वो मेरा साथ देते हुए मादकता से बोले जा रही थीं- आह्ह.. सनी मेरी चुत को जरा और जोर से चोदो.. आज बहुत दिनों के बाद इसकी प्यास बुझी है।
मैं जोर-जोर से धक्का लगाए जा रहा था और वो बोले जा रही थीं- और जोर से चोदो सनी.. और जोर से.. सनी आह्ह.. मैं झड़ने वाली हूँ।
मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी.. दो-चार धक्के और लगाए होंगे कि वो झड़ चुकी थीं.. पर मैं अभी बाकी था।
मैं अब भी धकापेल चुदाई में लगा हुआ था। करीब 30 मिनट के बाद मुझे लगा कि मेरा काम भी होने वाला है तो मैंने 4-5 बमपिलाट शॉट मारे और उनके ऊपर गिर पड़ा, उन्होंने मुझे जोर से अपनी बांहों में भर लिया।
कुछ देर इस तरह पड़े रहने के बाद हम दोनों अलग हो गए। उसके बाद हमने एक-दूसरे को साफ किया। उन्होंने मेरा लंड चाट कर और मैंने उनकी चुत को चाट कर साफ़ किया।
इस तरह उस रात हम दोनों ने चार बार चुदाई का मजा लिया। सुबह मैं उनको लेकर अपने काम पर वापिस गाँव जाने लगा।
हम लोग आज भी चूत चुदाई का मजा ले रहे हैं.. मैंने हर तरीके से उनको चोदा है.. उनकी गांड भी मारी है।
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