घर ले जा कर अंकल ने गांद की चुदाई की

हेलो दोस्तों, मेरी गे सेक्स स्टोरी के नेक्स्ट पार्ट में आपका वेलकम. मेरा नाम आरियाँ है. मेरी उमर 27 साल की है, और मैं कुरली, पुंजब का रहने वाला हू. ये मेरी सॅकी कहानी है. पिछले पार्ट में मैने आपको बताया की कैसे मैने नाई अंकल का लंड चूसा, और हम उनके घर जाने के लिए निकल गये, जहाँ मेरी चुदाई होने वाली थी. अब आयेज की कहानी-

हम उनकी अक्तिवा पर उनके घर की तरफ निकल गये. घर जाते हुए उन्होने अक्तिवा एक केमिस्ट शॉप पर रोकी, और वहाँ से उन्होने कॉंडम के 2 पॅकेट्स लिए. फिर तोड़ा आयेज जेया कर एक ठेके पर रोकी, और वहाँ से उन्होने बियर और शराब की बॉटले ली.

फिर वहीं पास से ही खाने-पीने का समान भी लिया. मेरे लिए कोल्डद्रिंक ली, क्यूंकी मैं शराब नही पीटा. फिर हम उनके घर की तरफ निकल गये. उनका घर कुरली के पास एक छ्होटा सा गाओं है जहाँ 10-12 घर ही थे, वो भी काफ़ी डोर-डोर थे थे, वहाँ था. वो लोगों के अपने-अपने खेत थे, इसलिए घर डोर-डोर ही थे.

अंकल के भी खेत थे जो उन्होने किराए पर दे दिए थे, और अपने घर के पीछे छ्होटा सा खेत बना रखा था अपने लिए, जहाँ वो थोड़ी-बहुत सब्ज़ियाँ उगाते थे अपने लिए. उनके घर के दो फ्लोर थे, और उपर च्चत थी काफ़ी बड़ी.

हम 15 मिनिट में उनके घर पहुँच गये. उन्होने अक्तिवा अंदर खड़ी की, और गाते अंदर से बंद कर दिया, ताकि कोई डिस्टर्ब ना करे. फिर हम दरवाज़ा खोल के अंदर गये. मैने अंदर जाते ही बाग साइड में रखा, और अंकल ने जल्दी से दरवाज़ा लॉक किया. फिर मुझे कस्स के पकड़ लिया, और किस करने लगे.

वो मेरे मूह में अपनी जीभ घुमा रहे थे, और मेरे होंठो को चूस रहे थे. किस करते-करते उन्होने मेरी पंत में अपना हाथ डाल दिया, और गांद दबाने लगे, और मेरे कपड़े उतारने लगे. देखते ही देखते उन्होने मेरे सारे कपड़े उतार दिए, बस अंडरवेर को छ्चोढ़ कर. फिर वो भी अंडरवेर में आ गये, और उन्होने मुझे कहा की जब तक मैं वहाँ था, तब तक मैं कपड़े नही पहन सकता था, ना वो पहनेंगे.

हम दोनो अब बस अंडरवेर में थे, और उन्होने फिर से मुझे किस करना स्टार्ट कर दिया. वो किस करते हुए अपना हाथ मेरी गांद पर घुमा रहे थे, और मेरी गांद पर थप्पड़ मार रहे थे. फिर उन्होने मेरा अंडरवेर नीचे कर दिया, और मुझे नंगा कर दिया, और मेरी गांद के च्छेद पर उंगली घूमने लगे और अंदर डालने लगे.

जैसे ही उनकी उंगली मेरी गांद में गयी, मेरी बॉडी में करेंट सा दौड़ गया, और मेरे मूह से सिसकारियाँ निकालने लगी. वो अभी भी मुझे किस कर रहे थे. उनकी जीभ मेरे मूह के हर कोने मैं जेया रही थी. फिर उन्होने अपनी दूसरी उंगली भी मेरी गांद मैं डाल दी. मुझे दर्द हुआ पर कुछ कर ना सका क्यूंकी अंकल ने मेरा मूह अपने मूह से बंद कर रखा था.

ऐसे 5 मिनिट करने के बाद जब मेरा दर्द ख़तम हुआ, तब उन्होने मुझे नीचे बिताया, और मुझे कहा की अपने मूह से खींच कर मैं उनका अंडरवेर उतार डू. मैने वैसा ही किया. मैने उनके लंड को अंडरवेर के उपर से आचे से छाता और चूसा, जिससे उनका अंडरवेर लंड वाले हिस्से से गीला हो गया.

फिर मैने उनके अंडरवेर को अपने मूह से पकड़ा, और नीचे खींचने लगा. उनके लंड के बाल मेरे चेहरे पर लग रहे थे, और एक तेज़ मस्त सी खुश्बू आ रही थी लंड से, जो की मुझे मदहोश कर रही थी. मैने उनका अंडरवेर नीचे खींचा और उनका लंड जो की 7 इंच का हो रखा था, सीधा मेरे मूह पर आ कर लगा.

