Janamdin Per Mausi Ne Karwai Zannat Ki Sair-2

मैंने मौसी से पूछा- आप बिना कपड़ों के कमरे में क्या कर रही थी?
मौसी ने कहा- मुझे बहुत गर्मी लग रही थी तो नहा कर ऐसे ही कमरे में आ गई थी, मुझे बहुत अच्छा लग रहा था जब मेरे गीले बदन पर पंखे की हवा लग रही थी पर मैं यह नहीं जानती थी कि तू उठ जायेगा और हमारे बीच ये सब होगा!

मैं मौसी की आँखों में देख कर हँसने लगा और मौसी के निप्पल जोर से दबा दिये।
मौसी के मुँह से हल्की सिसकारी और चीख निकल गई।
मैंने कहा- आई लव यू!
और अपनी मौसी डार्लिंग के होठों पर होंठ रख दिये, उनके बूब्स को अपने हाथों से सहलाने लगा।

मुझे आपकी मेल का इंतजार रहेगा।

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