खेतों में बड़े लंड से चुदाई की स्टोरी

दोपहर में बारात निकल गयी थी. बारात को डोर जाना था इसलिए जल्दी निकल गये थे. मैं कुलदीप और अनिल भैया और उनके दोस्त कार से निकले थे. बारात में हमने बहुत डॅन्स किया, और मौज-मस्ती करी. भैया और उनके दोस्तों ने मिल कर बारात का मज़ा और बढ़ा दिया था.

बारात पहुँच गयी थी. हम सब खा पी कर मस्त थे. रात के 11 बजे मैने देखा भैया और उनके दोस्त गार्डेन के पीछे दारू पी कर मस्ती कर रहे थे. मैं अकेला बोर हो रहा था, इसलिए गार्डेन से बाहर आ गया. थोड़ी डोर जेया कर देखा खेत की साइड में एक कार खड़ी-खड़ी हिल रही थी. और उस कार की थोड़ी डोर एक आदमी खड़ा था.

मैं तोड़ा आयेज गया, और एक पेड़ (ट्री) के पीछे च्छूप के देखा तो पता चला की गाड़ी का गाते ओपन था, और एक लड़की को टॉ जी छोड़ रहे थे. टॉ जी ने कुर्ता उपर करा हुआ था, और नीचे कुछ नही पहना था, जिससे उनकी गांद चाँद की रोशनी में मस्त चमक रही थी.

कार की थोड़ी डोर में जो आदमी था, वो टॉ जी का चमचा वीरेंदर था, जिसका फेस दूसरी साइड था. वो देख रहा था की कोई आ ना जाए. टॉ जी मस्त छोड़ रहे थे. उनको देख कर मेरे अंदर भी चुदाई पास से देखने का मूड हुआ. मैं हिम्मत करते हुए कार के पास वाले पेड़ के पीछे च्छूप गया. इतनी देर में कोई औरत ज़ोर-ज़ोर से चिल्ला रही थी.

वीरेंदर: मालिक कोई आ रहा है.

लड़की ( जो टॉ जी से चुड रही थी): बाद में कर लेना, अभी मुझे कन्या दान करने जाना है.

जैसे ही वो लड़की कपड़े ठीक करके वाहा से निकली, मैं तो हैरान हो गया. वो कोई लड़की नही दुल्हन की मा थी. टॉ जी तो पक्के खिलाड़ी निकले. अपने बेटे की सास को भी छोड़ दिया.

टॉ जी: वीरेंदर मेरी पंत दो, और उनको अंदर लेकर जाओ.

वीरेंदर दुल्हन की मा को अंदर लेकर गया. मैं ये देख ही रहा था की अचानक मेरा पैर हिल गया और पास में रखा एक पत्थर गिर गया, जिसकी आवाज़ से मैं दर्र गया.

टॉ जी: कों है मदरजात वाहा? बाहर निकल हरंखोर!

मैं डरते हुए बाहर आया.

टॉ जी: फ़ारूक़ बेटा तुम यहा क्या कर रहे थे?

मैं (डरते हुए): अंदर बोर हो रहा था, इसलिए बाहर आ गया था. तभी टाय्लेट करने आया था, और कार में आपको ऐसे देख कर दर्र गया.

टॉ जी (हेस्ट हुए): इधर आ, ओसमे डरने की क्या बात है? साली मेरे कॉलेज की जान है, जब मिलती है तब छूट मार लेता हू. बिना माल निकाले ही चली गयी आज. सारा मूड खराब कर दिया.

टॉ जी अभी भी ओन्ली कुर्ते में थे. उनका लंड कुर्ते से ढाका हुआ था, जैसे-जैसे हवा चलती उसका कुर्ता लंड पर चिपक जाता. कुर्ते में उनका लोड्‍ा बहुत मोटा लग रहा था. टॉ जी ने कार में अपनी पंत रखी, और एक बॉटल निकाल कर मुझे ड्रिंक ऑफर करी.

मैं: नही मैं नही लेता.

मेरे कंधे पर हाथ रख कर वो बोले-

टॉ जी: आ गाड़ी में बैठ जेया. अछा ये जो तूने अभी देखा है, वो किसी को मत बोलना. साला मूड खराब कर दिया. चल एक रौंद लगा कर आते है. मेरा पेग भी बना डियो.

टॉ जी कार स्टार्ट करके पता नही कहा जेया रहे थे. मेरा ध्यान तो उनकी नंगी जांघों और कुर्ते में च्छूपे उनके लोड पर ही था. उनको देख कर मेरे अंदर की हवस जाग रही थी, लेकिन दर्र भी बहुत था. मैने पेग बना कर दिया.

टॉ जी: लड़का तो तू बढ़िया है.

मैं: जी आप भी नेक आदमी हो. सब पता नही क्यूँ आपको ग़लत समझते है.

टॉ जी: कों समझता है?

मैं: जी कोई नही, ग़लती से मूह से निकल गया.

टॉ जी: बोल जल्दी, पहले ही मूड खराब है, अब तू मत कर. दर्र मत.

