भाई-बेहन की चुदाई, देवरानी के सामने
विजय से घामाशाण चुदाई के बाद मैं जैसे-तैसे बातरूम में फ्रेश होने चली गयी. मेरी छूट और गांद में बहुत दर्द हो रहा था. मेरे से ठीक से चला भी नही जेया रहा था. मैने अपने आप को देखा तो मैं एक सस्ती रंडी की तरह लग रही थी. मुझे अपने आप पर गिल्ट होने …