था.

मोनिका: मों भी मस्त चूस्टी है.

मैने दीदी को भी किस किया. मों को आयेज किया, और मों की गांद पर लंड रख दिया. फिर बूब्स भी दबाए. मों हॅपी लग रही थी. बीच-बीच में मोनिका दीदी को भी किस किया. हम आधे घंटे बाद नहा कर बाहर आ गये.

मों अपनी गांद मतकाती हुई आ गयी. मैने मों को बेड पर बुला लिया. मैने मों को अपनी गोद में लिटा लिया. फिर मों के होंठ चूसने शुरू कर दिए.

मोनिका: श मों काफ़ी हॉट लग रही है. दादा जी को भी खूब मज़ा देकेर आई है आज.

मों: ऑश बेटा आअहह मस्त चूस्टा है तू. आओउउहणन्न आहनन्न उउउंमाआहह मों को बहुत अछा लगता है.

अमित: ऑश आहह मों ऑश साली आज सारी मारूँगा तेरी छूट.

मों: ऑश लगता है तूने दादा के साथ चूड़ते देख कर मूड बना लिया.

अमित: श ह्म तेरे को तो आचे से पेलनी है. बेहन की लोदी उधर बहुत उछाल-उछाल कर छूट मरवा रही थी.

मों: ह्म बेटा तेरे साथ भी करूँगी. तेरे साथ तो मज़ा भी बहुत आता है मेरी जान. तेरे दादा ने भी बहुत छोड़ी है आज.

मों मेरे बिल्कुल सामने बैठ गयी. मेरा एक हाथ मों के बूब्स पर था. मों खुद किस करने लगी.

मों: ऑश बेटा आअहह मों को आचे से चूस. बूब्स भी दबा यार. आज रात तेरी वाइफ बन कर मार्व्ौनगी ओह.

अमित: ऊओह बेहन की छूट बहुत मस्त लग रही है. ऑश तेरे बूब्स भी चूसने दे मेरी जान. आहह निपल चूसने दे.

मों: ऑश बेटा चूस लेना. ऑश लिप्स चूस पहले आराम से.

अमित: ऊओह वाउ मों आनंह उउउम्माहह.

मोनिका: ऑश बहुत मस्त लग रहे हो. मों बेटे की जोड़ी किस करते हुए मस्त लग रही है. सेक्स करोगे तो मज़ा आएगा. आज भाई का पूरा मूड है मों तुमको छोड़ने का.

मों: उउउन्न्ह चूस ले बेटा ऑश जीभ घुमा कर चूस आअहह बेटे ऑश बहुत आचे ऑश गाल चूस मेरे. मुम्मा को मज़े दो बेटा ऑश मितू ऑश मस्ती से छोड़ मुझे ऑश मज़ा दे जी भर कर.

अमित: आहह मों छोड़ने में अलग ही मज़ा है. ऑश क्या बूब्स है मों तेरे. ऑश चुचियों के क्या कहने.

मोनिका: मों के बूब्स और चुचियाँ बहुत मस्त है. भाई आचे से मज़े लो.

मों: मितू बेटा आअहह जवान बेटे से सेक्स करके बहुत अछा लगता है. ऑश तू भी चूस अब मों के बूब्स.

अमित: ऑश मम्मी तेरी नंगी पीठ पर हाथ फेरने में मज़ा आता है. ऑश तेरे बूब्स मेरे सीने से लगा. मुझे बूब्स दबाने है तेरे.

मों: फिर तो खड़ा होना पड़ेगा बेटा. बूब्स दबाओगे क्या?

मोनिका बेड पर लेती हुई सब देख रही थी. मों खड़ी हो गयी. वो बहुत ही मस्त लग रही थी. मों के बूब्स देख कर मेरा लोड्‍ा खड़ा हो गया. उनकी गांद को देख कर दिल खुश हो गया. मैं खड़ा हुआ तो मेरा तन्ना हुआ लंड देख कर मों स्माइल देने लगी. मोनिका भी स्माइल दे रही थी.

मों: वाउ बेटा, ऐसा ही लंड चाहिए मुझे. ऑश कितना क्यूट है बेटे का लंड.

मोनिका: मों एक-दूं पोर्नस्तर लग रही है भाई. मों को आचे से छोड़ना आज.

