डिवोर्स्ड भाभी को लंड चूसा के चोदआ उसके घर

मेरी उम्र 24 साल हे और मैं कुछ समय पहले ही दिल्ली में रहने के लिए आया हूँ. मैं पेशे से एक सोफ्टवेर डेवेलपर हूँ और अभी दिल्ली के लाजपतनगर में रहता हूँ.

मेरी लाइफ में कभी कोई गर्लफ्रेंड नहीं रही हे. हां फायदे वाली दोस्ती रही हे काफियों के साथ. मैं मोर्निंग में साड़े नव बजे जॉब पर जाता हूँ और शाम को साड़े छह बजे वापस आता हूँ. मैं अक्सर फ्लेट से काम के लिए निकलता था तो एक 28 29 साल की औरत भी उस वक्त ही अपने फ्लेट से बहार निकलती थी.

दो हफ्ते में हम ऐसे ही सात आठ बार आमने सामने हो गए जॉब पे निकलने के लिए. हम दोनों एक दुसरे को स्माइल से ग्रिट करने लगे. तब तक मुझे उसका नाम पता नहीं था. एक बार मैं द्वारका किसी क्लाइंट को मिलने के लिए जा रहा था और फ्लेट के बहार खड़े हुए अपने लिए कैब बुक कर रहा था. मेरा पर्स निचे गिर गया जिसका मुझे ध्यान नहीं रहा.

और तभी उस वक्त वो सेक्सी लेडी जा रही थी. उसने मेरे पर्स को देखा और मुझे बुला के मेरे पर्स को खुद उठा के मुझे दिया. मैंने उसको थेंक्स कहा और उसको बताया की मेरे कुछ जरुरी कार्ड्स भी थे पर्स में इसलिए मैं बहुत खुश था की उसने मुझे सही मौके पर बता दिया पर्स गिरने का. उसने कहा कहा जा रहे हो. मैंने कहा द्वारका जाना हे इसलिए कैब बुक कर रहा था. उसने कहा मुझे भी उधर ही जाना हे अगर तुम कहो तो हम कैब शेयर कर सकते हे. मैंने फट से हां कह दिया उसको.

कैब के अन्दर मुझे पता चला की वो 29 की नहीं लेकिन 34 साल की थी. और उसका डिवोर्स हो चूका था. उसकी एक बेटी भी 6 साल की. वो फेशन डिजाइनर का काम करती थी. मैंने उसको कहा की आप की उम्र तो 29 से ज्यादा लगती ही नहीं हे. और मैं सच ही कह रहा था. उसे ऊपर वाले ने आराम से बनाया होगा. उसकी हाईट 5 फिट 7 इंच की थी. फिगर 34 28 32 होगा. चमड़ी गोरी थी, कंधे तक के बाल थे और आँखों में एक अजीब सी कसक सी थी उसकी.

फिर हमने हमारे नम्बर्स एक्सचेंज किये और फिर सब कुछ चालु हुआ. हम दोनों की हलकी हलकी चेटिंग भी चालु हो गई. हम दोनों चेटिंग में एक दुसरे के साथ बहुत कुछ शेयर कर लेते थे. कभी कभी सेक्स रिलेटेड चीजों का भी जिक्र हो जाता था. जैसे की मैं उसे अपने पिछले सेक्स अनुभव के बारे में बताता था. मैं अक्सर उसे कहता था की अगर मेरी शादी तुमसे हुई होती तो मैं ये करता, वो करता और ऐसे कह के उसको चिढाता था. और फिर एक दिन हम दोनों ने एक पब में मिलने का प्लान बनाया.

वो पब आने से पहले अपनी बेटी को नानी के वहां छोड़ आई थी. पब से निकल के हम उसके घर गए. वो सोफे के ऊपर बैठी हुई थी और फिर हम आजकल की यंग जनरेशन के बारे में बातें करने लगे. कुछ ही देर में टोपिक को मैंने सेक्स की तरफ मोड़ दिया. मैंने उसको फिर पूछा की तुम्हारी शादी की पहली नाईट कैसी रही थी. उसने मुझे उसके बारे में बताया और उसकी बातें सुन के मेरा खड़ा होने लगा था. मैंने हिम्मत कर के उसे एक छोटी सी किस कर ली. उसने मुझे तमाचा मारा लेकिन तभी मैंने फिर से उसको किस कर लिया. इस बार उसने तमाचा नहीं मारा लेकिन किस करने में मेरा सपोर्ट करने लगी.

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मैंने सीधे ही उसकी जींस की जिप को खोला और उसे निचे कर दिया. उसकी पेंटी के ऊपर से ही मैं उसकी चूत को चाटने लगा. उसने जरा भी विरोध नहीं किया. और फिर से खड़े हो के मैंने उसको किस किया. मैंने उसके होंठो से अपने होंठो को लोक कर के एकदम डीप किस किया उसे. जब मैंने उसको छोड़ा तो उसका चहरा कश्मीरी एपल के जैसे लाल हो चूका था. मैंने फिर से उसे एक किस और दिया. और फिर मेरे हाथो को मैंने उसके बूब्स पर रख दिए. उसके बूब्स एकदम सॉफ्ट थे. बूब्स को जब मैंने मसले तो उसने मेरे हाथ को पीछे करना चाहा लेकिन मैंने जबरन उसके बूब्स को मसले.