लंड से प्रेकुं निकल रहा था जिसे मैने छाता. उनके अंडरवेर पर भी प्रेकुं लगा हुआ था, जिसे मैने चूस कर और चाट कर सॉफ कर दिया. फिर मैने उनके लंड पर से सारा प्रेकुं छाता, और लंड पर किस करने लगा. उसके बाद लंड मूह में डाल कर चूसने लगा, और बॉल्स को सक करने लगा. उनके लंड पर जो बाल थे, उनको चूसने और चाटने लगा.

बीच-बीच में कुछ बाल तो मेरे मूह में भी आ रहे थे. पर मैं फिर भी लंड चूस्टा रहा, और बॉल्स और लंड को चाट-ता रहा. फिर अंकल ने मेरे सिर को दोनो हाथो से पकड़ा, और मेरे मूह को छोड़ने लगे. वो मेरे मूह में धक्के लगाने लगे. उनका लंड मेरे गले में जेया रहा था. वो मेरे मूह को करीब 15 मिनिट तक ऐसे ही छोड़ते रहे. फिर उन्होने अपना लंड बाहर निकाला, और मुझे ठीक से साँस आई.

लंड से मूह तक फिर से थूक की रस्सियान बन गयी थी. जिन्हे मैने फिर से चूस लिया. अंकल ने मुझे खड़ा किया, और मुझे किस करने लगे, और मेरी गांद पर थप्पड़ मारने लगे. उन्होने फिरसे दोनो उंगलियाँ थूक से गीली की, और मेरी गांद में डाल दी. इस बार दोनो उंगलियाँ आराम से अंदर चली गयी थी. 2-3 मिनिट मेरी गांद को उंगलियों से छोड़ने के बाद, उन्होने पंत की जेब से कॉंडम का एक डब्बा निकाला, और मुझे एक कॉंडम का पॅकेट दिया.

फिर उन्होने कहा: इसे मेरे लंड पर लगाओ. पर अपने मूह से.

मैने वैसा ही किया. कॉंडम बाहर निकाला, और उसे लंड पर रख कर मूह से उसे लंड पर लगाया, और चूस कर लंड और कॉंडम को पूरा गीला कर दिया. फिर उन्होने मुझे पास में सोफे पर डॉगी स्टाइल में कर दिया, जिससे मेरी गांद उनके सामने खुल गयी. मैं समझ गया की अब मेरी चुदाई होने वाली थी.

उन्होने मेरी गांद के च्छेद पर बहुत सारा थूक लगाया, और उंगलियों से अंदर तक किया. फिर उन्होने अपना 8 इंच लंबा और 3 इंच मोटा लंड मेरी गांद के च्छेद पर सेट किया, और हल्का सा धक्का दिया. मुझे तोड़ा दर्द हुआ, पर एग्ज़ाइट्मेंट भी हुई. फिर उन्होने दोबारा से धक्का दिया, इस बार थोड़ी ज़ोर से, और लंड का गुलाबी हिस्सा अंदर चला गया.

मुझे बहुत दर्द हुआ. मैं हिलने लगा. पर अंकल ने मुझे कस्स कर पकड़ लिया. फिर एक बार दोबारा से ज़ोर लगा कर धक्का मारा. इस बार लंड मेरी गांद को चीरता हुआ आधा अंदर चला गया. मेरी चीख निकल गयी, और आँखों से आँसू आने लगे. मैं अंकल को रुकने के लिए बोलने लगा, पर अंकल नही माने, और एक और ज़ोर से धक्का मारा.

इस बार लंड मेरी गांद को फाड़ता हुआ पूरा अंदर चला गया. मुझे एक-दूं से बहुत दर्द हुआ, और मैने फिर से चीख मारी. इस बार अंकल रुक गये. मुझे ऐसा लग रहा था की किसी ने मेरी गांद में कुछ गरम-गरम सरिया डाल दिया है.

अंकल गांद में लंड डाल कर ऐसे ही 5-6 मिनिट रुके रहे. फिर धीरे-धीरे उन्होने धक्के लगाने स्टार्ट किए. अब मेरा दर्द कम होने लगा, और मज़ा आने लगा. थोड़ी देर बाद मेरा दर्द बिल्कुल ख़तम हो गया, और अंकल का 8 इंच लंबा लंड गांद में अड्जस्ट हो गया था. अंकल ने भी अब धक्को की स्पीड बढ़ा दी थी, और तेज़-तेज़ धक्के लगाने शुरू कर दिए थे.

अब मुझे गांद में अंकल का लंड अछा लगने लग गया था, और उनके बाल अपनी गांद पर बहुत आचे महसूस हो रहे थे. पूरा कमरा मेरी सिसकारियाँ और फटत-फटत की आवाज़ से भर गया था. मेरे मूह से बस आ आ अया अया आ फक मे हार्डर, हार्डर, डीपर, फक मे, फक मे आ ही निकल रहा था.

