इस कहानी के 2 मुख्या पात्रा है
1. कुश (कुशु) जिसे 17 यियर्ज़ की उमर में पहला एहसास हुआ की वो लड़कियों नही लड़कों की तरफ अट्रॅक्ट होता है. उसकी करेंट आगे है 19 यियर्ज़ है. हाइट 5’6″, फेर आंड क्यूट स्लिम फिगर है. लिप्स और निपल्स दोनो एक-दूं पिंक है. अची फॅमिली का लड़का है.
2. योगेश 23, हाइट 6’1″, आत्लेटिक आंड वेल बिल्ट. वो बाइसेक्षुयल है, पर उसे अभी पता नही. ित की पढ़ाई कर रहा है. पढ़ाई और फ्यूचर को लेकर स्ट्रेस्ड है. बुत नों-जड्ज्मेंटल फुतुरीस्टिक और शार्प है. अछो की लिए वो बहुत अछा है, और बदमाशों के लिए वो महा बदमाश है.
कहानी कुश के पॉइंट ऑफ व्यू से लिखी हुई है.
कुश और योगेश एक ही अपार्टमेंट में रहते है. जहा कुश का 5 भक ड्यूप्लेक्स पेंटहाउस अपार्टमेंट के टॉप फ्लोर पर है, वही योगेश का 8त फ्लोर पर 3 भक नॉर्मल फ्लॅट है. एक ही अपार्टमेंट में रहने के बाद भी दोनो में कोई बात-चीत नही होती है.
कुश के पापा एक मंक में वाइस प्रेसीडेंट की पोस्ट पर है, और मों भी फॅशन डिज़ाइनर है. कुश की फॅमिली वेल तो दो और मॉडर्न है. योगेश के पापा भी एक मंक में वर्क करते है. अची इनकम है, बुत मों टिपिकल हाउसवाइफ है.
अपार्टमेंट में शर्मा फॅमिली के यहा उनकी बेटी याचना की शादी पक्की हो गयी. वो भी 8त फ्लोर पर रहते थे. उनका योगेश की फॅमिली से अछा संपर्क था, सो उनको इन्विटेशन आना लॉजिकल था. बुत उनको अपनी बेटी की शादी में हाइ प्रोफाइल लोगों को भी बुलाना था. इसलिए उन्होने हमे भी इन्वाइट किया.
याचना की शादी ग़ाज़ियाबाद की जोशी फॅमिली में तय हुई थी. शर्मा और जोशी फॅमिली ने मिल कर देल्ही से ग़ाज़ियाबाद के रूट पर शादी के लिए एक रिज़ॉर्ट बुक किया. इस शादी के दौरान ही कुश और योगेश मिले, और उनकी फॅमिलीस भी.
फेब 19 और 20 की शादी थी. 19 की सुबह अपार्टमेंट से करीब 8-9 फॅमिलीस जाने के लिए नीचे उतरी. फिर डिसाइड होने लगा का कों किसके साथ बैठेगा. डिसिशन में ये हुआ की सब पापा लोग एक साथ बैठेंगे और मों लोग एक साथ. तब बच्चों को एक साथ बैठना ही था.
कोयिन्सिडेन्स ही कहना होगा की मेरा और योगेश का एक ही गाड़ी में बैठना हुआ, और वो भी सिर्फ़ हम दोनो और ड्राइवर. क्यूंकी अपार्टमेंट की गरोपीसम में हम दोनो कही फिट नही हो पा रहे थे. और तभी उसने 19 साल के लड़के की तरफ हाथ बढ़ाया और कहा-
योगेश: हेलो, ई आम योगेश.
कुश: ही, ई आम कुश.
योगेश: तुम स्टडी कर रहे होगे?
कुश: एस 1स्ट्रीट एअर, आंड योउ भैया?
योगेश (कॅष्यूयली साइड): यार तुम्हारे यहा भैया बोलते है. ई मीन इन हाइ सोसाइटी पीपल जस्ट कॉल एवेरिवन बाइ देयर नेम्स रिघ्त?
कुश: ये सच नही है. डिपेंड करता है पर्सन तो पर्सन.
योगेश: तुम्हे मेरे साथ फॉर्मल होने की ज़रूरत नही है. कॉल मे योगेश. आंड वैसे लास्ट एअर ई कंप्लीटेड मी इज़्क आंड अपीयर्ड फॉर ित जी. लेकिन क्लियर नही कर पाया, और अब दोबारा ट्राइ करना है.
