Khushboo Bhabhi Ke Kamuk Badan Ki Madakta

प्यार और गर्लफ़्रेंड की बातें
थोड़ी देर सन्नाटा रहने के बाद वो बोली- आज तुम इतने शांत-शांत क्यों हो?
तो मैं बोला- कुछ नहीं.. आज आप बहुत सुंदर लग रही हैं।
वो मुस्कुराने लगी और मुझसे पूछने लगी- तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड है?
मैं बोला- नहीं..

वो बोली- इतने स्मार्ट दिखते हो.. गर्लफ्रेंड क्यों नहीं बनाई?
मैंने बोला- कोई आज तक सुंदर लड़की मिली ही नहीं..
इस पर भाभी बोली- मैं तुम्हें सुंदर लगती हूँ?
मैं बोला- आप तो बहुत सुंदर हैं।

इस पर अर्थपूर्ण ढंग से भाभी मुस्कराते हुए बोली- ठीक है.. तो आज से तुम मुझे ही अपना गर्लफ्रेंड बना लो..
मैं मुस्काराया और बोला- आप क्यों मज़ाक कर रही हैं?
वो बोली- मैं मज़ाक नहीं कर रही हूँ.. तुम मुझे अपनी गर्लफ्रेंड बनाओगे?

मैंने तुरंत ‘हाँ’ कह दिया.. और वो मेरे ‘हाँ’ कहते ही मेरे नज़दीक आकर बैठ गई। हम दोनों साथ में चाय पी रहे थे और बातें भी कर रहे थे।

तभी अचानक वो मुझे देखने लगी और मुझे ही केवल देख रही थी।
तो मैंने उससे पूछा- क्या देख रही हैं.?
बोली- तुम कितने मासूम हो और सीधे भी हो.. लेकिन सेक्सी हो..

यह कह कर भाभी तिरछी नज़र से मुस्कराने लगी।
मैं समझ गया कि वो मुझसे मस्ती कर रही है, मैंने भी तुरंत कहा- आप भी कम सेक्सी नहीं हैं।

इस पर वो और मैं दोनों हँसने लगे।

प्रथम स्पर्श और चुम्बन
तभी मैं रास्ता साफ देख कर उसकी बांहों को ऊपर से नीचे तक सहलाने लगा।
इस पर वो काफ़ी मदहोश हुए जा रही थी और अपने होंठ मेरे होंठों के पास लाने लगी।

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इस प्रकार हम दोनों एक-दूसरे के होंठ चूसने लगे।
होंठ चूसते हुए मैं उसकी पीठ पर हाथ से सहलाए जा रहा था और भाभी मेरे बालों में हाथ फिरा रही थी।

कुछ ही पलों में पूरे जोश के साथ हम एक-दूसरे को चूस रहे थे।
मैं उसकी जीभ को और वो मेरी जीभ को स्पर्श करके सहला रहे थे।
इसमें हम दोनों को काफ़ी मज़े आ रहे थे।
करीब दस मिनट तक यह सिलसिला चलता रहा।

अब हम दोनों गर्म हो चुके थे।

भाभी के बिस्तर में
तभी मैंने उसको गोद में उठाया और लेकर उसके बेडरूम में जाकर बिस्तर पर लेटा दिया और खुद उसके बगल में लेट कर उसको चुम्बन करने लगा।

भाभी भी मुझे किस किए जा रही थी।
मैं उसके होंठों को.. आँखों को.. गालों पर चुम्बन किए जा रहा था, वो भी मुझे इसी प्रकार चूम रही थी।

मैंने चूमते हुए उसके और अपने पूरे कपड़े धीरे-धीरे उतार दिए, अब वो केवल ब्रा और पैन्टी में और मैं केवल अंडरवियर में ही था।

मैं भाभी को किस करते हुए नीचे उसके गले को किस करते हुए उसकी ब्रा के ऊपर से ही उसके दोनों मम्मों को किस करने लगा।
अब तक भाभी की आँखें बंद हो गई थीं और वो आनन्द में केवल हल्की-हल्की आवाज़ करने लगी थी।

भाभी का नंगा बदन
मैंने उसको हल्का करवट दे करके उसकी ब्रा को भी धीरे से निकाल दिया।
अब उसके उरोज बिल्कुल नंगे थे।

मैं पहली बार किसी लड़की को इस प्रकार नंगी देख रहा था।
भाभी की चूचियां काफ़ी सुंदर थीं.. तथा निप्पल गुलाबी रंग के थे।
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वो इस वक्त इतनी कामुक लग रही थी कि उसके नुकीले और तने हुए निप्पलों को देख कर बुड्डे आदमी का भी लण्ड खड़ा हो जाए।

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