आप सब ने इस परिवारिक चुदाई कहानी को बहुत ज़्यादा पसंद किया है. बहुत सारी मोम्स ने बताया की वो घर में छूट छुड़वा कर मज़ा ले रही है. 40 आगे वाली मों तो अब बिटो से छुड़वा रही है. काई सारे बाय्स ने बताया की मों छोड़ने में बहुत मज़ा आता है.
जिनके हब्बी बाहर रहते है, वो हाउसवाइव्स अब बिटो से छुड़वा कर मज़े ले रही है. मैने भी मों को छोड़नी शुरू कर दी थी. मों के गोरे-गोरे बूब्स देख कर लंड खड़ा हो जाता. मूड बनते ही मों को घर में ही पकड़ लेता, और फिर मों को छोड़ कर ही छ्चोढता.
मों जवान बेटे के लंड से छुड़वा कर खूब खुश थी. दादा जी के बाहर जाने के बाद मैने मों को छोड़ना शुरू कर दिया. मेरी चुदाई से मों बहुत खुश हो गयी. वो मुझे अपना पति मानने लगी.
मों: यार ससुर का बेटा तू ही है. इसलिए तू मेरा पति है. मेरा हब्बी तो मुझे सिर्फ़ शादी करके घर ले आया, बुत पति की तरह आपने छोड़ा है.
अमित: ऑश बुत तुमको मों बोल कर छोड़ने में ज़्यादा मज़ा आता है. दीदी को छोड़ते टाइम वो मुझे भाई भाई बोलती है तो मुझे मज़ा आता है.
मों: ऑश सही कहा यार. मैने सुना है की कई हब्बी वाइफ रात को आपस में भाई-बेहन बन कर चुदाई करते है. उनको भी भाई-बेहन वाली फीलिंग आती होगी.
अमित: वो तो सिर्फ़ फीलिंग लेते है. मैं तो रियल मों और बेहन को छोड़ता हू.
मोनिका भी आ गयी थी.
मों: तेरे दादा को आने दे. फिर मिल कर छोड़ा छोड़ी करेंगे. एक साथ 2 लंड और 2 छूट होंगी. जिसको जो छूट पसंद आए उसको छोड़ सकता है. अदला-बदली करके छूट छोड़ने का मज़ा आएगा.
अमित: देख लो मुझे तोड़ा जाच नही रहा है. मेरी दोनो छूट को कोई और क्यूँ छोड़े?
मोनिका: ह्म मैं तो भाई से छुड़वा कर खुश हू. दादा जी तो मेरी छूट फाड़ देंगे. भाई का लोड्ा लेती हू, तब भी टाइट होती है.
मोनिका और मों दोनो किचन में थी. दोनो ने ही निघट्य पहन रखी थी. मैं भी पीछे चला गया. मैने दीदी की गांद पर हाथ फेरना शुरू कर दिया. दीदी ने नीचे कुछ भी नही पहना था.
मों मेरे सामने खड़ी थी. उनके बूब्स निघट्य से बाहर आना चाहते थे. गोरे-गोरे बूब्स रेड कलर की निघट्य में मस्त लग रहे थे. मैने दीदी की निघट्य पीछे से हटा दी, और अपना लोड्ा बाहर निकाल कर दीदी की गांद पर रख दिया.
मोनिका: मों के सामने ही शुरू हो गये. कोई बाहर से आ गया तो?
अमित: मों भी तो मरवती है. सुबह-सुबह कोई नही आएगा.
मोनिका: ऑश यही छोड़ेगा क्या?
मों: ह्म यही मरवा कर देख, मुझे तो कल किचन में घोड़ी बना कर बहुत छोड़ा था. मज़ा आया था बहुत. अभी कोई नही आएगा.
मैने दीदी की निघट्य साइड करके बूब्स चूसने शुरू कर दिए.
मोनिका: ऑश भाई ऑश आराम से चूस ले, छुड़वा कर ही जौंगी. ऑश गुदगुदी हो रही है.
अमित: ऑश दीदी तेरे मुममे चूसने में मज़ा आ रहा है. ऑश निपल चूसने दे. ऑश मुममे बड़े होने लगे है.
