राज और उसकी पड़ोसी सेक्स कहानी

kamukta sex kahani raj or uski padosi ki chudai मेरा नाम राज है. घर पर मेरे अलावा भैया विनोद, भाभी दीपा ही हैं. भैया की उमर 22 साल, भाभी की उमर 20 साल और मेरी 21 साल की है. भैया की शादी अभी 6 महीने पहले ही हुई है. भाभी का रंग एक दम गोरा, आनकिएं भूरी, बॉल काले और लंबे, बॉडी एक दम स्लिम, कमर एक दम पतली और बूब्स एक दम गोल गोल और छोटे छ्होटे हैं. मेरे पड़ोस में विमल रहते हैं. उनकी उमर भी 22 साल की है. वो मेरे भैया के बहुत ही अच्छे दोस्त हैं. उनकी भी शादी 5 महीने पहले ही हुई है. उनकी वाइफ का नाम लता है. वो भी मेरी भाभी की तरह बहुत ही खूब सूरत हैं. उनका दोनो का हमारे घर आना जाना लगा रहता है. मेरी भाभी और लता दोनो बहुत ही शरारती और दिखने में बहुत ही सेक्सी हैं. वो दोनो मुझसे बहुत ही भद्दा भद्दा मज़ाक करती हैं. मैं भी उन दोनो से किसी चीज़ में कम नहीं हूँ.

शादी के 4 दिन बाद भाभी वापस मयके चली गयी. भाभी जब 10 दिन बाद जब दोबारा आई तो उनके आने के 2 दिन बाद ही भैया को ऑफीस की तरफ से ट्रैनिंग के लिए 2 मंत्स के लिए बंगलोरे जाना पड़ गया. भाभी अभी तक भैया के साथ केवल 6 दिन ही सो पाई थी. वो मुझसे शादी के दूसरे दिन से ही मज़ाक और छेड़-छाड़ करती थी. मैं देर तक सोने का आदि था. भैया के जाने के बाद मैं सो रहा था. सुबह के 8 बजने वाले थे. भाभी मुझे जगाने के लिए आई. सुबह के समय मेरा 7″ का लंड एक दम खड़ा था. मैं केवल चड्धि पहन कर ही सोता था. लंड के खड़ा होने की वजह से मेरी चड्धि टेंट की तरह से हो गयी थी. भाभी ने बिना कोई शरम किए मेरे लंड पर अपने हाथ से धीरे से मारा और बोली, 8 बज रहे हैं, उठना नहीं है क्या. मैने कहा, मुझे ऑफीस थोड़े ही जाना है. मुझे सोने दो. वो बोली, ठीक है सोते रहो. उसके बाद वो घर का काम करने लगी. मैं फिर से सो गया.

9 बजे वो फिर मुझे जगाने के लिए आई. मेरा लंड अभी तक खड़ा था. उन्होने मेरे लंड को पकड़ कर खीचा और बोली, राजा जी, अब तो उठ जाओ. मैं उठ गया. मैने अपने लंड की तरफ इशारा करते हुए कहा, आप को मेरे लंड पर हाथ लगाने में शरम नहीं आती. अगर कुच्छ हो गया तो. वो बोली, क्या हो जाएगा. तुम तो मेरे एकलौते और प्यारे प्यारे देवर हो और देवर से कैसी शरम. आख़िर भाभी पर देवर का आधा हक़ होता है. दूसरे तुम्हारा तो लंड ही ऐसा है कि मैं इसे पकड़ने से अपने आप को रोक नहीं पाई और मैने इसे पकड़ लिया. अगर तुम्हें अच्च्छा नहीं लगा तो मैं अब कभी भी तुम्हारे बदन को हाथ नहीं लगाउन्गि. मैने कहा, नहीं, मैं तो मज़ाक कर रहा था. मुझे बहुत अच्च्छा लगा. मेरे इतना कहने के बाद वो मेरे बगल में बैठ गयी और उन्होने मेरे लंड को फिर से पकड़ कर खीच लिया और बोली, कैसा लगा. मैने कहा, बहुत अच्च्छा लेकिन अगर मुझे जोश आ गया तो तुम्हें रगड़ दूँगा. वो बोली, तो देर किस बात की है. रगड़ दो ना. मना किसने किया है. मैने कहा, मेरा लंड तो तुमने देख ही लिया है, खूब लंबा और मोटा है, तुम्हारी फॅट जाएगी. वो बोली, अभी तक मैने इसे देखा ही कहाँ है. अभी तो ये किसी नयी नवेली दुल्हन की तरह घूँघट में है. मैने भी मज़ाक करते हुए कहा, तो देख लो ना. वो बोली, तुम नाराज़ तो नहीं हो जाओगे. मैने कहा, बिल्कुल नहीं.

