मा, बेटा, और आंटी के जंगल सेक्स की कहानी

ज़िंदगी जब इतनी बोरिंग सी लगने लगी थी, तब बेटे का साथ मिला. बेटे ने वो खुशी दी जो कोई नही दे सकता था. बेटा अब मेरी और भी ज़्यादा रेस्पेक्ट करने लगा. रात को जब उसके साथ सोती तो हब्बी वाली फीलिंग आती. बेटे का प्यार करने का स्टाइल भी बहुत अछा है. ज़्यादातर हब्बी वाइफ को छोड़ने के बाद देखते भी नही. दूसरी तरफ मूह करके सो जाते है. सेक्स ख़तम और काम ख़तम.

रोहित की बात अलग है. वो फॉरपले भी मस्त करता है, और चुदाई भी खूब करता है. चुदाई के बाद बहुत ही प्यार से किस करता है. चुदाई के बाद भी वो जिस तरह से प्यार और केर करता है, वो आज तक कभी देखा ही नही.

रोहित चुदाई में एक्सपर्ट है. कब तक चूसना है और कब छूट छोड़नी है और कब घोड़ी बना कर छोड़नी है. इतनी एनर्जी से छोड़ता है मानो कोई घोड़ा ही छोड़ रहा है.

रोहित नीता को भी छोड़ चुका है, बुत उसके प्यार में कोई कमी नही आई. सॅटर्डे की बात है. मैं किचन में खाना बना रही थी. वो मेरे पीछे आ कर खड़ा हो गया. उसने मेरी गांद पर लंड रगड़ा, और बूब्स दबा दिए.

मिताली: आज नीता का फोन आया था. आज रात को वो यही रुकेगी.

रोहित: ऑश नीता आएगी तो आने दो. तुम दोनो के साथ पार्टी करेंगे.

मिताली: नीता बहुत खुश है. बोल रही थी की रोहित बहुत एक्सपर्ट है.

रोहित: ह्म एक्सपर्ट तो वो भी है. क्या उछाल-उछाल कर चुड़वति है. आने दो नीता को दोनो छूट को एक साथ ही छोड़नी है.

मिताली: ह्म खाना तैयार है बेटा. चलो लगती हू.

रोहित: और क्या बोल रही थी?

मिताली: और तो ज़्यादा नही बोली. बस फोन पर बात कर रही थी तो ज़्यादा नही बोलती ये बात.

रोहित: ह्म काफ़ी समझदार है नीता.

मिताली: बोल रही थी की ऐसा बेटा सब को मिले. तेरा बेटा तो बहुत सेवा करता है. मेरा बेटा भी ये सब करता तो अछा लगता.

रोहित: उसका बेटा भी छोड़ सकता है उसको. मुझे पता है वो सब देखता है फोन पर. मों सोन वाली स्टोरी भी पढ़ता होगा.

मिताली: ह्म आज कल तो सब लोगों को मोबाइल ने खराब कर दिया. यार आज होटेल में ही खाना खाएँगे. नीता और हम चलेंगे. भूख लग रही है.

रोहित: हा चलो ठीक है. चलो मैं कार निकालता हू.

रात को 9 बाज गये. नीता भी आ गयी. वो और हम चल पड़े.

नीता: यार सॉरी मैं थोड़ी लाते हो गयी. कैसे हो रोहित?

मिताली: सब ठीक है. कोई अची सी जगह चलो. खाना खा कर ही बाकी काम होगा.

नीता: अर्रे यार मैं तो बहुत वेट कर रही थी. आज ही टाइम मिला है. रोहित ने जो किया है वो सोच-सोच कर तो मज़ा ही आता है.

रोहित: नीता तुम ने भी खूब मज़ा दिया था. एक बार खाना खा लो, फिर तुम दोनो को पुर घर में मज़ा दूँगा.

नीता: ऑश लोवे योउ रोहित. जो कहोगे वो करेंगी हम दोनो. बस तुम ऐसे ही दोनो की सेवा करते रहना.

थोड़ी देर बाद हम एक ढाबे पर रुक गये. वाहा हमने खाना खा लिया. हम दोनो को काई लोग भी देख रहे थे. वो स्माइल भी दे रहे थे. हम वाहा से खाना खाते ही निकल गये. खाना काफ़ी अछा था.

नीता: अर्रे यार, लोगों को देखा क्या? कैसे घूर-घूर कर देख रहे थे.

