प्रमोशन के लिए सीनियर का पानी निकाला

ही फ्रेंड्स, मेरा नाम रितिका है. मैं 24 साल की जवान लड़की हू, और नॉइदा में एक मंक में जॉब करती हू. बेसिकली मैं उप से हू, और यहा पर प्ग में रहती हू. मेरी हाइट 5’6″ है, और रंग गोरा है. फिगर मेरा 36-30-38 है.

सीधे-सीधे बतौ, तो हर लड़का मुझे छोड़ने में इंट्रेस्टेड रहता है. मैं भी घर से डोर होने का फ़ायदा उठती हू, और मैने 2 बाय्फरेंड्स मैइतैइन करके रखे हुए है. वो क्या है ना, खर्चे बहुत है, और एक ब्फ मेरे सारे खर्चे मॅनेज नही कर सकता.

अब खर्चा करते है, तो उनको भी उसके बदले में कुछ चाहिए होता है. मैं भी उनको खाली नही मोदती. अगर वो मेरा खर्चा करते है, तो मैं भी बेड में उनको मज़े देती हू.

इसी तरह मेरी लाइफ चल रही थी. फिर एक दिन कुछ ऐसा हुआ, जिससे मुझे सेक्स का एक नया एक्सपीरियेन्स मिला. वही एक्सपीरियेन्स शेर करने के लिए मैं ये स्टोरी आप सब के साथ शेर कर रही हू. तो चलिए शुरू करते है कहानी.

जैसा की मैने बताया की मैं एक मंक में जॉब करती हू. काम में मैं कभी कोई कसर नही छ्चोढती. इसी वजह से जब प्रमोशन का टाइम आया, तो मुझे प्रमोशन मिलने की पूरी उमीद थी. लेकिन जब प्रमोशन की लिस्ट आई, तो उसमे मेरा नाम नही था.

ये देख कर मुझे बहुत गुस्सा आया. मैं सीधे अपनी सीनियर के पास गयी, जिन्होने प्रमोशन के नाम आयेज दिए थे, और जाके उनके कॅबिन का दरवाज़ा नॉक किया. अब आयेज बढ़ने से पहले मैं अपनी सीनियर के बारे में बता देती हू.

मेरी सीनियर का नाम मोना भल्ला है. वो 35 साल की है, और अभी तक सिंगल है. हम सब लोग जब भी उनकी बात करते थे, तो समझ नही पाते थे की उन्होने अभी तक शादी क्यूँ नही की थी.

मेडम की हाइट 5’7″ है, और रंग गोरा है. फिगर उनका तकरीबन 38-32-40 होगा. मेडम को देख के भी किसी भी मर्द का लंड खड़ा हो जाए, लेकिन फिर भी आज तक उन्होने शादी नही की थी. लेकिन इस सवाल का जवाब मुझे मिलने वाला था. अब कहानी कंटिन्यू करते है.

तो मैने दरवाज़ा नॉक किया, और ‘मे ई कम इन’ बोल के अंदर चली गयी. मेडम ने ब्लॅक फॉर्मल स्कर्ट पहनी थी, साथ में वाइट शर्ट थी, और उपर ब्लॅक ब्लेज़र था. वो काफ़ी हॉट लग रही थी. फिर मैने बोलना शुरू किया-

मैं: मेडम, मुझे आप से कुछ पूछना है.

मेडम: हा पूछो.

मैं: मेडम मुझे लगता है की मैं इस ऑफीस के सबसे हार्डवर्किंग एंप्लायीस में से एक हू.

मेडम: बिल्कुल करेक्ट.

मैं: अगर ऐसा है, तो मुझे प्रमोशन क्यूँ नही दिया गया. क्या मुझसे कोई ग़लती हो गयी है?

मेडम: देखो रितिका तुमसे कोई ग़लती नही हुई है. और तुम बहुत हार्डवर्किंग भी हो. लेकिन एक प्राब्लम है.

मैं: क्या प्राब्लम है मेडम?

फिर मेडम अपनी चेर से खड़ी हो गयी, और मेरे पास आके खड़ी हो गयी. वो मेरे लेफ्ट में आई, और मेरे कान में बोली-

मेडम: रितिका, प्रमोशन के लिए सिर्फ़ हारद्वोर्क ही काफ़ी नही है. अपने सीनियर्स को खुश भी करना पड़ता है. ख़ास करके उसको जिसके हाथ में तुम्हारा प्रमोशन हो.

