पोलीस वाले ने गान्डू बेटा और रंडी मा चोदी

उसने सीधा मेरी गांद पे हमला बोल दिया, और गांद खाने लगा. फिर मेरी पंत खोल कर मेरी गांद खोल कर च्छेद में जीभ डालने लगा. मैं भी मज़े में अया अया करने लगा.

फिर मैं घुटनो में बैठ कर उसका पंत खोला. उसका खड़ा लंड बाहर आ गया. पहले मैने उसके लंड के टोपे पे चुम्मा दिया. फिर स्लोली-स्लोली टीज़ करने के लिए लंड को लीक किया. फिर थूक लगाया और पूरा मूह में लेकर रंडियों की तरह चूसने लगा.

मैं: उम्म्म्म म्‍म्म्ममम म्‍म्म्मम.

पोलीस वाला: उम्म्म्म एम्म्म आह सेयेल भद्वे, क्या चूस्टा है रे तू. बहुत सारे लंड चूज़ होंगे तूने, उफफफ्फ़. रंडियन फैल है तेरे चूसने के स्किल्स के सामने.

मैं फुल मज़े में चूज़ जेया रहा था. फिर वो मेरा सर (हेड) पकड़ के मेरे मूह ज़ोर-ज़ोर से लंड अनादर-बाहर करने लगा. वो मेरे मूह को छोड़ रहा था. फुल दीपत्र्ोआट दे रहा था. उसका लंड पूरा थूक से गीला कर दिया था मैने.

पोलीस वाला: चूस रंडी चूस आअहह.

मैं: स्लूरप्प्प्प्प स्लर्प स्लूरप्प्प्प्प (चोक होते हुए).

फिर उसने मुझे खड़ा किया, और आयेज की तरफ झुका दिया. उसके बाद गांद में मूह डाल कर च्छेद चाटने लगा. च्छेद पूरा गीला करके जीभ से चाट रहा था. फिर उसने अपना लंड रगड़ा मेरी गांद में, और च्छेद में सेट करके ज़ोर से घुसा दिया. उफफफ्फ़, सही बतौ तो दर्द हुआ. फिर वो जब चुदाई के झटके देने लगा, तो मज़ा आने लग गया. फुल रंडियों वाली फीलिंग आ रही थी.

पोलीस वाला: उफफफफफ्फ़ बहनचोड़, क्या मोटी चुड़क्कड़ गांद है तेरी. मॅन करता है दिन रात तुझे छोड़ू.

मैं (फुल चुदाई के मज़े में): आअहह फक, छोड़ आचे से.

पोलीस वाला: तेरी गांद पूरी तेरी मा पे गयी है. वो भी जब चलती है, पूरी गांद की शेप हिलती है.

वो स्पीड बढ़ा दिया, और ज़ोर-ज़ोर से छोड़ना शुरू कर दिया. अब वो लंड अंदर-बाहर अंदर-बाहर करके गांद में मज़े दे रहा था. ठप ठप ठप करके आवाज़ आ रही थी. ऐसे ही 20 मिनिट तक बिना रुके छोड़ता रहा. मेरी गांद का च्छेद बड़ा कर दिया था अपने मोटे लंड से.

पोलीस वाला: ले, और ले रंडी, बहुत गांद मरने का शौक है ना. ले मदारचोड़.

मैं: आअहह ह आ फक मे.

ऐसे ही मेरी चुदाई करते-करते करीब 30 मिनिट गुज़र गये. पर उसने 30 मिनिट तक मेरी गांद से लंड बाहर नही निकाला. वो छोड़े जेया रहा था. फिर थोड़ी देर में उसका भी ऑर्गॅज़म होने लगा, और वो झड़ने वाला था. मैं भी फुल हॉर्नी हो कर छुड़वा रहा था.

इतनी चुदाई हुई मेरी, की मैं झाड़ गया. और वो मेरी गांद में ही झाड़ गया. मेरे च्छेद से उसका स्पर्म निकल रहा था. उसने मेरी गांद के अंदर अपना माल डाल कर क्रेआमपीए कर दिया मेरी गांद का.

पोलीस वाला: आ, ले भद्वे तेरी गांद भर दी. अब तेरी मा की बारी. एक बार वो रॅंड हाथ आ जाए, इससे भी बुरा छोड़ूँगा उसको, और वो भी तेरे सामने छोड़ूँगा.

