दुल्हन बना कर चुदाई करने की तैयारी

नमस्कार रीडर्स, मेरी गे सेक्स स्टोरी के नेक्स्ट पार्ट में आपका स्वागत है. उमीद है आप सब ने पिछले पार्ट्स का मज़ा ले लिया होगा. अगर आपने अभी तक वो पार्ट्स नही पढ़े है, तो उनको पहले ज़रूर पढ़ ले. चलिए शुरू करते है.

शाम को 5:30 बजे अभिषेक और मैं तैयार हो कर मार्केट जाने के लिए निकले.

होटेल मॅनेजर: सिर, आपके लिए रूम नंबर 101 रेडी है वित आ डबल बेड. आप दोनो वहाँ शिफ्ट हो सकते है.

अभिषेक: नो थॅंक्स. हम दोनो हमारे रूम में कंफर्टबल है.

होटेल मॅनेजर: आस युवर विश सिर. मुझे आपके दाद ने कहा था, तो आप उनको बोल देना की आपको रूम चेंज नही करना है.

अभिषेक: मैं दाद को बोल दूँगा.

फिर हम दोनो मार्केट गये. हम उसी शॉप में गये जहाँ हम फॅमिली के साथ गये थे.

शॉपकीपर: कहिए सिर, आपको क्या दिखौ?

अभिषेक: मुझे अपनी गर्लफ्रेंड के लिए सरीस ख़रीदनी है.

मैं: मुझे मेरी मों के लिए सारी ख़रीदनी है.

अभिषेक वही रेड और येल्लो सारी ढूँढने लगा, और उसको वो सारी दिख गयी.

अभिषेक: हा, वो रेड और येल्लो कलर वाली सरीस दिखाइए.

शॉपकीपर: हा लीजिए. ये रेड वाली ₹3,000/- और ये येल्लो सारी ₹1,000/-

अभिषेक: ये रेड वाली ₹3,000/- क्यूँ है?

शॉपकीपर: सिर ये दुल्हन की सारी है. स्पेशल हॅंडक्रॅफ्टेड डिज़ाइन है. नयी दुल्हन के फंक्षन्स रिटूयल्स के लिए.

मैं: इनके साथ मॅचिंग ब्लाउस मिलेंगे ना? और फॉल बिडिंग और सिलाई? मुझे एक ब्लॅक कलर का भी ब्लाउस चाहिए?

शॉपकीपर: हा सिर, आपको सब मिल जाएगा? हमारे टेलर मास्टर बगल वाली शॉप में ही है. आप वहाँ जेया कर ब्लाउस का नाप/मेषर्मेंट दे दीजिए. 2 घंटे में आपको सारी और ब्लाउस रेडी मिल जाएगा.

अभिषेक: समीर तुम्हे इतनी डीटेल्स कैसे पता है?

मैं: मैं कभी-कभार मों के साथ शॉपिंग करने जाता हू ना, इसलिए मुझे इतनी डीटेल्स का पता है.

अभिषेक: अछा ठीक है. आप इन्हे पॅक कर दीजिए.

फिर अभिषेक ने बिल के ₹4,500/- दिए. उसके बाद हम दोनो टेलर मास्टर की शॉप में गये. टेलर मास्टर 62 यियर्ज़ का बुद्धा आदमी था. वहाँ जाके अभिषेक बोला-

अभिषेक: अंकल हमे इन सरीस की सिलाई और 3 ब्ल्काउसस बनाने है?

टेलर मास्टर: मिल जाएँगे बेटा. लेकिन ब्लाउस का नाप देना पड़ेगा.

अभिषेक ने थोड़ी देर कुछ सोचा. मैं अभिषेक को ही देख रहा था. फिर वो बोला-

अभिषेक: अंकल मेरी गर्लफ्रेंड तो यहाँ नही है. आप एक काम कीजिए, आप मेरे फ्रेंड का नाप/ मेषर्मेंट ले लीजिए.

उसकी बात सुन कर टेलर मास्टर शॉक हो गया. फिर वो बोला-

टेलर मास्टर: ये क्या बोल रहे हो बेटा? ये तो एक लड़का है. और सारी तो लड़कियाँ और औरतें पहनती है.

मैं (मॅन में): अभिषेक ने आज फिर मरवा दिया. मुझे अब दर्र लगने लगा था.

अभिषेक: हा अंकल मैं जानता हू, की ये एक लड़का है (मेरी तरफ शरारत भारी नज़रों से देखते हुए). पर मेरी गर्लफ्रेंड भी इसी की तरह दुबली-पतली सी है. आप टेन्षन मत लो. मैं जानता हू उसको ब्लाउस आचे से फिट हो जाएगा. आप बस इसका नाप ले लो.

टेलर मास्टर और मैं दोनो काफ़ी टेन्षन में आ गये. फिर टेलर मास्टर नाप लेने के लिए रेडी हो गये.