मेरे इतना कहते ही भाभी ने मेरी चड्धि नीचे कर दी. मेरा एक दम गोरा 7″ लंबा और खूब मोटा लंड फंफंता हुआ चड्धि से बाहर आ गया. भाभी मेरे लंड को देखती ही रह गयी और बोली, देवर जी, तुम्हारा लंड तो वाकाई बहुत ही शानदार है. इसे छुपा लो नहीं तो नज़र लग जाएगी. इतना कह कर भाभी ने मेरी चड्धि उपर कर दी. चड्धि उपर करते समय उनका हाथ मेरे लंड को टच करने लगा तो मेरे सारे बदन में सुरसुरी सी दौड़ गयी. मैने कहा, मेरे लंड को आज तक किसी ने नहीं देखा था. आज पहली पहली बार तुमने मेरा लंड देखा है. मूह दिखाई नहीं दोगि. वो बोली, ज़रूर दूँगी, मेरे राजा. बोलो क्या चाहिए. मैने कहा, ज़्यादा कुच्छ नहीं, सिर्फ़ एक चुम्मा ले लो. उन्होने तुरंत ही मेरे गालो को चूम लिया. मैने शरारत भरे अंदाज़ में कहा, तुमने लंड को देखा है, चुम्मा तो उसका लेना पड़ेगा, मेरा नहीं. वो बोली, ठीक है, मैं तुम्हारे लंड का ही चुम्मा ले लेती हूँ. इतना कह कर उन्होने मेरी चड्धि फिर से नीचे कर दी. जैसे ही मेरा लंड बाहर आया तो उन्होने मेरे लंड को पकड़ कर सूपदे का घूँघट नीचे कर दिया. मेरे लंड का एक दम गुलाबी सूपड़ा भाभी के सामने था. वो थोड़ी देर तक मेरे लंड के सूपदे को देखती रही फिर बोली, बहुत ही मोटा सूपड़ा है तुम्हारे लंड का. उसके बाद उन्होने बड़े प्यार से मेरे लंड के सूपदे को चूम लिया. मेरे सारे बदन में बिजली सी दौड़ गयी. भाभी की आँखें भी गुलाबी हो गयी थी. वो बोली, अब तो मिल गयी मूह दिखाई. मैने कहा, हां मिल गयी. वो बोली, अब चलो फ्रेश हो जाओ, मैं नाश्ता बना देती हूँ.

मैं फ्रेश होने चला गया और वो किचन में नाश्ता बनाने चलो गयी. फ्रेश होने के बाद मैं नहा रहा था तो भाभी ने आवाज़ दी, कितनी देर तक नहाते रहोगे. जल्दी से नहा कर आ जाओ और नाश्ता कर लो. मुझे भी नहाना है. मैने कहा, मेरा लंड गरम हो गया था. उसे ठंडा कर रहा हूँ. तुम भी आ कर मेरे साथ ही नहा लो. वो बोली, मैं एक दम नंगी ही नहाती हूँ और मुझे तुम्हारे सामने एक दम नंगी होने में शरम आएगी. मैने कहा, मेरे लंड को पकड़ने में शरम नहीं आई, अब नहाने में शरम आ रही है. वो बोली, मैं तुम्हारे सामने अपने कपड़े कैसे उतार सकती हूँ. हां मैं तुम्हें एक दम नंगा ज़रूर कर सकती हूँ. मैने कहा, तो मैं नहा कर नंगा ही बाहर आ जाता हूँ. वो बोली, तो आ जाओ ना. तुम नंगे रहोगे तो शरम भी तुम्हें ही आएगी, मुझे नहीं. मैने कहा, ठीक है, मैं नंगा ही बाहर आ जाता हूँ.