मोनिका: ऑश मों जीतने होने में टाइम लगेगा. मुझे पता है तुझे मों वाले मुममे पसंद है.
अमित: ह्म मों के मुममे भी पसंद है और मों की छूट भी. मज़ा बहुत देती है.
मों: मोनिका तो बहुत मस्त माल बनेगी. शादी होने से पहले एक-दूं पताका बन जाएगी. ऑश इस आगे में भी मुममे बड़े है.
मोनिका: भाई लेनी शुरू कर दे. कोई आ गया तो?
मों: मुझे छोड़ी थी वैसे स्लॅब पर बिता ले.
मोनिका: मतलब?
अमित: उपर बैठ तेरे बूब्स भी चूस लूँगा और छूट भी मारूँगा.
मैने दीदी को मेरी तरफ मूह करके बिता लिया. लंड उसकी छूट से रगड़ा. उसने दोनो हाथ मेरे कंधे पर रख लिए. लंड धीरे-धीरे छूट में जाने लगा. मैं भी दीदी को किस करने लगा.
मों: अब सही है आराम से चुड जाएगी.
अमित: मों तू कहाँ जेया रही है? मेरे पास खड़ी हो जेया. तेरे मुममे देख कर मज़ा आता है. दीदी भी ढंग से चुड जाएगी.
मों: मों बेटी दोनो एक साथ चाहिए? यहीं हू बस छाई बना लू.
अमित: छाई रहने दे. एक बार दीदी चुड जाए, फिर छाई बना लेना.
मोनिका: ऑश भाई आराम से मार. छूट गीली हो जाने दे थोड़ी.
अमित: ह्म मज़ा आ रहा है.
मों: बेहन किसकी है, मज़ा तो आएगा ही!
मोनिका: ऑश छ्होटे ऊहह पूरा लंड थोड़ी देर बाद डालना. 2 मिनिट रुक जेया भाई. मज़ा आने लगा है अभी.
अमित: ऑश दीदी क्या टाइट छूट है तेरी ऑश आहह पेलने में मज़ा आता है.
मोनिका: ऑश स्लॅब एक-दूं सही है चुदाई के लिए. लगता है चुदाई के लिए ही बनाई थी.
मों: ह्म तेरे दादा ने मुझे बहुत बार यहीं छोड़ी है.
मोनिका: श वाउ यार. ऑश छ्होटे ऑश सही कर रहा है. ऑश भाई तेरे लोड्ा मज़ा दे रहा है.
अमित: ऑश यार मेरा मूह मों की तरफ होता तो मज़ा आता.
मोनिका: ऑश मों नंगी है पूरी. बूब्स पर हाथ फेर रही है. मज़े ले रही है यार. अभी तो मुझे ऐसे ही छोड़.
अमित: तुम दोनो की छूट ले-ले कर बहुत मज़ा आता है.
मों: तेरा लंड लेकर हम दोनो को मज़ा आता है. ऑश बहुत मस्त छोड़ रहा है. चुदाई के लिए बहुत एनर्जी लगती है. तू ज़रा भी नही तकता बेटा?
मोनिका: भाई तो छोड़-छोड़ कर हम दोनो को चार्ज कर देता है.
मों: इसका चारजर मोटा है ना, और लंबा भी!
अमित: ऑश दीदी पूरा लंड डाले बिना मज़ा नही आता. छूट से बॉडी लगती है, तब मज़ा आता है.
मों: अर्रे ये भी कोई पूछने वाली बात है? बेहन तेरी है, बस तू डाल दे.
मैने ज़ोर से शॉट मारा लंड छूट में समा गया.
मोनिका: ऑश भाई आहह मेरी छूट याअर. ऑश भाई ऑश.
अमित: श दीदी तेरी चुचि मस्त है यार. साथ लगती है तू, अची लगती है.
मोनिका हासणे लगी.
मोनिका: मुझे भी मज़ा आता है यार. तू साथ लगता है तो वैसे भी मज़ा आता है.
मों पास आ गयी थी. वो दीदी की पीठ पर हाथ फेरने लगी. मैने मों की और गर्दन घुमाई तो स्माइल दे रही थी. उसके गोरे-गोरे बूब्स देख कर लंड और ज़्यादा टाइट हो गया.
