मेरा लंड सिकंदर बड़ी साली की चूत के अन्दर-1

वो न जाने क्या-क्या कह रही थी.. मैंने उसके मुँह पर हाथ रख कर उसका मुँह बंद किया और कहा- मेरी बात तो सुन लो!
तो उसने कहा- कहो.. क्या कहना चाहते हो?

पहला चुम्बन

मैंने हिम्मत इकट्ठी की और कहा- मैं तुम्हें बहुत चाहता हूँ.. आज तुम पहली बार मेरे इतने पास में हो.. जी करता है तुम्हारे खूबसूरत चेहरे को खा जाऊँ, इन उठे हुए बोबों को निचोड़ कर पी जाऊँ और तुमको अपने लंड पर बिठा कर आसमान की सैर कराऊँ.. तुमको पूरी रात चोदूँ..

मेरे मुँह से इतना खुल्लम-खुल्ला सुनते ही वो सकपका गई और तभी मैंने उसे पकड़ कर उसके होंठों को चूस लिया। उसने मुझे धक्का मारा और कहा- आने दो पापा को.. मैं सबको बताऊँगी कि तुम ने मेरे साथ क्या किया।

तो मैंने उससे कहा- क्या कहोगी? जो कहना है कह देना.. मुझसे ज्यादा तुम्हारी बदनामी होगी। इसके बाद तुम दोनों बहनें न कभी मिल पाओगी.. न बात कर पाओगी और मेरी मर्जी मैं अपने मोबाइल में कुछ भी करूँ.. तुमने क्यों देखा और ‘वेट’ क्यों लिखा। वो भी मैं सबको बताऊँगा।

इतना कहते ही वो फटाक से नीचे चली गई।
मैं नहीं जा पाया.. मैं सोच में पड़ गया कि यदि इसने तनु को तो बता दिया तो क्या होगा?

पंद्रह मिनट बाद जब मैं नीचे कमरे में गया.. तो वो अपनी जगह बैठी हुई थी और तनु सो रही थी।
मैंने राहत की सांस ली कि अब तक तो कुछ नहीं हुआ.. बच गए।

फिर उसने वहीं बैठे-बैठे मुझे इशारा किया- बताऊँ तनु को?
मैंने सोचा कि बताना होता तो ये बता चुकी होती.. ये मुझे ब्लैकमेल करना चाहती है।
तो मैंने भी नाटक शुरू कर दिया और हाथ जोड़ कर.. कान पकड़ कर.. उसके पैरों में गिरने का इशारा किया और माफ़ी मांगी।

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वो हल्का सा मुस्कुराई तो मुझे तसल्ली हुई कि मैं बच गया।

मैं उसके सामने हाथ जोड़ कर चुपचाप उसके सामने बैठा रहा। तो वो उठी और उठ कर मुझे बाहर आने का इशारा कर गई।
अब मैं सोचने लगा कि चलो देखते हैं अब बाहर क्या होता है?

मैं बाहर गया.. तो वो फिर ऊपर ही थी।

उसने मुझे ऊपर बुलाया.. मैं ऊपर गया तो उसने साले साहब का कमरा खोला और अन्दर मुझे अपने साथ ले गई।

फिर मुझसे बोली- आ गए न लाइन पर.. यहाँ तो कह रहे थे कि चाहे तो सबको बता दो और अन्दर हाथ-पैर जोड़ने लगे.. उतर गया सारा जोश?

मैंने कहा- मैं नहीं चाहता कि तुम्हारा और मेरा घर टूट जाए.. ये बात यहीं ख़त्म हो जाए.. तो ठीक रहेगी। मैं तुमसे माफ़ी मांगता हूँ.. मुझे माफ़ कर दो। पर मैं एक बात बता दूँ कि मैं तुमको चाहना नहीं छोड़ सकता।

उसने मुझसे कहा- मैं इस बात को ख़त्म कर दूँगी.. पर तुमने मुझे जबरदस्ती किस किया था तो मैं तुम्हें एक जोरदार चांटा मारना चाहती हूँ।

यह सुनकर मेरी तो माँ चुद गई.. पर अब क्या हो सकता था.. जैसी करनी.. वैसी भरनी.. मैंने सर हिला कर ‘हाँ’ कर दी और आँखे बंद करके सोचने लगा कि इज्जत का भाजी-पाला हो गया.. कितनी जोर से मारेगी.. पता नहीं।

मैंने आँखें खोलीं तो वो मेरी तरफ ही देख रही थी।
उसने कहा- आँखें बंद करो और चांटा खाने के लिए तैयार हो जाओ।

मैंने आँखें बंद कर लीं.. मेरा लौड़ा चूहा बन कर मेरी पिछवाड़े में घुस चुका था।
फिर मैंने कहा- अब सजा दे भी दो..

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