नहाने के बाद मैने अपनी भीगी हुई चड्धि बाथरूम में ही उतार दी और एक दम नंगा ही भाभी के सामने चला आया. उन्होने मुझे एक दम नंगा देखा तो अपनी आँखें बंद कर ली. मैने कहा, अब काहे शरमा रही हो. वो बोली, अभी थोड़ा शरम आ रही है, बाद में नहीं आएगी. मैं चुप चाप खड़ा रहा. थोड़ी देर बाद भाभी ने अपनी आँखें खोल दी और बोली, लो अब मेरी शरम ख़तम हो गयी.

मेरा लंड धीरे धीरे खड़ा हो गया तो मैने अपने लंड की तरफ इशारा करते हुए कहा, सुबह तुमने इसे ठीक से नहीं देखा था, अब अच्छि तरह से देख लो. भाभी सोफे पर बैठी थी. इतना कह कर मैं भाभी के नज़दीक गया और अपना लंड उनके मूह के सामने कर दिया. वो बोली, तुम तो नंगे ही ज़्यादा खूबसूरत लगते हो. मैने अपने लंड की तरफ इशारा करते हुए कहा, और इसके बारे में क्या ख़याल है. भाभी मेरे लंड को देख रही थी. उनकी आँखे गुलाबी सी होने लगी थी. वो बोली, तुम्हारा लंड तो वाकाई बहुत ही अच्च्छा है. मैने पूछा, अच्च्छा है का क्या मतलब. वो बोली, अच्च्छा है का मतलब, तुम्हारा लंड बहुत ज़्यादा लंबा है, खूब मोटा है, एक दम गोरा और चिकना है, इसका सूपड़ा भी खूब मोटा और एक दम गुलाबी है. मैने आज तक ऐसा लंड कभी नहीं देखा. मैने पूछा, आज तक नहीं देखा है का क्या मातब. लगता है तुम इसके पहले भी कयि लंड देख चुकी हो. वो बोली, नहीं मेरे राजा, मैने आज तक अपनी ज़िंदगी में केवल 2 लंड ही देखा है. कुच्छ दिनो पहले तुम्हारे भैया का देखा था और दूसरा आज अपने प्यारे प्यारे देवर का देख रही हूँ. चलो अब नाश्ता कर लो.

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मैने कहा, ठीक है, नाश्ता भी कर लूँगा लेकिन पहले एक बार और मेरे लंड को चूम लो. भाभी ने कहा, तुम बड़े शैतान हो. उसके बाद उन्होने मेरा लंड अपने हाथ में पकड़ लिया और अपने गरम गरम और गुलाबी होठों को मेरे लंड के सूपदे पर रख दिया. थोड़ी देर तक अपने होठों को मेरे लंड के सूपदे पर रखने के बाद उन्होने बड़े प्यार से चूम लिया. मुझे बहुत मज़ा आया और मेरे सारे बदन में बिजली सी दौड़ गयी. मैने पूछा, कैसा लगा. वो बोली, सुबह तो मैने थोडा शरमाते हुए तुम्हारे लंड को चूमा था लेकिन इस बार तुम्हारे लंड को चूमने में बहुत मज़ा आया. मैने कहा, तो एक बार और चूम लो. वो बोली, तुम कहते हो तो मैं एक नहीं दो बार चूम लेती हूँ. उन्होने फिर से मेरे लंड को पकड़ कर बड़े प्यार से दो बार और चूम लिया.