मों: ऑश मितू मों की कमर पर हाथ रख और फिर मों को किस कर.

मैने मों को दीवार की साइड कर लिया. मों की कमर पर हाथ रख कर अपनी बाहों में ले लिया. मैने मों को किस किया, और दोनो बूब्स के बीच अपना मूह रख कर बूब्स से खेलने लगा.

मों: ऑश ये होता है बेटे का फ़र्ज़. ऑश बहुत अछा लग रहा है बेटा. बूब्स ऑश मम्मा के मुममे से खेल मितू. तू ही मेरा यार है. अपनी मों को छोड़-छोड़ कर अपनी घरवाली की तरह रखो.

अमित: उउउंम्माहह मों ऑश बूब्स ऑश आहह बूब्स की गहराई में अछा लग रहा है. बहुत मस्त मुममे पाल रखे है तूने मम्मी. ऑश मेरी घरवाली बन जेया अब. मेरी वाइफ है तू अब.

मों: घरवाली तो तब बनूँगी जब तू मेरे साथ शादी करेगा, और फिर सुहग्रात मनाएगा. तेरे साथ सुहग्रात मनौँगी, तब तेरी घरवाली बनूँगी.

मोनिका: वाउ यार मों के साथ कल ही सुहग्रात माना लेना. मों को दुल्हन मैं बनौँगी. वाउ यार कितना मज़ा आएगा.

अमित: पहले मों के साथ सुहग्रात और फिर तेरे साथ भी सुहग्रात. दोनो को अपनी वाइफ बनौँगा. दोनो को घरवाली की तरह छोड़ूँगा.

मोनिका: ह्म मैं तो तैयार हू. मों को कल लाल जोड़े में तैयार करूँगी.

मों: ह्म मज़ा आएगा बहुत. जब बेटे के साथ सुहग्रात मनौँगी.

मोनिका: बहुत मज़ा आता होगा जब दुल्हन को छोड़ा जाता है. हाथ में चूड़ीयान, गले में मंगलसूत्रा, मेहंदी लगी हुई दुल्हन को नंगी करके छोड़ी जाती है. ऑश वाउ यार, सोच कर ही मज़ा आता है.

अमित: मों जैसा माल चूड़ियाँ पहन कर चुडवाएगी मतलब घोड़ी बनी होगी तो मज़ा भी बहुत देगी. मों की गोरी-गोरी टाँगें उठा कर छोड़ूँगा.

मों: ओह मुझे पता है तू मुझे दुल्हन के जोड़े में देखेगा तो बहुत छोड़ेगा. खूब उल्टी-सीधी करके छोड़ेगा.

अमित: अर्रे मम्मी, छोड़ने के लिए ही तो सुहग्रात मानते है.

मैने मों की गांद पर हाथ फेरते हुए कहा. फिर मों के गाल पर किस करने लगा.

मों: मितू बेटा हर औरत चाहती है की सुहग्रात पर चुदाई का सुख मिले. जो मज़ा दुल्हन बन कर छुड़वाने में है, वो कहीं और नही. तेरे पापा ने तो मुझे छोड़ी भी नही थी. मेरी पहली सुहग्रात तो तू ही मनाएगा.

मोनिका: दादा ने तो मनाई थी सुहग्रात.

मों: अर्रे उस टाइम तो मैं च्छूप कर गयी थी. चुदाई तो खूब हुई थी, पर दुल्हन वाली ड्रेस में नही चूड़ी थी.

अमित: ऑश तेरे जैसी मस्त माल को अब मैं दुल्हन बना कर छोड़ूँगा. 2-3 दिन दुल्हन की ड्रेस में ही छोड़ूँगा.

मों ने मुझे किस कर लिया. मों के बूब्स मेरे सीने से लग रहे थे. उनकी चुचियाँ साथ लगने से मुझे मज़ा आ रहा था. मैने भी मौके का फ़ायदा उठा कर मों को बाहों में भर के मों की पीठ दबा दी.

अमित: आअहह मेरी जान, मुझे ऐसे ही तेरी चुचियों के साथ खेलना है. बहुत मज़ा देती हो यार. ऊहह क्या चुचियाँ है तेरी.

मों: मेरा भी मॅन करता है की कोई बूब्स चूज़, और चुचियों से खेले और फिर आचे से छूट छोड़े.

अमित: ऑश वाउ.

