साली एक लड़की ने पूरी फॅमिली चुदवाइ 2

Hindi Sex kahaniya गतान्क से आगे……………………साली एक लड़की ने पूरी फॅमिली चुदवाइ – 1

फिर बाजी ने थोड़ा झुक कर लंड को ज़ुबान से टच किया और मे ठंडक के उस अहसास से और भी गरम हो गया, फिर बाजी ने पहले लंड का टॉप और आहिस्ता आहिस्ता आधा लंड अपने मुँह मे ले कर चूसना शुरू कर दिया, मे एक ही वीक मे अपनी दूसरी बहेन को चोदने वाला था, फिर बाजी ने ज़ोर ज़ोर से और आगे तक लंड चूसा और मुझे अंदाज़ा होगया कि वो पहली बार नही चूस रही बल्कि ज़ुल्फी का भी चूस चुकी हैं.

जो कि बाद मे उन्हों ने बताया भी, फिर मे काफ़ी नज़दीक आ गया था छूटने के और मे ने बाजी को हटाया और उन को लेटा कर उन की लेग्स के बीच आ गया और मुझे एक अजीब सी स्मेल उन की चूत से आती महसूस हुई जो कि कुछ तेज थी शबनम और आसिया की चूतो से, शायद या उमर की वजह से था मे ने बाजी की चूत के बाल हटा कर चूत के लिप्स खोले ज़ुबान से टच किया चूत के बीच बाजी ने एक गहरी साँस ली और फिर मे ने अपने अंगूठे सेउनका क्लिट सहलाया और ज़ुबान उन की चूत के होल मे डालने लगी और मेरी ज़ुबान अंदर जाने भी लगी और मुझे बाजी के लव जूस का टेस्ट भी आनें लगा जो कि कुछ फीका लेकिन ताज़ा सा था, मे ने कुछ 5 मिनट बाजी की चूत चाटी और एक ओर फिर दो उंगलियाँ उन की चूत मे डाल का आगे पीछे करने लगा और साथ ही उन के क्लिट को ज़ुबान से चाट भी रहा था बाजी बर्दाश्त नही कर पाई और अपना पानी छोड़ दिया.

अब मे ने फिर बाजी के साथ किस्सिंग की उन की चुचियों दबाई और फिर एक पिल्लो उन की गंद के नीचे रख दिया जिस से उन की चूत उभर कर उपर हो गई, बाजी बोली मे ने सोचा भी नही था पहला लंड मेरी चूत मे मेरे भाई का जाएगा हां लेकिन एक साल तक मे वेट नही कर सकती, ज़ुल्फी भी वहाँ खूब चुते चोद रहा होगा मे जानती हू, मे ने बाजी से कहा बाजी मे आराम से करूँ गा आप आवाज़ कम रखिएगा, मे ने ड्रेसिंग टेबल से क्रीम ली और अपने लंड और बाजी की फुददी मे अच्छी तरहा लगा दी, और फिर मे ने बाजी के उपर आ कर लंड को फुददी पर सेट किया और बाजी के उपर लेट कर मुँह से किस्सिंग करने लगा.

मे ने आहिस्ता आहिस्ता लंड को अंदर करना शुरू किया और मेरा टोपा अंदर चला गया बाजी ने थोड़ा मचलना शुरू कर दिया था इसलिए मे ने एक तेज धक्का मारा और मेरा आधे से ज़्यादा लंड अंदर था, बाजी ने कुछ आह ऊह की लेकिन मे रुका रहा जब तक कि वो कुछ शांत ना हो जाए, बाजी कुछ रिलॅक्स हुईं और मे ने बाजी की चूत मे अपना लंड और भी अंदर कर दिया और फिर रुक गया, बाजी की आँखों मे आँसू थे और तकलीफ़ का अहसास उन के चेहरे से ही हो रहा था, मे ने फिर आहिस्ता आहिस्ता आगे पीछे होना शुरू किया और बाजी को और तकलीफ़ होने लगे जो कि अगले 3/4 मिनट मे कम से कम होती गयी और फिर मैने अपना मुँह बाजी के मुँह से हटा लिया और हल्के हल्के धक्के उन की चूत मे मारने लगा उन को भी अब मज़ा आ रहा था और वो मुझे मेरी बॅक से टच करती जा रहीं थी.