भाभी की आँखे भी जोश से एक दम गुलाबी हो चुकी थी और मुझे भी बहुत मज़ा आ रहा था. मैं अपने आप को रोक नहीं पाया और बोला, मुझे तो बहुत मज़ा आ रहा है. काश कोई मेरे लंड को अपने मूह में ले कर चूस लेता. वो बोली, अगर तुम कहो मैं ही चूस लेती हू. मैने कहा, नेकी और पूछ पूछ. वो बोली, ठीक है, पहले तुम नाश्ता कर लो और मैं नहा लूँ. उसके बाद मैं तुम्हारे लंड को चूस लूँगी. मैने कहा, ठीक है, मैं तब तक इंतजार करता हूँ. उसके बाद मैं नाश्ता करने लगा. नाश्ता ख़तम होने के बाद भाभी नहाने चली गयी. मैं अपने लंड पर हाथ फिराते हुए भाभी का इंतेज़ार करता रहा.

15 मिनट बाद भाभी नहा कर आई तो उन्होने केवल पेटिकोट ही पहन रखा था और उसे अपने बूब्स के उपर से बाँध रखा था. उनका एक दम गोरा बदन देख कर मुझे और ज़्यादा जोश आने लगा. मैं सोफे पर बैठा था. भाभी मेरे सामने ज़मीन पर बैठ गयी और बोली, लाओ, अब मैं तुम्हारे लंड को चूस लेती हूँ. उन्होने मेरे लंड को हाथ से पकड़ कर अपने मूह में ले लिया और बड़े प्यार से चूसने लगी. मैं धीरे धीरे जोश में आता जा रहा था. भाभी भी जोश में आने लगी थी. थोड़ी ही देर में भाभी सिसकारियाँ भरते हुए मेरे लंड को चूसने लगी.

मेरे लंड का जूस निकलने वाला था तो मैने भाभी से कहा, अब रहने दो. वो बोली, अब क्या हुआ. क्या मैं तुम्हारे लंड को ठीक से नहीं चूस रही हूँ. मैने कहा, नहीं ऐसी बात नहीं है, तुम तो मेरे लंड को बहुत ही अच्छि तरह चूस रही हो लेकिन अब मेरे लंड का जूस निकलने वाला है. वो बोली, तो क्या हुआ, मेरे मूह में ही निकल जाने दो ना. मैं तुम्हारे लंड के जूस की एक बूँद भी बर्बाद नहीं होने दूँगी. सारा का सारा जूस निगल जाउन्गि. मैने कहा, ठीक है, जैसा तुम चाहो.

भाभी और ज़्यादा तेज़ी के साथ मेरे लंड को चूसने लगी. थोड़ी ही देर में मेरे लंड का जूस भाभी के मूह में निकलने लगा. मैने भाभी के सिर को पकड़ कर अपनी तरफ खीच लिया तो मेरा लंड भाभी के मूह में और ज़्यादा गहराई तक घुस गया. भाभी ने मेरे लंड का सारा का सारा जूस निगल लिया. मेरे लंड का सारा जूस निगलने के बाद उन्होने मेरे लंड को अपने मूह से बाहर निकाल दिया. मेरे लंड पर थोड़ा जूस अभी भी लगा हुआ था. मैने भाभी को दिखाते हुए कहा, थोडा जूस बाकी रह गया है तो उन्होने उसे भी अपनी जीभ से चाट लिया.

मैने भाभी से कहा, तुमने मेरे लंड को देख लिया, इसे चूम लिया और इसे अपने मूह में ले कर चूस भी लिया. इसका सारा जूस भी तुमने निगल लिया लेकिन तुमने अभी तक अपने सारे बदन को ढक रखा है. मुझे अपना बदन नहीं दिखओगि. वो बहुत ज़्यादा जोश में आ चुकी थी और बोली, तुम जो देखना चाहो, देख हो. मैने कहा, मैं तो तुम्हारा पूरा बदन देखना चाहता हूँ. वो बोली, तो देख लो. मैने कहा, तुमने अपना बदन ढक रखा है. वो बोली, खुद ही खोल कर देख लो.

