दोस्त के साथ मिल कर मुम्मियो को चोदा

तो दोस्तो अगर अपने इसका पहला पार्ट नही पढ़ा है तो ज़रूर पढ़े. अब आगे शुरू करते है. तो जैसा की अपने देखा हम दोनो नंगे हो चुके थे और हम दोनो की मों’स ब्रा और पनटी में थी.

शिल्पा – यार ये तो गाज़ाब हो गया ना. दोनो बड़े सेक्सी लग रहे है हमारे सामने सच कहूँ तो.

मधुरी – आक्च्युयली. इनको बड़ा करते करते पता ही नही चला कब सच में बड़े हो गये बचे.

शिल्पा – वैसे अब हूमें सो जाना चाहिए क्यू बचो? ( टीज़ करते हुए)

राहुल – लेकिन शिल्पा आंटी हम ये देखना चाहेंगे की आप दोनो में से कों जीटा.

मधुरी – ओह गोद, बेटा थोड़ी ज़्यादा एक्सपेक्टेशन्स नही है तुम्हारी?

आर्यन – वैसे राहुल ठीक ही तो कह रहा है मधुरी आंटी. जब आप दोनो की बरी आई तो हम सोने कैसे जा सकते है

राहुल – आफ़टेरल्ल हम सब एंजाय करने आए है और यहा तो ऐसा लग रहा है जैसे सिर्फ़ आप दोनो मज़े ले रहे हो.

शिल्पा – चिल राहुल. हम खेल ही लेते है अगला रौंद. आख़िर जब हुँने तुम दोनो को देखकर तारीफ कर दी है. तो क्यू ना थोड़ी हमारी भी तारीफ सुन ले?

मधुरी – यार बचो से क्या एक्सपेक्टेशन्स रखें अब. इन्हे कहा कुछ पता ही होगा फीमेल बॉडी के बारें में?

आर्यन – क्यू नई पता होगा मधुरी आंटी? काफ़ी कुछ पता है. क्यू राहुल ?

राहुल – हा मम्मी. बस मौका आज तक नही मिला.

शिल्पा – अब बस बातें करनी है या आगे बढ़े?
फिर हुँने नेक्स्ट रौंद खेला जिसमें आर्यन को मौका मिला मेरी मों की ब्रा उतरने का. उसने इस बार बिना किसी हिचकिचाहट के ब्रा उतार दी और मों ने बिना शरम के उसे छुपाने की भी कोशिश नही की. मों के निपल्स डार्क ब्राउन और आस पास का एरिया काफ़ी ज़्यादा डार्क था. वो काफ़ी भरे हुए लग रहे थे और हम दोनो की नज़र हटने का नाम नही ले रही थी.

शिल्पा – लगता है इनके तो ये देख कर ही होश उड़ गये है.

मधुरी – हहा. (ही 5 देते हुए शिल्पा आंटी को)

नेक्स्ट रौंद में मुझे मौका मिला शिल्पा आंटी की ब्रा उतरने का.

शिल्पा – राहुल तो मुझे लगता है काब्से बेचैन था मेरी ब्रा उतरने के लिए? है ना राहुल बेटा?

राहुल – वैसे आंटी सब मेरी तरह लकी जो नही होते. (स्माइल)

मैने फिर शिल्पा आंटी के हाथ उठाए और ब्रा को उपर कर के उतार दिया. शिल्पा आंटी के बूब्स पर्फेक्ट रौंद शेप थे और लटक नही रहे थे. बिल्कुल फर्म शेप आंड साइज़ के बूब्स जिनपर निपल्स का साइज़ तो बड़ा था लेकिन लाइट कलर का था.

मधुरी – फाइनली लास्ट रौंद अब देखते है क्या होता है.

