एक बार कहा तो नहीं मारा.. फिर कहा- मारो चांटा..
फिर भी नहीं मारा।
वो भी सेक्स चाहती थी
पांचवी बार कहते ही उसने अपना हाथ उठाया और झट से मेरी गर्दन पीछे से पकड़ कर मेरे होंठों को किस कर दिया।
मैं उसकी तरफ सुन्न सा देखता रहा।
वो बोली- प्यार का बदला सिर्फ प्यार से चुकाया जाता है.. मार से नहीं।
मैंने होश से काम लेते हुए कहा- वो क्या था.. जो तुम पहले यहाँ कह कर गई थीं।
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तो उसने कहा- बुद्धू.. मैं तो तुम्हें तड़पा रही थी। कमरे में अन्दर जाकर मैंने नेहा को दूध पिलाया और तनु को पानी पिलाकर सुला दिया। अब वो दोनों नहीं उठेंगी। मैं अगर पहले ‘हाँ’ भर देती तो तुम पागल हो जाते और वहीं शुरू हो जाते।
इतना सुनते ही मेरा अजगर फिर जुर्राट हो गया। मैं उसे पकड़ने वाला ही था तो उसने मुझे रोक लिया और कहा- पहले मेरे सवालों का जवाब दो।
अब उसके क्या सवाल थे और चुदाई का क्या हुआ.. अगले पार्ट में बहुत मजा आने वाला है। मेरे साथ अन्तर्वासना से जुड़े रहिए.. कल मिलता हूँ।