मा-बेटे की चरमसुख देने वाली चुदाई की कहानी

आपको ये स्टोरी बहुत पसंद आ रही है. बेटे से छुड़वा कर मैं बहुत खुश थी. मैं अपने रूम से बाहर आई तो रोहित वाहा नही था. मैं उसके रूम में गयी तो वो लेता हुआ था.

मिताली: क्या हुआ?

रोहित: श कुछ नही. बस तुमको छोड़ने के बाद अजीब सा लगा.

मिताली: यार तुमने बहुत मस्त छोड़ा है अपनी मों को. चल खड़ा हो नहाते है.

मैने उसको खड़ा किया. हम दोनो साथ ही नहाए.

मिताली: अर्रे यार तेरी वाइफ हू. जो मॅन करे कर. बूब्स दबा अपनी वाइफ के.

मैने बेटे को पकड़ कर किस किया. वो भी मेरा साथ देने लगा.

मिताली: ऑश अब ठीक है. तूने आज तेरी मों को बहुत मज़ा दिया है. अब तो तू मेरे साथ ही हब्बी बन कर सोएगा. चलो मेरे प्यारे घरवाले जी, अपनी वाइफ के साथ नहाने. आज मेरे राजा बेटा ने बहुत मेहनत की है. चल यार तूने बहुत मज़े दिए है.

रोहित ने मेरी गांद पर हाथ फेरते हुए मुझे पीछे से पकड़ लिया. वो कंधे पर किस करने लगा.

मिताली: ऑश रोहित आअहह बहुत मज़ा आ रहा है.

रोहित का लंड मेरी गांद से सता हुआ था. वो मेरे बूब्स दबाने लगा.

रोहित: आहह बहुत प्यारे बूब है तेरे मों. अब तो रोज़ तेरे बूब्स से ही खेलूँगा. गांद भी मस्त है तेरी. मज़ा आ रहा है.

मिताली: आज अपने बेटे से मरवा कर मुझे तो बहुत ही अछा लगा. बहुत मस्त छोड़ा तूने अपनी मों को. पसंद आ गयी तेरी सर्विस. चलो अब नहाते है. वाहा दबा लेना बूब्स को.

रोहित: श मज़ा आ रहा है.

मिताली: नहाते टाइम करना और भी मज़ा आएगा.

हम दोनो नहाने चले गये. रोहित ने मेरी बॉडी पर साबुन लगाया. हम दोनो ने मस्ती से एक-दूसरे को नहलाया. फिर रूम में आ गये.

मैने दूसरा गाउन पहन लिया. उसमे भी बूब्स दिख रहे थे. रोहित ने सिर्फ़ हाफ पंत पहन ली.

रोहित: जानेमन अब लाइट ऑफ कर दो. तोड़ा आराम भी ज़रूरी है.

मैने एसी ओं कर दिया, और लाइट ऑफ करके गाते भी बंद कर दिया. फिर रोहित के गाल पर किस किया. उसने मुझे अपने आयेज लिटा लिया. मेरी गांद पर उसका लंड टीका हुआ था.

रोहित: यार मैं तो तुझे बहुत शरीफ समझता था. तुझे अपने बेटे से छुड़वाने का आइडिया किसने दिया?

मिताली: बेटा हर औरत की ज़रूरत होती है. तेरे पापा मेरी अची सर्विस करते थे. अब मैं काई मंत्स से अकेली हो गयी थी. मैं चाहती थी की कोई मुझे जी भर कर प्यार करे.

रोहित: ह्म.

मिताली: मैं नेट पर मों सोन वाली स्टोरी पढ़ रही थी. फिर सोचा की रोहित अगर पाट जाए तो कही बाहर नही जाना पड़ेगा. तो तुझे जान-बूझ कर बूब्स दिखाने लगी. तू मेरे बूब्स को देखता तो तेरा लंड खड़ा होता, तो मुझे पता चल गया की तुझे मैं पसंद हू.

रोहित: ऑश, आज तुझे छोड़ा तो बहुत अछा लगा. मुझे तो बिलीव ही नही हुआ की मों को छोड़ रहा हू. तेरी छूट बहुत चिकनी है.

मिताली: तूने भी खूब मस्त छोड़ा अपनी मों को.

रोहित: यार जब तुझे डॉगी बना कर छोड़ रहा था, तब बहुत मज़ा आ रहा था. अपनी मों को चुड्ती देख कर बहुत एग्ज़ाइटेड हो गया था. मुझे लगा की साली जितना ज़ोर से चूड़ेगी, उतना ही मज़ा देगी. सच में मों चुदाई करते टाइम तो तू बहुत मस्त लग रही थी.