शिल्पा – मैं भी बेताब हू

नेक्स्ट रौंद में फाइनली मुझे मौका मिला मेरी ही मों की पनटी उतरने का. लेकिन जैसे ही मैं एग्ज़ाइट होकर उठा तो मों तोड़ा हिचकिचाते हुए उन्होने अपना हाथ उनके पैरो के बीच रख दिया और माना करने लगी.

थोड़ी देर बाद वो शिल्पा आंटी के कन में कुछ कहने लगी.

मधुरी – यार शिल्पा मुझे नही पता था ऐसा कुछ होगा और मैने नीचे बिल्कुल शेव नही किया है. बोहोट अजीब लगेगा इनके सामने इस तरह.

शिल्पा – डॉन’त वरी. आफ्टर ऑल आर्यन भी तो देख कहा शेव किया हुआ है. और चिंता मत कर, आज कल के बचो को इन झतो से फ़र्क नही पड़ता.

मधुरी – अछा ठीक है. कम ओं राहुल बेटा आज तुम दोनो जी लो अपनी ज़िंदगी.

मों मेरे सामने आकर खड़ी हो गयी और मैने दोनो हाथ उनकी पनटी पर रख दिया और उंगलिया अंदर दल कर बिल्कुल स्लो मोशन में उतरने लगा. हल्के हल्के से महसूस हुआ की मों की छूट पर बोहोट ही ज़्यादा बाल है. जैसे की मानो महीनो से साफ नही किया हो. लेकिन आपको ये नज़ारा बतौ तो बिल्कुल गोरे बदन पर जब इतने घने बाल हो और वो भी कर्ली – अलग लेवेल का खूबसूरती महसूस होती है. मैने उतरते वक़्त मों की आखों में देखा तो मों मेरी आखों में देख कर मुस्कुरा रही थी की कैसे मैं उनकी छूट को देख कर कैसे रिक्ट करता हू.

आर्यन – वाउ आंटी. तट’स सो ब्यूटिफुल.

मधुरी – थॅंक्स आर्यन बेटा. तो इसी के साथ तुम्हारी मम्मी जीत चुकी है. चेआतेर कही की, इतने लेयर्स पहें कर आई थी जैसे इसने पहले से प्लान कर रखा हो.

शिल्पा – जो मान ना है वो मानो. मैं तो जीत गयी. ये ये. अछा मेरा प्राइज़ कहा है?

मधुरी – अब इसपर प्राइज़ भी चाहिए? शूकर माना की बचो के सामने छूट दिखाने से बच गयी. कैसी शर्म वाली बात है तुझे क्या पता.

राहुल – वैसे शिल्पा आंटी आपको क्या च्चाईए गिफ्ट में? आप कुछ भी माँग सकती हो

आर्यन – हन मम्मी आप बताओ क्या चाहिए आपको?

शिल्पा – सच बतौ? मुझे ना (सस्पेनस बढ़ते हुए) राहुल का लंड टेस्ट करना है

मधुरी – यार हमारे बचे है शिल्पा. ऐसा कैसे सोच सकते है

शिल्पा – अरे इसीलिए तो राहुल का बोला मैने. और देख यहा हम चारो के अलावा कोई नही है. और अगर तू चाहे तो आर्यन का…… उ नो वॉट ई मीन.

मेरे और आर्यन के मान में तो लड्डू फूटने लगा जो हमारा बरसो का सपना था वो कहीं सच होने जा रहा था.

मधुरी – यार ये ग़लत होगा. लेकिन तुझे प्राइज़ तो मिलनी चाहिए. गो राहुल बेटा. अपना लक आज़माओ. शिल्पा आंटी से लंड चुस्वओ.

शिल्पा – कम बेटा.

मैं उनके सामने गया और नंगा तो था ही. मैं शिल्पा आंटी के सामने जाकर खड़ा हो गया जैसे कह रहा हू की लो चूस लो लंड. वहीं पर आर्यन मेरी जगह यानी मेरी मों के ठीक सामने आकर बैठ गया. जैसे ही मैने लंड आगे किया तो शिल्पा आंटी ने मूह खोला लेकिन फिर रुक कर बोली

शिल्पा – नई ऐसे नई. ऐसे तो हर कोई चूस्ता होगा. दो वन थिंग राहुल, घूम जा.