मे ने उन की नेक पर किस की और कहा बाजी मज़ा आ रहा है ना? वो बोलीं हां भाई बहुत मज़ा आ रहा है इतना तो कभी नही आया और ना ही सोचा था, थोड़ा दर्द है हां लेकिन करते रहो, मे ने कहा बाजी क्या करता रहू? बाजी बोली ये अपना लंड मेरी चूत मे अंदर बाहर करते रहो और मेरी आँखों मे देख के मुस्कुराने लगीं, बाजी की चूत बहुत टाइट थी और मुझे बहुत मज़ा आ रहा था, मे ने स्पीड तेज कर दी और बाजी भी अब मेरा साथ देने लगीं हां ज़ोर से मेरे भाई.. और ज़ोरर से पूरा डालो भाई बड़ी प्यासी है मेरी चूत और मुझे बहुत तड़पाती है.

फिर मे करीब आने लगा छूटने के और मे ने लंड एक दम निकाल लिया,बाजी एक बार पानी निकाल चुकी थी और दूसरी बार के करीब थीं शाएेद, बाजी बोलीं हााआ क्या हुआ क्यों निकाल लिया मे ने कहा आपके पीछे से करूँ गा आप घोड़ी बन जाएँ बाजी बोलीं नही मेरी टाँगों मे जान नही है, तब मे ने कहा अच्छा मे नीचे लेटता हू आप मेरे उपर आ जाए, मे नीचे लेट गया और बाजी को मे ने लंड पर बैठा और इसबार भी लंड काफ़ी मुश्किल से गया उन की चूत मे लेकिन जाने के बाद पूरा अंदर चला गया और बाजी मेरे उपर लेट गयी और उन की लेग्स सिडेज़ मे फोल्ड थीं अब मे ने बाजी की हिप्स पर हाथ रख कर उन को आगे पीछे करना शुरू किया और बाजी को मज़ा आने लगा तो वो खुद भी उपर नीचे होने लगीं.

फिर मे भी करीब था और बाजी जैसे जल्दी जल्दी अंदर ले रही थी मेरा लंड उस से पता चल रहा था कि वो भी करीब हैं और फिर मे और बाजी साथ साथ ही फारिग हो गए, और बाजी मेरे लंड से जो अभी भी आधा टाइट ही था उतर कर साइड मे लेट गयी, मे उठा और बाथरूम से खुद को धो के वापस आया तो बाजी अभी भी बेड पर बेसूध पड़ी थी और मेरा और उन का कम उन की चूत से बह कर बाहर आ रहा था मे ने बाजी से कहा बाजी जाओ धो कर आ जाएँ 4:30 हो रहे हैं, बाजी बड़ी मुश्किल से उठीं और बाथरूम मे चली गई, मे ने उन की ब्रा और शलवार उठाई और बाथरूम मे उन के पीछे गया बाजी ने डोर आधा खुला ही छोड़ दिया था और वो पिशाब कर रही थीं और फिर अपनी चूत धोने लगीं मे ने गरम पानी का शावेर खोला और उन के कपड़े हुक पर लगा कर नहाने लगा बाजी भी आ गई और हम साथ मे नहाए.

और मे बाहर आया और बाजी ने अपनी शलवार और ब्रा पहनी और वो भी आ गयी, मे ने जानबूझ कर उन को कमीज़ नही दी थी और फिर मे और वो लेट गए और मे उन की चुचियों ब्रा के उपर से दबाता सो गया, नेक्स्ट मॉर्निंग बाजी कब उठीं मुझे नही मालूम हां लेकिन नाश्ते पर बाजी मुझ से नज़रें नही मिला रही थीं, फिर हम रूम मे वापस आए मे ने बाजी से कहा बाजी क्या हुआ वो बोली नही भाई ये सब ठीक नही जो हम ने रात को किया अब कभी ऐसा सोचना भी मत, मगेर जब वो ये कह रही थीं मेरा एक हाथ तब भी उन की चुचियों पर था उन्हों ने वो हाथ हटा दिया और किचन मे चली गयी, शाम को भी उन का मूड ठीक नही था फिर रात को मे रूम आया तो बाजी सो रहीथी मे रोज की तरहा 2 बजे आसिया के रूम मे गया आज भी आसिया ही थी मे ने उस को चोदा और पहली बार कम उस के मुँह मे छोड़ा, और फिर वापस आया और अपने बेड पर लेट गया.

मुझे कुछ 10 मिनट हुए हों गे नींद भी नही आ रही थी जब मुझे अपने लंड पर कोई हाथ महसूस हुआ, वो बाजी ही थीं मे ने एक दम उठ कर उन को गले लगा लिया और उन के बेड पर चला गया, हां लेकिन अगली रात मुझे बाजी ने रात मे कहीं नही जाने दिया और आसिया और शबनम ने मुझ से पूछ लिया नेक्स्ट डे का क्या हुआ दिल भर गया क्या?