मों: वाह मोनिका बहुत आचे से छुड़वा रही हो. किचन में चुदाई करते हुए दोनो बहुत आचे लग रहे हो.
मोनिका: ऑश आअहह मों मज़ा आ रहा है भाई मस्त छोड़ता है. ओह बेहन की छूट के मज़े लूट रहा है पुर ओह. आअहह मों भाई का लेकर तो बहुत मज़ा आता है. ऑश भाई ई लोवे योउ छ्होटे, ऑश ब्रो ऑश क्या लंड है तेरा यार!
अमित: श दीदी तू कितनी मस्त छूट है. श लोड्ा तो छूट में जाते ही निहाल हो जाता है. ऑश तेरे साथ लग-लग कर मज़ा आ रहा है. तेरी नंगी पीठ पर हाथ फेरने से ही लोड्ा खड़ा हो जाता है. ऑश बेबी ऑश मोनिका ऑश मेरी जान ऑश तेरी छूट मेरा लोड्ा ही छोड़ेगा ओह दीदी ऑश ऑश बेबी.
मों: ऑश मोनिका को घोड़ी बना लो अब. घोड़ी बन कर ज़्यादा मज़ा देगी. मोनिका को बाहों में पकड़ कर नीचे उतार ले.
मैने वैसे ही किया. दीदी को नीचे उतरा तो वो सेक्सी स्माइल दे रही थी. दीदी को झुका कर घोड़ी बना लिया. कमर पकड़ कर लंड छूट पर रखा, और ज़ोर से शॉट मार दिया.
मोनिका: ऑश भाई ऑश आहह अछा लग रहा है.
मों स्माइल देती हुई मेरे पास खड़ी हो गयी. मैने ज़ोर से शॉट मार कर लोड्ा दीदी की छूट में घुसेध दिया और मों को पकड़ कर अपनी और खींच लिया.
अमित: ऑश मेरी जान अब बूब्स भी चुस्वा दे थोड़े. क्या गोरे-गोरे मुममे है मों तेरे.
मैने मों के बूब्स चूसने शुरू कर दिए.
मों: ऑश दोनो मा-बेटी के एक साथ मज़े ले रहा है. ऑश लगता है मेरी छूट भी मारोगे.
अमित: अनंह दीदी जल्दी झाड़ गयी तो तुझे भी घोड़ी बनौँगा मेरी रंडी मों.
मों: आहह हम दोनो तुझे मज़े देने के लिए ही है. एक बात बोल रही हूँ.
मोनिका: क्या मों?
मों: बस यही की तू बहुत मस्त माल बनेगी. 1 साल ऐसे ही चुड़वति रही तो मेरे से भी ज़्यादा मस्त माल बनेगी. मोनिका मज़े बहुत देगी मितू तुमको.
अमित: ऑश मों ऑश तेरे मुममे यार.
मों: अबकी सर्दियों के लिए मोनिका ही बेस्ट रहेगी. तुझे पूरी रात गरम रखेगी. सर्दियों की लंबी रातों में पूरी रात इसकी छूट में डाल कर सोना चाहे, सर्दी पास भी नही आएगी.
मोनिका: ऑश भाई छोड़नी शुरू कर दो अब.
मैने बूब्स छ्चोढ़ दिए. उसको ज़ोर-ज़ोर से छोड़ना शुरू कर दी.
मोनिका: ऑश भाई ऑश छूट मेरी ऑश आआहह मज़ा आ रहा है.
मोनिका कित्चे में झुकी हुई थी. उसकी कमर पकड़ कर छोड़ने में मज़ा आ रहा था. लंड सीधा छूट में जेया रहा था. दीदी की टाइट छूट छोड़ने में डबल मज़ा आ रहा था. मों पास खड़ी-खड़ी सेक्सी स्माइल दे रही थी.
मोनिका: ऑश भाई ऊओ ऊओ आआओुच अओउन्न्ह ऊऊहहूओ भाई छोड़ ली तूने बेहन की छूट ऑश आआहह ओह.