मैं पलट गया और शिल्पा आंटी के सामने मेरी गांद थी.

शिल्पा – हा तो बेटा अब झुक जा पूरी तरह और झुक कर मेरे पैर पकड़ ले.

मतलब जैसे हम अपने पेर टच करते है एक्सर्साइज़ करते वक़्त ठीक वैसे ही मुझे झुक कर शिल्पा आंटी के पेर चुने थे. मैने पोज़िशन ले ली और मैने महसूस किया की शिल्पा आंटी के कोमल हाथ मेरी टॅंगो के बीच आए और मेरा लंड पकड़ कर सीधे अपने मूह में ले लिया. क्यू की मेरे लंड का शेप ऐसा है की लटकता ही है खड़ा होने के बाद तो शिल्पा आंटी को इस तरह चूसने में कोई दिक्कत नही हुई.

वहीं दूसरी जगह मम्मी और आर्यन हूमें देख रहे था. कुछ मिनिट शिल्पा आंटी मेरा लंड चुस्ती रही और चूस्ते चूस्ते वो मेरे लंड की स्किन पूरी पीछे कर देती और उसके बाद सिर्फ़ लंड का टॉप पोर्षन मूह में लेकर चूस के खिचती. जैसे लॉलिपोप चूस रही हो और इससे आवाज़ जो आ रही थी कमरे में मैं आपको बयान नही कर सकता.

फिर आंटी ने मेरी दोनो गंद पर अपने सॉफ्ट सॉफ्ट हाथ रखे और तोड़ा मसालते हुए अपने मूह में मेरा लंड चूस्ते हुए आराम आराम से मेरी गंद पे स्लॅप करने लगी. मुझे दर्द तो नही लेकिन मज़ा काफ़ी आने लगा था. और कुछ मिनिट के इस मज़े वेल वक़्त के बाद मैं आंटी के मूह में उसी पोज़िशन में झाड़ गया.

लेकिन शिल्पा आंटी रेडी नही थी इतना ज़्यादा माल के लिए तो आधा मूठ उनके बूब्स पर गिर गया और बाकी का वो पी गयी मेरी मम्मी और खुद के बेटे के सामने.

शिल्पा – यम्मी राहुल. बोहोट टेस्टी था तेरा मूठ. कम ओं गेट उप. यार मधुरी मा होने के नाते एक रिक्वेस्ट करू?

देख ई नो की राहुल मुझे लीके करता है आंड आर्यन तुझे लीके करता है. लेकिन क्या प्लीज़ मेरे बेटे के खुशी के लिए तू उसका लंड चूस सकती है? उसने मुझसे कहा तो नही लेकिन मैं मा हू तो समाज सकती हू उसके मान की बात.

मधुरी – शिल्पा कोई बात नई. मेरे बेटे के चेहरे पर जो मुस्कुराहट है इस वक़्त उसके लिए मैं कुछ भी कर सकती हू. कोई बात नई हमारे बचो की खुशी हमेशा हुंसे बढ़कर होती है. डॉन’त वरी मैं आर्यन का लंड खुशी खुशी ले सकती हू. कम बेटा.

वाहा आर्यन बिना किसी बात के मेरी ही तरह पोज़िशन लेकर झुकने लगा. वहाँ शिल्पा आंटी और मेरी मों दोनो हास पड़े क्यू की ये पोज़िशन हर लड़के के बस की बात नही होती. इसलिए मों ने कहा की तू सीधा ही होकर खड़ा रह. मैं उसी तरह चुसूंगई

फिर आर्यन मों के सामने खड़ा हो गया और उसका लंड पूरी तरह उपर की तरफ खड़ा था. दूसरी तरफ मेरा मूठ निकल चुका था तो मैं और शिल्पा आंटी बेड का सपोर्ट लेकर बैठ कर इनका नज़ारा देखने लगे. मैं नंगा ही बैठा और मेरे आगे शिल्पा आंटी आकर बैठी थी मेरे टॅंगो के बीच जैसे हम कोई कपल ही थे.