मिताली: यार जब रात को ऐसे तैयार हो कर निकलोगी, तो सब का मूड बन जाता है.

रोहित: तुम दोनो के बूब्स और गांद देख कर लोगों के लंड खड़े हो गये थे. वो लोग सोच रहे होंगे की इस बॉय के साथ दो-दो माल कहा जेया रही है.

नीता: यार कोई ऐसी जगह देखो जहा कोई ना हो, और हम तोड़ा घूम सके.

मिताली: हा यार, जगह सेफ हो थोड़ी.

रोहित: यार तो हम को तोड़ा बाहर की तरफ जाना होगा. टाइम भी लगेगा. मों मैं जीपीयेस सेट करता हू. तुम गाड़ी चलाओ. मैं पिछली सीट पर नीता को चूसूंगा.

मिताली: चलो आ जाओ पीछे. मैं गाड़ी आराम से ही चलूंगी.

मैं कार चलाने लगी और रोहित पीछे बैठ गया. उसने जाते ही नीता के बूब्स दबाए.

नीता: ऑश यार आते ही काम शुरू. बूब्स बहुत पसंद है तुमको?

रोहित: तेरे बूब्स तो वैसे भी मस्त है. क्या लगती हो? चूस कर मज़ा आता है.

नीता: कुछ नही यार. बस अब तुमने काम भी शुरू कर दिया. ऑश यार, तेरे पास आते ही चूड़ने को मॅन करता है.

रोहित: यार मेरा भी मूड है की अभी तुझे कार में नंगी करके छोड़ू.

मिताली: चलती कार में छोड़ने की बजे खुली जगह में चुदाई करना. हम तीनो एक-दूं नंगे हो कर चुदाई करेंगे तब मज़ा आएगा.

रोहित: हा मैने एक अची सी लोकेशन सेट की है. रात में यहा कोई नि आता. सिटी से भी डोर है.

नीता: श यार खुले में आवाज़ तो नही सुंग़ेगा कोई?

रोहित: नो, यहा हम 5 केयेम डोर होंगे. उधर कोई नही आता.

रोहित नीता के बूब्स से खेल रहा था. नीता की आ आ सुन कर मेरा भी मूड बन गया. 30 मिनिट बाद हम जंगल में पहुँच गये. रोहित ने एक अची सी जगह देख कर गाड़ी रुकवा दी.

हम सभी बाहर आ गये. बाहर चारों तरफ अंधेरा था. डोर-डोर तक कुछ भी सुनाई नही दे रहा था.

रोहित: यहा तुम दोनो एक-दूं नंगी हो कर मस्त छुड़वा सकती हो. यहा तुम्हारी आवाज़ कोई नही सुनेगा.

मिताली: ह्म, फिर तो आउटडोर सेक्स का खूब मज़ा आएगा.

रोहित: अर्रे इधर आओ मेरी रानियो. लंड देव के दर्शन कर लो.

नीता: ऑश रोहित तुमसे चुड कर हम दोनो को बहुत मज़ा आएगा.

रोहित ने हम दोनो को अपनी और खींच लिया. अपनी बाहों में भर लिया, और उसके हाथ हमारी पीठ और गांद पर घूमने लगा.

रोहित: यार औरत चीज़ मस्त होती है. जहा भी हाथ लगाओ मज़ा बहुत आता है. बूब्स, छूट, गांद, गाल, होंठ, पीठ जहा भी हाथ लगाओ मज़ा आता है. हम मर्दो के पास सिर्फ़ एक लंड है दिखाने के लिए.

नीता: अर्रे यार इसी एक लंड के लिए तो औरत तुम्हारे आयेज घोड़ी बन जाती है. तुम इसी लंड के कारण हम को इतनी डोर ले आया.

मिताली: ऑश नीता अब कपड़े खोलो. बात करोगी या छूट भी मरवावगी?

नीता: ऑश रोहित पहले तो बूब्स ही चूस लो.

रोहित: तुम दोनो अपने कपड़े खोलो.

हम सब नंगे हो गये. कपड़े कार में रख दिए. मैं और नीता दोनो ही रोहित को किस करने लगी. रोहित के हाथ हमारे बूब्स पर था. मैने रोहित के लंड को च्छुआ तो लंड खड़ा था.

नीता: रोहित तेरा जवाब नही. आज तो हम दोनो को यहा नंगी करके खूब छोड़ेगा तू. ऑश मिताली मज़ा आ रहा है.