अमित: मेरी रंडी बेहन ऑश बहुत मज़े दे रही हो भाई को. ऑश बेबी ऑश मेरी वाइफ है तू यार. भाई की वाइफ बन कर बहुत मज़ा दे रही हो. ओह टाइट छूट ऑश ऑश दीदी ऑश दीदी ऊओहू आआहह आहह ऊहह यार.
मोनिका: ऑश भाई ऊहह अब दीदी की छूट में मज़ा आ रहा है. ऑश छ्होटे ऑश भाई कम ओं भाई फक युवर सिस्टर.
अमित: ऑश मी डार्लिंग ऑश दीदी आहह बेहन छोड़ कर मज़ा आता है यार. ऑश मेरी जुंगली छूट ऑश छुड़वा ले भाई से.
मों: अमित जिस अंदाज़ से मोनिका को छोड़ रहा है भैया कम और सैयाँ ज़्यादा लग रहा है.
मोनिका: चूड़ने वाली है बेहन ऑश फटाफट छोड़ भाई.
मोनिका की आवाज़ सेक्सी हो गयी. उसकी आ आ सुन कर मज़ा आ रहा था. मैने कुच्छ देर तक ज़ोर-ज़ोर से शॉट मारे. दीदी मज़ा लेने के लिए तड़प रही थी.
मैने ज़ोर-ज़ोर से शॉट मारे. दीदी रोने लगी थी. शायद उसको मज़ा चाहिए था.थोड़ी देर में दीदी चुड गयी थी.
अमित: अर्रे रो क्यूँ रही थी?
मोनिका: रो कौन रहा था? श चुदाई के टाइम आवाज़ ही ऐसे हो जाती है. ऑश भाई बहुत मज़ा दिया तूने.
दीदी पूरी पसीने से भीग गयी थी. उसने मुझे किस किया. मों मेरी तरफ देख कर सेक्सी स्माइल दे रही थी. मैं समझ गया की हम दोनो की चुदाई देख कर मों का घोड़ी बनने का मूड था.
मों: ऑश बहुत एनर्जी से छोड़ा है दीदी को. ऑश अब मों के साथ भी एक रौंद हो जाए.
मों मेरे लंड को पकड़ कर मेरे आयेज झुक गयी.
मों: मोनिका तू अब छाई बना ले. मितू मुझे छोड़ कर छाई पिएगा. हम दोनो को छोड़ कर थकान हो जाएगी.
मैने मों की गोरी और मस्त गांद पर हाथ फेरा. छूट पर लंड रखा और धीरे-धीरे शॉट मारने लगा. थोड़ी देर में लंड छूट की गहराई में चला गया. दीदी ने किचन फन ओं कर दिया. हम को हवा आने लगी. मैने दीदी को इशारा किया.
अमित: यार तेरी मों भी बहुत मस्त है. मेरी सासू मा है ये.
मोनिका: ऑश ये बात है. भाई तूने आज बहुत मस्त छोड़ा है मुझे. ऑश चुड़वते टाइम सोच रही थी की अब मज़ा आ जाए, मज़ा आ जाए.
अमित: ऑश दीदी मज़ा तो मा-बेहन एक करने में आता है. मम्मी की छूट छोड़ने में जो मज़ा है, वो वाइफ छोड़ने में भी नही है.
मोनिका: लंड को भी पता है की मों की छूट छोड़नी है.
मों: तुम दोनो बहुत बोल्ड हो गये हो. ऑश बेटा आहह मज़ा आ रहा है. तेरा लोड्ा फील हो रहा है.
अमित: मों की छूट मक्खन है. लंड अपने आप ही अंदर चला जाता है. पूरा लोड्ा अंदर जाता है तब मों की गांद से जाँघ लगती है. तब मस्ती चढ़ जाती है यार.
मों: ऑश हर शॉट पर बूब्स हिलते है तो मज़ा आता है.
अमित: ऑश मुममे छोड़ने है तेरे एक दिन. बस दोनो मुम्मो के बीच लोड्ा रख कर शॉट मारने है.
मों: मार लेना बेटा, अभी तो मों को छोड़ ले.
