नोकरानी को सिड्यूस कर के रंडी बनाया

यह इंसिडेंट मेरे और मेरी नौकरानी के बीच में हुआ एक वाइल्ड इंसिडेंट है.. जैसा कि मैंने पहले भी बताया है कि मुझे वाइल्ड सेक्स बहुत पसंद है… और मैंने आज तक जितने भी भाभी और हॉट गर्ल के साथ सेक्स किया है उनको भी अपना सेक्स का दीवाना बना दिया है… और अब आज की कहानी पर चलते हैं.

मेरी नौकरानी का नाम भावना है, वह एक शादीशुदा औरत हैं. लेकिन उसका फिगर इतना कमाल का है कि बस मन करता है कि उसको मेरे से दूर नहीं जाने दू. मैं उसे अपनी रखेल बनाना चाहता था पहले से… और उसकी चूत का राजा बनाना चाहता था मैं बहुत देर से मौका ढूंढ रहा था कि कब मैं इसको पटाता हूं और इससे अपना बिस्तर गरम करु…

बात कुछ दिन पहले की है… मेरे कपड़े हमेशा भावना ही धोती थी.

तो मैंने सोच लिया था कि कॉलेज स्टार्ट होने से पहले इसको जरूर चोदुंगा. तो मैंने प्लान बनाया, मैं रोज अपने कपड़ों के साथ एक रुमाल रख देता था जिसमे मैं अपना स्पर्म छोड़ता था.

वह हमेशा जब मेरे कपड़े धोती तो मैं उसको देखता रहता था… वह पहले तो रुमाल को साफ करते वक्त गाली बकती थी रोज साला अपना स्पर्म भर के रुमाल यहां रख देता है मैं नौकरानी हूं कोई इसकी बीवी या रखेल नहीं हो जो इसको साफ करु.. लेकिन वह साफ कर देती थी.. धीरे धीरे वह उसको चाटने लगी और चाट चाट के साफ कर देती थी फिर बोलती थी उसका पानी इतना नमकीन है तो इसका लोडा कैसा होगा… और मैं इसी दिन का इंतजार कर रहा था..

अगले दिन में सोने का नाटक कर रहा था और मैंने अपना लंड खड़ा करके अपने लोवर में हाथ डाल कर सोने का नाटक करने लगा. वह मेरे कमरे में सफाई करने आई तो उसने मुझे ऐसे देखा.. फिर वह मेरे पास आई और मुझे हीला के जगाने की कोशिश करने लगी लेकिन मैंने कोई रिस्पांस नहीं दिया… तो उसने मेरा लोवर थोड़ा नीचे करके मेरे लंड को देखने लगी और छूने लगी… फिर उसने चेक किया की मैं सो रहा हूं या नहीं और फिर उसने अपना मुंह मेरे लंड के पास ला के उसको चूमा.. और थोड़ा सा टच भी किया.

मैं एकदम से उठ गया और उससे पूछा कि तुम यह क्या कर रही हो.. फिर उसने बोला मुझे माफ कर दो.. वह गलती से हो गया. फिर मैंने कहा झूठ मत बोलो मैं अभी मां को यह सब बताता हूं.

यह कहानी भी पड़े  मौसी के बेटे के साथ चुदाई की सेक्सी कहानी

उसने मुझे खींच कर बेड पर गिरा दिया और मेरे ऊपर आ गई और बोली की भड़वे ईतने दिन से देख रही हूं तू रोज अपना मुठ मार के एक रुमाल में साफ कर के मेरे पास रख जाता है… समझ क्या रखा है तूने मुझे? आज तो तेरा लंड पूरा निचोड़ दूंगी…. रोज रोज का नाटक ही खत्म और मेरे लंड को जोर जोर से दबाने लगी… मैंने उसको बोला रंडी थोड़ा रुक.. गेट तो बंद कर लेने दे.. आज मैं तुम्हे नहीं छोडूंगा कितने दिन से तेरी गांड पर नजर थी… साली आज हाथ में आई है.. आज तो छिनाल तुझे जमके पेलूंगा.. फिर मैंने उठकर गेट बंद किया और वापिस बेड पर आ गया और उसको चूमने लगा थप्पड़ मारने लगा.