रोहित: साली तुम दोनो के बूब्स बहुत मस्त है. हाथ लगते ही लोड्‍ा खड़ा कर देती हो. दोनो छूट बड़ी मस्त हो. ऑश पीछे से मस्त गांद. तुम दोनो मेरी रखैल हो.

मिताली: तो छोड़ ना. ऑश बूब्स चूस यार.

नीता: श बूब्स 4 है और लंड सिर्फ़ एक. सब के मज़े लो. ऑश मज़ा आ रहा है. ऑश रोहित ऑश तुम भी चूस लो. श मिताली तुम भी चूसो मेरे बूब्स. मज़ा आ रहा है.

रोहित: उउउंम्मा तेरे बूब्स ऑश.

नीता: ऑश मी गोद तुम दोनो बहुत मस्त चूस रहे हो. ऑश यार मिताली यार क्या चूस्टी हो तुम.

मिताली: ऑश बूब्स बहुत मस्त है यार. रोहित को बहुत मज़ा आता होगा. श आअहह बूब्स तेरे श नीता ऑश.

रोहित: ऑश साली नीता, लिप्स भी चूसने दे.

मिताली: चूस लो. जो मर्ज़ी कर लो. छुड़वाने ही आई है.

हम खूब मज़ा ले रहे थे. रोहित ने नीता को कार के बॉनेट पर लिटा लिया. वो बूब्स चूस रहा था.

नीता आ आ कर रही थी.

नीता: ऑश रोहित यार अब लंड चाहिए मुझे.

रोहित ने कार के बॉनेट पर नीता को सीधा लिटा कर टाँग उपर कर ली. रोहित ने मुझे अपने पीछे खड़ा करके नीता की टाँग उपर करके पकड़वा दी. उसने नीता को छोड़नी शुरू कर दी.

नीता: ऑश रोहित बेटा ऑश अपनी मों को छोड़. कोई नही है रोकने वाला. ऑश तेरे पापा नही छोड़ते मुझे. मों को छोड़ यार ऑश आअहह.

रोहित: तुम दोनो को छोड़-छोड़ कर जंगल में मंगल करूँगा मेरी रंडियों आहह क्या छूट है तेरी.

नीता: ऑश फक मे यार ऊओह यार. मज़ा आ रहा है. आहह यार आ ऑश रोहित ई लोवे योउ यार. योउ अरे रियली मों फकर. फक मे युवर मों फक मे यार ऑश फक युवर मों.

मिताली: ऑश यार रोहित आज नीता का बेटा अभी यहा होता तो अपनी मों को छोड़ता और तू मुझे छोड़ता. फिर अदला-बदली कर हम दोनो को छोड़ते. जिसको जो अची लगे उसके साथ जोड़ी बना कर छोड़ते एक साथ.

रोहित: सही बोल रही हो मों. तुम दोनो की एक साथ चुदाई होती तो मज़ा आता. एक ही छूट को हम दोनो एक साथ छोड़ते तो मज़ा और भी ज़्यादा आता. तुम दोनो को रंडी की तरह छोड़नी होगी.

नीता: ऑश यार अभी को भी पटाओ यार. अब तो लंड चाहिए मुझे तो. अभी को जाल में फासाओ यार.

मिताली: रोहित अभी छोड़ लेगा क्या?

रोहित: ह्म वो भी सेक्स स्टोरी और मोविए देखता है. बस एक बार टेयै करनी होगी. अगर अभी तैयार हो जाए तो मुझे भी तोड़ा आराम मिलेगा. मज़ा भी आएगा.

नीता: मैं तैयार हू. तुम उसको अपने घर बुला कर प्लान बना कर पत्ता लो. ऑश रोहित मज़ा आ रहा है.

मिताली: ह्म सही है अभी अछा बॉय है, कोई बात लीक नही करेगा. बॉडी भी ठीक है. आज यहा होता तो कितना मज़ा आता. मैं भी चुड रही होती यार.

नीता: ऑश मुझे तो ये सोच कर ही मज़ा आ रहा है. तुम दोनो अपनी मों को एक्सचेंज करके छोड़ते तो कितना मज़ा आता.

रोहित: यार कोई बात नही. उसको मैं सब सेट कर दूँगा.

नीता: ऑश रोहित फिर तो मैं भी अपने बेटे से छुड़वा कर सुख लूँगी. ऑश आअहह मज़ा आ रहा है. अब घोड़ी बना लो ज़्यादा टाइम नही है अब.

