डॉक्टर ने गांद फाड़ कर गान्डू बनाया

पापा के जॉब पर जाने के बाद आज मैं खुद डॉक्टर साहिल ख़ान के पास अकेले ही चला गया.

डॉक्टर: देव मुझे लगा आज तुम नही आओगे.

मैं: नही ऐसा नही है.

डॉक्टर: जल्दी कपड़े उतार कर लेट जाओ.

आज भी डॉक्टर अपने उसी टूल को मेरी गांद में डालने लगे. डॉक्टर की इन हरकतों से मेरा च्छेद काफ़ी खुल चुका था.

मैं: डॉक्टर दर्द हो रहा है.

डॉक्टर मेरे चूचों को पकड़ कर सहलाने लगे और बोले-

डॉक्टर: थोड़ी देर की बात है बेटा.

वो ऐसे करते-करते मुझे कुछ क्वेस्चन्स पूछने लगे.

डॉक्टर: देव सच-सच बताना, एक बात पूचु तो.

मैं: जी अंकल बोलो.

डॉक्टर: तुम्हारे पापा ने जिस लड़के के साथ तुम्हे सेक्स करते हुए पकड़ा था, उसके साथ तुमने कितनी बार किया है?

ये सुन कर मैं हैरान था. मतलब पापा ने अंकल को शरम की वजह से झूठ बोल दिया था. मैने भी डॉक्टर को झूठ बोल दिया.

मैं: ज़्यादा टाइम नही हुआ, लेकिन कभी अंदर गया ही नही. बस उपर-उपर से ही.

डॉक्टर: वो तो मुझे फर्स्ट दे ही पता चल गया था, की तुम्हारी गांद कुवारि ही है अभी.

मैं: फिर आपने इतने दिन क्यूँ हॉस्पिटल बुलाया?

डॉक्टर: मुझे तुमसे कुछ बात करनी थी. जो तुम्हारे पापा के सामने नही हो पा रही थी.

मैं: क्या?

डॉक्टर: तुम्हे कैसे लड़के पसंद है? लड़को को पसंद करना नॉर्मल है, तुम घबराव मत. ये बात किसी को नही पता चलेगी.

मैं (शरमाते हुए): मुझे मेच्यूर आदमी बहुत आचे लगते है.

डॉक्टर: क्या मैं अछा लगता हू तुम्हे देव?

मैं फुल मूड में आ गया था. ये बातें करते-करते मेरा लंड अब खड़ा होने लगा था. मेरे लंड को देख कर वो समझ गये थे.

डॉक्टर: मेरे साथ प्यार करोगे?

मैने तुरंत हा बोल दिया. ये बोलते ही अंकल अपने कपड़े उतार कर मेरे पास आ गये. डॉक्टर साहिल ख़ान एक-दूं मस्क्युलर स्ट्रॉंग जिस्म के मालिक थे. पूरी बॉडी पर एक भी हेर नही था. शायद आज ही शेव किए थे.

उनकी चेस्ट बहुत मसकुलर थी. और नीचे उनका लोड्‍ा, क्या मस्त लटक रहा था. अभी सोया हुआ भी 4+ इंच लंबा और 1.5 इंच मोटा था. आज मैने पहली बार कट डिक देखा था. लोड के नीचे उनकी बॉल्स नही टेन्निस बॉल्स थी. पता नही कितना माल भरा हुआ था उनमे. डॉक्टर अपना लंड पकड़ कर, और मुझे नीचे बिता कर बोले-

डॉक्टर: मूह खोलो देव. आज अंकल का लोड्‍ा ट्राइ करो.

मैं भी भूखी रांड़ की तरह उनके लोड को पूरा मेरे मूह में ले गया. उनके लोड की स्मेल बहुत अची थी. चूस्टे-चूस्टे लोड्‍ा अब पूरा खड़ा हो कर 6.5 इंच लंबा और 3 इंच मोटा हो गया था.

