ग्रूप सेक्स में चूत चुदाई के बाद गांद चुदाई


मेरी ग्रूप सेक्स स्टोरी में अब आयेज-

चाची झाड़ जाती है, और उठ के साइड में बैठ जाती है. फिर बड़ी मम्मी मेरे मूह से उठ कर मेरे लंड को अपनी छूट में घुसा लेती है, और कूदने लगती है. मम्मी मेरे मूह पर बैठ जाती है.

रंजीता: अया आ अया सोनू, और छोड़ आ, बहुत मज़ा आ रहा है अया अया अया ऑश.

मम्मी: आ सोनू, और चाट मेरी छूट को. अया बहुत मज़ा आ रहा है अया. मेरी जान अया आ ऑश एस अया अया.

मम्मी और ज़ोर-ज़ोर से अपनी छूट को मेरे मूह पर घिसने लग जाती है, और बड़ी मम्मी भी और ज़्यादा ज़ोर-ज़ोर से कूदने लग जाती है.

मम्मी: अया अयाया अया अया यॅ अया श.

रंजीता: अयाया अयाया आ और छोड़. आ मैं झड़ने वाली हू अया अयाया अयाया अया.

फिर बड़ी मम्मी झाड़ जाती है, और चाची के पास साइड में जाके बैठ जाती है. मम्मी मेरे लंड को अपनी छूट में घुसा के बैठ जाती है, और ज़ोर-ज़ोर से उछालने लगती है.

मम्मी: अया अयाया आ बहुत देर से अपनी बारी आने का इंतेज़ार कर रही थी. आ अया और छोड़ अया अया अया.

रंजीता: अर्रे रंडी रेशुमा, तू तो हर रोज़ सोनू से चुड्ती है. और हमको तो सोनू से चूड़ने का मज़ा बस अभी-अभी मिला है.

मम्मी: अया अयाया अयाया हा ये बात है की मैं अया सोनू से रोज़ चुड्ती हू. लेकिन अया अया अया मेरा मॅन हर समय सोनू से चूड़ने का होता है अयाया आआआः अया.

रेणु: बहुत बड़ी चुड़क्कड़ हो दीदी आप.

मम्मी हंसते हुए: आ अया हा वो तो मैं हू अयाया अयाया अया.

सोनू: मम्मी अब तो मेरा हाथ खोल दो.

मम्मी: अया अयाया अया पहले मेरा पानी निकाल के मेरे को शांत कर अयाया आआआः.

फिर मम्मी मेरे होंठो को ज़ोर-ज़ोर से चूसने लग जाती है, और मेरी छ्चाटी को नकोडने लग जाती है, और बार-बार जीभ से मेरे चेहरे को चाट-ते रहती है. इससे मेरा जोश और बढ़ जाता है, और मैं भी नीचे से कमर उठा-उठा के मम्मी को छोड़ने लग जाता हू.

मम्मी: अया आ आ आ आ आहह रूको मत, मैं झड़ने वाली हू अयाया अया.

सोनू: मैं भी झड़ने वाला हू.

मम्मी: अया आ आ आ आ ऑश.

फिर मम्मी और मैं दोनो साथ में ही झाड़ जाते है. मैं अपना पूरा माल मम्मी की छूट में ही छ्चोढ़ देता हू. फिर मम्मी तक के साइड में लेट जाती है. मैं बोला-

सोनू: अब तो मेरा हाथ खोलो.

रंजीता: रुक मैं खोलती हू.

फिर बड़ी मम्मी मेरा हाथ खोलती है. मेरे को सस्यू लगते रहता है. मैं बिस्तर से उठता हू, तो बड़ी मम्मी बोलती है-

रंजीता: सोनू कहा जेया रहा है?

सोनू: सस्यू करने जेया रहा हू बड़ी मम्मी.

रेणु: अर्रे तो अकेले क्यूँ जेया रहा है? हम तीनो भी तेरे साथ चलते है तेरे को सस्यू करवाने के लिए.

मम्मी और रंजीता: हा मज़ा आएगा.

सोनू: चलो.

फिर हम चारो लोग बातरूम में जाते है. मैं खड़ा रहता हू, और पीछे से मम्मी मेरे को पूरा जाकड़ ली रहती है. वो मेरा लंड पकड़े रहती है. मेरी लेफ्ट साइड से चाची मेरे से चिपक के मेरा लंड पकड़े रहती है. रिघ्त साइड से बड़ी मम्मी मेरे से चिपक के मेरा लंड पकड़े रहती है.

और फिर मैं सस्यू करने लगता हू, और तीनो मेरा लंड पकड़े हुए मेरे को सस्यू करवाती रहती है. मेरे को बहुत मज़ा आते रहता है. एक-दूं राजा वाली फील आते रहती है. इसका भी अलग ही मज़ा है.

मैं सस्यू कर लेता हू. फिर तीनो पानी से मेरा लंड सॉफ करती है. उसके बाद हम लोग वापस रूम में आ जाते है. रूम में आते ही मम्मी, चाची, और बड़ी मम्मी तीनो बिस्तर में कुटिया बन जाती है, और अपने-अपने चूतड़ हिला-हिला के बोलती है-

मम्मी: आज मेरी गांद मार मेरी जान.

