अलग होने के बाद भाभी ने मेरे लंड को मुँह में लेकर चूसकर साफ़ कर दिया।
हम दोनों एक-दूसरे की बांहों में लेटे हुए बात करने लगे।
भाभी बोलीं- तुम मुझे अकेला तो नहीं छोड़ दोगे।
‘नहीं मेरी प्यारी भाभी..’
उन्होंने मेरा माथा चूम लिया.. मैंने भी उनका माथा चूम कर कहा- कभी नहीं..
गांड भी मारी
मैं उनके चूचों को सहलाने लगा और भाभी ने मेरे लंड को पकड़ लिया, वो मेरे लंड को आगे-पीछे करने लगीं।
मैं बोला- इतनी बेसब्री क्या है.. अभी तो मैं शाम तक यहीं हूँ।
वो बोलीं- शाम तक मुझे पूरा तृप्त कर दो.. फिर पता नहीं कब मिलोगे।
उन्होंने मेरे लंड के टोपे को चूसना शुरू कर दिया।
अब हम फिर 69 की पोज़िशन में आ गए, वो मेरा लंड चूस रही थीं और मैं उनकी चूत को जीभ से सहला रहा था।
थोड़ी देर में उनका पानी निकल गया जिसे मैंने बड़े चटखारे लेकर चाट लिया।
अब वो सीधी होकर मेरे लंड को अपनी चूत में डालने की कोशिश करने लगीं.. तो मैंने लण्ड हटा लिया।
उन्होंने कहा- अब और मत तरसाओ..
मैंने उनकी गाण्ड में उंगली डालते हुए कहा- इस बार आगे नहीं.. यहाँ..
वो बोलीं- जहाँ करना है करो.. पर जल्दी करो।
मैंने अपना लंड उनकी गांड में डाल दिया.. उनकी गाण्ड मारने में जो मज़ा आया दोस्तो.. वो मैं ब्यान नहीं कर सकता।
थोड़ी देर हिलने के बाद वो खुद गाण्ड उठा-उठा कर लंड लेने लगीं और अपनी चूत में उंगली करने लगीं।
मैं पीछे से उनके मदमस्त चूचियों को मसलने लगा।
वो इतनी ज़ोर से अपने चूतड़ों को मेरे लंड पर मार रही थीं.. कि ‘ठप्प.. ठप्प..’ की आवाज़ पूरे कमरे में गूँज रही थी।
कुछ मिनट के बाद मैंने कहा- मैं झड़ने वाला हूँ।
तो उन्होंने कहा- मेरी चूत में झड़ना।
वो पलट गईं और मैंने अपना लौड़ा उनकी चूत में डाल दिया। कुछ धक्कों के बाद मेरा लंड उनकी चूत में फिर से पिचकारी मारने लगा।
अब मैं थक कर उनके ऊपर ही लेट गया।
अब तक शाम हो चुकी थी.. हम दोनों वॉशरूम गए और एक साथ नहाए।
फिर हम कपड़े पहन कर बाहर आकर बैठ कर कॉफी पी रहे थे कि भैया आ गए।
उन्होंने हँस कर कहा- लगता है तुम लोगों की अच्छी जान-पहचान हो गई है।
थोड़ी देर में ही तो भाभी ने बोला- मुझे तो पता ही नहीं था कि देवर जी इतने स्मार्ट हैं।
मैंने जाने की कही तो भाई ने बहुत रोका पर मुझे कुछ ठीक नहीं लग रहा था, मैंने रुकने के लिए मना कर दिया।
फिर थोड़ी देर भैया से बात करके मैंने उन लोगों से विदाई ली और घर चला आया। भाभी से फोन पर अक्सर बात चलती रहती है और मैं हर कुछ महीनों में उनसे मिलने चला जाता हूँ।
मेरी इस कहानी पर आपके कमेंट्स का इन्तजार रहेगा।