मैं (डरते हुए): जी वो सब बात कर रहे थे की सरपंच जी भी एक लड़की के पीछे पागल हो रखे है.

टॉ जी: बीसी क्या याद दिलवा दिया.

ये बोल कर उन्होने कार बहुत तेज़ चला कर एक खेत के पास जेया कर रोक दी. फिर अचानक बॉटल लेकर कार से बाहर चलने लगे. मैं बहुत दर्र गया था. मैं जल्दी से उनके पीछे जाने लगा. तभी मेरा कोर्ट कार के गाते में अटक गया, जिसे मैने वही छ्चोढ़ दिया. अब मैं ओन्ली वाइट शर्ट और पंत में था. हवा बहुत तेज़ चल रही थी.

टॉ जी: तुझे आज एक बात बताता हू. साला सब मुझे एक लड़की की पीछे पागल समझ रहे है, और मुझे उस लड़की में रेखा (टॉ जी की वाइफ) नज़र आती है. उसका चूना मुझे अभी भी याद है. क्या कोमल बदन था, बिल्कुल रेखा जैसा. देखो याद करते ही उसकी पर्फ्यूम की खुश्बू आने लगी.

मैने अभी वही पर्फ्यूम लगा रख था. मैं दर्र रहा था की कही मैं पकड़ा ना जौ, और यहा मुझे टॉ जी मार भी देंगे तो पता भी नही चलेगा. टॉ जी ने मेरे हाथो में बॉटल देने की कोशिश करी, लेकिन मैं इतना दर्रा हुआ था की मैने ध्यान ही नही दिया, और सारी दारू मेरे उपर ही गिर गयी.

टॉ जी: कोई नही, अभी सूख जाएगी. कार के गाते पर लगा दो.

मैं: नही-नही कोई नही.

टॉ जी: लोंड़िया है क्या जो शर्मा रहा है? मैं बिना पंत के घूम रहा हू, और तू है.

मैने शर्ट उतार कर कार के गाते पर लगा दी. टॉ जी अब नयी बॉटल से पेग बना रहे थे. तभी मुझे देख कर.

टॉ जी: साला तू तो लोंड़िया जैसे लेकर घूम रहा है. कितने बड़े कर रखे है.

ये बोल कर उन्होने मेरे कंधे पर हाथ रख कर कस्स के पकड़ लिया. फिर बातें करते-करते मेरे कंधे को, कभी मेरे चुचो तक हाथ फेर लेते थे. मेरा ध्यान तो उनके लोड पर ही था, जो हवा तेज़ होने पर तोड़ा-तोड़ा दिख जाता था.

टॉ जी ने इतना कस्स रखा था की बार-बार मेरा ठंडा हाथ उनकी नंगी जांघों पर लग रहा था, जिससे उनका लोड्‍ा हरकत करने लगा. मैने भी मौके का फ़ायदा लेते हुए एक-दो बार हाथ उनके लोड पर चू दिए. लेकिन वो अपनी वाइफ की बातों में बिज़ी थे. फिर टॉ जी ने मुझे अचानक से गले लगा लिया.

मैं एक-दूं से चौंक गया

टॉ जी: फ़ारूक़ तेरा जिस्म तो एक-दूं उस लड़की के जैसा है.

अचानक से मुझे डोर करते हुए ज़ोर से बोले-

टॉ जी: साला तेरे अंदर तो खुश्बू भी वही है. एक बार अगर किसी को चू लू, तो कभी नही भूलता. तू ही है ना वो, बोल जल्दी बोल?

मैं बहुत दर्र गया था. मैने सारी बात टॉ जी को सच-सच बता दी, और ज़ोर-ज़ोर से रोने लगा.

मैं: प्लीज़ मुझे कुछ मत करना.

उन्होने मुझे अपने पास बुलाया और गले लगा लिया.

टॉ जी: नही कर रहा. मेरी जान बस उस दिन की कमी आज पूरी कर दे.

टॉ जी ने एक प्यार से किस मेरे होंठो पर दे दिया, और किस करते-करते अपनी जीभ से मेरे मूह की चुदाई करने लगे. मैने टॉ जी को कस्स कर पकड़ लिया, और वो मेरी पंत खोल कर मेरी गांद ज़ोर-ज़ोर से दबाने लगे. 5 मिनिट की किस के बाद टॉ जी ने मुझे नंगा ही कंधे पर उठा लिया, और कार के पास ले गये.

इस उमर में भी बहुत जान थी उनमे. कार के पास मुझे घुटने ले बाल बिता कर अपना कुर्ता खोल कर फेंक दिया. 9 इंच का लोड्‍ा देख कर मेरी तो आँखें गांद मूह सब फटते के फटते ही रह गये. टॉ जी ने मेरा मूह पकड़ कर लोड्‍ा डाल दिया. पूरा लोड्‍ा इतना मोटा था, की मेरे तो मूह में भी नही जेया रहा था.

टॉ जी: खोल इसे रेखा मेरी जान. आज अपने ख़सम का लोड्‍ा चूस जान चूस जाम कर.