टेलर मास्टर: बेटा अपनी त-शर्ट उतार दो.

मैं बहुत टेन्षन में आ गया था. मैने अभिषेक की तरफ देखा. उसने मुझे त-शर्ट उतार ने का इशारा किया. फिर मैने अपनी त-शर्ट उतार दी. मैने बनियान नही पहनी थी. टेलर मास्टर फिर शॉक हो गया, और अभिषेक भी मॅन में हस्स रहा था.

मेरा सीना/ बूब्स, और निपल्स अभिषेक के लगातार चूसने से लाल/रेड हो गये थे. वो लड़कियों की तरह शेप आंड साइज़ के हो गये थे. मैं काफ़ी शर्मिंदगी फील कर रहा था. तभी टेलर बोला-

टेलर मास्टर: आपको कैसा ब्लाउस चाहिए? डीप नेक, फुल बॅक, या बॅकलेस?

अभिषेक: अंकल डीप नेक और सिंगल स्ट्रॅप वाला ब्लाउस चाहिए.

फिर टेलर मास्टर ने मेरा नाप ले लिया. नाप लेते वक़्त वो मुझे ही देख रहा था. और मैं शरम से उसके सामने पानी-पानी हो रहा था. नाप/ मेषर्मेंट लेने के बाद मैने अपनी त-शर्ट पहन ली.

टेलर मास्टर: आप 2 घंटे बाद आ जाइए. आपके ब्लाउस और सरीस तब तक रेडी हो जाएँगे.

अभिषेक: ठीक है, तब तक हम दूसरी शॉपिंग करके आते है.

हम दोनो अब लॅडीस फॅन्सी आक्सेसरीस और बॅंगल्स खरीदने के लिए चले गये. फिर मैने रेड कलर की बॅंगल्स खरीदी. वहाँ पर भी मेरे हाथ का साइज़ ही दिया गया. अभिषेक मेरे नज़दीक आ कर मेरे कान में बोला-

अभिषेक: अब क्या कर सकते है मेरी जान? आख़िरकार सब चीज़ें तुम्हे ही तो पहँनी है. तो तुम्हारा ही नाप/ मेषर्मेंट लगेगा ना.

फिर हमने आर्टिफिशियल गोल्ड की 4 बॅंगल्स, 1 नेकलेस, 2 इयररिंग्स, 2 पायल, रेड बिंदी पॅकेट, लॅडीस पर्फ्यूम. बहुत सारे कलर की ग्लास/काँच की बॅंगल्स खरीदी.

अभिषेक: तुम टेन्षन मत लो. देल्ही जाने के बाद मैं रियल गोल्ड ज्यूयलरी तुम्हारे लिए खरीडूनगा बेब्स.

मैं लड़कियों की तरह ब्लश करने लगा. फिर हम दोनो वापस टेलर मास्टर की शॉप में गये. वहाँ से हमने हमारी सरीस और ब्लाउस पिक किए. अभिषेक ने टेलर मास्टर को ₹1,500/- कॅश दिए, और फिर हम दोनो हमारे होटेल की तरफ जाने के लिए निकले. टेलर मास्टर कंटिन्यूवस्ली मुझे ही देख रहा था.

रात के 9:00 बजे थे. हम दोनो होटेल वापस आए. फिर अपने शॉपिंग बॅग्स अपने रूम में रखे, और डिन्नर के लिए नीचे डिन्निंग एरिया में गये. उसके बाद हम दोनो ने डिन्नर किया. फिर अभिषेक और मैने अपने-अपने घर कॉल की.

अभिषेक: मों अब आपकी तबीयत कैसी है?

अभिषेक’स मदर: अब मैं ठीक हू बेटा. तुम दोनो ठीक हो ना? एंजाय युवर ट्रिप.

अभिषेक: हम दोनो एक-दूं ठीक है. गुड नाइट.

अभिषेक ने 6 कॅन बियर रूम में देने के लिए कहा, और मॅनेजर को बोला: मेरे दाद को मत बताना इसके बारे में.

होटेल मॅनेजर: ठीक है सिर.

मैं: अभिषेक आज फिर एक बार तुमने मुझे दर्रा दिया. वो टेलर मास्टर और वो चूड़ियों वाला मुझे कैसे घूर रहे थे तुम्हे पता है.

अभिषेक: कुछ नही होता बेब्स. वो तुम्हे शॉक हो कर देख रहे थे.

स्टोरी कंटिन्यूस…
अगली सेक्स कहानी में पढ़िए कैसे मैने सारी पहनना सीखा, और कैसे मैने अभिषेक के होश उड़ाए, और फिर हम दोनो का रोमॅन्स सारी में.

नोट: आप सब को मेरी ये कहानियाँ कैसी लग रही है, कॉमेंट करके बताओ.

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