दोस्तो फिर उस रात बाजी मुझे पागलो की तरहा चूम रही थीं, कहने लगीं नही मेरे भाई नही होता कंट्रोल तुम ने मुझे ये क्या कर दिया है? बस फिर विदिन मिनट हम ने अपने अपने कपड़े उतार दिए थे और बाजी मेरे डिक को सहला रही थीं और मे उन की चुचियों दबा रहा था, फिर तुम 69 पोज़िशन मे आ गये और बाजी फुल गरम हो गई थीं हर कंट वाज़ जस्ट डिपिंग, मे भी अभी अभी चुदाई कर के आया था लेकिन बाजी का लंड पर ज़ुबान से लिक्क करने से मेरा लंड फिर एक बार जाग उठा था.

मे ने उन्हे सीधा किया और एक तकिया उनके चुतडो के नीचे लगा दिया, और मे ने लंड अंदर डाला ही था कि बाजी मुझे हटाने लगीं, बोलीं नही हटो दर्द हो रहा है, मे ने कहा हां 2/4 बार तो होगा ही थोड़ा सा फिर मैने एक और धक्का मारा मे ने बाजी का लव जूस ही थोड़ा सा अपने लंड पर फैलाया और तब इस बार आराम से अंदर चला गया था पूरा, मे आगे पीछा करने लगा और और बाजी लज़्ज़त भरी सिसकियाँ ले रही थीं.

फिर उन्हों ने अपने हाथों से मेरे हिप्स पर पुश करना शुरू कर दिया शी वांटेड मोर न मोर आंड फास्टर न हार्डर, हां भाई हाँ और ज़ोर से, और ज़ोर से, और फिर बाजी ने मुझे जाकड़ लिया और मे ने धक्के लगाने रोक दिए, मुझे अपने लंड पर एक शावेर सा फील हुआ और बाजी की चूत कुछ और गीली हो गयी, जो लोग रेग्युलर चुदाई करते हैं वो जानते हैं कि बहुत कम दफ़ा मर्द को फील होता है फीमेल का रिलीस, हां पर जब फील हो तब जान लेना चाहिए कि आप ने अपने पार्ट्नर को खुश कर दिया है.

बाजी को पूरा पसीना आ गया था मे ने उन को लिप्स पर चूमा और फिर कहा बाजी अब आप को पीछे से करूँ? बाजी बोली कैसे? मे ने कहा आप अपने हाथों और घुटनो पर खड़ी हो जाए घोड़ी की तरह (लाइक आ बिच तो कह नही सकता था ) मे उठा उन पर से और कुछ नरम होते लंड को फिर से तय्यार करने लगा बाजी पलट गई आंड नाउ शी वाज़ ऑन ऑल फोर. मेने उन से अपनी कमर थोड़ी और झुकाने को कहा जिस से उन की चूत कुछ बाहर आ गई.

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जो गीली तो थी ही मे ने फिर एक बार लंड डाल दिया और बाजी की कमर पर हाथ रख कर उन को अपने लंड पर पुश करने लगा, और चन्द ही लम्हों मे हम एक नाइस रिदम मे थे बाजी खुद आगे होती और मे उन को पीछे खिचता, लंड पूरा अंदर जा रहा था बाजी के चुतड मुझ से टकराते तो आवाज़ भी आ रही थी, मे फुल फ्लो मे था और जानता था कि मे इतनी जल्दी फारिग नही होउँगा, मे अपने धक्के कम या ज़्यादा कर रहा था और बाजी मेरा पूरा साथ दे रही थीं.

मे बाजी की चुचियोंको मसालने लगा और बाजी भी कभी मेरे लंड को भीच रही थी अपनी चूत मे और कभी आज़ादी दे रही थीं, ये कहने को छूटी बाते हैं लेकिन ये छोटी छोटी घटनाए सेक्स से कभी आप को बोर नही होने देती.