मों: तुम लड़के गर्ल भाभी को देख कर लंड खड़ा कर लेते हो. उसके बूब्स और गांद देख कर छोड़ने की सोचते हो. वैसे लॅडीस भी आचे मर्द को देख कर मूड बना लेती है. हम भी घर के आस-पास जवान लंड देखती है, की कोई हम को भी छोड़े.

अमित: ऑश वाउ, पर वाइफ तो घर में रोज़ चुड़वति है. हम को तो कोई छूट मिलती भी नही है.

मों: अर्रे कोई तगड़ा मर्द हो तो हमारा भी मॅन करता है की वो हम पर चढ़ कर छोड़े. घर में पति से तो रोज़ ही चुड़वति है, पर बाहर का कोई डुमदार लंड मिल जाए तो मज़ा ज़्यादा आता है.

मोनिका: वाउ, हब्बी के अलावा भी कोई छूट छोड़े तो मज़ा आता होगा?

मों: ऑश बेटा ऑश आराम से चूस. चुचि खा मत. डुमदार लंड को देख कर हमारी छूट गीली होने लगती है. बस मॅन करता है की ये मर्द हुमको पकड़ कर छोड़ ले.

अमित: वाउ मों, आअहह अब तेरी छूट में लंड डालने का टाइम आ गया यार. चल चारपाई पर.

मों को मैने चारपाई पर लिटा दिया. फिर मों के उपर चढ़ गया. लंड को छूट पे रगड़ा, और फिर छूट में घुसेध दिया. एक दो झटके लगते ही लंड छूट की गहराई में चला गया.

अमित: ऑश मों ई लोवे योउ बेबी, ओह तेरी छूट ऑश मज़ा आ रहा है.

मों: मितू बेटा आअहह मुझे भी मज़ा आ रहा है. अपनी मों को छोड़ कर खुश कर दे बेटा.

अमित: तू तो मेरी रंडी है. रंडी को छोड़ूँगा.

मों: ओह आअहह क्या लोड्‍ा है तेरा आहह शॉट मारते ही छूट खुश हो जाती है. ऑश मितू मम्मी की छूट छोड़ ले.

हमारी चुदाई देख कर दीदी भी अपनी छूट सहलाने लगी. मेरा लंड मों की छूट में घपा-घाप जेया रहा था. मों मुझे देख कर स्माइल दे रही थी.

मेरे हाथ मों के दोनो बूब्स पर थे. मों के गोरे-गोरे बूब्स हिल रहे थे. मों की जाँघ पर कूदने का मज़ा अलग ही था. मैं मों की निपल भी दबा रहा था.

अमित: बहुत मस्त माल है तू मेरी जान. ऑश अपनी मों को छोड़ने का सुख दे रही है. ऑश क्या बूब्स पाल रखे है तूने.

मों: आहह याअ अर्रे आअहह अओउक्च्छ ऊफ़फफूओह ऊओह आअहह ऊओ ईए ऊओह ईए कम ओं यार छोड़ ले मेरी छूट, ऑश मज़ा देदे मेरे राजा. प्लीज़ रुकना मत.

मों की आवाज़ सेक्सी होने लगी थी. मैं भी लगातार मों की छूट छोड़ रहा था. 6 इंच का लंड सीधा मों की छूट में जेया रहा था. मों को छोड़ने में बहुत मज़ा आ रहा था.

अमित: ऑश मम्मी तू बहुत अची है. ऑश बेटे को छूट देकर मज़े ले रही है. मों तुझे ऐसे ही रोज़ छोड़ूँगा मेरी जान. तू मेरे लिए ही बनी है.

मों: ऑश मितू तेरा लंड लेकर मुझे बहुत मज़ा आता है. तू बस मुझे ऐसे ही छोड़ लिया कर. ऑश आअहह बेटे का जवान लंड के बिना नही रह सकती मैं. ऑश मितू ऊहह मों की छूट का पानी निकाल दे.

मों के बूब्स पकड़ कर काफ़ी देर तक छोड़ी. फिर मों पर लेट कर शॉट मारने लगा. बीच-बीच में मों के गाल भी चूस रहा था. मों मस्ती में छूट छुड़वा रही थी. फिर मैं मों को बेड पर ले गया.

मों घोड़ी बनी, और मैने मों की कमर पकड़ कर छोड़नी शुरू कर दी.

