मैं पंकज ठाकुर.. नोएडा में रहता हूँ.. अभी ग्रेजुयेशन कर रहा हूँ।
मैं आप सभी लोगों को अपने जीवन की एक सच्ची घटना बताने जा रहा हूँ। मुझे उम्मीद है कि आप लोगों को पसंद आएगी।
यह घटना पिछले साल की है.. जब मैं गर्मी की छुट्टियों में मामा के घर गया हुआ था।
वहाँ पहुँच कर मैं सभी लोगों से मिला.. सब कुछ तो पिछली मुलाक़ातों जैसा ही लग रहा था.. पर छोटी वाली भाभी से मिलकर थोड़ा अलग सा लगा क्योंकि पहले वो बहुत चुप-चुप रहती थीं.. ज़्यादा बातचीत नहीं करती थीं.. लेकिन इस बार बड़ी ही खुश होकर मिलीं।
मुझे बहुत खुशी हुई कि चलो इस बार तो खुश हैं।
उन्होंने मुझे अपने फ्लैट पर आने को बोला.. क्योंकि वो और छोटे भैया गाँव से कुछ दूर शहर में फ्लैट लेकर रहते थे और भैया वहीं जॉब करते थे।
फिर कुछ दिनों के बाद मेरा काम के सिलसिले में उनके शहर में जाना हुआ.. तो मैंने सोचा कि चलो भैया-भाभी से भी मिल लेता हूँ। मैं पहले भैया के ऑफिस गया।
वहाँ उनसे मिला.. हमारी थोड़ी बात हुई।
उन्होंने कहा- तुम फ्लैट पर पहुँचो.. मैं शाम को ऑफिस के बाद आता हूँ.. आज हमारे साथ ही रुकना है.. घर नहीं जाना है।
तभी उन्होंने भाभी को मेरी आने के लिए कॉल किया कि मैं आ रहा हूँ।
मैं वहाँ से आधा घंटे का रास्ता तय करके उनके फ्लैट पर आया।
भाभी से बातचीत
भाभी से बातचीत शुरू हुई.. लेकिन आज उनके बात करने का तरीका थोड़ा रोमाँटिक टाइप का लग रहा था।
हर बात में वो मुझसे लड़कियों का ज़िक्र कर रही थीं और पूछ रही थीं- तुम्हें कैसी लड़की पसन्द है?
फिर भाभी मुझे बड़ी अजीब नज़रों से घूरने लगीं।
कुछ पल बाद उन्होंने मुझसे पूछा- नाश्ते में क्या लेना पसंद है?
मैंने सैंडविच के लिए बोला.. तो उन्होंने कहा- सॉस कौन सा..
मैंने कहा- आपको जो पसंद हो।
तो उन्होंने आँखें नचा कर कहा- मुझे तो सिर्फ़ खट्टा वाला सॉस पसंद है।
मेरी कुछ समझ में नहीं आया पर हाँ कुछ अजीब सा लगा।
मैंने उनसे कॉफी के लिए बोला.. तो वो बोलीं- मैं दो मिनट में बनाकर लाती हूँ.. हम दोनों आज साथ में पिएंगे।
वो रसोई में चली गईं।
अब मैं उनके फिगर के बारे में बता दूँ। एकदम कसा हुआ जिस्म.. बड़े-बड़े तने हुए स्तन और उनकी लचकती कमर देख कर तो मैं तुरंत ही दीवाना हो गया था। आज वो सलवार-कमीज़ पहने हुई थीं जिसमें उनकी कमीज का गला कुछ ज्यादा ही गहरा खुला हुआ था और उसमें से उनकी ब्लैक ब्रा दिख रही थी।
मैं तो उनका दीवाना हो गया।
फिर वो रसोई में कॉफी के लिए चली गईं.. अभी वो रसोई में ही थीं कि जोरदार आँधी चलने लगी।
वो बोलीं- आप ऊपर से कपड़े लेते आओ, मैं जाऊँगी तो सैंडविच जल जाएगा।
भाभी की ब्रा पैन्टी
मैंने कहा- ठीक है।
मैं ऊपर गया तो देखता ही रह गया.. उधर 3 ब्रा और 3 पैन्टी लटक रही थीं और सब की सब ब्लैक कलर की थीं.. कुछ और भी कपड़े थे।
मैं सब कपड़े लेकर आया.. तब तक वो फ्री हो चुकी थीं।
भाभी बोलीं- मेरे हाथ गीले हैं आप बेडरूम में लेते आओ.. वहीं अलमारी में रख देना।
मैं उनके पीछे-पीछे बेडरूम में चला गया। जब अल्मारी खुली तो वहाँ भी कुछ ब्रा पैन्टी रखी हुई थीं.. और वो भी ब्लैक कलर की ही थीं।