डॉक्टर: क्या मस्त चूस्टे हो देव तुम. चूस्टे रहो बेटा. बहुत मज़ा आ रहा है. तुम्हारी आंटी तो बहुत नाटक करती है चूसने में.

चूस्टे-चूस्टे मैं कभी उनके लोड को अपने लिप्स पर लगाने लगता, तो कभी अपने चूचों पर.

डॉक्टर: चूसना बहुत पसंद है तुम्हे लगता है.

तभी अंकल मेरे हेड को पकड़ कर ज़ोर-ज़ोर से मेरा मूह छोड़ने लगे. मेरे मूह में लोड्‍ा पूरा गीला हो गया था. 10 मिनिट बाद मुझे खड़ा करके मुझे बेड पर जैसे रोज़ लिटते है वैसे ही कर दिया.

फिर लोड पर कॉंडम लगा कर लूब्रिकॅंट लगाने लगे. डॉक्टर अपने लोड से मेरे च्छेद पर बहुत तेज़-तेज़ मारने लगे. अब मेरी चुदाई के लिए बेचैनी बढ़ने लगी.

डॉक्टर: मज़ा आ रहा है ना बेटा?

मैं: हा सिर, बहुत मज़ा आ रहा है. जल्दी मेरी गांद में आपका ये विशाल लोड्‍ा डाल दो. अब रहा नही जेया रहा.

डॉक्टर: अब रेडी हो गये तुम्हारा च्छेद और तुम भी. जैसी आपकी मर्ज़ी बेटा जी.

ये बोलते ही अंकल ने मेरी गांद में आधा लोड्‍ा डाल दिया. मैं बहुत तेज़ चीकने लगा. तभी उन्होने मेरे लिप्स पर किस कर दिया, और मुझे चीखने भी नही दिया. दूसरे झटके के साथ पूरा लोड्‍ा मेरे अंदर कर दिया. ऑलरेडी डॉक्टर 5 दिन से मेरी गांद सेट कर चुके थे. इसलिए थोड़ी देर बाद ही दर्द ख़तम हो गया.

डॉक्टर मेरे लिप्स को किस करते-करते ज़ोर-ज़ोर से झटके देने लगे. दिलीप चाचा के बाद ये मेरी दूसरी चुदाई हो रही थी. वो भी पापा के दोस्त के साथ. एक पापा को ही मेरी गांद की कदर नही है. बाकी उनके दोस्त तो मुझे कुवारि रहने ही देना नही चाहते.

अब डॉक्टर आपने दोनो हाथो से मेरे चूचों को पकड़ कर मुझे ज़ोर-ज़ोर से छोड़ने लगे. मेरी गांद बहुत पूच-पूच की आवाज़ कर रही थी. इतनी हार्ड चुदाई से मेरी दर्द से हालत खराब हो रही थी.

डॉक्टर: रोज़ तेरी गांद देख-देख कर बहुत मुस्किल से कंट्रोल हो पता था. यार आज नही जाने दूँगा ये मौका. तोड़ा दर्द सहन कर ले.

5 मिनिट तक इसी पोज़िशन में छोड़ने के बाद, अब डॉक्टर बेड पर लेट गये, और मुझे अपने लोड पर बिता दिया, और मुझे उछाल-उछाल कर छोड़ने लगे.

डॉक्टर: इतनी मस्त गांद पास हो कर भी तेरा बाप कुछ नही कर पाता. करे भी कैसे, बेटा जो है तू उसका. लेकिन साहिल अंकल है ना तेरी गांद की सेवा करने के लिए.

इस पोज़िशन में मेरे मोटे-मोटे चूचे उपर-नीचे उछाल रहे थे. 10 मिनिट की चुदाई के बाद दर्द नॉर्मल हो रहा था.

डॉक्टर: बेटा चेर के आयेज झुक कर खड़ा हो जेया.