नीता घोड़ी बन चुकी थी.

रोहित: ऑश मों मेरा लंड पकड़ कर नीता की छूट में डालो.

मैने लंड के हाथ लगाया तो लंड कुछ चिकना भी था, और खूब तन्ना हुआ था. हाथ लगते ही मुझे झटका सा लगा. मानो घोड़े का लोड्‍ा हो. मैने लंड को सही किया और रोहित शुरू हो गया. मैने नीता के बूब्स पकड़े तो वो काफ़ी हिल रहे थे. रोहित सच में घोड़ा बन कर नीता को छोड़ रहा रहा.

नीता: उउऊईई मा ऑश मॅर गयी यार. ऑश छोड़ मुझे ऊहह यार बहुत मज़ा आ रहा है.

मिताली: ये बहुत हिल रही है. इसके बूब्स किस दिन काम आएँगे. बूब्स पकड़ कर छोड़ साली को.

रोहित: ऑश साली रंडी मेरी कुटिया बहुत मज़ा दे रही है. ऑश आहह क्या रसीली छूट है नीता तेरी. मेरी रंडी बहुत मज़ा दे रही हो.

नीता: ऑश रोहित बेटा ऑश चूड़ने वाली हू. ओह बेटा ऑश बेटा मदर छोड़ हो तुम रियली. आहह छूट चूड़ने वाली है. ऑश ऑश क्या लोड्‍ा है तेरा.

रोहित उसको छोड़ रहा था. जंगल में नीता की सेक्सी आवाज़ खूब आ रही थी. अंधेरे में जंगल में चुदाई करते हुए बहुत मज़ा आ रहा था.

नीता चुड़वते टाइम काफ़ी सेक्सी आ आ करती है. जिसको सुन कर बहुत मस्त फील होता है.

नीता: ऑश रोहित चुड गयी यार. ऑश चुड गयी यार. श चुड गयी यार बहुत मस्त छोड़ी तुमने.

मिताली: अब उसको छ्चोढ़ दो यार.

रोहित ने उसको कस्स कर पकड़ रखा था और ज़ोर-ज़ोर से छोड़ रहा था.

नीता: ऑश चुड गयी हू यार. प्लीज़ अब छ्चोढ़ दो मुझे. तुम तो ज़बरदस्ती कर रहे हो. अब छ्चोढ़ दो यार. चुड गयी मैं अब मिताली को छोड़ो.

रोहित लगातार छोड़ रहा था. उसने नीता के बूब्स कस्स कर पकड़ रखे थे. नीता च्चूधना चाहती थी.

नीता: ऑश प्लीज़ अब मुझे छ्चोढ़ दो यार. चुड गयी हू. अब अपनी मों को छोड़ो यार.

मैं समझ गयी की रोहित को नीता की छूट का चस्का लग गया था. उसको हटाने का एक ही तरीका है. मैं रोहित के पीछे गयी और पीछे से उसकी पीठ पर बूब्स रगड़ने लगी. रोहित तोड़ा सा ढीला पड़ा तो मैने झट से रोहित के लिप्स चूसने शुरू कर दिए. उसका लंड बाहर निकाला तो नीता तोड़ा हॅट गयी. मैने उसके लंड को पकड़ लिया.

रोहित: ऑश मों ऊहह छोड़ने दो यार, बहुत मज़ा आ रहा है.

मिताली: श बेटा श.

उसका एक हाथ पकड़ कर मेरे बूब्स पर रख दिया तो वो दबाने लगा.

मिताली: अब तेरी मों की बारी है. बूब्स चूस यार.

रोहित: साली कुटिया तेरी छूट चाहिए मुझे. तेरी छूट में ही माल छ्चोधुंगा. चल घोड़ी बन मेरी रंडी.

रोहित ने मुझे झट से मेरी गांद पर थप्पड़ मारा और मुझे झुका कर घोड़ी बना लिया. लंड छूट पर रखा और ज़ोर से शॉट मारा. मेरी चीख निकल गयी. एक दो शॉट बाद लंड छूट में पूरा जाने लगा.

मिताली: ऑश यार क्या कर रहे हो? छूट फाड़ोगे क्या?