कुछ 4/5 मिनट और गुज़रे और मे कुछ करीब था मे ने बाजी से कहा बाजी मे थक गया हू आप मुझे सक कर के फारिग कराओ ना, आक्च्युयली मे उन के मुँह मे छोड़ना चाहता था जैसे अभी आसिया का मुँह भर के आया था, बाजी रुक गयी और मे ने लंड निकाला उन की चूत से और मे बेड पर क्रॉस ही लेट गया, बाजी पलटीं और मेरा लंड पकड़ा जो उन की ही चूत के रस मे डूबा हुआ था और मूठ मारने लगीं और फिर थोड़ा झुक का मुँह मे ले लिया, और पूरा नीचे तक मुँह मे लेने की कोशिस कर ने लगीं, लंड अभी अभी गरम चूत मे से निकला था और बाजी का ठंडे ठंडे मुँह का अहसास लंड पर अजीब से गुदगुदी कर रहा था.

मे ने उन का सिर पकड़ लिया और जब पूरा लंड उनके मुँह मे था तो मैने रोक दिया और 2/4 सक के बाद चोद्ता जिस से उन की साँस भी चलती रहे और मुझे सकिंग की फुल फीलिंग मिले, और बाजी सच मे सक कर रही थीं मुझे फील हो रहा था वो पूरी तरहा साँस अंदर खिचती जब लंड मुँह मे होता जिस से मुझे लग रहा था मुझे मे से जान भी निकल कर उन मे चली जाएगी.

और फिर मे छूटा मे ने बाजी को मुँह नही हटाने दिया और पहली दो फुर्रियाँ तो सीधी उन के हलक़ तक गई और उस के बाद मे काफ़ी कम उन के मुँह मे गिरा और फिर जब मे ठंडा पड़ गया तो मे ने उन का सिर छोड़ा और बाजी हट गई और सीधी बाथरूम की तरफ़ गई. मे लेटा था मुझे बातरूम की लाइट जलती और फिर पानी की आवाज़ आती पता चली, बाजी शायद मुँह सॉफ कर रही थीं, फिर वो वापस आईं और बेड पर बैठ कर अपनी शलवार सीधी कर के पहनने लगीं.

तब मे भी उठा और बाथरूम चला गया, वापस आया तो बाजी बेड पर ही बैठी थीं ब्रा पहन चुकी थीं.

क्रमशः……………………….

मे उन के पास उन की टाँगो पर सिर रख कर लेट गया और वो मेरे बालो मे हाथ फेरने लगीं, मे ने कहा बाजी आप ने तो मना कर दिया था लेकिन मे जानता था आप नही रोक पाएँगी खुद को, बाजी बोली क्या रुकू उंगली से अब मज़ा ही नही आता, मे ने कहा तो फिर अब तो मना नही करेंगी ना? बाजी कहने लगीं नही करूँगी, हां लेकिन कहीं जाने भी नही दूँगी, मेने कहा मतलब? कहने लगीं 12 बजे ही आ जाना और मुझे जब तक तुम्हारा दिल चाहे तो सुबह तक संभोग करना, मे ने कहा आप का मतलब है आशिया और शबनम के रूम मे ना जाऊं?

कहने लगीं हां, मे ने कहा ठीक है नही जाऊं गा लेकिन एक बात आप को मेरी भी माननी पड़ेगी, वो क्या? बाजी ने पूछा, वो ये कि आप जैसे मे कहू आप वो करेंगी, मुझे पूरा मज़ा देंगी और हम साथ मे बैठ का XXX मूवीस भी देखेंगे.

बाजी बोली मुझे मंजूर है, 11 बजे तक डिन्नर से मे किचन से फारिग हो जाती हू, टीवी देखो बाते करो लेकिन 11:45 तक रूम मे आ जाना, मे ने कहा जैसे मेरी बाजी कहे, मे ने उन को झुका कर उन के लिप्स पर किस की और उठ कर अपने बेड पर आ गया. और थोड़ी ही देर मे सो गया……………..

सुबह सनडे था और सब की छुट्टी थी मुझ से शाब्बो ने पूछा क्या हुआ है तुम थके थके लग रहे हो, मे ने कहा यार एक प्रोबॅलम है तुम ही कहो मे क्या करूँ? फिर मे ने उस को इशारा किया और वो मेरे साथ बाहर लॉन मे आ के बैठ गई झूले पर और मे ने उस को बता दिया शाज़िया बाजी के बारे मे पहले तो वो सुन कर हैरान हो गई कि शाज़ी बाजी जो इतनी सीरीयस रहती हैं ऐसे भी कर सकती हैं फिर मे ने उस से कहा असद भाई का साथ कहाँ तक पहुच गया बता तो वो बोली जहाँ तक तुम्हारे साथ पहुचा है, ही ईज़ वेरी लविंग, हां लेकिन मे ने कहा अब शाज़िया बाजी का क्या करूँ?