रंजीता: पहले मेरी गांद मार.

रेणु: नही पहले मेरी गांद मार.

सोनू: मेरी रंडियों, मेरे पास सिर्फ़ एक ही लंड है. बारी-बारी तीनो की गांद मारूँगा.

रेणु: तेरे को जिसकी पहले मारनी है मार ले. लेकिन जल्दी कर, गांद में बहुत खुजली हो रही है.

सोनू: ऐसी बात है चाची तो सबसे पहले मैं आपकी गांद मारूँगा.

गोली की वजह से मेरा लंड अभी खड़ा ही रहता है. फिर मैं चाची की गांद के पीछे खड़ा हो जाता हू, और चाची के चूतड़ के च्छेद में थूक लगा के अपना लंड घुसा देता हू.

रेणु: आअहह.

और फिर ज़ोर-ज़ोर से छोड़ने लगता हू.

रेणु: अया अयाया अयाया अया. बहुत मज़ा आ रहा है अयाया अया ऑश.

फिर चाची के चूतड़ पर ज़ोर-ज़ोर से थप्पड़ मारता हू.

रेणु: अया अयाया और मार अयाया अया.

फिर थप्पड़ मारता हू.

रेणु: अयाया अयाया अयाया.

सोनू: कैसा लग रहा है मेरी रंडी?

रेणु: बहुत मज़ा आ रहा है आह आ आ आ.

फिर मैं चाची के बाल पकड़ लेता हू, और ज़ोर-ज़ोर से धक्के लगते रहता हू. चाची भी पूरा मज़ा लेते हुए अपने चूतड़ को मेरी तरफ धकेलते रहती है.

रेणु: अया आ आ आ आ.

फिर कुछ देर और चाची की गांद मारने के बाद मैं बड़ी मम्मी के छूतदों के पीछे जाता हू, और बड़ी मम्मी के भी चूतड़ में थूक लगा के अपना लंड घुसा देता हू. फिर ज़ोर-ज़ोर से छोड़ने लग जाता हू.

रंजीता: आअहह आ, और छोड़ सोनू आ बेटा आ आ.

फिर मैं बड़ी मम्मी के छूतदों में ज़ोर-ज़ोर से थप्पड़ मारने लग जाता हू.

रंजीता: आ आ और मार आ, और मार आ.

सोनू: मज़ा आ रहा है रंडी?

रंजीता: अया अयाया बहुत ज़्यादा मज़ा आ रहा है. तेरे लंड में जादू है अयाया. मेरे को कभी भी आ तेरे बड़े पापा से आ चूड़ते हुए भी आ इतना मज़ा आ नही आया है.

सोनू: तो पूरा मज़ा लो मेरी रंडी.

रंजीता: आ आ आ आह श, और छोड़ अया अया श.

कुछ देर बड़ी मम्मी की गांद मारने के बाद मैं मम्मी के चूतड़ के पीछे जाता हू. फिर सबसे पहले तो मैं मम्मी के छूतदों पर ज़ोर-ज़ोर से थप्पड़ मारता हू.

मम्मी: अया.

एक और थप्पड़.

मम्मी: अया.

एक और थप्पड़.

मम्मी: अयाया सिर्फ़ मेरी गांद में थप्पड़ ही मारेगा?

सोनू: नही, आज मैं आपकी गांद का पूरा हाल बदल दूँगा.

फिर मैं लगातार ज़ोर-ज़ोर से छूतदों पर थप्पड़ मारते जाता हू, और मम्मी चिल्लाते रहती है.

मम्मी: आ आ आ.

मम्मी के चूतड़ पुर लाल हो जाते है. फिर मैं मम्मी के छूतदों में थूक लगा के अपना लंड घुसा देता हू, और ज़ोर-ज़ोर से छोड़ना शुरू कर देता हू.

मम्मी: अया अया अया ऑश इस एहसास के लिए अया कब से तरस रही थी आ आह. और छोड़, फाड़ दे मेरी गांद को आ अया आ.

सोनू: आज तो फाड़ ही दूँगा.

मैं और ज़ोर-ज़ोर से धक्के लगाने लगता हू. साथ ही मम्मी के बाल भी पकड़ के खींच लिए रहता हू. मम्मी मेरे हर धक्के को एंजाय करते रहती है.

मम्मी: अया ऑश एस अयाया और छोड़ अयाया अया अया अया.

मैं काफ़ी देर तक मम्मी की गांद मारते रहता हू. फिर कुछ देर बाद मैं झड़ने वाला होता हू.

सोनू: मैं झड़ने वाला हू.

रंजीता: रुक जेया, हम तीनो के मूह पे झड़ना.

फिर तीनो ज़मीन में घुटनो के बाल बैठ जाती है, और मैं खड़ा रहता हू. वो तीनो मेरे लंड को पकड़ के ज़ोर-ज़ोर से हिलाते रहती है, और मैं तीनो के मूह पर अपना माल गिरा देता हू

अब तीनो एक-दूसरे के चेहरे से माल चाट-चाट के पी जाती है. फिर तीनो मेरे लंड को भी चूस-चूस कर सॉफ कर देती है. उसके बाद तीनो उठ कर बातरूम में चली जाती है, और मैं सिगरेट पीते हुए बिस्तेर में लेट जाता हू.