भाभी खड़ी हो गयी तो मैने उनके पेटिकोट के नडे को ढीला कर दिया तो उनका पेटिकोट नीचे गिर पड़ा. उनका संगमरमर सा गोरा बदन अब मेरे सामने था. मैं भाभी के एक दम गोरे बदन को देखता ही रह गया. उन्होने अपने एक हाथ से अपनी चूत को ढक लिया और जोश के मारे अपनी आँखें बंद कर ली. थोड़ी देर बाद मैने कहा, मैं तुम्हारे बूब्स को हाथ लगा कर देख लूँ. वो बोली, तुम जो भी चाहो और जैसे भी चाहो देख लो. मैने भाभी के दोनो निपल्स को अपनी उंगलियों से पकड़ कर मसलना शुरू कर दिया. थोड़ी ही देर में वो जोश में आ कर सिसकारियाँ भरने लगी. मुझे भी बहुत मज़ा आ रहा था और मेरा लंड फिर से खड़ा होने लगा. भाभी ने जोश में आ कर एक हाथ से मेरे लंड को पकड़ लिया और सहलाने लगी.

मैने कहा, तुम अपने दूसरे हाथ से क्या च्छूपा रही हो. वो बोली, बहुत ही कीमती चीज़ है. सब कुच्छ अभी देख लोगे. मैने कहा, तो क्या हुआ. तुमने भी तो मेरा सब कुच्छ देख लिया है. वो कुच्छ नहीं बोली तो मैने उनका हाथ उनके चूत पर से हटा दिया. उनकी चूत भी एक दम गोरी और चिकनी थी. मैने अपना हाथ उनकी चूत पर लगा दिया तो उन्होने एक ज़ोर की सिसकारी ली. मैने कहा, अब क्या हुआ. वो बोली, गुदगुदी हो रही है. मैने एक हाथ से उनकी चूत को सहलाना शुरू कर दिया और दूसरे हाथ से उनकी निपल को मसलता रहा. वो सिसकारियाँ भरते हुए मेरे लंड को सहलाती रही.

मैं उनकी चूत को सहलाता रहा तो वो बहुत ज़्यादा जोश में आ गयी और थोड़ी ही देर बाद वो झाड़ गयी. उन्होने थोड़ा शरमाते हुए कहा, मैने तुम्हारे लंड के जूस को ज़रा सा भी बर्बाद नहीं होने दिया और सारा का सारा जूस निगल लिया. एक तुम हो कि मेरी चूत का बेशक़ीमती जूस ऐसे ही बर्बाद हो जाने दे रहे हो. मैने कहा, सॉरी, ग़लती हो गयी. मैं भी तुम्हारी चूत का जूस चाट लेता हूँ. मैने भाभी को सोफे पर लिटा दिया और उनकी चूत के जूस को चाटने लगा. वो बहुत ज़ोर ज़ोर से सिसकारियाँ भरने लगी. उनकी चूत का सारा जूस चाट लेने के बाद जैसे ही मैने हटने की कोशिश की भाभी ने मेरा सिर पकड़ कर अपनी चूत की तरफ खीच लिया और बोली, मुझे बहुत मज़ा आ रहा है. थोड़ी देर तक और चतो मेरी चूत को.