फिर मैंने उसके टॉप को निकाल फेंका. वो मेरे सामने सिर्फ सफ़ेद ब्रा और पेंटी में थी. वो बोली यहाँ नहीं अंदर बेडरूम में चलो. और हम वहां चले गए. उसने बिस्तर के ऊपर लेट के अपनी पेंटी को खिंचा. उसकी चूत बाल वाली थी. मैंने उसकी जांघो को खोला और निचे झुक के उसकी चूत को किस करने लगा. उसकी चूत से हलकी सी खुसबू और मूत की बास आ रही थी. मैंने होंठो को चूत की फांको पर लगा दिया और चूसने लगा. मैंने होंठो से चूत को दबा रहा था, चबा रहा था, घिस रहा था और चाट रहा था. उसका गोरा चहरा एकदम लाल हो चूका था. और वो आह्ह्ह अह्ह्ह्हह की सिसकियाँ भरने लगी थी.

और फिर उसकी टर्न आई बदला लेने का. मैंने भी अपने कपडे उतार दिए और बिस्तर में लेट गया. उसने मेरे लंड को हिला के अपने मुहं में भर लिया. वो अपने घुटनों के ऊपर बैठे हुए मेरे लंड को लोलीपोप के जैसे चूस रही थी.

लंड को चूसते हुए उसने उसे अपने हाथ से पकड़ रखा था. और अपने मुहं से वो बड़े ही सेक्सी ढंग से चुस्से लगा रही थी. उसने आधे से भी ज्यादा लंड को अपने मुहं में लिया था और उसे मजे से चूस रही थी. मुहं को आगे पीछे कर के वो लंड को मस्त हिला रही थी. वो धीरे धीरे आराम से लंड को बड़े ही मजे से चूस रही थी. वैसे मेरी लाइफ का ये सब से स्लो ब्लोव्जोब था. लेकिन था सब से मस्त!

वो लंड को चूसते हुए जबान को लंड के चारो तरफ सांप के जैसे लपेट के हिलाती थी. और फिर वो लंड को मुहं में भर के सुपाडे को प्यार से जबान से हिलाती थी. और फिर वापस लंड के डंडे के ऊपर उसकी जबान आ जाती थी. सच में उसके ऐसे मस्त ब्लोव्जोब से मुझे कितना मजा आ रहा था वो मैं बता भी नहीं सकता हूँ!

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अब मैंने उसके मुहं से लंड को निकाला और उसे बिस्तर के ऊपर डाला. उसने लंड को अपने हाथ में पकड़ा हहुआ था और हिला रही थी. मैंने लंड को उसकी चूत की फांको पर रखा. उसने उसे अभी भी पकड़ा हुआ था. उसने लंड को चूत में गाइड किया धीरे धीरे से जब मैंने अपने चिकने लंड को उसकी गीली चूत में धकेला. उसकी चूत टाईट नहीं थी लेकिन उतनी ढीली थी नहीं थी. लंड अन्दर घुस तो आराम से गया था लेकिन उसके ऊपर चूत के मसल का प्रेशर महसूस हो रहा था मुझे. चूत ने लंड को जैसे गिरफ्त में दबोचा हुआ था.

मैंने निचे झुक के उसके बूब्स को अपने मुहं में ले लिए. और उन्हें चूसते और मसलते हुए मैं उसकी चूत को चोदने लगा. वो भी मादक सिसकियाँ ले रही थी और अह्ह्ह्हह अह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह इश्ह्ह्हह्ह्ह अह्ह्ह्ह करते हुए अपनी कमर के हिस्से को हौले हौले से ऊपर निचे कर रही थी. मेरा लंड उसकी चूत में आगे पीछे हो रहा था और मुझे बड़ा मजा आ रहा था उसको चोदने में.

कुछ देर मिशनरी में चुदवाने के बाद वो उठी. और मुझे बिस्तर के ऊपर धकेल दिया उसने. अब वो मेरे ऊपर आ बैठी. अपने बूब्स को मेरे मुहं में दे के उसने एक हाथ से लंड पकड के अपनी चूत में घुसाया. अब वो मेरे दोनों हाथो को पकड के पलंग की बैठक के पास ले आई. उसने कंट्रोल अपने हाथ में लिया हुआ था. मेरा लोडा भले उसकी चूत में था लेकिन सच में वो पूरा कंट्रोल ले के मुझे चोद रही थी. अपनी मर्जी से वो अपनी स्पीड से लंड को आगे पीछे कर के अपनी चूत में ले रही थी.

पांच मिनिट के बाद मेरी पिचकारी निकल गई उसकी चूत के अन्दर ही. बहुत सब वीर्य छूटा था आज तो. उसने चूत को एकदम से कस लिया और फिर धीरे से खड़ी हो गई. लंड के ऊपर की बाकी की बूंदों को उसने चाट ली और लंड को थोडा सक किया. फिर एक कपडे से जल्दी अपनी चूत को साफ की और नहाने के लिए भाग गई.

अक्सर बड़ी उम्र की लेडिज ऐसा करती हे. चुदाई के बाद बाथरूम में जा के चूत पर पानी का फ़ोर्स ले लेती हे जिस से प्रेग्नन्सी के चांस कम हो जाते हे.

वो वापस आई तो मैंने भी पेंट पहन ली थी. वो बोली: मजा आ गया बहुत समय के बाद.

मैंने कहा: सच कहना अब तक कितनो के लंड लिए हे?

वो बोली: तुम मेरे पति थोड़ी हो जो ये सब पूछ रहे हो? तुम्हे मिल गई वो काफी हे तुम्हारे लिए!

वैसे उसकी बात भी सही थी की मुझे आम खाने थे पेड़ नहीं गिनने थे. मैंने उसको सोरी कहा और वो हंस पड़ी.

दोस्तों फिर तो उसके साथ सेक्स का सिलसीला ही निकल पड़ा था जैसे. अक्सर वो अपनी बेटी को नानी के घर पर छोड़ आती थी मेरा लंड लेने के लिए.



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