मिताली: अब आज से घर से बाहर बेटा बन कर रहेगा. घर के अंदर मैं तेरी वाइफ बन कर रहूंगी.

रोहित: यार ये गाउन खोल दे. नंगी के साथ सोना है. तेरी गांद में लंड डाल कर सोना है.

मिताली: अभी लो जानू. मैं खोल देती हू.

मैने गाउन खोल दिया, और रोहित भी नंगा हो गया. उसने हाथ से मेरी गांद सहलाई, और लंड को गांद पर टीका दिया. वो मेरे से चिपक गया था. उसका एक हाथ मेरे बूब्स पर था, और वो निपल से खेलने लगा.

मिताली: सच में तू मेरा हब्बी बन गया है. अगर रात को मूड बने तो बता देना. मैं तेरे लिए तैयार हू.

रोहित: श मों, अब तू टेन्षन मत ले. मूड होगा तो घोड़ी बना कर पेल दूँगा. अब तो आराम करने दो. सुबा छाई लाएगी, तब घोड़ी बना कर पेलुँगा तेरी छूट.

सुबा मेरी नींद जल्दी ही खुल गयी. मैं छाई बना कर ले आई. बाहर अभी काफ़ी अंधेरा था. बेटे को नंगा देख कर मेरा मॅन ललचाने लगा. बेटे ने मूह धो लिया, और छाई पी ली. वो बाहर फ्रेश होने चला गया. मैं रूम में वापस आई तो बेटा लेता हुआ था, और अपने लंड को देख रहा था.

मिताली: क्या हुआ?

रोहित: कुछ नही.

मैं रूम में नंगी ही थी. रोहित मेरी गांद की तरफ देख रहा था. उसका मूड बन गया था.

रोहित: मों इधर आओ ना. ये काम बाद में कर लेना.

मैं रोहित के पास गयी, तो उसने एक ही झटके से मुझे बेड पर खींच लिया, और मुझे किस करने लगा. मैं उसके बाल सहलाने लगी.

वो स्माइल कर रहा था. मेरे बूब को दबाने लगा. फिर निपल को मूह में लेकेर चूसने लगा. मुझे गुदगुदी होने लगी. बुत अछा लग रहा था.

मिताली: ऑश आराम से चूस गुदगुदी हो रही है. रोहित आअहह आअहह यार आअहह मस्त चूस्टा है तू. सच में बहुत खुश रखेगा अपनी मों को.

रोहित बिना कुछ बोले मज़े ले रहा था. कुछ देर चूसने के बाद बेटे ने बूब्स छ्चोढ़ दिए. वो मेरी तरफ देख कर स्माइल देते हुए बोला.

रोहित: श, कैसे लग रहा है? मुझे तेरे बूब्स बहुत मस्त लगते है. देख ना दोनो कितने गोल-गोल है.

मिताली: तू चूसेगा तो ये थोड़े और बड़े हो जाएँगे.

रोहित: मों रात तूने मुझे बहुत बड़ा गिफ्ट दिया है. तेरी छूट छोड़ कर मुझे बहुत मज़ा आया था. तेरी जैसी हाउसवाइफ छोड़ने के लिए मिल जाएगी ये तो कभी सोचा भी नही था. तू चुदाई के लिए एक-दूं पर्फेक्ट है.

मिताली: बेटे तूने भी खूब मज़े दिए है. तू एक-दूं जवान हो गया है. अपनी मों की हर ख्वाहिश पूरी कर सकता है. रात को इतना मज़ा आया की तुझे बता नही सकती. लोवे योउ बेटा, जो सुख तूने मुझे दिया है.

रोहित: लोवे योउ डार्लिंग.

मिताली: तुझे मैं पसंद तो आ गयी ना?

रोहित: रियली यार, तू तो मस्त माल है. तेरी गांद और बूब्स देखते ही लंड खड़ा हो जाता है. रियली रात को छोड़ी तब बहुत मज़ा आया. अपने ही घर में अपनी मों को नंगी करके छोड़ना हर किसी की किस्मत में नही होती.

मिताली: ह्म.

रोहित: अपने बाप के माल को अपना माल बना कर छोड़ना बहुत अछा लगा. वैसे चुड़वते टाइम ऑश बेटे ऑश रोहित अपनी मों को छोड़ ये सुन-सुन कर बहुत एग्ज़ाइटेड हो गया था.