मैं भी पूरा रणिद्यों की तरह उनका लोड्‍ा चूस रहा था.

मैं: जैसी आपकी मर्ज़ी पातिदेव.

टॉ जी के सिर्फ़ लोड के पास ही बाल थे, बाकी पूरा जिस्म किसी हीरो से कम नही था. चाँद की रोशनी में खेत के बीच में मस्त लग रहे थे हम दोनो. उपर से ठंडी-ठंडी हवा. टॉ जी ज़ोर-ज़ोर से मूह छोड़ रहे थे.

टॉ जी: चल कार के बॉनेट पर बैठ जेया. आज सुहग्रात होगी, वो भी खेत में.

कार के बॉनेट पर बिता कर टॉ जी मेरे दोनो चुचो को मसल-मसल कर चूसने लगे.

मैं: ओह ह्म्‍म्म्म एम्म्म आआवववव.

मैं टॉ जी की इस हरकत से इतना पागल हो गया, की मैने टॉ जी के बाल पकड़ कर अपने चुचो में उनका पूरा मूह घुसा दिया. मेरी छ्चाटी पूरी गीली कर दी उन्होने, और बीच-बीच में बहुत ज़ोर-ज़ोर से दाँत भी लगा देते. कार से एक बॉटल दारू की मेरे उपर डाल दी, और अपनी जीभ से पुर जिस्म को चाटने लगे.

कभी मूह, कभी चुचे, कभी पेट, कभी जाँघ, कभी मेरी गांद का च्छेद. च्छेद को ऐसे चाट रहे थे, जैसे एक पति अपनी पत्नी की छूट को चाट-ता है. क्या मज़ा आ रहा था

मैं: आआआआ म्‍म्म्मममम ओह.

5 मिनिट गांद का च्छेद चाटने के बाद वो बोले-

टॉ जी: अब अपने आदमी को अंदर आने देगी रेखा?

मैं: जी, लेकिन आराम से.

टॉ जी कॉंडम पहन कर मेरी गांद पर क्रीम लगा कर अपने लोड से बहुत ज़ोर-ज़ोर से मेरे च्छेद पर मार रहे थे. चुदाई के बहुत शौकीन लग रहे थे टॉ जी.

टॉ जी: बिल्कुल मेरी गुलबो, जैसा आप बोलो.

टॉ जी ने डालने की कोशिश करी, लेकिन उनको सूपड़ा इतना मोटा था की अंदर गया ही नही. मैने और क्रीम अपनी गांद के अंदर तक लगाई, और फिर टॉ जी के लोड पर. अब टॉ जी ने टोपा मेरी गांद पर रखा, और एक झटके के साथ अंदर चला गया.

मैं: अया मॅर गया, कितना विशाल लंड है आपका.

दूसरा झटका देते हुए आधा अंदर चला गया. मेरी हालत खराब हो गयी. पहली दोनो चुदाई से भी मोटा लोड्‍ा था टॉ जी का. लगता है बहुत गांद फादी थी टॉ जी ने.

टॉ जी: बस आज से आपके लिए ही है ये विशाल लोड्‍ा मेरी गुलबो.

टॉ जी आराम-आराम से झटके देने लगे. लेकिन अभी भी पूरा लोड्‍ा मेरी गांद में नही जेया रहा था. मेरी दर्द से हालत कराब हो रही थी. उन्होने बाहर निकाल कर और क्रीम लगा दी. अब एक झटके में आधा लोड्‍ा डाल दिया.

मैं: अयाया आराम से प्लीज़.

अब टॉ जो झटको के साथ मेरी चुदाई कर रहे थे. इतना बड़ा लोड्‍ा था की अभी भी पूरा मेरी गांद में नही था. 10 मिनिट बॉनेट पर छोड़ने के बाद टॉ जी मुझे ड्राइवर सीट पर डॉगी बना कर खुद कार के बाहर खड़े हो कर मेरी गांद छोड़ने लगे.

टॉ के झटके और तेज़ हो गये. मेरे मूह से निकली आआ ह्म ऑश आआआववव एम्म्म से पूरा खेत गूँज रहा था. हम दोनो बेशार्मो की तरह कार के बाहर चुदाई कर रहे थे. 30 मीं की चुदाई के बाद टॉ जी मेरी गांद में ही अपना गरमा-गरम लावा निकाल दिए.

टॉ जी: लोवे योउ रेखा, तेरी गांद इतनी मस्त है की सारा माल अंदर ही निकल गया. अगली बार मूह में लेने के लिए बचा लूँगा.

टॉ जी फिरसे मेरे चुचो को चूसने लगे.

टॉ जी: क्या मस्त बदन है. परसो चलेगा? मज़े करेंगे. अनिल से मैं बात कर लूँगा.

मैं हा बोल दिया, और टॉ जी कार स्टार्ट करके शादी वाले घर तक आ गया.

आयेज का अड्वेंचर नेक्स्ट पार्ट में. अपनी फीडबॅक ज़रूर देना.

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