मम्मी की चुचि का दूध पिया

हाई फ्रेंड्स, मैं राकेश श्री गंगानगर राजस्थान से हूँ और ये कहानी मेरी मम्मी हमारे दूध वाले भैया और मेरी है, मेरी मम्मी की उमर 38 साल है नेम प्रियंका है और उनका साइज़ है 38,26,37 और दिखने मे एक दम फेर, हम रिच अग्रवाल फॅमिली से बिलॉंग करते है और फादर की उमर 43 साल बट वेरी हेवी इन वेट एंड ऑल्वेज़ बिज़ी इन बिज़्नेस दस ड्यू टू हिज़ हेवी वेट मम्मी उनके साथ सेक्स नही करती ना ही पापा को ज़्यादा सेक्स मे इंटेरेस्ट था, तो कहानी शुरू करते है ये बात पिछली होली 2014 की है जब सभी घरवाले होली खेल रहे थे और तभी पापा ने कहा सभी बुआ के घर चलते है होली खेलने तो मैने मेरी सिस्टर ने और पापा ने हान की लेकिन मम्मी ने मना कर दिया और वो बोली उन्हे घर पे काम है, तो हमने कहा ठीक है और मैने पापा से कहा हम ऑटो रिक्शा मे चलते है क्यूंकी आज कलर से कार खराब हो जाएगी तो हम सभी घर से चल पड़े और तभी मुझे याद आया की मैने बस मिठाई के बॉक्स तो लिए ही नही.

तो मैने पापा को कहा आप दोनो जाओ मैं मिठाई लेके आ जाउन्गा तो वो चले गये और मैं जब घर पहुँचा तो देखा डोर ओपन है तो मैने सोचा मोम बिज़ी होंगी इसलिए डोर बंद करना भूल गयी होंगी, तो मैं उपर चला गया मेरे रूम मे जहा मिठाई थी तो तभी मैने किसी के आने की आवाज़ सुनी और मैने नीचे झाँक के देखा तो वो हमारे दूध वाले ख़ान अंकल थे जिनके हमारे साथ रिलेशन्स फॅमिली जैसे थे तो मुझे लगा वो मेरे साथ होली खेलने आए है तो मैं वापस रूम मे मिठाई रख कर नीचे कलर खेलने आने लगा पर तभी मैने अंकल को कहते सुना कोई घर पे कोई है तो नही तो मम्मी ने कहा नही कोई नही है सभी दीदी के यहा गये है, शायद मम्मी को नही पता था की मैं घर पे हूँ और मुझे ये सुन के कुछ अजीब लगा सो मैने सोचा मुझे यहा छुप कर देखना चाहिए आख़िर बात क्या है तो फिर तभी ख़ान अंकल ने अपनी जेब मे से कलर का पॅकेट निकाला जिसे देख कर.

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मम्मी ने कहा ख़ान प्लीज़ कलर मत लगाना मैने अभी चेंज किया है पर ख़ान बोला आज तो होली है कलर तो लगवाना ही पड़ेगा भाभी जान और उसने कलर मे हल्का सा पानी डाला और अपने हाथ मलकर मम्मी की तरफ बड़ा, मुझे गुस्सा आया की ये साला नौकर मम्मी के फेस को टच करेगा लेकिन उसने जो किया मैं देखता ही रह गया उसने अपने दोनो हाथो से मम्मी के दूध दबा दिए जिसे मम्मी के रेड ब्लाउस पे ब्लॅक हाथ छाप गया और मम्मी ने उसे पीछे हटाया और बोली तुम ऐसे नही मानोंगे और तभी वो बोला आज तो होली है तेरे साथ अछी तरह खेलना है, फिर मम्मी बोली ठीक है तो उसने अपने दोनो हाथ मम्मी के ब्लाउस के अंदर डाल दिए और ज़ोर ज़ोर से मम्मी के बूब्स दबाने लगा और बोला भाभी होली तो आज इनके रस से ही खेलूँगा मैं और मम्मी उसका पूरा साथ दे रही थी, मम्मी ने कहा तुम पहले अपने हाथ सॉफ करो नही तो मेरा पूरा शरीर गंदा हो जाएगा तो वो बोला कोई बात नही.