वो बोली कुछ तो करना ही होगा नही तो आसिया अकेली पड़ जाएगी, और उस की बेवकूफी से भंडा भी फुट सकता है, फिर उस का भी तो देखो . मे एक काम करती हू मे असद को बुलाती हू अपने रूम मे और आसिया को उस से ही करवा देती हू, या तुम बाजी को राज़ी करो हमारे रूम मे आने के लिए तो तुम बाजी और आसिया को एक साथ चोद सकते हो, मे ने कहा नही बाजी नही मानेंगी जब वो मुझे शेअर करना ही नही चाह रहीं.

तो शॅब्नम ने कहा क्यों ना हम सब एक ही रूम मे एंजाय करे?? कोई भी किसी को भी चोद सके गा असद को मे मना लूँगी और तुम बाजी को असद को2 और चूते मिलती नज़र आएँ गीं तो वो तो चू भी नही करे गा, और बाजी के लिए हम ये कर सकते हैं कि आसिया आ जाए तुम्हारे रूम मे जब तुम बाजी को चोद रहे हो या असद को मे भेज दूं क्या बोलते हो?

मे ने कहा कह तो ठीक रही हो लेकिन सब एक रूम मे हुआ तो अम्मी को भी पता चल सकता है, हां ये तो तुम सही कह रहे हो शबनम ने कहा लेकिन क्या आंटी को ही शामिल कर लें सारा झांजाट ही ख़तम हो जाए गा, मे ने कहा क्या बोल रहे हो?? अरे यार तुम्हारे डॅड आते हैं साल मे 2 बार तो आंटी भी तो मिस करती हों जी ना सेक्स वेसे भी शी ईज़ 40+ लेकिन तब भी वो अच्छी शेप मे हैं, क्यों तुम्हे सेक्सी नही लगती आंटी?? मे ने कहा हां लेकिन तब भी वो माँ है और वो नही माने गीं.

मे और शबनम किसी नतीजे पर नही पहुच सके हां लेकिन, उस शाम कुछ यूँ हुआ कि मोम किचन मे गिर गई और उन को काफ़ी चोट लगी केमर और बाज़ू मे, घर मे सब ही परेशान हो गए थे, डॉक्टर के पास ले जाया गया और रात तक भी घर का महॉल टेन्स ही था,

रात को सब सो गए और शबनम ने कहा मे आंटी के पास सो जाऊं गी अगेर उन को रात को कुछ ज़रूरत पड़े, अम्मी को काफ़ी पेन किल्लेर्ज़ दी थीं डॉक्टर ने तो वो जल्द ही सो गई, और हम सब भी.

नेक्स्ट डे सब अपने काम पर चले गए और शाम तक अम्मी की तबीयत काफ़ी ठीक थी हां लेकिन पेन तो था ही बाज़ू डिस्लकेट हो गया था और कमर मे भी काफ़ी चोट लगी थी, हां पर उस रात अम्मी के बेडरूम मे क्या हुआ उस तरफ फास्ट फ़वड करते हैं,

अम्मी लेती हुई थी और उन के साथ ही शबनम भी, अम्मी ने कहा बेटी तुम भी बेआराम हो रही हो मेरी वजह से, सो जाओ मुझे नींद आए गी तो मे भी सो जाऊं गी, शाब्बो ने कहा नही आंटी मुझे भी नींद नही आ रही, तभी शाब्बो आपनी कमीज़ गले के पास से खीच कर उपर करने लगी अम्मी ने कहा क्या हुआ? क्या कर रही हो? वो बोली कुछ नही आंटी, फिर इधेर उधेर के बाते होने लगीं और शाब्बो एक बार फिर अपनी कमीज़ खिचने लगी, अम्मी ने कहा बेटा प्रॉब्लम क्या है??

आंटी वो …. क्या बताऊ… बताओ बेटा अम्मी ने कहा, आंटी वो मे ने ब्रा नही पहनी हुई ना और कमीज़ टच होती है निपल से वो एरेक्ट हो गई हैं, तो उलझन होती है, अम्मी ने कहा ऊह हां कभी कभी होता है, हां लेकिन सारा क़सूर कमीज़ का ही नही उमर का भी है, आंटी आप भी ने, शाब्बो शरमाई, हां पर उमर आप की कोन सी बहुत ज़्यादा हो गयी है, अरे जवान बच्चे हैं मेरे आम्मि ने कहा, तो भी क्या आप 35 से एक दिन भी ज़्यादा की नही लगती, तुम ने तो एक दम ही 7/8 साल कम कर दिया,

नही आंटी आप ने बहुत मेनटेन किया हुआ है खुद को,शाब्बो बाते कर रही थे और अब बिना झिझक अपनी निपल्स को टच कर रही थी कमीज़ के उपर से.

