रूमेट के साथ चूत की गर्मी निकली

हेलो रीडर्स, मेरा नाम श्रेया है. मैं वैसे तो देल्ही से हू, बुत पुणे में रहती हू जॉब के कारण. मेरा फिगर ज़्यादा ख़ास नही है, हालाकी मैं चब्बी हू. बूब्स मेरे मोटे है थोड़े. अगर इमॅजिन करना है तो विद्या बालन जैसी दिखती हू, बस बूब्स थोड़े बड़े है.

तो बात आज से 2 मंत्स पहले की है, जब मैं ऑफीस से घर आई तो देखा की सिर्फ़ 1 ही लड़की फ्लॅट पे थी. बाकी सारे लोग आज पब गये थे. तो मैने और उसने (मेघा) लॅपटॉप में मोविए देखने का प्लान बनाया. मेघा का फिगर बता डू.

वो एक-दूं तमन्ना भाटिया जैसी मस्त गोरी और एक-दूं सेक्सी है, और उसका ब्फ भी था. बुत वो कहानी बाद में. अभी स्टोरी कंटिन्यू करती हू.

हमने मोविए डिसाइड की 365 डेज़ नेत्फलिक्ष पे. मस्त हॉट आंड सेक्सी सीन्स थे, और उसको देखते-देखते मैं अपनी छूट पे आ गयी. मैं धीरे-धीरे हाथ रब कर रही थी. तभी मैने नोटीस किया की मेघा भी वही कर रही थी.

तो मैने जस्ट मस्ती में ब्लंकेट खींच ली. मैने देखा उसका शॉर्ट्स उतरा हुआ था, आंड एक हाथ पनटी में डाल के वो भी मस्त छूट रग़ाद रही थी.

फिर मैने उसकी आँखों में देखा तो वो एक-दूं नशीली हवस की नज़रो से मुझे देख रही थी. मैने भी उसे वैसे ही देखा, और पास गयी उसके. फिर आँखों में देखते-देखते मैने उसका हाथ पकड़ा, और छूट में डाली हुई उंगली को चूसने लगी. क्या स्वाद था उसकी छूट का, एक-दूं मज़ा आ गया.

फिर मैने उसको स्मूच किया, जिसमे उसने तोड़ा भी मुझे रोका नही, उल्टा साथ दे रही थी. उसके बाद मैने धीरे से उसके कपड़े पे से ही उसके बूब्स दबाने चालू किए, और उसे स्मूच करने लगी. मैं उसकी गर्दन पे किस कर रही थी. वो भी साथ देने लगी.

फिर हमने एक-दूसरे की बॉडी को पूरा लीक किया. मैने उसकी पनटी उतरी और उसकी छूट पे हमला किया, और छूट के दाने को चाटने लगी. उसकी छूट एक-दूं क्लीन और गोरी-गोरी दिख रही थी. एक-दूं मस्त पानी छ्चोढने लगी थी.

मैने उसकी छूट मस्त चाट कर छूट का पानी पिया, और फिर उपर जाके स्मूच किया. मैने उसी का पानी उसको चटवाया. वो ये सब देख के और जोश में आ गयी थी.

फिर हमने मस्त एक-दूसरे को चूस्टे चाट-ते बूब्स को छाता, निपल्स को चूसा, फिर 69 में आके छूट भी छाती. और ऐसे करते-करते हमे रात में 3 बाज गये. सारे रूम मेट्स भी आ गये थे, लेकिन हमारा रूम एक ही था तो दिक्कत नही हुई.

बुत आवाज़ बाहर जेया रही होगी ये सोच के मुझमे और हवस जागी, और मैं उसकी छूट में उंगली करते-करते बोली-

मैं: यार लड़का मिला दे कोई. बहुत टाइम से ये लंड माँग रही है.

तो वो भी एक-दूं मूड में बोलती: मैं अपने ब्फ को बुलाती हू, तीनो मिल के करेंगे.

हम दोनो तोड़ा हास्से. फिर मैने सीरीयस होके कहा-

मैं: जल्दी ही बुला देना बेहन, ये छूट शांत करनी है.

और फिर उसे चाटने लगी, और अपनी चत्वती. ऐसे ही सब करते-करते हमे सुबा के 4 बाज गये. फिर हमने कपड़े पहने, और एक ही बेड में आ गये. मैने उसके फोन से उसके ब्फ का नंबर लिया तो पता चला वो मेरे चाचा का बेटा था.

मैं तो मॅन ही मॅन सोच के खुश थी, की चलो अपने भाई की रंडी बनने में कैसी शरम. फिर अगली सुबा मैने मेघा से बात की. मैने उसे नही बताया की हम जानते थे एक-दूसरे को, बस बोली-

मैं: तेरे ब्फ से बोल वो आ जाए, या किसी को भेज दे. मुझे बस आज लंड चाहिए.