कुश: ई सी. तो आप इंजिनियर बनना चाहते है?
योगेश: एक सॉफ्टवेर इंजिनियर.
कुश: बढ़िया, तो तैयारी कैसी चल रही.
योगेश: पता नही?
कुश: मतलब?
योगेश: काई बार सोचता हू की मैं सही चीज़ कर रहा हू?
कुश: ऐसे नही होगा. अपने आप पर विश्वास करो.
योगेश: इस उमर में ऐसी बातें, गुड.
कुश: मेरे पापा कहते है कुछ भी पाने के लिए मेहनत ज़रूरी है. पर खुद पे यकीन उससे भी ज़्यादा ज़रूरी है.
योगेश: ई विल रिमेंबर तीस!
इस मोमेंट एक नयी दोस्ती की शुरुआत हुई. और उसने फिर एक बार अपना हाथ आयेज बढ़ाया. मैने भी अपना हाथ आयेज किया, और हॅंड शेक के बाद ऑटोमॅटिक हमने एक-दूसरे को हग कर लिया. वो 23 का था. उसकी 6.1 की हाइट फुल अटेन हो चुकी थी. बॉडी वेल बिल्ट नही थी, बुत आत्लेटिक और एक-दूं कड़ी थी. और उसको उस दिन मेरे नाज़ुक बदन का पहली बार एहसास हुआ. हालाकी उस वक़्त मेरी हाइट कम थी.
देखते ही देखते हम उस रिज़ॉर्ट में पहुँच गये, जहा पर याचना दी की शादी होने वाली थी. रिज़ॉर्ट बहुत ही बड़ा और खूबसूरत था. सब को रूम्स फॅमिली वाइज़ अलॉटेड थे. वो 23 का था. उसको अपने मों दाद के साथ रूम में नही रहने मिला. उसको किसी 8त फ्लोर पर अननोन पर्सन के साथ रूम अलॉट हुआ था. मैं उसको अपना हाथ वेव करते हुए अपने मों दाद के साथ अपने रूम पर चला गया.
थोड़ी देर बाद सब फ्रेश हो कर आचे से तैयार हो कर ब्रेकफास्ट के लिए इकट्ठे हुए. हम सब ने ब्रेकफास्ट किया, और उसके बाद हल्दी और मेहंदी का फंक्षन शुरू हो गया. सब आए हुए गेस्ट्स एंजाय कर रहे थे. मैने भी ढोल पर खूब डॅन्स किया. तभी मैने देखा की मुझे डॅन्स करता हुआ देख कर योगेश भी मेरे साथ डॅन्स करने आया, और करीब 15 मिनिट्स हमने साथ डॅन्स किया.
तभी उसकी मों ने उसको कहा: तू तो कभी डॅन्स नही करता, आज कैसे कर लिया?
उसने अपनी मों को कोई रिप्लाइ नही किया, और चला गया. तभी मैने रीयलाइज़ किया जहा मेरे अपनो को मेरा डॅन्स बहुत अछा लगा, वही बहुत से लोग मेरा डॅन्स देख कर हस्स रहे थे. मुझे कुछ समझ नही आया, और मैं भी वाहा से चला गया अपनी मों को ढूँढने, जो मेहंदी लगा रही थी. मैने अपनी मों से कहा-
कुश: मों, मुझे भी लगवानी है.
मेरी मों जवाब देती उसके पहले योगेश की मों ने कहा-
योगेश की मों: ये सिर्फ़ लड़कियाँ और औरतें लगती है. मर्द नही.
मों: नही भाभी जी, अगर उसका मॅन है तो वो लगाएगा. अपनी शादी पर मर्द भी तो लगते है. मेहंदी खुशी का प्रतीक है. अगर आप खुश है, तो आप मेहन्दी लगा सकते है
कुश: मैं तो बहुत खुश हू.
मों: तो तुम लगा सकते हो.
डोर खड़े योगेश ने पास आ कर कहा-
योगेश: वेरी प्रोग्रेसिव आंटी! लगा ले कुश कुछ अछा सा (और स्माइल करता हुए वाहा से चला गया).