अम्मी को बॅक पर टचिंग हो रही थी लेकिन वो कर नही पा रही थीं, शबनम अम्मी के सामने लेटी हुई ही अपने हाथ उन की बॅक पर ले जा कर खुजाने लगी, और अम्मी की चुचियों से उस की चुचिया टच होने लगेईे, उस से शाबो और भी गरम हो गयी, उसे ये भी ख़याल आ रहा था मेरे रूम मे शाएेद इस वक़्त ज़बरदस्त चुदाई चल रही होगी.

दोनो मे बाते हो रही थीं और अम्मी हमारी बचपान की बाते शाब्बो को बता रही थी, तभी शाबो ने कहा आंटी आप ने अकेले सारा घर और बच्चो को संभाला हुआ है, अंकल तो साल मे एक 2 बार ही आते हैं, तो अम्मी ने कहा हां वो अपनी ज़िमदारी पूरी कर रहे हैं और मे अपनी, हाँ पर आंटी आप को अकेला पन तो फील होता होगा ना उन की आब्सेन्स मे?

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हां कभी कभी होता है लेकिन कम अज कम मेरे बच्चे मेरे पास हैं वो तो मुझ से और साथ ही बच्चो से भी दूर हैं, ऐसे ही इधेर उधर की बाते हो रही थी और शबनम हर थोड़ी देर बाद अपनी राइट या लेफ्ट निपल को रब करती शर्ट के उपर से ही, अम्मी ने कहा मुझे दिखाओ तुम्हे कुछ आलर्जी तो नही हो गयी?? शाबो ने एक पल को सोचा फिर कहा एक मिनट लाइट जलाती हू आप देखो.

लाइट मे शाबो ने अपनी कमीज़ एक तरफ से उठाई और अपना एक बूब निकाल का मोम के सामने कर दिया, अम्मी गौर से उस की पिंक उठी हुई निपल को देखने लगीं, और फिर उन्होने ने बूब को अपने हाथ मे ले लिया जैसे उस की टाइटनेस देख रही हों, और फिर निपल को अपने थंब से टच किया, शाबो ने एक आअह भरी.

आंटी ने कहा यहाँ तो ऐसा कुछ नही दूसरा दिखाओ, और शाबो ने कमीज़ पूरी उपर कर दी, अम्मी ने अब दोनो चुचियाँ अपने हाथ मे ली हुई थी और दोनो निपल को टच कर रही थीं जो कि और भी एरेक्ट हो चुकी थीं, अम्मी ने अच्छी तरहा से देखने के बाद कहा नही कुछ आलर्जी लग तो नही रही, और शाबो की बॉडी से हाथ हटा लिए, शाबो ने भी मरती क्या ना करती कमीज़ नीचे कर ली, थी अम्मी ने कहा हां लेकिन बहुत खूबसूरत ब्रेस्ट हैं तुम्हारे, दीवाने बना देंगे किसी को भी.

तब शाबो ने कहा हां लेकिन आप की बॉडी भी बहुत शेप मे है आंटी, तो अम्मी कुछ शर्मा गई, अम्मी ने कहा क्या साइज़ है तुम्हारा शब्बो बोली 34. और आअप का? अम्मी ने कहा मेरे 36 हैं वित डी कप,पहले 34 ही थे ये तो अभी कुछ साल मे थोड़े ढल गये हैं, नही आंटी मुझे तो नही लगता कि ढल गये हैं, तो अम्मी ने अपने राइट बूब के नीचे हाथ लेजा कर उसे उपर करते हुए कहा थोड़े नरम पड़ गए हैं.

शाबो ने भी हिम्मत करते हाथ बढ़ाया अम्मी की चुचियों की तरफ और जब अम्मी ने कोई रिक्षन नही दिया तो उस ने लेफ्ट वाले को नीचे से सहारा देते हुए थोड़ा उपर उठाया और पूरी ग्रिप मे लेते हुए प्रेस भी किया.

