हेलो दोस्तों मैं सोनू अपनी फॅमिली सेक्स स्टोरी का अगला पार्ट लेके आया हू. जैसा की आप लोगों ने पिछले पार्ट में पढ़ा की मम्मी मेरे को सर्प्राइज़ देने के लिए फोरसम रखती है, जिसमे मैं मम्मी, चाची, और बड़ी मम्मी तीनो को ज़ोरदार छोड़ता हू. फिर चुदाई के बाद बड़ी मम्मी बड़े पापा को सबक सीखने का एक प्लान सुनती है, जो की आज हम लोग करने वाले थे. अब आयेज-
अगले दिन सुबा मेरी आँख खुलती है, तो 9 बाज रहे होते है. मैं बिस्तर में अकेले रहता हू. मम्मी पहले ही उठ गयी रहती है. फिर मैं नहाने चला जाता हू. जब मैं नहा के आता हू, तो मम्मी रूम में नाश्ता लेकर बैठी रहती है.
मम्मी: बेटा जल्दी से तैयार हो कर नाश्ता कर ले.
सोनू: हा बस 2 मिनिट.
फिर मैं तैयार हो कर नाश्ता करने बैठ जाता हू. मम्मी मेरे को अपने हाथो से नाश्ता करते रहती है और बोलती है-
मम्मी: सोनू अभी भी मेरे से नाराज़ है क्या?
सोनू: मैं आपसे नाराज़ नही हू मम्मी.
मम्मी: चल अब मेरे को अछा लगा. तू मेरे से नाराज़ है, इस बात को लेकर मैं बहुत परेशन थी. पर अब अछा लग रहा है.
सोनू: हा मम्मी पर आप दोबारा ऐसा मत करना.
मम्मी: अब ऐसा कुछ नही होगा.
सोनू: मम्मी आपको जिससे चूड़ना है चुड लो, लेकिन मेरे को बता कर चूड़ो, और मेरा भी ध्यान रख कर. पिछली बार जैसा भूलने वाला काम नही.
मम्मी: हा मैं ध्यान रखूँगी, और तेरे से पूछे बिना किसी से नही चुड़ूँगी.
सोनू: ठीक है.
फिर नाश्ता हो जाता है. तभी रूम में चाची और बड़ी मम्मी आती है, और बोलती है-
रंजीता: सोनू ये देख मैं तेरे बड़े पापा का फोन ले आई हू.
सोनू: अर्रे वाह, लेकिन आपको इतनी आसानी से फोन कैसे मिल गया?
रंजीता: अर्रे तेरे बड़े पापा नहाने गये, तो फोन बाहर रखे थे. मैं फोन उठा के ले आई.
सोनू: बहुत बढ़िया, लाओ दो मेरे को. मैं तुरंत इसमे से सब वीडियोस अपने लॅपटॉप में ट्रान्स्फर कर लेता हू.
फिर मैं बड़े पापा के फोन से सारी वीडियोस अपने लॅपटॉप में ट्रान्स्फर कर लेता हू. उसमे बहुत सारी औरतों की चुदाई की वीडियोस रहती है. फिर मैं बड़े पापा के फोन से सारी वीडियोस डेलीट कर देता हू, और बड़ी मम्मी को फोन दे देता हू.
फिर बड़ी मम्मी और चाची चली जाती है, और मैं और मम्मी लॅपटॉप में सभी वीडियोस को देखने लग जाते है. बड़े पापा बहुत सारी औरतों को छोड़ते हुए वीडियो बनाए रहते है. थोड़ी देर खोजने के बाद मम्मी वाला वीडियो मिल जाता है. वीडियो में बड़े पापा फोन टेबल पे रख देते है, और मम्मी को बिस्तेर में कुटिया बना कर छोड़ते रहते है. वीडियो में मम्मी को चूड़ते हुए देख के मेरे को मज़ा आ रहा था. मम्मी बोली-
मम्मी: जेठ जी बहुत बड़े मदारचोड़ है.
सोनू: वो तो है.
मम्मी: थॅंक योउ बेटा, मैं तेरी वजह से बच गयी. नही तो जेठ जी मेरे से शादी कर ही लेते.
सोनू: अभी थॅंक योउ नही मम्मी, जब सब हो जाएगा तब आप मेरे को थॅंक योउ बोलना.
मम्मी: ठीक है ठीक है.
लेकिन मैं बच तो गयी ना.
सोनू: हा वो तो है. चलो अब मैं जेया रहा हू बड़े पापा का बंद बजाने.
मम्मी: ठीक है, लेकिन ध्यान से.
सोनू: हा.
थोड़ी देर में मैं रूम से निकलता हू, और बड़े पापा के रूम में जाता हू. तो बड़े आराम से कुर्सी पे बैठे होते है, और मेरे को देखते ही बैठने को बोलते है. मैं भी उनके सामने वाली कुर्सी में बैठ जाता हू, और बोलता हू-
सोनू: कैसे हो बड़े पापा?