फिर तीनो बातरूम से निकलती है और बिस्तेर में आके मेरे पास लेट जाती है. मम्मी भी एक सिगरेट निकाल के पीने लग जाती है, और चाची और बड़ी मम्मी को भी देती है. फिर हम चारों सिगरेट पीते हुए बात करने लग जाते है.

रंजीता: वाह सोनू, आज तो मज़ा ही आ गया.

रेणु: हा बहुत मज़ा आया. ऐसा मज़ा ज़िंदगी में कभी नही मिला.

रंजीता: रेशुमा तू बहुत खुश-किस्मत है, जो तेरे को सोनू जैसा बेटा मिला है, जो की तेरे पति की कमी भी पूरी कर रहा है.

मम्मी: ये बात मैं खुद भी मानती हू. और सोनू जो चुदाई का सुख मेरे को दिया है, ऐसा सुख मेरे को मेरे पति से कभी नही मिला. असली चुदाई का सुख मेरे को सोनू से ही मिला है.

रेणु: हा दीदी ये सच बात है. सोनू चुदाई में जो सुख देता है, ऐसा सुख मेरे पति भी मेरे को नही दे पाए थे, और ना ही जेठ जी.

रंजीता: ये बात सच है. ऐसा सुख सिर्फ़ सोनू से ही मिला है.

मम्मी: सोनू तो मेरी जान है.

रंजीता: लेकिन अब सोनू मेरी भी जान है.

रेणु: मेरी भी.

मम्मी: अछा हम तीनो की जान है.

फिर सब हासणे लगते है, और बड़ी मम्मी बोली-

रंजीता: सोनू मेरे को आइडिया मिल गया है तेरे बड़े पापा को सबक सिखाने का, और रेशुमा को बचाने का.

सोनू: अछा बताओ.

रंजीता: तेरे बड़े पापा के फोन में इस गाओं की बहुत सारी औरतों का चुदाई वाला वीडियो है. मैं एक बार देखी थी. मैं और रेणु मौका देख के तेरे को बड़े पापा का फोन दिला देंगे. फिर तू सारी वीडियोस अपने पास रख लेना. उसके बाद तेरे बड़े पापा को बोलना की अपनी सारी प्रॉपर्टी, अपना कारोबार, और पैसा सब तेरे नाम कर दे.

नही तो तू ये सब वीडियोस विराल कर देगा. तू इतना बोलेगा, उतने में ही तेरे बड़े पापा दर्र जाएँगे, और सब तेरे नाम कर देंगे.

सोनू: लेकिन सब मेरे नाम पे करने से अछा है की मैं सब आपके और चाची के नाम कर डू.

रंजीता: देख अगर सब मेरे और रेणु के नाम पे हो गया, तो तेरे बड़े पापा धोखे से सब वापस अपने नाम कर लेंगे, और ऐसे भी मैं और रेणु इस सब के बारे में ज़्यादा नही जानते है. तू यहाँ रहता भी नही है, तो तेरे नाम रहे वही अछा है. और ऐसे भी सोनू हम दोनो को तेरे उपर भरोसा है.

सोनू: ठीक है बड़ी मम्मी.

रंजीता: हा, देख सब तेरे नाम से रहेगा. लेकिन यहाँ का सारा कारोबार मैं और रेणु संभाल लेंगे. जब रेणु का बेटा बड़ा हो जाएगा, तो तू सब कुछ रेणु के बेटे के नाम कर देना. मैं सही बोल रही हू ना रेणु?

रेणु: एक-दूं सही है दीदी. सोनू के उपर पूरा भरोसा है.

सोनू: ठीक है.

रंजीता: ऐसे भी सोनू, मैं, और रेणु तेरे बड़े पापा का बहुत अत्याचार सहे है. लेकिन अब हमारी बारी है. देखना हम लोग तेरे बड़े पापा को नौकर के जैसा रखेंगे, और अपनी मनमानी करेंगे.

सोनू: लेकिन बड़ी मम्मी दादा जी का क्या?

रंजीता: तेरे दादा जी का टेन्षन मत ले. तेरे दादा जी को प्रॉपर्टी, पैसा,नौर कारोबार से कोई लेना-देना नही है. उनको बस दारू चाहिए. हम लोग उनको दारू पाइलेट रहेंगे, तो वो कुछ भी करेंगे.

सोनू: ठीक है.

रंजीता: हम लोग ये सब कल दिन में करेंगे. तैयार रहना.

सोनू: ठीक है.

फिर कुछ देर और रुकने के बाद बड़ी मम्मी और चाची कपड़े पहन के रूम से चली गयी, और फिर मैं और मम्मी भी सो गये.

आयेज क्या हुआ अगले पार्ट में पता चलेगा. ग्रूप सेक्स स्टोरी पढ़ कर फीडबॅक ज़रूर दे

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