वो काफ़ी बड़ा था शाबो के हाथ मे पूरा नही आ रहा था, दट वाज़ दा फर्स्ट टाइम दट शब्बो टच्ड मोम्स बूब आंड दट टाइम अम्मी ने शर्ट और ब्रा पहनी हुई थी, और आने वाली 2/3 रातों मे शबनम ने अम्मी की चुचियो को बार बार टच किया

एक रात आंटी और शाबो बाते कर रही थी लेटी हुई और बातो बातो मे शबनम अम्मी की चुचियों पर हाथ फेरने लगी अम्मी ने भी ब्रा नही पहनी हुई थी, जल्द ही अम्मी की निपल्स एरेक्ट हो गई और शबनम उन को भी सहलाने लगी, कहने को दोनो बात कर रही थीं लेकिन अम्मी भी अब मज़ा ले रही थीं शाबो की इस हरकत से, और उन्हों ने आँखे बंद कर लीं और सिर पीछे चला गया, शबू की हिम्मत और बढ़ी और उस ने अब दोनो हाथों से दोनो चुचियाँ दबानी शुरू कर दी, और फिर मोम की नाइटी के बटन्ज़ खोलने लगी.

अम्मी ने भी मना नही किया, और शाबो ने एक बूब बाहर निकाल लिया नाइटी से और निपल थंब और फिंगर से मसल्ने लगी, अम्मी के मुँह से कुछ निकले उससे पहले शाबो ने निपल पर अपने होन्ट रख दिए, और चूस्ते चूस्ते निपल को दांतो से प्यार से काटने भी लगी, अम्मी अब फुल मूड मे आ चुकी थी और अया आ कर रही थीं .

शबू ने दूसरा बूब भी खूब मसला और फिर अम्मी की नाइटी उतारने की कोशिश करने लगी जिस मे अम्मी ने उस की मदद की और फिर अम्मी सिर्फ़ ब्लॅक पैंटी मे थीं और शबू बड़ी बड़ी उन के चुचियों को चूस रही थी.

अम्मी की बॉडी बहुत शेप मे थी वेस्ट ज़्यादा नही थे 30 होगे मुश्किल से हां लेकिन हुप्स पर काफ़ी मास था, जांघे भी भारी भारी थीं और ब्लॅक पैंटी और ब्रा मे बहुत मस्त लग रही थी .

शबू ने अपना काम जारी रखा और अपना एक हाथ आहिस्ता आहिस्ता अम्मी की पैंटी पर ले गयी, अम्मी ने उस का हाथ एक बार को पकड़ा भी लेकिन जब उस ने अपनी उंगलियाँ पैंटी के उपर से अम्मी की क्लिट पर टच कीं तो उन का विरोध कम होगया.

और फिर शबू ने चुचियाँ सक करते हुए एक हाथ पैंटी के अंदर डाल दिया और उसे महसूस हुआ कि अम्मी ने शायद कुछ ही दिन पहले अपनी चूत के बाल शेव किए थे शाएेद एक वीक पहले ही, और फिर और नीचे, हाथ ले जाने पर उसे वेटनेस फील हुई, , उस ने आहिस्ता आहिस्ता मोम की चूत पर हाथ फेरने शुरू कर दिए पहले उपर उपर से और फिर जल्द ही उस की एक फिंगर काफ़ी अंदर तक जा रही थी, अम्मी की आवाज़ का साउंड ओर जोश दोनो बढ़ते जा रहे थे.

आंड इन नेक्स्ट 5 मिनट ऑफ रब्बिंग, फिंगरिंग, आंड सकिंग अम्मी ने पानी छोड़ दिया हां पर या वो शायद जानती थीं कि इस पानी मे काफ़ी कुछ बह जाने वाला है आने वाले दिनो मे.

अम्मी ने तब शाबो से कहा तुम ने क्या कर दिया है ये आग मे ने सालो से बुझा रखी थी तुम ने उसे इन दिनो मे जगा दिया मे जानती हू मेरी बेटी हो तब भी मे रोक नही पाती खुद को, शाबो बोली हां आंटी बस ये सब कैसे हो गया हां लेकिन मे तो बस दीवानी हो गयी हू आप की, आप से दूर एक पल भी रहा नही जाता दिल करता है बस आप को टच करूँ प्यार करूँ.

अम्मी बोली हां लेकिन हमे बहुत होशियार रहना होगा, मे नही चाहती किसी को पता चले, हम जो भी करेंगे रात मे करेंगे . हां आंटी लेकिन अभी तो एक बार मुझे आप को ज़ी भर कर देख लेने दें दिन की रोशनी मे.