रोहित: साली नखरे मत कर. चुप-छाप छूट चुड़वति रहो. तुम को मैं यहा छोड़ने के लिए लाया हू. अब ज़्यादा नखरे करेगी तो उतना ही ज़्यादा छोड़ूँगा. ऑश बेहन की लोदी इतने बड़े-बड़े बूब्स और मोटी गांद तेरा बेटा ही मारेगा. श साली बहुत गद्रा गयी है. मुझे तेरी . ही . छोड़ने में मज़ा आता है.

मिताली: ऑश बेटा इतना तो तेरे बाप ने भी नही छोड़ा मुझे. क्या खा कर मों को छोड़ रहा है?

रोहित मेरी गांद पर ज़ोर-ज़ोर से शॉट मार रहा था. उसका लंड तो पूरा छूट में चला जाता और उसकी जाँघ मेरी गांद से टकरा-टकरा कर फटत-फटत की आवाज़ करने लगी.

नीता: ऑश आज तो जुंगली चुदाई हो रही है. ऑश मुझे तो बहुत मज़ा आया है.

रोहित: ऑश मों तू खड़ी मत हो जाना. बहुत मज़ा आ रहा है आज. तेरी छूट में झड़ना है फिर ही तुझे खड़ी होने दूँगा.

मिताली: छोड़ते रहो यार. तेरी मों चूड़ने ही आई है अपने बेटे से.

रोहित: ऑश आहह बहुत मज़ा दे रही हो मों. ऑश साली ऐसी ही मों चाहिए चूड़ने वाली.

मिताली: ऑश याअर आअहह.

रोहित: साली बहुत मज़े दे रही हो. ऑश आहह नीता का बेटा होता तो वो भी बजता तुम दोनो की छूट. ऑश आहह साली नीता आज बहुत मस्त चूड़ी तू.

नीता: मुश्किल से छूट बचाई है यार. तुम बहुत ज़ोर से छोड़ रहे थे. ऑश बहुत तगड़ा है तेरा लंड. साला किसी ने कभी ऐसे छोड़ी ही नही.

मिताली: ऑश रोहित मस्त छोड़ रहा है. ऊहह बेटे आ आ क्या लोड्‍ा है तेरा. ऊ फक मे यार. छोड़ यार मदर छोड़ बन जेया बेटा. तेरी मों तेरी घरवाली है. श बेटा अपनी वाइफ को छोड़ ले. छोड़ मेरे राजा छोड़ घरवाली को.

रोहित: ऑश मों को वाइफ बना कर छोड़ रहा हू नीता. तू भी तेरे बेटे की वाइफ बन जेया. ऑश आ श मिताली ऑश लोवे योउ बेबी. लोवे योउ मेरी चिकनी छूट.

मुझे भी खूब मज़ा आ रहा था. रोहित को मैने तोड़ा रोक लिया तो उसने फिर से स्टार्ट किया. नही तो वो वही झाड़ जाता. बुत उसने दोबारा शुरू किया तो हम दोनो को मज़ा आने लगा.

रोहित: कम बेबी ऑश बहुत मज़ा दे रही है अपने बेटे को. मों हो तो तेरी जैसी.

मिताली: ह्म ऊओह फक मे बेटा. चूड़ने वाली हू. मेरे बूब्स पकड़ कर छोड़.

रोहित: ऑश बेहन की छूट ऑश साली आअहह. मज़ा दे दे मों ऊवू तेरे बेटे का लोड्‍ा तेरी छूट पेल रहा है.

मिताली: ऑश अब बस होने वाला है. आचे से करो यार.

नीता: ऑश काफ़ी आवाज़ आ रही है यार. बहुत तेज़ छोड़ रहा है. ऑश काश मेरा बेटा भी रोहित जैसा होता. मिताली योउ अरे रियली सो लकी मों. मिताली योउ अरे वेरी हॉट मों.

उसने मेरा एक कंधा और एक बूब्स पकड़ कर छोड़ने लगा. 34 मिनिट बाद हम दोनो ही झाड़ गये.

नीता: लो पानी पी लो. यार आज तक ऐसी चुदाई नही देखी. तुम ने अकेले ने ही दो की मों छोड़ दी.

मिताली: ऑश रोहित योउ अरे रियली मों फकर. ऑश आज बहुत मज़ा आया है. चलो यार तोड़ा लेट कर बात करते है. बहुत देर तक घोड़ी बना कर छोड़ी है.

हमारे पास बिछाने के लिए कुछ भी नही था. बस सीट पर से टोलिए ले आई. वाहा घास भी था तो हम सब लेट गये.

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