वहाँ मों ने पहले आर्यन की सारे झटों को हाथ से पीछे किYअ और पूरा लंड साफ नज़र आने पर उन्होने मूह खोला और बिना टाइम वेस्ट किए सीधे आर्यन का मूह में ले लिया. आर्यन भी बिल्कुल होश में नही लग रा था आख़िर बरसो का सपना जो था. उ

स्ने फिर मों के बलों को सुलझाते हुए अपने एक हाथ में पकड़ा और बिल्कुल स्मूद मोशन में अपनी गंद हिलाते हुए मों के मूह में लंड अंदर बाहर करने लगा. मों को भी साँस लेने का बराबर से मौका मिल रहा था.

फिर शिल्पा आंटी ने तोड़ा करीब जाकर आर्यन की गांद पे ज़ोर का स्पॅंक किया और बोला इतना अछा रिदम कहा सीखा बेटा?

आर्यन – बस मम्मी मधुरी आंटी को इतनी बार फॅंटसाइज़ किया है कभी ना कभी तो कम आना ही था ना.

राहुल – साले मुझे कभी नही बताया.

आर्यन – बताने से डरता था यार. (हफ्ते हुए क्यू की वो छूटने वाला था)

कुछ देर बाद आर्यन ने मों के बाल छोड़ दिया और अपने हाथ में लंड लेकर मों के मूह के सामने हिलने लगा जो तुरंत की कुछ स्ट्रोक्स के बाद पिचकारी मरते हुए मेरी मों के मूह के उपर ही छोड़ दिया.

मों ने भी आधा टेस्ट किया और बाकी उनके चेहरे पर पूरे धब्बे उड़े हुए थे. मुझे भी देखकर मज़ा आ रहा था क्यू की वहीं पर मैं शिल्पा आंटी को हग करने के बाद उनके बूब्स दबाए जा रहा था.

तो अब सीन ऐसा था की हम दोनो लड़को का एक बार निकल चुका था अब बरी थी थोड़ी हिम्मत दिखा कर दोनो औरतों को चाटने की.

मैने तो बिना टाइम वेस्ट किए, शिल्पा आंटी को इशारा किया. तो इशारा समजते ही शिल्पा आंटी उठी और मैं नीचे लेट गया. आंटी ठीक मेरे मूह के उपर खड़ी थी पनटी में जो उन्होने तुरंत ही झुक कर उतार दी और सीधे मेरे मूह पे बैठ गयी.

बैठने के बाद वो मेरी मों को देख कर स्माइल करने लगी और आर्यन भी ये देख कर हैरान था. मैने तो मस्त शिल्पा आंटी की दोनो सेक्सी गंद पे हाथ रखा और दबाते हुए अपनी ज़ुबान उनकी क्लीन शेव्ड डार्क छूट पे रख के चाटने लगा. जो स्वाद इतनी गीली छूट का होता है वो लफ़्ज़ों में नही बताया जा सकता लेकिन जो भी था बेहाध मज़ेदार था.

आंटी की छूट बाहर से डार्क थी लेकिन अंदर से पूरी गुलाबी थी और बिल्कुल सॉफ्ट थी जिसकी खुश्बू भी मुझे पसंद आने लगी. कभी आंटी मेरी पेट पर हाथ रखती तो कभी मेरी चेस्ट पर और पूरे जोश में वो जैसे मुझसे छूट चटवा रही हो उस तरह हिलने लगी.