फिर मैंने उसका साड़ी का पल्लू हटाया और उसके बूब्स को ऊपर से ही चूसने लगा.. और बाइट करने लगा.. वह गाली बकने लगी कि चूस मादरचोद और जोर से चूस.. सारा दूध पी जा भोसडीके के तेरे लिए ही सारा दूध… निचोड़ ले… मैं एक उंगली उसके मुंह में चूसाने लगा.. और एक हाथ से उसका एक बूब्स की निपल को दबा रहा था और एक बूब्स को पी रहा था… और वह एक हाथ मेरे बालों में… और एक हाथ से मेरे लंड को मसल रही थी और बीच बीच में गालियां भी बक रही थी… फिर मैंने भी उस पर गालियां बकी की रंडी धीरे बोल मोम सुन लेगी.. और रंडी ज्यादा चिल्लाएगी तो गांड फाड़ दूंगा और उसके बूब्स पर मारने लगा.

फिर मैंने उसकी पूरी साड़ी खोल दी और पेटिकोट को फाड़कर उसके हाथ बांध दिए और उसको बोला की रंडी अब से रोज तुम मेरा बिस्तर गर्म करोगी और हां अबसे तू मेरी रंडी है.. मैं तेरे शरीर का मालिक हु.. फिर मैंने उसकी पैंटी फाड़ दी और बोला कि अब से तू चड्डी नहीं पहनेगी नहीं तो मेरे से बुरा कोई नहीं होगा.. और फिर उसको एक किस किया और धीरे धीरे नीचे आया और उसकी चूत को किस करने लगा.. और वहा बाइट करने लगा और एक फिंगर से मसलने लगा.. और उसकी चूत को चूसने लगा.

यह कहानी भी पड़े  मालकिन की बूढी चूत शांत की

वह पागल हुए जा रही थी और कह रही थी कि अब बस करो इस रंडी को पेलो.. मैं कबसे तुमसे चुदने का इंतजार कर रही थी. आज इस रंडी की चूत को अपने लंड से भर दो…

फिर मैंने उसकी चूत के अंदर अपनी जीभ डाली और उसे चूसने लगा. फिर मैं खड़ा हुआ और उसको बोला चल रंडी अब मेरा लंड चूस और इसे गीला कर दे और अपनी चूत के लायक बना.. वह सच में बिल्कुल एक रंडी की तरह मेरा लंड चूस रही थी.. और मैं अपना लंड उसके गले तक पहुंचा रहा था.

फिर मैंने अपना लंड बाहर निकाला और उसने उस पर थोड़ा थूका और फिर उसको अच्छे से चूसने लगी.. मैंने उसके बाल पकड़े और उसके मुंह की साइड से चुदाई करने लगा… फिर मैंने उस को रोका कि… अब तेरी चूत को फाड़ने के लिए मेरा लौड़ा तैयार है…

फिर वह बेड पर लेट गई और मैंने उसका एक पैर अपने गर्दन पर रखा और मेरा लंड उसकी चूत की चारो तरफ घुमाने लगा… वह बोली मादरचोद क्यों तड़पा रहा है? अब चोद दे मुझे.. मैंने बोला भीख मांग चुदने के लिए.. फिर वह बोली मालिक प्लीज़ अपना लंड मेरी चूत में डाल कर इसे फाड़ दो.. यह इसी लायक है.. इस चूत की सारी खुजली मिटा दो.. चोद दो अपनी रंडी को.. मैंने बोला हां रंडी की बच्ची आज तो तेरी चूत को चोद के भोसडा बना दूंगा.. ले अब..

फिर मैंने अपना लंड उसकी चूत में अन्दर कर दिया और फिर मैंने धीरे धीरे अपनी स्पीड बढ़ा दी.. एक हाथ से उसके बूब्स को मारने लगा.. फिर बीच बीच में लंड चूत से निकाल कर उसके मुंह में डाल देता और मैं बोलता कि चूस अपनी चूत का पानी..

फिर थोड़ी देर बाद मैंने पोजीशन चेंज की और उसको डॉगी स्टाइल में चोदा और बीच बीच में उसकी गांड पर बहुत मारा… डेढ़ घंटे की चुदाई के बाद मैंने अपना पानी उसके मुंह में छोड़ दिया और फिर उसने अपने कपड़े पहने और वह घर के काम करने लगी… उस दिन के बाद मैं करीबन रोज उसको चोदता हूं.. और मैंने उसे एक बार अपने फ्रेंड से भी चुदवाया है.



error: Content is protected !!