मासी और पड़ोसन आंटी के सेक्स की हॉट कहानी

ये बात तब की है, जब मैं कॉलेज में थी. जिस सिटी में मैं पढ़ रही थी, उस सिटी में मेरी मासी का घर था.

एक दिन मासी का कॉल आया की मौसा जी 2 वीक के लिए बाहर जा रहे थे, तो मैं मासी के फ्लॅट में उनके साथ 2 वीक के लिए राहु. और वही से कॉलेज अटेंड करू.

मैने कहा: ठीक है, इसमे क्या प्राब्लम है.

और मैं मासी के फ्लॅट पर रहने चली गयी. मासी भी जॉब करती है, तो सुबा वो अपने ऑफीस और मैं अपने कॉलेज चली जाती थी. फ्लॅट की एक चाबी मेरे पास और एक मासी के पास थी. डोर अंदर और बाहर दोनो तरफ से खुल और लॉक हो जाता था. 1 वीक के अंदर मैं आस-पड़ोस से घुल-मिल गयी.

एक दिन मैं कॉलेज गयी तो पता चला की आज क्लासस सस्पेंड थी. गर्मी के दिन थे, और सारा दिन तो कॉलेज में रुक नही सकती थी. तो सोचा वापस फ्लॅट ही चली जाती हू. मैं वाहा गयी और डोर खोल कर अंदर से लॉक कर बेडरूम में चली गयी, और रेस्ट करने लगी. फिर हल्की-हल्की मुझे नींद भी आने लगी.

अभी नींद लगी ही थी, की मुझे डोर खुलने की आवाज़ आई और मासी की भी आवाज़ सुनी.

मैने सोचा की अभी इतनी गर्मी में दोपहर में मासी घर वापस क्यूँ आ गयी थी, और सब ठीक तो था. मैं उठ कर बेडरूम के डोर पर गयी, जो तोड़ा खुला हुआ था, और देखा मासी नेक्स्ट फ्लॅट की मुस्कान आंटी के साथ थी.

मुस्कान आंटी की उमर लगभग 35 से 36 साल होगी. मेरी मासी की ही आगे की थी वो. आंटी बहुत गोरी है और थोड़ी चब्बी भी. उनके हज़्बेंड बाहर जॉब करते है, और उनका एक बेटा भी बाहर जॉब करता है, और उनकी बेटी कॉलेज में है.

मैने देखा मुस्कान आंटी मासी को ज़ोर से हग कर किस किए जेया रही थी, और मासी किसी तरह के से डोर को लॉक करने की कोशिश कर रही थी. मुस्कान आंटी सलवार सूट में थी, और मासी अफीशियल सारी में थी.

मुस्कान आंटी: कितने दीनो बाद मुका मिला है. मैं आज पागल हू.

मासी: तोड़ा रुक जेया डार्लिंग, डोर तो लॉक करने दे.

मुस्कान आंटी: तू नही समझेगी आज मैं कितनी हॉर्नी हू. आज मैं कुछ भी कर लूँगी.

मासी: बेबी हॉर्नी तो मैं भी हू. इसीलिए तो तेरे लिए हाफ दे छुट्टी लेकर आई.

डोर लॉक करते ही मासी वही पर मुस्कान आंटी को दीवार से चिपका कर उनके मूह में मूह डाल कर किस करने लगी. और मैं ये सब अपनी आँखों से देख कर यकीन नही कर पा रही थी.

आंटी भी मासी को किस करते हुए सारी के उपर से ही मासी की गांद दबा रही थी. किस और ज़्यादा तेज़ हो गयी, और वो दोनो एक-दूसरे की नेक, फेस सब जगह किस करने लगे. एक तो ऐसे ही गर्मी थी, और वो दोनो बिना फन और एसी ओं क्ये एक-दूसरे को किस किए जेया रहे थे.

मुस्कान आंटी ने मासी को अपने से डोर पुश किया, और अपने हाथो से मासी के फेस को पकड़ कर पहले किस की, और फिर मासी को बहुत स्लोली कुछ बोला, जो मुझे सुनाई नही दिया. फिर किस करके उन्होने मासी को एक थप्पड़ मारा, और फिर एक और.

मासी की सारी उपर से नीचे लटक रही थी. उपर से वो सिर्फ़ ब्लाउस में थी, और मुस्कान आंटी का दुपट्टा नीचे गिरा हुआ था. गर्मी और हॉर्नी होने की वजह से दोनो स्वेट में डूबी हुई थी.

आंटी ने मासी के ब्लाउस के उपर से ही बूब्स को चूसना स्टार्ट कर दिया, और मासी आंटी के दोनो बूब्स को हाथो से दबा रही थी, और दोनो ज़ोर-ज़ोर से सिसकारियाँ भर रहे थे.