मैं भाभी की चूत को फिर से चाटने लगा. भाभी बहुत ज़्यादा जोश में आ चुकी थी और ज़ोर ज़ोर से सिसकारियाँ भर रही थी. 5 मिनट में ही वो फिर से झाड़ गयी. इस बार उनकी चूत से ढेर सारा जूस निकला और मैने वो सारा का सारा जूस चाट लिया. उसके बाद मैं हट गया. भाभी एक दम मस्त हो चुकी थी और बोली, मैं तुम्हारा लंड एक बार फिर से चूसना चाहती हूँ, चूस लूँ. मैने कहा, मैने कब मना किया है. उन्होने मेरे लंड को अपने मूह में ले लिया और चूसने लगी. मैं एक हाथ से उनके निपल्स को मसल्ने लगा और दूसरे हाथ की उंगली उनकी चूत में डाल दी और अंदर बाहर करने लगा. वो बड़े प्यार से मेरा लंड चूस्ति रही और ज़ोर ज़ोर की सिसकारियाँ भी भरती रही. भाभी बहुत ज़्यादा जोश में थी और मेरे लंड को बहुत तेज़ी के साथ चूस रही थी.

10-15 मिनट में ही मेरे लंड का जूस फिर से निकलने लगा. भाभी ने इस बार बड़े प्यार से मेरे लंड का सारा का सारा जूस निगल लिया और उसके बाद मेरे लंड को चाट चाट कर सॉफ करने लगी. मेरे लंड को सॉफ कर देने के थोड़ी ही देर बाद वो भी झाड़ गयी. मैने उन्हें सोफे पर लिटा दिया और उनकी चूत को चाटने लगा. उनकी चूत को चाटने के बाद मैं उनके उपर ही लेट गया. वो मेरी पीठ को सहलाती रही और मैं उनकी पीठ को सहलाता हुआ उनके होठों को चूमता रहा.

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लगभग 1 घंटे बाद वो बोली, 1 बज रहा हैं. अब मैं खाना बनाने जा रही हूँ. मैं उनके उपर से हट गया. भाभी पेटिकोट पहन ने जा रही थी तो मैने कहा, पेटिकोट मत पहनो. तुम नंगी ही ज़्यादा खूबसूरत दिखती हो. वो बोली, जैसा हुकुम मेरे राजा जी. लेकिन एक शर्त है. मैने पूछा, कौन सी शर्त. वो बोली, तुम भी एक दम नंगे ही रहोगे. मैने कहा, जो हुकुम, मेरी रानी.

भाभी बाथरूम जाने लगी तो मैं भी उनके साथ ही साथ बाथरूम चला गया. भाभी ने अपनी चूत को सॉफ करने के लिए जैसे ही साबुन उठाया तो मैने उनके हाथ से साबुन ले लिया और कहा, लाओ मैं तुम्हारी चूत पर साबुन लगा दूँ. भाभी ने कहा, तो लगा दो ना. मैं भाभी की चूत पर साबुन लगाने लगा तो वो फिर से सिसकारियाँ भरने लगी. मैने कहा, अब क्या हुआ. वो बोली, जब तुम मेरी चूत पर हाथ लगाते हो तो मेरे सारे बदन में आग सी लग जाती है और बहुत ज़ोर की गुदगुदी होती है. मैने कहा, और जब भैया हाथ लगाते हैं तब. वो बोली, उनके हाथ लगाने से ज़्यादा गुदगुदी नहीं होती, हां सारे बदन में आग ज़रूर लग जाती है.