मोनिका: भाई को मैं बहुत श्रीफ समझती थी यार.
अमित: यार मों के मुममे देख-देख कर लोड्ा खड़ा होने लगा. फिर तू भी अची लगने लगी दीदी. अब तो दोनो ही मस्त लगती हो.
मों: ऑश शरीफ बेटा किस काम का? मों बेहन दोनो को कितना खुश रखता है. घर की सारी छूट घर में जब चाहे छुड़वा सकती है.
अमित: जब मॅन करे किसी भी छूट को पाकड़ो और छोड़ लो. ऑश मों आअहह मज़ा आ रहा है.
मोनिका: रात को तो पूरी रात लंड से खेलो चाहे. मों इस आगे में छुड़वाने में ही मज़ा आता है. शादी को तो बहुत टाइम पड़ा है.
मों: ऑश बेटा ऑश अब पेल दे मों को. ऑश आअहह बहुत मज़ा आ रहा है बेटा.
मोनिका: भाई मों के बूब्स बहुत हिल रहे है, इनके मज़े भी लेलो. आचे से पकड़ कर मों को छोड़. मों चुड़वते हुए बहुत सेक्सी लगती है. मों पीछे से बहुत गोरी है.
अमित: अर्रे तभी तो मों पर दिल आ गया बेटे का. इतनी गोरी मों छोड़ने को मिल गयी यार, ऑश उपर से इतने मस्त बूब. ऑश पकड़ लेने दे मुम्मो को ऑश दीदी तू भाई का कितना ख़याल रखती है.
मैने मों के दोनो बूब्स पकड़ लिए. मुझे भी अब मज़ा आ रहा था. मों के मस्त मुलायम बूब्स पकड़ कर शॉट मारने में अलग ही मज़ा था.
मों: ऑश आअहह बेटा ओह ऑश पहले तेरे दादा ने छोड़ी और अब पोटा छोड़ रहा है. तेरे बाप ने ढंग से छोड़ी होती तो तुम को मेरी छूट नही मिलती.
अमित: चलो अछा हुआ. दादा और मुझे दोनो को खुश कर रही हो. ऑश कुटिया ऑश आअहह मेरी रंडी मों ऑश आहह छूट आहह मज़ा आ रहा है बहुत.
मोनिका: भाई ने तो मों, बेहन, दादी को भी छोड़ लिया.
मों: दादी को कब छोड़ लिया तूने?
मोनिका: काई बार छोड़ी है. अब निम्मी बुआ का नंबर लगने वाला है.
मों: ओह ऑश आअहह निम्मी भी मस्त माल है. तेरी दादी जैसी है बिल्कुल. बस थोड़ी लंबी है. निम्मी भी बहुत मस्त छूट है.
अमित: ऑश मम्मी ऑश अब मज़ा आएगा.
मों: ऑश मितू ऑश बहुत मज़ा आ रहा है मम्मा को. ऑश ज़ोर से छोड़ मूड बना कर मार मों की छूट.
अमित: ह्म बस रुक जेया मेरा भी होने वाला है. ऑश मों की छूट ऑश मम्मी तेरी छूट बहुत मस्त है आहह यार ऑश बेबी ऑश मेरी रखैल श रंडी ऑश ई लोवे योउ यार.
मों: ऑश बेटा आहह मितू ऑश छोड़ यार. ऑश ऑश चूड़ने वाली है मों ऑश पेल दे.
मों की आवाज़ सेक्सी हो गयी थी.
अमित: ऑश तुम दोनो ने बहुत मज़ा दिया है आज. ऑश दीदी ऑश मों की छूट मार कर बहुत मज़ा आ रहा है यार. ऑश दीदी ऑश ऑश.
मोनिका: जल्दी छोड़ मों को. ऑश बूब्स ड्बे कर छोड़. मों बहुत मस्त घोड़ी बनी हुई है.
अमित: ऑश मों ऑश आहह बस 2-4 मिनिट और मरवा ले. ऑश ऊहह आआहह मेरा लोड्ा आअहह.
मों: तू बस छोड़ता रह. ऑश तुझे मज़ा आए तब तक छोड़ते रहना. आहह ऑश आअहह. ऑश मितू कमाल का लड़का है तू.