आर्यन – मम्मी आपको इस तरह इतना एग्ज़ाइटेड कभी नही देखा और आप इतनी प्यारी लग रही हो की बता नही सकता

शिल्पा – तेरे सामने नंगी हू इसलिए प्यारी लग रही हू ना बेटा?
और एक बात समाज ले. तेरे पास एक फीमेल है जिसके सामने तू किसी और की तारीफ कर रहा है. ये ग़लती दोबारा नही करना.

मधुरी – मैं एग्ज़ॅक्ट्ली वही कहने वाली थी शिल्पा. आर्यन बेटा, वो दोनो तो पूरे मूड में आ चुके है. तुझे मान नही कर रहा? मेरी झटों भारी छूट को टेस्ट करने का??

आर्यन – सच कहूँ आंटी तो मुझे छूट से ज़्यादा गंद चाटने की फॅंटेसी है. ई मीन, हर बार कोई भी लड़की दिखती है तो मैं चाहता हू की बस पीछे से उसकी चड्डी उतारू और छत लू.

शिल्पा – बेटा, आंटी की छड़ी तो पहले से उतरी हुई है.

मधुरी – और रही बात चाटने की तो..(मों डॉगी पोज़िशन में आकर बोली) अब छत ले.

आर्यन – थॅंक्स आंटी.

आर्यन फिर मों की गंद को पहले इतना प्यार से देखने लगा जैसे गंद को वर्षिप करने वाला हो. उसने सीधे ना चाटते हुए पहले मों की कमर पे किस किया. धीरे . नीचे आकर मों की दोनो . पे किस कर के चाटने लगा. कुछ देर बाद मों ने खुद अपने हाथो से अपनी गंद को खोला और उसको अपनी गंद का छेड़ दिखाते हुए बोली

मधुरी – बेटा सिर्फ़ उपर से चतेगा या रियल चीज़ चाटने का भी इरादा है?

आर्यन – वो आंटी डाइरेक्ट करने में मज़ा नही आता. तोड़ा गरम कर रहा था आपको. जैसे आप इतनी बेचैन हो गयी की मैं अब चाटूँगा अब चाटूँगा.

शिल्पा – लगता है बेटा वीडियोस कुछ ज़्यादा ही देखने लगा है.

मधुरी – बड़ा रोमॅंटिक हो रहा है हा. लेट’स गो. चल अब वरना मौका चला जाएगा.

आर्यन – आंटी एक रिक्वेस्ट है.

मधुरी – बोल ना?

आर्यन – आंटी आप तोड़ा थूक लगाइए ना आपकी गंद पर. मैं आपके थूक के साथ ये चाटने का अनुभव लेना चाहता हू.

मधुरी – आज कल के बचे भी ना. अछा बस. ये ले (फिर मों ने अपनी दो उंगली पे थूक लिया और खुद की गंद के छेड़ पे रब कर के हटाने की वाली थी की आर्यन ने हाथ पकड़ लिया)

आर्यन फिर मों की उंगलियों को मूह में लेके चूसने लगा. जैसे वो एक भी बूँद वेस्ट नही करना चाहता. उसके बाद उसने मों की गंद को खोला और थूक को स्प्रेड कर के फिर अपनी जीभ रख के चाटने लगा और आखें उसकी बंद थी. जैसे वो मान की आखों से सब देख रहा हो.

यहा मैं और शिल्पा आंटी भी पूरे रेडी थे.

शिल्पा – राहुल, तू मेरे नीचे लेतेगा या मैं तेरे नीचे लेतू?

राहुल – आप मेरे नीचे.

शिल्पा – वाना टके चार्ज हा.

मधुरी – ओये तुम लोग बिना प्रोटेक्षन के करोगे? मैं नई करने दूँगी

शिल्पा – चिल. मैने सब अरेंज कर रखा है

फिर शिल्पा आंटी उठी और कपबोर्ड में से बाग निकल कर उसमें से कुछ ढूँडने लगी.