अबकी बार लोड्‍ा एक साथ मेरी गांद में चला गया. ज़ोर-ज़ोर के झटकों से मेरी गांद की चुदाई चल रही थी. इस पोज़िशन में चूड़ते-चूड़ते मैं बहुत मदहोश होने लगा. मेरे लोड का पानी बिना च्छुए अपने आप ही निकल गया.

30 मिनिट की चुदाई के बाद डॉक्टर ने भी अपना लोड्‍ा निकाल कर, कॉंडम हटा कर, मुझे नीचे बिता कर, मेरे फेस और मेरे मूह पर अपना सारा माल निकाल दिया. बहुत सारा माल भरा हुआ था अंकल के लोड में. मेरे फेस से सॉफ करके डॉक्टर ने मुझे सारा पीला दिया. बहुत टेस्टी माल था डॉक्टर का.

मैं: बहुत माल स्टोर कर रखा था.

वो मुझे गले लगा कर मेरे लिप्स पर किस करने लगे.

डॉक्टर: थॅंक्स देव, आज तुमने मूड बना दिया. यार तेरी आंटी आज कल सेक्स करने ही नही देती. इसलिए तेरे लिए स्टोर कर रखा था सारा माल मेरी जान.

हम दोनो ही हासणे लगे.

मैं: अभी तो 6 दिन का ट्रीटमेंट बाकी है सिर जी.

डॉक्टर: अछा जी.

हम दोनो फिरसे हासणे लगे.

मेरी गांद में अभी भी दर्द हो रहा था, लेकिन ऐसा छोड़ने वाला साथ हो तो दर्द किसे याद रहता है. डॉक्टर ने मुझे दर्द की मेडिसिन देकर घर बेज दिया. ऐसे ही अगले 6 दिन डॉक्टर मेरे साथ ट्रीटमेंट का नाम करके हॉस्पिटल बुला कर चुदाई करते.

जब हॉस्पिटल में चुदाई पासिबल नही होती, तब डॉक्टर मेरे ही घर आ जाते. पापा के जॉब पर जाने के बाद कोई भी नही होता है घर पे. या फिर अपने खुद के घर. ऐसे ही करते-करते डॉक्टर ने मुझे पक्का गन्दू बना दिया. डॉक्टर मुझे घूमने भी ले जाया करते, और गिफ्ट भी दिलवा दिया करते. मुझे भी उनके साथ जाना बहुत अछा लगता था.

जब से पापा मुझे डॉक्टर के पास ले जाने लगे थे, तब से वो मेरी ओवर केर करने लगे थे. मुझे कभी परेशन नही देखते. पापा आज कल रोज़ दवाई देने के बाद मेरे साथ ही सोने लगे थे अब. अब डॉक्टर के पास गये 4 दिन हो गये थे. ऐसे ही एक दिन मैं पापा के सामने दर्द होने का नाटक करते हुए चलने लगा.

पापा: अभी दर्द ठीक नही हुआ क्या?

मैं ( नाटक करते हुए): दर्द नही पापा वो पीछे दवाई लगाना मुश्किल होता है. मेरा हाथ नही जाता. क्या आप लगा दोगे?

पापा तोड़ा सोचने के बाद बोले: ठीक है, तुम्हारी दवाई कों सी है?

डॉक्टर ने मुझे एक ट्यूब और गांद की मसाज के लिए आयिल दिया था. मैने वो पापा को दे दिया. मैने घर के हॉल में ही कपड़े उतार दिए. तभी पापा ने बोला “बेटा रूम में तो चल लो, यही नंगे हो गये तुम भी “. मैं जान-बूझ कर लचक-लचक कर चलने लगा. तभी पापा ने मेरी गांद को पीछे से दबा दिया.

बाकी स्टोरी नेक्स्ट पार्ट में. नेक्स्ट पार्ट लास्ट पार्ट है. आपके सजेशन्स ज़रूर देना.

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