मैं चुदाई की वजह से मदहोश हो कर था. इतना मज़ा आया था गांद में स्पर्म लेकर. फिर मैने वही झुक कर उसका लंड चूस कर लंड के च्छेद को चाट के सॉफ किया. उसके बाद हम वाहा से निकले, और घर के लिए चल पड़े.

घर गया तो मा बाहर मिली. देखा तो वही अंकल मेरी मा से बाहर बात कर रहे थे. मैं चुप-छाप साइड से घर पे चला गया. इतनी चुदाई के बाद तक गया था तो नींद आ गयी और सो गया.

मैं अपनी मा के बारे में बता डू. अगर आपको मेरी मा के गरम जिसमे के बारे में सोचना है, तो वो विद्या बालन जैसी दिखती है. मोटी गांद मोटे चुचे है एक-दूं.

दूसरे दिन मैं सोया हुआ था, की घर की घंटी से मैं उठ गया. थोड़ी देर में मा गयी, गाते खोली, और वही पोलीस वाला अंदर आ गया.

मा: अर्रे तुम राज के दोस्त के मामा हो ना?

पोलीस वाला: जी हा.

मा: वो तो अभी सो रहा है. वो तुम्हारे साथ कल वापस घर आया तो बहुत तक गया था. इसलिए सो गया था जल्दी. बताओ कोई काम है?

पोलीस वाला: अछा कोई बात नही, मैं बाद में आता हू.

मा: अर्रे रूको, तुम अंदर आओ. छाई नाश्ता तो ले कर जाओ.

अब मैं आपको अपनी मा की कहानी बताता हू. जब से मा की चुदाई देखी वो भी एक दूसरे मर्द से, तब से मुझे मा अलग लगने लगी थी. मा की शेव्ड छूट और पोर्नस्तर जैसी गांद देखने लायक थी.

मुझे लगा मा उससे नॉर्मली बिहेव करेगी, पर ये नही पता था की मा अपनी रंडी वाली हरकतों पे आ जाएगी.

वो उस पोलीस वाले जिसने मेरी गांद मारी, उसे सिड्यूस करने का काम करने लगी. बाद में मुझे पता चला की बहुत लोगों ने मा को छोड़ा था, जो मैं बाद में कभी बतौँगा.

फिर मा उसे अंदर लाती है. जान-बूझ कर कोई समान नीचे गिरा देती है, और उसके सामने झुक कर उठती है. ताकि उसकी पूरी मोटी गांद का शेप उस पोलीस वाले को दिखे. वो पोलीस वाला तो ऐसे ही मा की गांद को देख कर उसके मूह में पानी आ गया.

मैं अपने रूम के गाते के पास से च्छूप कर देख रहा था की ये आदमी जो मेरी गांद मारता रहता था, अब वो मेरी मा के साथ क्या करेगा. फिर थोड़ी देर में मा छाई बना कर लाई और उसे सोफे पे देने लगी. तभी सारी का पल्लू सरक गया, और मा के ब्लाउस में क्लीवेज दिख गया. अब मैं भी हॉर्नी हो रहा था. उस पोलीस वाले का तो खड़ा होने लगा था. फिर मा किचन में ही थी, और वो पोलीस वाला पीछे से मा को लिपट गया.

अब मा भी उसके मज़े लेने लगी थी. मैं अपने रूम से च्छूप कर दोनो को देख रहा था, और हॉर्नी हो रहा था. मैने भी अपना लंड बाहर निकाल लिया, और हिलने लगा.

फिर वो पोलीस वाले ने मा की सारी खोल दी, और ब्लाउस के अंदर हाथ घुसा कर दूध दबाने लग गया. मा भी मज़े में सिसकिया ले रही थी. फिर उस आदमी ने मा का पेटीकोआट खोल दिया. मा पनटी नही पहनती थी. शायद रोज़ाना लंड लेती थी.

फिर वो मा की गांद में मूह डाल कर चाटने लगा. उसके बाद वो मा को सोफे पे लिटा कर मा की मोटी चिकनी छूट में मूह रगड़ने लगा. अपनी जीभ वो छूट के अंदर तक डाल रहा था.

मा भी मज़े में आअहह आहह कर रही थी. मैं अब तोड़ा सा रूम से निकल कर ये सीन देख कर लंड हिला रहा था. फिर उसने अपना लंड बाहर निकाला, और मा को मिशनरी पोज़िशन में ही छोड़ना शुरू कर दिया. वो घपा-घाप मा को छोड़ रहा था. मा भी मज़े में थी. वो आदमी भी मज़े में था, और मैं भी कोने में लंड हिलाते हुए मज़े में था.