रोहित छूट को सहलाने लगा था. वो किस भी कर रहा था.

मिताली: मुझे भी मों बोल कर पेल रहा था, तो सुन-सुन कर मज़ा आ रहा था.

मिताली: ऑश रोहित, अब छूट को मत सहला इतना. बस अपना लंड अंदर डाल दे.

रोहित: अभी लो डार्लिंग बेटे का लंड मों की छूट में ही पार्क करूँगा.

रोहित ने अपना लंड मेरे मूह में डाल दिया. मैं लंड चूसने लगी. रोहित का लंड काफ़ी अछा था. 18 की आगे में ऐसा लंड देख कर अछा लग रहा था.

थोड़ी ही देर में रोहित ने लंड को छूट पर रखा, और धक्के मारने लगा. छूट पर लंड लगते ही छूट खुश हो गयी.

मिताली: श आ रोहित अब मज़ा आएगा. आराम से छोड़ अपनी मों को. ऑश बेटे, बहुत मज़ा आएगा.

रोहित: ऑश मों आहह मुझे भी मज़ा आ रहा है. मों की छूट छोड़नी कोई बच्चो का खेल नही है. आहह, बहुत मस्त है मेरी जान तेरी छूट. तेरी छूट में चटनी रग़ाद दूँगा. बूब्स बहुत हिल रहे है तेरे.

मिताली: ऑश डार्लिंग, जब मों की छूट बेटा छोड़े तो बहुत मज़ा आता है मों को.

रोहित: मों की छूट छोड़ कर बेटे को भी बहुत मज़ा आता है. कोई सोच भी नही सकता की इस घर में मों और सोन एक-दूसरे को छोड़ते है.

मिताली: ऑश आहह बस तू ऐसे ही मों को मज़े दे.

रोहित का लंड अब पूरा छूट में जेया रहा था. रोहित मेरी तरफ देख रहा था.

मिताली: आहह रोहित आहह अब ठीक है. अछा लग रहा है.

रोहित: ऑश मों आअहह आअहह मों ओह आअहह आहह मेरी रंडी मों ओह.

मिताली: ऑश ज़ोर से छोड़ो मेरे राजा. ऑश आअहह अपनी मों को अपनी रखैल बना लो.

रोहित: मेरी रंडी साली कुटिया आअहह आअहह मज़ा आ रहा है. ऑश आअहह आअहह मों ऑश तेरी छूट की कसम बहुत प्यारी है तू. ऑश तेरे बूब देख देख कर मज़ा आ रहा है.

मिताली: आपके लिए ही है ये सब. मेरी जवानी का मज़ा बेटा तेरे लिए ही है. ऑश अपनी मों को छोड़ छोड़ कर अपनी बना ले.

रोहित लगातार छोड़ रहा था. मुझे मज़ा खूब आने लगा. रोहित का लंड छूट से अंदर बाहर हो रहा था, और मेरी छूट में मज़ा बढ़ता ही जेया रहा था.

रोहित: ऑश मम्मी ऊहह मम्मी की छूट चुड रही है.

मिताली: मों की छूट बेटा ही छोड़ रहा है. छोड़ मेरे बेटे ऑश आहह मों की छूट चुड रही है. ऑश मेरे लाल, अपनी मों की छूट की आग बुझा दे.

रोहित: चल घोड़ी बन जेया. उपर चढ़ कर छोड़ूँगा तेरी छूट.

मैं उल्टी हुई तो मेरे बूब्स आयेज की और लटकाने लगे. बेटे ने छूट पर लंड रखा और आराम से आयेज-पीछे किया. 2-3 बारी आराम से लंड आयेज-पीछे किया तो मुझे मज़ा आने लगा.

रोहित: श ऐसे डबल मज़ा आता है. लंड के लिए आयेज घोड़ी बनी हुई तू बहुत अची लगती है मों.

मिताली: श बेबी अपनी घोड़ी को बहुत मस्त छोड़ रहे हो. ऑश मेरे घोड़े अपनी घोड़ी को पेलते रहो.

रोहित: ऑश मों मेरी घोड़ी ऑश. मों को घोड़ी बना कर छोड़ने का मज़ा कितना आता है, ये तो अपने इस बेटे से पूच. यार मों को बेटा बन कर छोड़ने में ज़्यादा मज़ा आता है मेरी घोड़ी.