मों: ऑश यार आअहह मज़ा आ रहा है बेटा आअहह मस्त छोड़ रहा है.

अमित: ऑश मों ऊहह कितनी मस्त छूट है तेरी आअहह.

मोनिका मों की छूट में लंड अंदर बाहर होता देख रही थी. मों जैसी गोरी माल मेरे आयेज घोड़ी बनी हुई थी. उनको छोड़ने का सुख मुझे मिल रहा था.

मों: ऑश मोतेरचोड़ क्या मस्त छोड़ता है तू. कम ओं मितू आअहह मज़ा आ रहा है मुझे. आअहह ऐसी ही चुदाई पसंद है मुझे.

अमित: साली कुटिया आअहह बहुत मज़े दे रही है तू. ऑश यार आअहह ऐसे ही छूट मरवाया कर मेरी रंडी.

मों: ह्म बस तू रुकना मत ऑश मी गोद ऑश मॅर गयी यार आआहह आहह तेरे लंड में दूं है यार.

अमित: आहह मों आहह मज़ा तो तेरी छूट में है साली रंडी ऑश. लंड को बहुत मज़े दे रही हो आहह मेरी रखैल ओह.

मों: ऑश कम ओं यार, बस छोड़ता रहियो श.

मों के बूब्स हिल रहे थे, और मुझे मस्ती चढ़ गयी थी.

अमित: आहह मेरी जाअँ आअहह बस थोड़ी देर और मरवा ले. आअहह मज़ा आ रहा है बहुत.

मों: मितू आहह छ्चोढना मत मुझे बस छोड़ते रहना. ओह अछा लग रहा है यार.

अमित: ऑश बूब्स बहुत हिल रहे है तेरे मेरी जान. ऑश मम्मी आअहह यार खूब मज़ा दे अपने बेटे को.

मों: ह्म आअहह आ रहा है मज़ा बहुत. ऑश लोवे योउ बेटा ऑश मितू ऑश. तू सच में मोतेरचोड़ बन गया है. एक नंबर मोतेरचोड़ है तू, बस होने वाला है.

मैं मों को लगातार छोड़ रहा था.

मों: ऑश बेबी ऑश कोन ओं ऊहहूओ या ऊहह ईएसस्ससा मितू चूड़ने वाली है मम्मी ओह बेटा.

मम्मी की आ सुन कर लंड और भी टाइट हो गया.

मों: ओह यार ऊहह चुड गयी मम्मी ओह छोड़ अयाया आअहह ऊयईई उउईईए माआंं ऊहह मेरी छूट ओह लोवे योउ मितू बेटा.

मों और मैं दोनो एक साथ ही झाड़ गये. मैं मों की पीठ पर लेट गया. मों को छोड़ कर बहुत मज़ा आया था. लंड अब भी मों की छूट में ही था.

मैने मों के दोनो बूब्स दबा दिए.

मों: ऑश मितू आअहह बहुत मस्त छोड़ी है तूने अपनी मों को. लोवे योउ बेटा ओह क्या छोड़ता है तू!

अमित: मम्मी मुझे भी बहुत मज़ा आया है. डॉगी स्टाइल में चुड़वति हो तो मज़ा भी डबल हो जाता है. गोरी-गोरी गांद देख कर मज़ा आता है.

मों: ह्म अब खड़ा होगा या ऐसे ही मों पर चढ़ा रहेगा?

अमित: आहह मज़ा आ रहा है यार मों. मॅन करता है तू मेरे नीचे ऐसे ही घोड़ी बनी रहे. ऑश क्या बूब्स है तेरे यार. बूब्स पकड़ कर छोड़ने में मज़ा बहुत आता है.

मैं खड़ा हुआ तो मों भी खड़ी हो गयी. वो स्माइल देती हुई मुझे किस करने लगी.

मों: लॅडीस को भी मज़ा आता है जब कोई उसके बूब्स चूज़ या फिर बूब्स पकड़ कर छोड़े.

मैने मों के बूब्स पर हाथ रख दिया, और बूब्स को सहलाने लगा. मों अब भी मेरे सामने नंगी ही खड़ी थी.

घर में छूट चुदाई की स्टोरी आप को कैसे लगी बताना. आप भी कोई हेल्प चाहती हो तो बताना.

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