फंक्षन के बाद लंच हुआ, और सब थोड़ी देर के लिए अपने रूम पर चले गये. बुत मैं और योगेश रिज़ॉर्ट देख रहे थे. बहुत पिक्स लिए, और जब हम जाने लगे तो उसने कहा-
योगेश: तुम बहुत अछा डॅन्स करते हो, और तुम्हारी बॉडी मक्खन की तरह लहराती है. योउ नो मक्खन?
कुश: माखन ई नो!
उसने मेरा हाथ पकड़ा, मेरी मेहंदी देखी और कहा-
योगेश: हमेशा खुश रहना मी फ्रेंड.
मैने स्माइल किया और हम वाहा से चले गये, मैं अपने कमरे में और वो अपने कमरे में. मैं जब अपने कमरे में पहुँचा तो याचना दी की कज़िन मेरी मों से मेरे बारे में पूच रही थी. मैं वाहा पहुँचा तो मों उनको कह रही थी ” तुम्हे उससे ही पूछना होगा”
तभी मैं पहुँच गया. याचना दी की कज़िन ने कहा, “ही, ई आम रिया, याचना’स कज़िन”.
कुश: एस दी. ई आम कुश.
रिया: एक एमर्जेन्सी है. दी की एक फ्रेंड की लेग पर चोट लग गयी है.
कुश: तो!
रिया: तो वो डॅन्स नही कर सकती. और हम 6 लोगों का डॅन्स है साथ में. हम अब इसको चेंज नही कर सकते.
कुश: तो मैं क्या कर सकता हू?
रिया: याचना दी ने देखा है तुम्हे डॅन्स करते हू. वो कह रही है की तुम मॅनेज कर लोगे.
कुश: मैं कैसे करूँगा. तुम सब लड़कियाँ हो.
रिया: मैने भी यही कहा था दी को. लेकिन वो कहती तुम सारे स्टेप्स कर लोगे.
कुछ: बुत.
रिया: याचना दी ने तुम्हे मिलने बुलाया है.
मैं याचना दी के पास गया. उन्होने मुझे समझाया की 10 मिनिट के लिए मुझे लड़कियों के कपड़े पहन कर एक डॅन्स के लिए स्टेज पर जाना था. ये इज़्ज़त का सवाल था. उन्होने इतना प्रेशर क्रियेट किया की मुझे हा कहना पड़ा. फिर पूरी कॉरियोग्रफी सीख ली मैने. जेया कर मों को बताया तो मों ने कहा-
मों: किसी से मत कहना. चुप-छाप डॅन्स के बाद मुझसे चाबी लेकर चेंज करके पार्टी में वापस आ जाना.
रिया दी ने एक स्पेर लहंगा मुझे भिजवाया. मों ने उसको मेरे हिसाब से साइज़ किया. डॅन्स सीक्वेन्स में 8त पोज़िशन पर था मैं. मों मुझे रेडी करके प्रोग्राम में चली गयी.
उन्होने कहा: रिया का फोन आने से रूम लॉक करके आ जाना.
फिर रिया दी का कॉल आया, और मैने रूम लॉक किया, और स्टेज की तरफ चल दिया. फिर पर्फॉर्मेन्स दिया. हमारा सॉंग था बहरा-बहरा. मैने नोटीस किया की पुर डॅन्स पर्फॉर्मेन्स में योगेश मुझे ही देख रहा था. डॅन्स पर्फॉर्मेन्स ख़तम हुआ. मों ने चाबी ऑलरेडी एक और पार्टिसिपेंट को दे रखी थी. उसने मुझे चाबी दी, और मैं अपनी रूम की तरफ चल दिया.
थोड़ी डोर आयेज बढ़ा की पीछे से आवाज़ आई: अफ क्या चाल है.
मैने इग्नोर किया और स्पीड बढ़ा ली. लॉन से रूम थोड़े डिस्टेन्स पर था. और सब क्यूंकी लॉन में थे, वाहा सुनसान हो गया था. फिर आवाज़ आई “धीरे चलो वरना मोच आ जाएगी जानेमन”. मुझे अजीब लगा पर मैं चलता रहा. फिर मैं अपने रूम की बिल्डिंग पर पहुँचा, और लिफ्ट का बटन दबाया.
लिफ्ट का गाते खुलते ही मुझे किसी ने पीछे से धक्का दिया, और मेरे आँखों पर अपना हाथ रख दिया. मुझे फील हुआ की लिफ्ट का गाते बंद हुआ. और तभी उसने लिफ्ट की लाइट ऑफ कर दी, और अपना हाथ मेरी आँखों पर से हटा दिया. लिफ्ट में पूरा अंधेरा था. एक हटता-कटता मर्द मेरे सामने खड़ा था. उसने ड्रिंक कर रखी थी. ब्रॉड हेरी चेस्ट थी उसकी.