मैने भाभी की चूत पर साबुन लगता रहा तो वो फिर से जोश में आ गयी और ज़ोर ज़ोर से सिसकारियाँ भरने लगी. उन्होने मेरे हाथ से साबुन ले लिया और बोली, अब मैं तुम्हारे लंड पर साबुन लगा देती हूँ. उन्होने मेरे लंड पर साबुन लगाना शुरू कर दिया. मेरा लंड एक दम टाइट हो गया तो मैने कहा, मैं तुम्हारी चूत पर थोड़ी देर तक अपने लंड को रगड़ना चाहता हूँ. वो बोली, तो रगड़ लो. मैने उन्हें डॉगी स्टाइल में कर दिया और अपने लंड को उनकी चूत पर रगड़ने लगा. मैं बहुत ज़्यादा जोश में आ गया तो मैने कहा, अगर तुम कहो तो मैं अपना लंड थोड़ा सा तुम्हारी चूत के अंदर डाल दूं. वो भी बहुत जोश में थी. वो बोली, डाल दो ना. क्यों तडपा रहे हो.
मेरे लंड पर और उनकी चूत पर ढेर सारा साबुन लगा हुआ था. मैने उनकी चूत में अपना लंड धीरे धीरे दबाना शुरू किया तो साबुन लगा होने की वजह से मेरा लंड स्लिप करते हुए उनकी चूत में घुसने लगा. जैसे ही मेरा लंड उनकी चूत के अंदर 3″ तक ही घुसा तो वो तड़पने लगी और बोली, अब रुक जाओ. बहुत दर्द हो रहा है. मैं रुक गया तो थोड़ी ही देर बाद वो बोली, थोड़ा सा और अंदर डाल दो और धीरे धीरे धक्के लगाओ.

मैने अपना लंड भाभी की चूत के अंदर और दबाने लगा या जैसे ही मेरा लंड उनकी चूत के अंदर 4″ तक घुस तो वो बोली, अब रहने दो और धक्के लगाओ. वो बहुत जोश में थी. मैने धक्के लगाने शुरू कर दिए तो वो ज़ोर ज़ोर की सिसकारियाँ भरने लगी. थोड़ी देर बाद ही भाभी को खूब मज़ा आने लगा तो बोली थोड़ा और तेज धक्के लगाओ. मैने और तेज धक्के लगते हुए उनकी चुदाई शुरू कर दी.

5 मिनट में ही वो झाड़ गयी और बोली, राजू खूब ज़ोर ज़ोर से धक्के लगा कर चोदो मुझे. मैने कहा, अगर मैं और तेज धक्के लगा कर तुम्हें चोदुन्गा तो मेरा पूरा का पूरा लंड तुम्हारी चूत में घुस जाएगा. वो बोली, मुझे इसकी परवाह नहीं है. मुझे तो बस केवल मज़ा चाहिए. मैने कहा, ठीक है. मैने बहुत ज़ोर ज़ोर के धक्के लगाते हुए भाभी की चुदाई शुरू कर दी. हर धक्के के साथ मेरा लंड उनकी चूत के अंदर और ज़्यादा घुसने लगा. वो केवल आअहह ऊओ करते हुए मेरे लंड को अपनी चूत के अंदर लेती रही. थोड़ी ही देर में मेरा पूरा का पूरा लंड भाभी की चूत में घुस गया. पूरा लंड घुसा देने के बाद मैने बहुत ही तेज़ी के साथ ज़ोर ज़ोर के धक्के लगाते हुए उनकी चुदाई शुरू कर दी. वो ज़ोर ज़ोर की सिसकारियाँ लेते हुए एक दम मस्त हो कर चुदवा रही थी और मैं भी उन्हें पूरे जोश के साथ चोद रहा था. मैने भाभी को लगभग 25-30 मीं तक चोदा और फिर झाड़ गया. भाभी भी इस चुदाई के दौरान 3 बार झाड़ चुकी थी.