मिताली: ऑश बहुत ज़ोर से शॉट लगा रहे हो. इतना तो तेरे बाप ने भी नही छोड़ा मुझे. मेरे बूब्स बहुत हिल रहे है. आहह बेटा, तू तो अपने बाप के माल को बाप से भी मस्त छोड़ रहा है. छोड़ छ्होटे छोड़ अपनी मम्मी को. तू ही है जो मों की छूट की आग बुझाएगा.

रोहित: मम्मी सच में बेटे को बहुत मज़ा दे रही हो. दूसरे की वाइफ छोड़ने में बहुत मज़ा आ रहा है.

रोहित ने दोनो हाथ से मेरे बूब्स पकड़ लिए, और शॉट मारने लगा. अब मैं ज़्यादा हिल नही रही थी. काई बार लंड छूट से बाहर निकल गया था, पर अब बूब्स पकड़ने के बाद मैं पूरी तरह से बेटे की पकड़ में थी.

रोहित: ऑश साली बूब्स पकड़ कर मज़ा ज़्यादा आ रहा है. अब मुझसे बच कर कहा जाएगी?

मिताली: ऑश बेटा, इतनी मस्त तो कभी नि चूड़ी मैं. आहह, बूब्स पकड़ कर छोड़ना कहा से सीखी तूने मों को आहह? लंड बार-बार बाहर निकल रहा था.

रोहित: आअहह, तेरे जैसी माल चुड रही हो तो फिर आइडियास की कमी नही रहनी चाहिए.

रोहित ने मेरी गांद पर एक ज़ोरदार थप्पड़ मारा, और गाली देकर छोड़ने लगा.

मिताली: उउऊईईए मा, तू तो पुर मज़े लेगा अपनी मों के. आहह मज़ा आ रहा है बेटा. ऑश रोहित बेटा, आहह, मों तेरी रंडी बन गयी है. आअहह तू अपनी मों को कितना बड़ा सुख दे रहा है ये बता नही सकती. आहह काश तू पहले ही मुझे छोड़ना शुरू कर देता.

रोहित: पापा तुझको कैसे छोड़ते थे बता?

मिताली: तेरे पापा भी खूब बजाते थे मेरी. काफ़ी मज़ा आता था. बुत तू तो तेरे बाप का भी बाप निकला.

रोहित: ह्म आअहह मम्मी.

मिताली: अहह.

रोहित: पापा और बेटे में कोई एक चुनना हो तो?

मिताली: ओह फिर तो बेटा ही ठीक रहेगा. तू बहुत तेज़ शॉट मारता है. जवान बेटे से मरवाने में अलग ही मज़ा है.

रोहित लगातार छोड़ता रहा. करीब 5-6 मिनिट बाद उसने दोनो बूब्स कस्स कर पकड़ लिए, और ज़ोर-ज़ोर से शॉट मारे. मैं झाड़ गयी.

रोहित थोड़ी देर बाद झाड़ गया. बेटे से मरवा कर मुझे बहुत अछा लगा. रोहित तोड़ा हाँफ गया था. फिर उसने मुझे पकड़ कर खड़ी कर लिया.

बेटे ने स्माइल दी तो मैने उसको गाल पर किस किया. उसको देख कर लग रहा था की मों को छोड़ कर वो बहुत खुश था.

मिताली: आहह थॅंक्स बेटा जी, अपनी मों की प्यास बुझाने के लिए. ऐसे ही अपनी मों को छोड़ोगे तो एक दिन बेस्ट मों फकर बनॉगे. बेटा सच में तूने अपनी मों को निहाल कर दिया.

रोहित ने मुझे अपनी तरफ खींचा और किस किया.

रोहित: मों योउ अरे रियली लव्ली मों. तूने जो गिफ्ट मुझे दिया है वो दुनिया की कोई मों अपने बेटे को नही दे सकती. एक बात बोलू क्या?

मिताली: ह्म बोलो यार.

रोहित: मों तो घोड़ी बन कर चुड़वति हो तो बहुत मस्त लगती हो. बहुत मज़ा आता है.

मिताली: ऑश रियली. ये मों अब तुम्हारी है, जैसे मॅन करे वैसे पेल सकते हो.

रोहित: चलो अब छाई-नाश्ता ले आओ. मों की छूट छोड़ने में बहुत एनर्जी लगी है.

मिताली: थॅंक्स मेरे राजा. तूने आज अपने पापा की कमी पूरी कर दी. बोले तो पापा से भी ज़्यादा मज़े दिए है मों को.

मैने गाउन पहन कर नाश्ता लाने चली गयी. बाहर दिन भी चढ़ गया था. आपको स्टोरी अची लगी हो तो बता सकते हो.

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