कुछ देर चूसने के बाद मासी का ब्लाउस उपर से गीला हो गया. अब मासी आंटी के बूब्स को सूट के उपर से ही चूसने लगी. कुछ देर चूसने के बाद मासी नीचे जाने लगी.

अब मासी मुस्कान आंटी की सलवार के उपर से ही छूट पर मूह डाल कर चूसने लगी, और आंटी मासी का सर पकड़ कर ज़ोर से अपनी छूट में दबा रही थी. ये सब देख अब मेरे भी पसीना चढ़ने लगा था. 5 मिनिट के बाद मासी ने अपना मूह हटाया, तो उनके मूह से लार गिरने लगी, और मुस्कान आंटी की छूट के पास की सलवार पूरी गीली हो गयी थी.

आंटी ने मासी को उपर उठा कर उनके मूह को आचे से छाता, और किस करने लगी. फिर मासी ने आंटी को पकड़ कर सोफा के पास पड़े कालीन पर लिटाया. अब मैं सारा नज़ारा सॉफ-सॉफ देख सकती थी. मासी अपनी सारी उपर उठा कर मुस्कान आंटी के मूह पर बैठ गयी, और अपनी छूट को उनके मूह पर रगड़ने लगी.

धीरे-धीरे मासी ने आंटी की सलवार को निकाल दिया. मैं मुस्कान आंटी की मोटी और गोरी छूट सॉफ-सॉफ देख सकती थी. उनकी छूट पूरी गीली हो कर तपाक रही थी, और उनकी छूट के बाल पर अभी भी मासी का लार लगा हुआ था. अब मासी ने भी अपना ब्लाउस खोल दिया, और बूब्स बाहर निकाल दिए.

अब मुझसे भी रहा नही जेया रहा था. मैने भी अपनी टॉप निकाल दी, और जीन्स तोड़ा नीचे करके पनटी के उपर से ही अपनी छूट को रगड़ने लगी. आंटी मासी के बूब्स को दबा-दबा कर उनकी छूट चाट रही थी. 5 मिनिट में मासी ‘आहह डार्लिंग उफ़फ्फ़’ चिल्लाते हुए झाड़ गयी.

मासी ने मुस्कान आंटी को उठाया, और उनका मूह पागल की तरह चाटने लगी. फिर मासी ने आंटी को पूरा नंगा किया, और खुद भी नंगी हो गयी. दोनो की क्या खूबसूरत बॉडी थी, और उपर से स्वेट से दोनो की बॉडी और चमक रही थी. दोनो को नंगी देख मुझसे भी रहा नही गया, और मैं भी नंगी हो गयी.

अब मासी आंटी के बूब्स को मूह में लेकर चूज़ जेया रही थी. आंटी के बूब्स इतने बड़े थे, की मासी के मूह में आ भी नही रहे थे. फिर भी वो ज़बरदस्ती चूज़ जेया रही थी, और आंटी आहह उउफफफ्फ़ और ज़ोर से की सिसकियाँ भरे जेया रही थी.

फिर मासी ने मुस्कान आंटी को लिटाया, और उनकी छूट पर टूट पड़ी. आंटी की छूट तो पहले से ही गीली थी. मासी के मूह लगते ही आंटी चिल्लाने लगी ‘आहह उउफ़फ्फ़ आ बेबी चाट’. और मासी और ज़ोर-ज़ोर से चाटने लगी. उनकी गीली छूट की आवाज़ मुझे भी सुनाई दे रही थी. मासी दोनो हाथो से आंटी की गांद पकड़ कर ज़ोर-ज़ोर से छूट छाते जेया रही थी.

मुस्कान आंटी: बेबी जीभ डाल मेरी छूट में, और इसको छोड़.

मासी वैसे ही करने लगी, और आंटी और ज़ोर-ज़ोर से चिल्लाने लगी. आहह उउफ़फ्फ़ बेबी आहह मॅर गयी अफ ज़ोर से चाट. ये सुन कर मैं और हॉर्नी हो गयी, और ज़ोर-ज़ोर से अपनी छूट रगड़ने लगी.

मुस्कान आंटी: ज़ोर से बेबी, अब मैं निकालने वाली हू. आअहह बेबी.

मुस्कान आंटी: इधर आ जान, मुझे किस कर.

मासी अपना मूह उपर की, तो मासी का मूह आंटी की छूट के रस्स से और लार से बहरा हुआ था, और तपाक रहा था. आंटी तुरंत मासी का मूह पकड़ कर अपने मूह में डाल कर चाटने लगी. और दोनो एक-दूसरे से लिपट कर किस करने लगे. 5 से 6 मिनिट किस करने बाद आंटी ने मासी को नीचे लिटा दिया.