उसने कहा “मेनू पता है तू साला है पर्थ पाजी का, साली नही”. और वो हासणे लगा. सुबह भी मुझे ऐसी ही हस्सी की आवाज़ आई थी, जब मैं ढोल पर डॅन्स कर रहा था. और वो पर्थ जीजू के दोस्त तेज की थी.
मैने कहा: तेज भैया, आपको क्या चाहिए?
उन्होने कहा: तू, तेरा जिस्म, तेरी गांद.
उतने में ही टॉप फ्लोर आ गया, और लिफ्ट का गाते खुला. हम दोनो बाहर निकले. उन्होने मुझे दीवार के साथ लगाया, और मेरे होंठो पर किस करने लगे. वो हाथो से मेरी सॉफ्ट चेस्ट को दबाने लगा.
फिर उन्होने पीछे से ब्लाउस की डोरी खींच दी, और मेरी गर्दन पर किस करने लगे. बदन में सनसनाहट के कारण मैं कसमसने लगा. ब्लाउस कंधे से गिरने लगा. उन्होने अपना सर मेरी चेस्ट मेरे स्मूद छ्होटे बूब्स के बीच घुसा दिया.
मुझे समझ ही नही आया की क्या हो रहा था. मैने रेसिप्रोकेशन में अपना हाथ उनके सर के पीछे रखा, और अपने बूब्स के बीच में उनका सर दबाने लगा.
मुझे क्या हो रहा था पता नही. ये सब पहली बार था मेरे लिए. बहुत नया था सब कुछ.
उन्होने पूछा: मज़ा आ रहा है सेयेल?
मैने जवाब नही दिया. फिर उन्होने मेरी ब्लाउस की नीचे वाली डोरी भी खोल दी, और अब हाथ को आराम से ब्लाउस के अंदर किया, और डाइरेक्ट बूब्स को दबाने लगे. वो कभी गर्दन, कभी लिप्स, कभी बूब्स को खाते रहे. मैं तड़पने लगा, और उनको ज़रा पीछे किया, और उनका कोट उतरा. शर्ट जिसके 2 ही बटन खुलने बाकी थे, उसको खोला और शर्ट भी उतार दी.
फिर उन्होने मुझे दीवार से लगा दिया, और किस करते हुए कहा: मज़ा आ रहा है ना कुश?
मैने कहा: आपको नाम पता है मेरा?
उन्होने कहा: जैसे तनने मेरा पता है.
फिर धीरे से कहा: चूसेगा या गांद मरवाएगा, या फिर दोनो?
मैं कन्फ्यूज़्ड हो कर देखने लगा और कहा: मैं लड़का हू.
उन्होने कहा: मैं ऐसे नही छ्चोधुंगा.
हाफ ओपन ब्लाउस पर पल्लू पिन से अटका था. उस पिन को खोला, और पल्लू को अलग कर दिया. पल्लू ब्लाउस से अलग हुआ तो मैने ही ब्लाउस उतार दिया.
तेज ने कहा: छ्होटे-छ्होटे पर बड़े गुलाबी माममे है तेरे.
उपर से हम दोनो नेकेड थे. उसने फिर अपने गले लगाया, और फिर गर्दन को किस करते हुए तोड़ा नीचे हो कर लेफ्ट वाले निपल को चूस लिया. दूसरे हाथ से वो मेरे ल़हेंगा का नाडा खोलने ही वाला था, की किसी के ज़ोर-ज़ोर से बात करने की आवाज़ आने लगी.
तेज घबरा गया. उसने जल्दी से शर्ट डाला, कोट हाथ में लिया, और सीडीयों से भाग लिया. मुझे ऐसी हालत में छ्चोढ़ कर तेज भाग गया. मैने फिर बिना आहत किए ब्लाउस को फिर पहना. दुपट्टे को यू ही बस लपेट लिया, और लिफ्ट का बटन दबाया, और दबे पावं लिफ्ट में एंटर हो कर 3र्ड फ्लोर दबाया. फिर मैं सीधा अपने रूम पर चला गया. मेक उप रिमूव करते-करते जो कुछ भी सुबह से हुआ, उससे याद करने लगा.