लगातार 20 मिनिट तक मिशनरी पोज़िशन में छोड़ने के बाद वो मा को डॉगी स्टाइल में आने को बोलता है. मा मेरी तरफ नही देख रही थी, तो उन्हे पता नही था की मैं कोने में उन दोनो की चुदाई देख कर हिला रहा था. पर उस पोलीस वाले की नज़र मेरे पे पद गयी. वो मुझे इशारे में पूछने लगा की क्या बात है तू भी…

फिर वो डॉगी स्टाइल में मा की मोटी गांद मारने लगा. उफफफ्फ़ चर्बी-दार गांद छोड़ते वक़्त पूरी गांद हिल रही थी. और ठप ठप ठप करके आवाज़ भी आ रही थी. मा तो चुदाई में मदहोश होते जेया रही थी, और वो आदमी स्पीड में डॉगी स्टाइल में छोड़ते जेया रहा था.

वो आदमी मुझे देख-देख कर मा को छोड़ रहा था. उसका मोटा तगड़ा लंड मा की गांद हिला कर रख दे रहा था. वो छोड़े जेया रहा था और मुझे देख कर छोड़ रहा था. और इशारों में कह रहा था की देख तेरी मा को छोड़ रहा रहा हू.

दोनो की ऐसी चुदाई चल रही थी. वो मा के दूध को दबाते हुए भी छोड़ रहा था. कभी निपल्स मसलता, और गाली देकर छोड़ रहा था.

पोलीस वाला: हाए मेरी रज्जो, क्या मस्त रंडी है तू आअहह साली छिनाल.

मा (चुदाई में आँखें बंद करके): आह आह आअहह.

ऐसे ही दोनो की चुदाई देख कर मेरा मूठ निकल गया, और वही मेरे रूम के गाते के पास ही मेरी माल निकल गया. वो आदमी मुझे देख कर और ज़ोर-ज़ोर से छोड़ रहा था. थोड़ी ही देर में मा को भी ऑर्गॅज़म होने लगा, और कपते हुए मा की छूट से फाउंटन की तरह पानी निकालने लगा. उसका लंड पूरा मा की छूट के पानी में गीला हो गया.

मा पूरी तरह तक गयी, और सोफे पे लेट गयी, और ज़ोर-ज़ोर से हाँफने लगी. मा को कोई ध्यान ही नही था की मैं भी वही था, और सब कुछ देख रहा था. फिर वो भी लंड हिलने लगा ताकि उसका मूठ भी निकले. ऐसे ही उसका मूठ निकल गया, और मा के पुर फेस पे पद गया.

वो मा को कम फेशियल दे रहा था. पर मा भी तक कर लेती हुई थी. फिर वो मेरी तरफ आया, और अपने लंड के तरफ इशारा किया. मैं झुक कर उसका लंड चूस कर सॉफ करने लगा.

उसके लंड में से अभी भी तोड़ा मूठ निकल रहा था. उसको ही चूस कर चाट कर सॉफ कर रहा था, और उसके लंड पे मा की छूट का पानी भी था, तो और चूस रहा था.

मा ने ये सब नही देखा. फिर मैं अपने रूम के अंदर गया, की मा कही उठ कर देख ना ले. उसके बाद वो मा के पास गया, और उसके पास लेट गया और आहिस्ते-आहिस्ते बातें करने लगा. फिर मा उठी, और उसका लंड चूसी और अपना मूह को सॉफ की.

उसके बाद वो चेक करने आई की कही मैं उठ तो नही गया. मैं जल्दी से सोने की आक्टिंग करने लगा. फिर वो पोलीस वाला कपड़े पहन कर निकल गया. मा भी सारी पहन कर बाज़ार निकल गयी. मैं भी उठ गया.

अगर आपको मेरी और मेरी मा की चुदाई की कहानी पढ़ कर मज़ा आए, तो अपने रिव्यूज़ ज़रूर दे. और मुझे एमाइल कर सकते है (इंटेस्टाइनल.टूट86@गमाल.कॉम). मेरे साथ मज़े भी लेने है तो मेसेज कर सकते है. ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनो लंड से माल निकालने तक मज़े दूँगा. तो लंड हिलाते रहिए और मूठ निकालते रहिए.

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