मैं अब मासी की छूट देख सकती थी. मासी की छूट क्लीन थी, पर उपर थोड़े बाल बढ़ा कर रखी थी. मुस्कान आंटी ने पहले हल्के हाथो से मासी की छूट पर थप्पड़ मारा, और आस-पास चाटने लगी.

मासी: कुटिया क्यूँ तडपा रही है मुझे? मूह डाल ना, अब रहा नही जेया रहा.

आंटी ने ये सुन कर एक ज़ोर से छूट पर थप्पड़ मारा, और मासी उपर तक उछाल गयी. फिर आंटी ने मासी की छूट पर थूका और चाट कर हॅट गयी. और ऐसे ही 3 से 4 बार करने लगी.

मासी: मूह डाल बहनचोड़, और चाट साली.

ये सुन कर आंटी ने मासी की दोनो टाँगो को उठाया, और उनकी छूट में मूह डाल कर चाटने लगी. मैं और हॉर्नी हो गयी. मैने भी अपने हाथ पर बहुत सारा थूका, और छूट पर लगा कर रगड़ने लगी.

मासी: आअहह साली कुटिया, आहह उफफफ्फ़, और ज़ोर से आहह बहनचोड़ आहह चाट आहह.

3 से 4 मिनिट चाटने के बाद आंटी ने मासी की टाँगो को नीचे किया, और मासी की छूट के उपर के बालों को हाथो से पकड़ कर छूट चाटने लगी. 4 से 5 मिनिट में मासी झाड़ गयी, और आंटी को पकड़ कर मूह में मूह डाल कर किस करने लगी.

दोनो पसीने से लत-पाठ थी, और दोनो एक-दूसरे को जाकड़ कर किस किए जेया रही थी.

अब मासी ने मुस्कान आंटी को घोड़ी बनाया, और तोड़ा झुकाया. इससे उनकी गांद सॉफ-सॉफ खुल गयी. उनकी गोरी-गोरी और मोटी गांद क्या मस्त लग रही थी. मासी ने अपने दोनो हाथो से आंटी की गांद को फैलाया, और ज़ोर-ज़ोर से गांद में थूका.

मुस्कान आंटी: आआहह साली अछा लग रहा है, और थूक, और थूक गांद में आहह उऊफ़.

मासी आंटी की गांद चाटने लगी. कभी वो गांद चाट-ती तो कभी छूट. उपर से नीचे दोनो चाट रही थी, और आंटी ज़ोर-ज़ोर से चिल्ला रही थी, और गालियाँ दे रही थी. और मैं आंटी और मासी दोनो की खुली गांद और स्वेट से चमकती बॉडी देख पागल हो रही थी.

मैं इतनी हॉर्नी हो गयी थी, की मैं अपनी छूट में फिंगर डाल कर अंदर-बाहर कर रही थी, और बीच-बीच में कभी छूट पर तो कभी अपने बूब्स पर थूके जेया रही थी.

मासी: मुस्कान, अपने दोनो हाथो से अपनी गांद फैला.

आंटी ने अपने हाथो से अपनी गांद फैलाई, और मासी अपने हाथो से अपनी छूट रगड़ने लगी. मासी कभी गांद चाट-ती तो कभी छूट, कभी थूकती, तो कभी थप्पड़ मार्टी.

मैं ज़ोर-ज़ोर से फिंगर किए जेया रही थी, और कुछ मिंटो में मैं झाड़ गयी. मासी अभी भी आंटी की गांद और छूट छाते जेया रही थी, और अपने हाथो से अपनी छूट रगडे जेया रही थी, और दोनो एक-दूसरे को गालिया दिए जेया रही थी.

मैं पहले से ही ताकि थी, और झड़ने के बाद मुझमे एँेर्गे नही बची थी. मैं कैसे भी वाहा से उठ कर नंगी ही बेड पर लेट गयी, और मुझे नींद आ गयी.

मासी और आंटी ने उसके बाद क्या किया मुझे नही पता. पर मेरी जब नींद खुली, तो शाम हो चुका थी और अभी भी मेरे रूम का दरवाज़ा उतना ही खुला था, जितना पहले था, और अभी भी मैं नंगी ही थी.

मैं कपड़े पहन कर रूम से बाहर आई तो देखा सब कुछ क्लीन और ठीक-ताक है. मासी खाना बना कर अपने रूम में ऑफीस के लॅपटॉप पर काम कर रही थी. मुस्कान आंटी चली गयी थी.

अब अगली स्टोरी में बतौँगी की मैने, मासी ने और मुस्कान आंटी ने साथ में कैसे सेक्स क्या. और फिर मैने मुस्कान आंटी की बेटी को कैसे सिड्यूस किया. थॅंक योउ फॉर रीडिंग. प्लीज़ गिव युवर फीडबॅक इन मी मैल ईद

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