फिर 5 मिनिट बाद अंकल ने मुझे खड़ा किया, और मुझे दीवार से लगाया. उसके बाद मुझे अपनी तरफ घुमा कर किस करना स्टार्ट किया. उन्होने मेरी एक टाँग उपर उठाई, और अपना लंड मेरी गांद में डाल दिया, और खड़े-खड़े छोड़ना स्टार्ट कर दिया. वो मुझे साथ-साथ किस भी कर रहे थे, अपनी जीभ मेरे मूह में घुमा रहे थे.

कभी मेरा उपर वाला होंठ चूस्टे, कभी नीचे वाला होंठ. साथ-साथ अपना 8 इंच लंबा लंड मेरी गांद में पूरा बाहर निकाल कर एक-दूं से अंदर डाल रहे थे. ऐसे ही 5 मिनिट छोड़ने के बाद उन्होने मुझे नीचे बिताया. कॉंडम लंड पर से निकाला, और लंड मेरे मूह में डाल दिया. मैने उनके लंड को चूसना स्टार्ट किया.

उन्होने वो कॉंडम मेरे चेहरे पर रखा, और वो मेरे मूह को छोड़ने लगे. साथ में वो अपने लंड पर थूक कर उसे मुझसे चटवा रहे थे, और थूक से भीगे लंड को मेरे मूह पर मार रहे थे, और घुमा रहे थे. मुझे भी इस सब में बहुत मज़ा आ रहा था. फिर थोड़ी देर ऐसे ही मूह छोड़ने के बाद उन्होने मुझे दोबारा खड़ा किया, और एक और कॉंडम दिया लंड पर लगाने को.

मैने लगाया और अंकल ने मुझे नीचे लेटने को कहा. मैं लेट गया और उन्होने मेरी टांगे अपने कंधे पर रख ली, और लंड को मेरी गांद के च्छेद पर रखा, और एक ही झटके में पूरा अंदर डाल दिया. इस बार लंड आसानी से अंदर चला गया था. उन्होने मेरी चुदाई फिर से शुरू कर दी. पर इस बार वो अपना लंड पूरा बाहर निकालते, और फिर ज़ोरदार धक्का मार के अंदर डाल देते. साथ-साथ वो मुझे किस भी कर रहे थे.

मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. मेरी दोनो टांगे हवा में थी, और नीचे से ज़ोरदार धक्के बाज रहे थे, और मेरी गांद की चुदाई चल रही थी. मेरे लंड से पानी निकल रहा था, जो की मेरे उपर ही गिर रहा था. ऐसे ही थोड़ी देर छोड़ने के बाद उन्होने अपना कम गांद के अंदर ही कॉंडम में निकाल दिया, और वो मेरे उपर लेट गये.

हम दोनो पुर हाँफ रहे थे, और पसीने में लथपथ थे. हम 5-10 मिनिट ऐसे ही लेते रहे. अंकल का लंड मेरी गांद के अंदर ही छ्होटा हो गया था. उन्होने अपना लंड बाहर निकाला, और अपना कॉंडम भी लंड पर से उतार दिया. मैने अंकल का लंड आचे से चूस कर और चाट कर सॉफ कर दिया, और कॉंडम में से उनका कम पी लिया. सच में उनके कम का स्वाद बहुत ही अछा था, एक-दूं अमृत जैसा था.

मॅन करता था की बस इसे ही पीटा राहु. फिर वो खड़े हुए और किचन में चले गये. मैं खड़ा होने लगा, पर मेरी गांद में दर्द हो रहा था, और फिर चलते हुए भी दर्द हो रहा था. मैने टाइम देखा अभी शाम के 7:30 ही हुए थे.

मैं धीरे-धीरे बातरूम गया. अंकल ने मुझे देखा और जब मैं बाहर आया तब वो इसेपकक ले कर आए मेरी गांद पर रखने के लिए, जिससे मुझे तोड़ा आराम मिला. फिर अंकल ने बियर और शराब की बॉटल फ्रिड्ज में रख दी ठंडी होने के लिए. खाने पीने का समान किचन में बर्तन में निकाल कर रख दिया. फिर हम दोनो सोफे पर नंगे ही बैठ गये, और मैं अंकल के छ्होटे हुए लंड से और बालों से खेल रहा था और वो टीवी देख रहे थे.

अभी तो बस चुदाई की शुरुआत हुई थी. इसके बाद अंकल ने मुझसे शादी की, और अपनी पर्सनल रंडी बना कर काई बार छोड़ा. वो सब मैं आपको अगले पार्ट्स में बतौँगा. आप को अभी तक ये कहानी कैसी लगी कॉमेंट करके या एमाइल पर ज़रूर बताए. और अगर किसी को रियल में मिलना हो तो मुझे इस ईद पर मैल करे:

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