मुझे मेडम की बात समझ नही आ रही थी, तो मैने उनसे पूछा-

मैं: मेडम मैं कुछ समझी नही, आप क्या बोल रही हो? आपको खुश मैं कैसे करू?

तभी उन्होने अपने कॅबिन का दरवाज़ा अंदर से लॉक किया, और अपनी चेर पर जाके बैठ गयी. फिर उन्होने मेरी तरफ देखते हुए अपनी शर्ट के 3 बटन खोले जिससे मुझे उनकी ब्रा और उसमे काससे हुए बूब्स की क्लीवेज दिखने लगी.

जैसे ही उन्होने ऐसा किया, मेरे दिमाग़ की बत्ती जाली, और मुझे समझ आ गया, की वो क्या कहना चाह रही थी. तभी मेरे मूह पर स्माइल आ गयी, और मैने मेडम से पूछा-

मैं: मेडम आप लेज़्बीयन हो?

मेडम: ह्म.

मैं: वाह क्या बात है.

मैं तभी मेडम के पास गयी, और उनको उनकी चेर से खड़ा. फिर मैने अपने होंठ उनके होंठो से चिपका दिए, और हमारी वाइल्ड किस चालू हो गयी.

मैने कभी लेज़्बीयन सेक्स किया नही था, लेकिन मेडम के होंठ चूस कर मुझे मज़ा आ रहा था. फिर होंठ चूस्टे हुए मैने उनका ब्लेज़र उतार दिया, और शर्ट के उपर से उनके बूब्स दबाने लगी. मेडम ने भी किस करते हुए मेरी गांद पर हाथ रखे, और गांद दबानी शुरू कर दी.

कुछ देर की किस के बाद मैने उनकी गर्दन चूमनि शुरू कर दी. फिर मैने मेडम की शर्ट के बटन खोल कर शर्ट उतार दी. मैने शर्ट आंड जीन्स पहनी थी. उन्होने मेरी भी शर्ट उतार दी. अब हम दोनो उपर से ब्रा में थी.

फिर मैने मेडम की ब्रा खोली, और उनके बूब्स चूसने शुरू कर दिए. आक्च्युयली मैं वही चीज़े कर रही थी, जो जब मेरा ब्फ मेरे साथ करता है तो मज़ा आता है. मैं बूब्स चूस रही थी, और वो आहें भर रही थी.

फिर मैने उनको टेबल पर लिटा दिया, और उनकी स्कर्ट खोल कर निकाल दी. अब वो मेरे सामने सिर्फ़ वाइट पनटी में थी. मैने फिर उनकी पनटी भी उतार दी, और उनकी छूट पर मूह लगा लिया.

उनकी छूट काफ़ी गीली थी, और उसका पानी मेरे मूह पर लग गया. पर मुझे प्रमोशन चाहिए था, तो मुझे उसका पूरा पानी निकालना था. इसलिए मैने कुत्ते की तरह मेडम की छूट को चाटना शुरू कर दिया.

वो कामुक आहें भर रही थी, और मेरे सर को अपनी छूट में दबा रही थी. उनका ये मज़ा मैं फील कर रही थी, क्यूंकी मैं भी अपने ब्फ से छूट चुस्वते हुए उसका सर अपनी छूट में दबाती हू.

मैं जीभ छूट के अंदर डालने लगी, और उसकी छूट के दाने को मूह से पकड़ कर चूसने लगी. इससे वो पागल हो गयी. वो ऐसे हिल रही थी, जैसे उसकी बॉडी में करेंट दौड़ रहा हो.

मैं लगातार बिना रुके उसकी छूट छाते और चूज़ जेया रही थी. लगभग 20 मिनिट उसकी छूट चाटने के बाद उसकी छूट से पानी का एक फुवरा निकला. मैं उसका सारा पानी पी गयी. अब वो पूरी तरह से ठंडी हो गयी थी.

इसके आयेज की कहानी मैं आपको अगले पार्ट में बतौँगी. अगर आपको ये कहानी पढ़ कर मज़ा आया हो, तो इसको लीके और कॉमेंट ज़रूर करे.

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