मैने उतनी देर नही रह पा रहा था तो मैं उनके पीछे गया और शिल्पा आंटी नंगी ही झुक कर खड़ी थी तो मैं पीछे जाकर उनको चिपक गया और हग कर के पीठ पर किस करने लगा.

मधुरी – बेटा 2 मीं तो छोड़ दे. तेरे पास ही तो आ रही है.

राहुल – मम्मी इतने सालो का इंतेज़ार है रहा नही जाता.

फिर शिल्पा आंटी के मानफ़ोर्से का होनमूद पॅक कॉंडम का पॅकेट निकाला और मैने उन्हे अपनी गोद में उठा लिया. फिर हम बेड पर गये और उन्होने बॉक्स बीच में रख दिया. पहले उन्होने रिप्ड वाला बॉक्स निकाला और उसमें से एक पॅकेट मुझे दिया. मैने बिना टाइम वेस्ट किया अपने खड़े लंड पर कॉंडम चढ़ा दिया.

और आंटी नीचे लेट गयी अपनी उंगली में थूक लेकर खुद की छूट पे लगाने लगी. मैं ठीक उनके पैरो के बीच आया और सीधा लंड पकड़ कर अंदर हल्के हल्के डालने लगा. कुछ स्ट्रोक्स के बाद मैं शिल्पा आंटी के उपर लेट चुका था और वो मुझे हग कर रही थी. मैने फिर उनके दोनो टाँगे पकड़ी और मेरी गंद पे रख दी. जैसे उन्होने मुझे पकड़ रखा हो

शिल्पा आंटी ने फिर एक हाथ मेरे बलों में डाला और हम स्मूच करने लगे. यहा तक की किस्सस की आवाज़ें आने लगी. और दूसरा हाथ मेरी एक गंद पे रख कर जैसे दबाने लगी.

दूसरी तरफ मेरी मों और आर्यन भी रेडी थे चुदाई के लिए. तो मों ने बॉक्स में से फ्लेवर वाला बॉक्स निकाला जिसपर आर्यन बोला की ये नही एक्सट्रा डॉटेड वाला लो ना.

मधुरी – ये ले बस, तेरी खुशी के लिए एक्सट्रा डॉटेड. पहें ले.

आर्यन – आंटी प्लीज़ आप पहनाओ ना. सिन्स मेरा फर्स्ट टाइम है मैं चाहता हू की मेरी सारी फॅंटसीस पूरी हो

मधुरी – तेरी फॅंटसीस में हर चीज़ मैं करूँगी ऐसा है क्या??

आर्यन – एस आंटी. ई लीके डॉमैनेटिंग विमन. जो खुद चार्ज ले. मैं उनके इशारो पे चालू ऐसा.

शिल्पा – तू घर चल देख फिर कैसे इशारो पे नाचती हू तुझे. (हॉर्नी मूड में बोलते हुए)

मधुरी – कोई बात नई. ला लंड आगे कर.

फिर मों ने बड़े प्यार से उसके लंड पर कॉंडम चढ़ाया और तोड़ा थूक कर अपने हाथो से फैला दिया.

मधुरी – अब ये भी बोल दे की तू मेरे नीचे लेतेगा

आर्यन – एग्ज़ॅक्ट्ली आंटी मैं यही चाहता था की आप मेरे उपर रहे.

मधुरी – समाज गयी बेटा तुझे. कम ओं टके युवर पोज़िशन.

फिर आर्यन नीचे लेट गया और मों ने पहले एक तंग उसके दूसरी तरफ डाली और तोड़ा थूक अपनी छूट पे रग़ाद के लंड पकड़ ले अपनी छूट की तरफ देखते हुए उसके उपर बैठ गयी. कुछ सेकेंड्स वो बस ऐसे ही पूरा लंड अंदर लेकर बैठी रही और फिर आर्यन के चेस्ट पे हाथ रख के चूड़ने लगी

मैने मों की आखों में इतना प्लेषर कभी महसूस नही किया था. की मों को किसी और के साथ सेक्स करते देख इतना मज़ा आएगा.
कुछ स्ट्रोक्स के बाद हम दोनो की छोड़ने की स्पीड बढ़ चुकी थी और दोनो औरतों के चेहरे पर अलग ही रोनक नज़र आ रही थी जैसे वो ये चाहती थी और मज़ा ले रही हो.