और उसने मम्मी के सभी कपड़े निकालने शुरू कर दिए और मम्मी ने भी उसके सभी कपड़े निकाल दिए, फिर वो मम्मी के उपर चढ़ कर मम्मी की ठुकाई करने लगा और तकरीबन 1 घंटे बाद दोनो झड़ गये और मम्मी बोली मैं पूरी गंदी हो गयी कलर से तो ख़ान बोला चलो मैं तुम्हे नहला देता हूँ और वो मम्मी को घर के आँगन मे बीचो बीच नहलाने लगे, तभी किसी का फोन बजा और ख़ान और मम्मी दोनो डर जाते है और वो चारो तरफ देखते है उन्हे कोई नही दिखता और ख़ान दोबारा मम्मी को नहलाने लगता है, ये फोन मेरा ही बजा था जो की पापा ने किया था और मम्मी को आछे से नहलाने के बाद ख़ान मम्मी को टॉवेल से पुंचता है और बोलता है भाभी रोज मैं आपको दूध पिलाता हूँ आज आप मुझे पीला दीजिए और मम्मी अपने दोनो बूब्स को दबाकर कहती है आओ पिलो मेरे राजा, तभी मैं नीचे आता हूँ और ज़ोर से चिल्लाता हूँ मम्मी ये सब क्या है आप इस कामीने ख़ान के साथ क्या कर रही है.

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मैं अभी पापा को फोन करके यहा बुलाता हूँ, उन्हे भी तो पता चले आपकी असलियत की आख़िर उनके पीठ पीछे आप क्या रास रचा रही है और मुझे देख कर दोनो के होश उड़ गये और उन्हे समझ ही नही आया की मैं कब घर पे आया और वो एक दूसरे को देखने लगे, मम्मी ने जल्दी से वाहा पड़ी एक पुरानी सारी ओढ़ ली और रोने लगी की बेटा मुझे माफ़ कर दे वो दोनो मेरे पैरों मे गिरकर मुझसे माफी माँगने लगे, पर मैने उनकी एक बात नही सुनी और जेब से फोन निकाला तभी ख़ान मम्मी को बोला साली तेरे घर का मामला तू संभाल मैं तो जा रहा हूँ और वो मुझे धक्का मारकर भाग गया और मैने मम्मी से कहा मैं पापा को फोन कर रहा हूँ, तभी मम्मी मेरा लॅंड पैंट के उपर से सहलाने लगी पर मैं पीछे हट गया और बोला मम्मी आपको शरम नही आती तो वो बोली बेटा जिसकी ज़िंदगी बर्बाद होती है वो क्या शर्म करे तुम्हारे पापा मुझे बिल्कुल भी प्यार नही करते तो फिर मैं क्या करती.

आख़िर मेरे भी कुछ सपने है मैं भी बाकी औरतों की तरह सेक्स एंजॉय करना चाहती हूँ और जब मुझे घर पे ये प्यार नही मिला तो मैं क्या करती मजबूरन मुझे किसी बाहर वाले से मदत लेनी पढ़ी और मैं पूछती हूँ आख़िर इस मे ग़लत क्या है क्या ज़िंदगी मे मज़े करने का हक़ सिर्फ़ लड़को को है लड़कियों को नही अगर तुम मेरा साथ दोगे तो मैं बाहर नही झाकुंगी, मोम के इस सेक्स भरे कांड और रसीले जिस्म को देख कर वासना मुझ पे हावी हो चुकी थी तो मैने हान मे सर हिला दिया और मोम से कहा जब भी आपका मन हो आप मुझे कहिएगा नाकी किसी और से संबंध बनाए और आज के बाद ख़ान यहा नही आना चाहिए तो वो बोली ठीक है और फिर दो तीन दिन बीत गये, वेट फॉर पार्ट 2 कमिंग सून एंड सोचते रहिए की आगे क्या होगा. कहानी पढ़ने के बाद अपने विचार नीचे कॉमेंट्स मे ज़रूर लिखे, ताकि हम आपके लिए रोज़ और बेहतर कामुक कहानियाँ पेश कर सके – डीके

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