मोनिका: मों के बूब्स छ्चोढ़ दे भाई. कमर पकड़ कर छोड़ मों को. चुदाई ईज़ी हो जाएगी. छोड़ साली को आचे से. बहुत मस्त माल है.
मैने मों की कमर पकड़ कर छोड़नी शुरू कर दी. मेरे हर शॉट पर मों के बूब्स हिल रहे थे.
मों: ऑश बेटा ऑश आअहह चूड़ने वाली हू.
अमित: बेहन की लोदी मज़ा आ रहा है बहुत मोटी गांद आअहह. ऐसे ही मरवती रहो मेरी जान. बेटे से छूट छुड़वा कर बहुत मस्त हो गयी हो.
मों: बेटे का लंड ऊहह आहह पेल रहा है मों की छूट को. ऑश जल्दी कर आअहह चुड रही हूँ.
मोनिका: भाई तेरे लंड में बहुत एनर्जी है. मों के बूब्स बहुत हिल रहे है. वाउ यार मों को बहुत मज़ा आ रहा है.
अमित: तू क्यूँ इतनी खुश हो रही है? तेरी तो मा चुड रही है.
मोनिका: आज तो मों चुड रही है, तो भी मज़ा आ रहा है.
मों: फक में बेटा छोड़ ले मम्मी की छूट ऑश आहह अब मज़ा डाल दे छूट में यार.
थोड़ी देर में मों चुड गयी. मैने भी मों को नों-स्टॉप छोड़ना जारी रखा. थोड़ी देर बाद मों की छूट में झाड़ गया. मुझे बहुत मज़ा आया. मैने मों के दोनो बूब्स पकड़ कर मों की पीठ पर किस किया.
मों खड़ी हुई और स्माइल देती हुई मुझे किस किया.
अमित: ऑश तुम दोनो मों बेटी को छोड़ कर लंड खुश हो गया. क्या मज़ा आया है आज.
मैने मों और दीदी दोनो को अपनी बाहों में भर लिया. वो दोनो भी काफ़ी खुश थी. मेरे हाथ उन दोनो के बूब्स पर थे.
मों: यार चुदाई के बाद भी तुम प्यार से किस करते हो, और इतनी इज़्ज़त से बात करते हो. ऐसा बहुत कम करते है. लोग तो बस चुदाई की और मज़ा आते ही औरत की तरफ देखते भी नही.
मोनिका: अर्रे तभी तो भाई हमारा फॅवुरेट लंड है. छाई बन गयी है. मों तुम निघट्य पहन लो. मैं रूम में छाई लेकेर आती हू.
मैने मों की कमर पर हाथ रखा.
अमित: ये निघट्य वहीं पहन लेना. अभी तो नंगी रूम में चल, ऐसे मस्त लग रही है.
मों मेरे साथ नंगी ही आ गयी और सोफे पर बैठ गयी.
अमित: वाउ मों, ऐसे नंगी बहुत मस्त लगती हो. ऑश तेरे बूब्स बहुत मस्त है.
मोनिका छाई ले आए. हम सब छाई पीने लगे.
अमित: यार मों बूब्स तो बहुत बड़े है, इनका दूध नही निकलता क्या?
मों: बच्चे थे तुम दोनो तब आता था. तेरे दादा मतलब तेरे पापा ने बहुत पिया था मेरा दूध.
मोनिका: वाउ.
मों: सच में मितू तेरे लंड ने मुझे फिर से जवान कर दिया.
आज बहुत मज़े ले-ले कर छोड़ी हम दोनो को. मुझे तो बहुत मज़ा आया है.
मोनिका: मों तुम जब घोड़ी बनी हुई थी तब चुड़वते टाइम बहुत मस्त लगती हो. जब बूब्स हिलते है तब तो पूछो ही मत. भाई को भी मस्त मों छोड़ कर बहुत मज़ा आया है.
मों हासणे लगी. क्या आप भी घर में बेटे से चूड़ना चाहती है? आप भी गमाल पर मेसेज कर सकती हो. आपको मेरी परिवारिक चुदाई स्टोरी अची लगे तो बताना.