हुँने तरह तरह के सेक्स पोज़िशन्स ट्राइ किए काफ़ी देर तक. जहा मैं 3 बार झाड़ चुका था 3 अलग अलग कॉंडम में, वहीं पर आर्यन 5 कॉंडम चेंज कर चुका था.

हम काफ़ी थकने लगे थे और हमारा सब का लास्ट रौंद था. म्यूच्युयली ये डिसाइड हुआ की हमारी मम्मी अपने ही बेटे का लंड तो नही चूस सकती लेकिन हम उनपर अपना मूठ छोड़ सकते है.

तो इस तरह पहले आर्यन खड़ा हुआ और उसके पीछे मेरी मों उसको हग कर के खड़ी हो गयी उसका लंड पकड़ कर. सामने शिल्पा आंटी अपने घुटनो पर बैठी थी और आर्यन के छूटने का इंतेज़ार करने लगी. मेरी मों बार बार अपने उंगलियों में थूक लगती और फिर आर्यन का लंड पकड़ कर पूरा सहलाती. उसका लंड काफ़ी टाइट हो चुका था और आखें बंद थी.

फिर कुछ देर बाद उसने ज़ोर की पिचकारी मारनी शुरू की शिल्पा आंटी के उपर. कुछ तो उनके चेहरे पर उड़ा और कुछ उनके बूब्स पर. इसके बाद वो हालत में नही था की और रह सके, वो सीधे साइड में होकर लेट गया.

शिल्पा – नाउ कम्ज़ युवर तुर्न राहुल.

ये सुनते ही हुँने अपनी अपनी पोज़िशन्स ली और मों के सामने ऐसे नंगा खड़ा होने में तोड़ा अजीब तो लग रहा था लेकिन पीछे से शिल्पा आंटी के बूब्स मेरी पीठ पर डब रहे थे और उनकी थाइस मेरी गंद पर. उनके हाथ में मेरा मोटा लंड और उसके सामने मों पूरी नंगी और मेरे मूठ का इंतेज़ार करते हुए.

फिर शिल्पा आंटी मेरे लंड को सहलाते हुए पीछे से थोड़े स्ट्रोक्स लगती मेरी गंद पे जैसे उनके पास लंड होता तो पीछे से दल रही हो. मुझे ये सब इतना अछा लग रहा था की क्या बतौ.
मैं तोड़ा नर्वस हो रहा था की मों के उपर मूठ कैसे निकालु और ये बात मों जल्द ही समाज चुकी थी बिना कहे. क्यू की 3 बार मेरा हो चुका था, और मैं नर्वस भी था तो मों ने प्यार से मेरी गंद के साइड पे हाथ रखते हुए बोला

मधुरी – कम ओं बेटा, उ कॅन दो इट.

ये बोलते ही उन्होने मेरी गंद को प्रेस किया और अपना मूह खोला. जिस पर मैने अपनी ज़ोर सी पिचकारी उनके मूह में निकल दी. और शिल्पा आंटी ने एक हाथ मेरे कमर पे रखा था और दूसरे हाथ से वो लंड को पकड़ कर मों के मूह पे निशाना लगा रही हो. फिर कुछ उनके बलों में उड़ा और फाइनली हुँने सेक्स को फोरसम में एंजाय किया.

हम उस रत तो नंगे हो सोए थे एक दूसरे की मम्मी को छीपर कर.

तो दोस्तो आपको ये कहानी कैसी लगी मुझे नीचे दिए गये मैल पर ज़रूर बताए.
अपनी कुछ सजेशन हो तो ज़रूर शेर करे.

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