उसके बाद हम दोनो ने नाहया. भाभी ठीक से खड़ी नहीं हो पा रही थी. मैं उन्हें सहारा दे कर बेडरूम में ले आया. वो बोली, तुमने मेरी बहुत ही अच्छि तरह से चुदाई की है. मेरी चूत में बहुत दर्द हो रहा है और अब मैं खाना बनाने के काबिल नहीं हूँ. तुम होटेल से खाना ले आओ. मैं होटेल से खाना लेने चला गया.
मैं खाना ले कर होटेल से आया तो हम दोनो ने खाना खाया. उसके बाद 1 घंटे तक आराम किया. शाम के 4 बजने वाले थे. भाभी ने कहा, अब एक बार और मेरी चुदाई कर दो. मैने कहा, पहले मेरा लंड तो चूस कर खड़ा करो. वो मेरा लंड चूसने लगी और मैं उनकी चूत को चाटने लगा. थोड़ी ही देर में मेरा लंड एक दम टाइट हो गया तो मैने भाभी को डॉगी स्टाइल में कर दिया. उसके बाद मैने भाभी की चूत की लिप्स को फैला कर अपने लंड का सूपड़ा बीच में रख दिया. फिर मैने भाभी की कमर को पकड़ कर पूरी ताक़त के साथ एक जोरदार धक्का मारा. इस धक्के के साथ ही जैसे बेडरूम में भूचाल आ गया हो. भाभी बहुत ज़ोर से चिल्लाई. उनकी टाँगें थर थर काँपने लगी और उनकी चूत से थोड़ा खून भी निकल आया. मेरा लंड भाभी की चूत को चीरता हुआ उनकी चूत में 5″ तक घुस गया. वो बोली, बहुत दर्द हो रहा है. जब तक मैं ना कहूँ तुम अपना लंड और ज़्यादा अंदर मत घुसाना. मैने कहा, ठीक है, मेरी रानी. उसके बाद मैने बिना रुके ही भाभी की चुदाई शुरू कर दी.
थोड़ी देर तक चुदवाने के बाद वो धीरे धीरे शांत हो गयी. वो बोली, मेरी चूत में बहुत जलन हो रही है. तुम खूब ज़ोर ज़ोर से चोदो. मैने बहुत तेज़ी के साथ भाभी की चुदाई शुरू कर दी. 5 मिनट चुदवाने के बाद वो झाड़ गयी. झाड़ जाने के बाद भाभी को और ज़्यादा मज़ा आने लगा. वो अपना चूतड़ आगे पीछे करते हुए चुदवाने लगी. मैं भी जोश से पागल सा हुआ जा रहा था. भाभी ने कहा, थोड़ा और तेज चोदो. मैने अपनी स्पीड बढ़ा दी और तेज़ी के साथ चोदने लगा.

5 मीं तक चुदवाने के बाद वो बोली, अभी कितना लंड अंदर घुसना बाकी है. मैने कहा, अभी 2″ और बाकी है. वो बोली, अब तुम पूरी ताक़त के साथ खूब ज़ोर ज़ोर के धक्के लगाते हुए मेरी चुदाई करो. उन्होने अभी तक भैया से बड़ी मुश्किल 10-15 बार ही चुडवाया होगा. उनकी चूत मेरे लंबे और मोटे लंड के लिए किसी कुँवारी चूत से कम नहीं थी. मुझे भी खूब मज़ा आ रहा था.

थोड़ी देर तक चुदवाने के बाद वो बोली, तुमने बहुत ही अच्छि तरह से मेरी चुदाई करके मेरी चूत में आग सी भर दी है. अब तुम मुझे खूब ज़ोर ज़ोर से चोदो और मेरी चूत की आग को अपने लंड के जूस से ठंडा कर दो. अगर तुमने मेरी चुदाई करने में ज़रा भी ढील की तो मैं तुमसे फिर कभी नहीं चुदवाउंगी. मैने कहा, ठीक है.

मैने भाभी की कमर को ज़ोर से पकड़ लिया और बहुत ही जोरदार धक्के लगाते हुए उनकी चुदाई शुरू कर दी. बेडरूम में फ़च फ़च की आवाज़ होने लगी. मैं बहुत तेज़ी के साथ भाभी की चुदाई कर रहा था. वो बोली, जीयो मेरे राजा, और तेज़ी के साथ चोदो अपनी भाभी को. अगर तुम इसी तरह धीरे धीरे मुझे चोदोगे तो मेरी चूत की आग कैसे बुझेगी. और तेज़ी के साथ चोदो मुझे, खूब ज़ोर ज़ोर से धक्के लगाओ. मैने अपनी पूरी ताक़त लगाते हुए बहुत की बहुत तेज़ी के साथ चुदाई शुरू कर दी.
क्रमशः……………………
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