सुरेश: अर्रे एक-दूं बढ़िया हू बेटा.
सोनू: बहुत खुश भी लग रहे हो, क्या बात है?
सुरेश: मैं तो रीमा की शादी हो रही है इस बात से खुश हू.
सोनू: इस बात से तो मैं भी खुश हू. लेकिन बड़े पापा मेरे पास आपके लिए कुछ है, जिसको देख के आपकी खुशी गायब हो जाएगी.
बड़े पापा थोड़े घबरा गये और बोले-
सुरेश: ऐसा क्या है तेरे पास?
फिर मैं लॅपटॉप पे बड़े पापा का पूरा चुदाई वाला वीडियो दिखता हू, और ये सब देखते ही बड़े पापा के होश उडद जाते है, और बड़े पापा एक-दूं घबरा जाते है, जैसे उनके पैरों तले ज़मीन खिसक गयी हो. बड़े पापा बोले-
सुरेश: तेरे को ये सब कहा से मिला?
सोनू: बस मिल गया.
सुरेश: तू क्या करेगा इन सब का?
सोनू: मेरे को जो करना है वो मैं कर लूँगा, और आप मेरे से कोई सवाल मत करो. मैं जो बोल रहा हू, उसको अपनी गांद और कान खोल के सुनो. नही तो इन सब वीडियो का मेरे को क्या करना है, वो मैं आचे से जानता हू.
बड़े पापा और घबरा गये, और बोले-
सुरेश: सोनू इन वीडियोस को तू इधर-उधर मत, मैं तेरी सारी बात सुनूँगा.
सोनू: हा तो बड़े पापा मैं चाहता हू की आप अपना सब कुछ मेरे नाम कर दो. नही तो मेरे को इन सब वीडियोस का क्या करना है मेरे को आचे से पता है, और आपको भी.
सुरेश: देख सोनू मैं हाथ जोड़ता हू. वीडियोस इधर-उधर मत करना. तू जैसा बोल रहा है मैं वैसा करूँगा.
सोनू: वाह क्या बात है. आप तो बहुत जल्दी मान गये. मैं ये उमीद नही किया था. ठीक है तो आप आज के आज सब कुछ मेरे नाम पे कारवओ.
सुरेश: आज के आज कैसे होगा?
सोनू: मैं कुछ नही जानता, आज के आज ही होना चाहिए. नही तो क्या होगा आपको पता ही है
सुरेश: नही-नही मत कर. मैं आज शाम तक करवा दूँगा.
सोनू: ठीक है पेपर्स बनवओ, और मेरे पास लाओ.
सुरेश: ठीक है.
फिर मैं रूम से बाहर निकलता हू, तो मैं देखता हू बड़ी मम्मी और चाची दोनो बाहर से चुप-छाप मेरी और बड़े पापा की बात सुनते रहती है, और मेरे को देख कर इशारे से बोलती है ‘बढ़िया’. फिर मैं चुप-छाप अपने रूम में चला जाता हू. रूम में जाता हू तो मम्मी बैठी रहती है, और मेरे को देखते ही बोलती है-
मम्मी: बेटा काम बना?
सोनू: हो गया मम्मी. आप बच गयी, और आज शाम तक सब मेरे नाम हो जाएगा.
मम्मी: वाह, बहुत बढ़िया.
सोनू: अब मेरे को थॅंक योउ बोलो.
मम्मी: यहाँ पर नही बोलूँगी, कही और बोलूँगी.
सोनू: कहाँ?
मम्मी: वो नही बतौँगी. मैं सीधा तेरे को दिखौँगी, और हम लोग अभी चल रहे है.
सोनू: ठीक है चलो.
फिर मैं और मम्मी कार में निकल जाते है. कुछ देर में हम लोग जंगल के पास पहुँच जाते है. मम्मी जंगल के बाहर कार रोकती है, और बोलती है-
मम्मी: जंगल के अंदर तोड़ा डोर हम लोगों को पैदल जाना पड़ेगा.
सोनू: ठीक है.
फिर हम लोग पैदल जंगल के अंदर जाते है, और कुछ डोर चलने के बाद हम लोगों को एक बहुत बड़ा झरना (वॉटरफॉल ) दिखाई देता है. वहाँ पर बड़े-बड़े पत्थर और चट्टाने रहती है. झरने के पानी से नदी (रिवर) बहते रहती है, और वहाँ पर कोई नही होता है. चारों तरफ पेड़ पौधों की हरियाली रहती है. वो जगह बहुत खूबसूरत रहती है. मम्मी बोली-
मम्मी: तो कैसी लगी ये जगह?
सोनू: बहुत अची. आपको इस जगह के बारे में कों बताया, और आप यहाँ पहले भी जेया चुकी हो क्या?
मम्मी: मैं भी पहली बार आ रही हू यहाँ पर. यहाँ के बारे में तेरी बड़ी मम्मी बताई मेरे को. वो बोली की सोनू के साथ एक बार झरने में जाके चुदाई ज़रूर करना. क्यूंकी यहाँ कोई नही आता है.