हां लेकिन देख लो डोर और खिड़की बंद हैं ना, हां सब बंद हैं, और शाबो ने अम्मी का टवल पूरा उतार दिया, भरी भरी 36डी चुचियाँ दिन की लाइट मे चमक रही थी, और अम्मी की चूत पर कुछ 10 दिन के बाल छुपाने से ज़्यादा चूत को वज़ह कर रहे थे, शाबो अम्मी के गले लग गई दोनो की हाइट तकरीबन एक ही थी, और अम्मी की बॅक पर हाथ फेरने लगी और फिर बॅक से उस के हाथ अम्मी की बूम पर पहुच गये, बड़े बड़े हिप्स छूने मे सॉफ्ट लेकिन परफेक्ट शेप मे थे.

दोनो ने किस्सिंग शुरू कर दी और अम्मी ने भी पहली दफ़ा खुल के शाबो के जिस्म को महसूस किया, और कहा कभी मे भी दुबली पतली थी तुम्हारी तरहा, फिर शाबो ने अम्मी को बेड की तरफ पुश किया, और अम्मी बेड पर बैठ गयी थी शाबो ने जल्दी से अपनी कमीज़ और शलवार उतार दी वो सिर्फ़ पैंटी मे थी, अभी उत्तेजित थी इस लिए ब्रा नही पहनी थी, और फिर वो अम्मी के उपर लेट गयी और दोनो एक दूजे को महसूस करने लगीं.

किस्सिंग के बाद शाबो चुचियों पर आ गई और उन्हे खूब चूसने लगी, इस दरमियाँ उस की एक फिंगर अम्मी की चूत मे चलने लगी और चूत के दोनो लिप्स खोलने के बाद उस ने क्लिट को मसलना शुरू कर दिया, जल्द ही अम्मी जोश मे आ गई और ज़ोर ज़ोर से फिंगरिंग के लिए कहने लगीं, थी शाबो एक मिनट को रुकी उस ने एक पिल्लो लिया और अम्मी की बॅक के नीचा रखा और उन की लेग्स के बीच आ गई, और फिर उस की इन्नर जाँघ को चूमने लगी, उस का हाथ अम्मी की चुचियो और चूत के आस पास टच हो रहे थे अम्मी फुल गरम थीं और जल्दी से जल्दी फारिग होना चाहती थीं और शाबो उन को थोडा टीज़ कर रही थी.

फिर उस ने अपनी ज़ुबान की टिप से चूत की आउटर वल्लज़ पर टिकल किया, अम्मी अया कर के रह गई, उस की ठंडी ज़ुबान गरम चूत मे और आग लगा रही थी फिर आहिस्ता आहिस्ता उस ने अपनी जीब से क्लिट को टच किया और नेक्स्ट स्टेप मे उस ने लिप्ससे पूरा ग्रिप कर लिया क्लिट को और उस की ज़ुबान उसे टच करने लगी, अम्मी मज़े से पागल हो रही थीं और अम्मी अपने दोनो हाथों से शाबो का सिर अपनी चूत पर प्रेस करने लगीं.

शाबो ने भी ज़ोर ज़ोर से क्लिट को चूसना शुरू कर दिया और उस ने हाथों से चूत के लिप्स को खोला और एक फिंगर अंदर डाली फिर दूसरी और फिर उन दोनो को निकाल के अपनी जीभ चूत मे अंदर बाहर करने लगी साथ ही वो अंगूठे से क्लिट को भी सहला रही थी, अम्मी ये सब सह ना सकीं और जल्द ही उन का जिस्म अकड़ गया और उन का पानी बहने लगा, शाबो तब भी रुकी नही और तब तक चूत चाट्ती रही जब तक अम्मी ढीली ना पड़ गई.

तब शाबो ने सिर उठाया और अम्मी की तरफ देखा उस के मुँह और लिप्स पर सारा लव जूस लगा हुआ था, अम्मी ने उसे उपर खिच लिया और अपने उपर लेटा लिया, और उसे चूमने लगीं उस की कमर पर हाथ फेरते हुए उसे ज़ोर से हग किया और कहने लगीं शाबो बहुत सेक्स मे ने किया है हां लेकिन सिर्फ़ तुम्हारे अंकल के साथ, तभी हम ने सब कुछ ट्राइ किया लेकिन जो मज़ा मुझे आज तुम्हारे साथ आया ये कुछ अलग ही है, काश तुम पहले आ गई होतीं तो इतने साल मे यूँ प्यासी ना रही होती.

ये सब सुबह के टाइम हो रहा था मैं और असद खिड़की के पास खड़े सब देख रहे थे कि तभी………………………………….

क्रमशः…………………………

दोस्तो आगे की कहानी आपकी प्रतिक्रिया जानने के बाद.



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