और मेघा से ये काम करवाने का एक ही तरीका था. क्यूंकी उसकी कमज़ोरी मुझे पता चल गयी थी, जो की ये थी की उसको अपने ब्फ में इंटेरेस्ट नही था. उसके ब्फ के साथ और 3-4 लड़के साथ में चल रहे थे, जिनसे वो ऑलरेडी कर रही थी.

मैने उसे बोला: बेहन 1-2 मुझे भी दे.

तो वो बोलती है: बहुत मेहनत लगती है. रंडी के जैसी हो गयी हू. कभी भी कोई भी लेता है. तू कर पाएगी?

मैने कहा: हा बिल्कुल कर लूँगी. तू बस आने दे जीतने आने है उतने. मैं तो सब को एक साथ लेलू.

बस इतना कहते ही उसने मुझे व्हातसपप पाए 4-5 नंबर भेजे, और बोली-

मेघा: सब को ही-हेलो कर, बाकी अपने आप हो जाएगा.

फिर मैने पूछा: और तेरा ब्फ वाला जो अपना प्लान है, उसका क्या हुआ?

तो बोलती है: तुझे बड़ी जल्दी है उससे छुड़वाने की. मेरा ब्फ है, तेरा नही.

और आख मारी. मैं इसको पॉज़िटिव समझी और बोली-

मैं: तेरा ब्फ मेरे भाई जैसा है. उससे छुड़वाने का सोच के ही मेरी छूट गीली रहती है, तू बस बुला दे.

और फिर हम अपने अपने ऑफीस चले गये. शाम को घर आए, और हम दोनो बाहर सुत्ता फूँकने निकले बाल्कनी में, और वाहा बात कर रहे थे की कैसा रहा दिन और कैसे क्या करना चाहिए. तब देखा मैने की उसका ब्फ घर आया हुआ था. मैं समझ गयी थी की आज मुझे हॉल में सोना था, तो मैने उसको कहा-

मैं: चलो आज तो मैं हॉल में सौंगी.

तभी उसने ऐसी बात बोली, जिससे मेरी छूट पानी-पानी हो गयी.

उसने बोला: नही, तू वही रूम में बेड पे सोना. हम रूम में लाते आएँगे, और तू मूह पे चादर ओढ़ के सोना, ताकि ब्फ को शक ना हो की तू जागी है. मैं उसको कुछ टाइम बाद ब्लाइंडफोल्ड करूँगी. फिर मेरी जगह तू आ जाना.

ये सुन कर मैं एक-दूं खुश हो गयी, और उसको वही हग कर लिया. लेकिन अभी भी एक बात थी, की मुझे तो पता चल गया था, वो मेरा भाई था. फिर कैसे करूँगी यही सोच रही थी. तभी आइडिया आया की उसकी आँखें बंद होंगी, और मैं लाइट्स भी ऑफ रखूँगी. फिर बाद में उसको सर्प्राइज़ दूँगी.

मैने मॅन ही मॅन सोचा की मैं तो ऐसे बतौँगी जैसे मुझे सब पता था. फिर देखूँगी उसका रिक्षन क्या होगा. फिर मैं अपने बेड में आ गयी. वो लोग थोड़ी देर बाद आ गये, और अब तक उसके ब्फ ने मुझे नही देखा था.

मैं बस कमरे में आके बेड पे सो गयी डोर के तरफ मूह रख के, ताकि उनको मेरा फेस ना दिखे. लेकिन मैं उनको देख पा रही थी गॅप में से.

वो रूम में आते ही बोल पड़ा: ये कों है? इसकी मारु क्या आज, तू तो देती नही मुझे?

मेरे सुन के होश ही उडद गये.

तभी मेघा ने कहा: आज तेरी लॉटरी है. आज तुझे मिलेगी, मेरी ही मिलेगी.

और ऐसे बोलते ही दोनो ने चुम्मा-छाती चालू कर दी मेरे सामने एक-दूं मस्त होके. वो एक-दूसरे को होंठो को चूस रहे थे, और कपड़े उतार रहे थे. यहा मेरी छूट गीली होने लग गयी थी. उतने में ही उसका ब्फ बोलता है-

ब्फ: आजा तुझे आज बाकियों की तरह छोड़ता हू.

मुझे समझ ही नही आया क्या मतलब था इस बात का. लेकिन ये बात मुझे और जोश दे रही थी. और फिर जैसे की प्लान था, मेघा ने उसे ब्लाइंडफोल्ड किया, आंड मुझे आके हल्के से उठाया. मैने पहली बार किसी का लंड असली में देखा, और उसे आज चूसने वाली थी.

आयेज की स्टोरी का पार्ट जल्द ही डालूंगी. तब तक के लिए आपकी फीडबॅक बहुत ज़रूरी है. प्लीज़ कॉमेंट्स करिए या एमाइल भी कर सकते है 9श्रेया5शर्मा6@गमाल.कॉम पर.

कोई है पुणे में जो कपल स्वाप या सिर्फ़ मुझे थ्रीसम का मौका देगा, तो एमाइल करिए.

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