सोनू: वाह! यहाँ तो बहुत मज़ा आएगा.
मम्मी: तो अब देर क्यूँ कर रहा है? चल झरने के नीचे.
फिर मैं और मम्मी अपने-अपने कपड़े निकाल कर नंगे हो जाते है, और झरने के नीचे जाके नहाने लगते है. मैं तो नहाते हुए मम्मी को देखते रहता हू. मम्मी के खुले हुए भीगे काले बाल, उपर से मम्मी एक-दूं गोरी-चित्ति, उनका बड़ा-बड़ा दूध और चूतड़, मम्मी का कमाल का फिगर, उपर से भीगा हुआ बदन सब ज़बरदस्त थे. मम्मी झरने में नहाते हुए कमाल की लग रही होती है
मैं सीधे मम्मी के पास जाता हू, और मम्मी से लिपट जाता हू, और मम्मी के होंठो को चूसने लग जाता हू. मम्मी भी मेरे होंठो को चूस्टे रहती है. उनका भीगे हुए गुलाबी होंठो का स्वाद कमाल का लग रहा होता है.
कुछ देर होंठो को चूसने के बाद मैं मम्मी के गर्दन को चूमता हू, और मम्मी मेरे बदन को अपने मुलायम भीगे हुए हाथो से सहलाते रहती है. फिर मैं मम्मी के गुलाबी निपल्स को चूसने लग जाता हू. मम्मी के भीगे हुए निपल्स बहुत टेस्टी लग रहे होते है. वो मेरे सर को सहलाते रहती है, और अपने बड़े-बड़े दूध में मेरे चेहरे को दबाते रहती है.
मम्मी: अया उम्म्मह, मेरा दूध पी ले बेटा उम्मह.
कुछ देर निपल्स चूसने के बाद मैं नीचे घुटनो के बाल बैठ जाता हू, और मम्मी अपनी टांगे फैला के खड़ी हो जाती है, और मैं मम्मी की छूट चाटने लग जाता हू.
मम्मी: अया अया अया और चाट बेटा. अया मज़ा आ रहा है.
मम्मी का जोश और बढ़ जाता है. और मम्मी अपनी छूट को मेरे मूह में घिसने लग जाती है.
मम्मी: आ अयाया अया इस जगह में आ आ चुदाई करने का एक अयाया अया अलग ही एहसास हो रहा है आअहह अयाया आअहह आ.
मम्मी एक-दूं ज़ोर से मेरे बालों को पकड़ लेती है, और मेरे मूह में ही झाड़ जाती है. उनकी छूट के पानी में झरने का पानी मिक्स हो जाता है, जिसे मैं पी जाता हू.
फिर मैं उठ जाता हू, और मम्मी नीचे बैठ जाती है, और मेरे लंड को चूसने लग जाती है. मम्मी मेरे टॅटन को भी चूस्टी है.
सोनू: इस जगह पर और मज़ा आ रहा है मम्मी, और चूसो.
कुछ देर लंड चूसने के बाद मम्मी उठ जाती है, और मेरा हाथ पकड़ के साइड में एक पत्थर के पास मुझे ले जाती है. फिर मम्मी यूयेसेस पत्थर पे लेट जाती है.
मम्मी: बेटा मेरे से रहा नही जा रहा है. प्लीज़ जल्दी से अपना लंड मेरी गरम छूट में डाल दे.
फिर मैं मम्मी की छूट में लंड घुसा के मम्मी के उपर चढ़ जाता हू, और ज़ोर-ज़ोर से छोड़ने लग जाता हू.
मम्मी: अया अयाया अया मज़ा आ रहा है, और छोड़ अया अया अया.
मैं मम्मी के होंठो को चूस्टा हू, और मम्मी भी मेरे होंठो को चूमते हुए मेरे छूतदों को पकड़ के आयेज-पीछे करते रहती है. कुछ देर ऐसे ही करने के बाद मम्मी उठ जाती है, और मेरे को पत्थर पर लिटा देती है, और मेरे लंड को छूट में घुसा के बैठ जाती है, और उछालने लगती है.
मम्मी: अया अया कितना मज़ा आ रहा है. अया अया आ ऑश वाह अया अया.
सोनू: सच में बहुत मज़ा आ रहा है.
मम्मी अपनी स्पीड और बढ़ा देती है, और मैं भी नीचे से कमर उठा-उठा के धक्के मारते रहता हू.
मम्मी: अया अया अया अया अया मैं बस झड़ने ही वाली हू अया आ.
सोनू: मैं भी झड़ने वाला हू.
मम्मी अपनी स्पीड और तेज़ कर देती है, और कुछ ही देर में हम दोनो साथ में ही झाड़ जाते है. मम्मी मेरे उपर गिर जाती है.
आयेज क्या हुआ इस फॅमिली सेक्स स्टोरी के अगले पार्ट में पता चलेगा. कहानी पढ़ कर फीडबॅक ज़रूर